"राजा बलि और वामन अवतार की अद्भुत कथा | दान, भक्ति और आस्था की अमर गाथा!"
Description: "भगवान विष्णु के वामन अवतार और असुरराज बलि की ऐतिहासिक कथा! देखिए कैसे राजा बलि ने अपना सब कुछ दान कर दिया और भगवान विष्णु ने उन्हें अमरता का वरदान दिया। यह कहानी त्याग, भक्ति और सच्ची श्रद्धा की प्रेरणा देती है। पूरी कहानी जानने के लिए वीडियो देखें!
00:00राजा बली असुर राज विरोचन के पुत्र और माय ग्यानी विलाहत के पौत्र थे विप्राकर्मी दान सील और धन्व प्रायन थे अपनी सक्ति से उन्होंने तेवताओं को हराकर स्वर्ग पर अधिकार कर लिया तेवताओं ने अपनी माता अतिती के पास जाकर पेश संक�
00:30देने को कहा वामन बोले मुझे केवल कीन बग हो में चाहिए बली हसे इतना ही पूरी दुनिया दे सता हूं लेकिन वामन अड़े रहे बली जब संकल्प लेने लगे तब गुरु सुकराचारिये समझ गए कि है कोई साधारन ब्रामन नहीं स्वयम भगवान विसनु है उन्
01:00सुकराचारी ने क्रोधित होकर उन्हें श्राप दिया अब तुम्हारी लक्समी तुम्हें छोड़ देगी बली ने भी संकल्प लिया जैसे ही संकल्प पूरा हुआ वामन अच्छानक वराठ रूप में परकट हो गए पहले बग में पूरी प्रत्वी नाब ली दूसरे ब
01:30सीलता से परसन होकर उन्हें अमरता का वर्दान दिया और पाता लोग का स्वामी बना दिया और स्वायम दौरबाल बन कर उनकी रख्षा करने लगे नमस्कार