Rahul Gandhi PM Modi Shah Meeting: PMO में हुआ मोदी, अमित शाह और राहुल गांधी का ये दुर्लभ साथ आना पूरी तरह CIC यानी Chief Information Commissioner की नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़ा था। चयन समिति में पीएम, विपक्ष के नेता और एक केंद्रीय मंत्री शामिल होते हैं, इसलिए राहुल गांधी को भी बैठक में होना जरूरी था। करीब डेढ़ घंटे तक चली इस बैठक में नए CIC, सूचना आयुक्तों और पारदर्शिता से जुड़े मानदंडों पर चर्चा हुई। राहुल गांधी ने कुछ नामों पर अपनी आपत्तियाँ भी रखीं। यह मुलाकात राजनीतिक हलकों में बड़ा संकेत मानी जा रही है और RTI तंत्र को मजबूत करने की दिशा में अहम कदम है।
00:09संसुत की गलियारों में बुधवार उएक कालग ही तरह की सियासी हलचल देखने को है
00:15जब प्रधान मंत्री कार्याले के एक बंद कमरे में देश के तीन सबसे बड़े राजनातिक चहरे एक साथ बैठे थे
00:23प्रधान मंत्री नरेंद्र मोधी, ग्रिम मंत्री अमिद्शा और लोगसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बीच ये बैठक कोई 5 या फिर 10 मिनट की नहीं बलकि पूरे 88 मिनट तक चली
00:34जैसे ही ये खबर बाहर आई कि राहुल गांधी दोपहर एक बचकर 7 मिनट पर पीमो में दाखिल हुए और करीब धाई बचे वहां से निकले तो राजनातिक पंडितों के बीच कयासों का बाजार गर्म हुगया
00:48लोग सूचने लगे कि जब संसद में वंदे मातरम और चुनाव सुधार जैसे मुद्दों पर सरकार और विपक्ष में तलवारीं खिची है तो आखिर इन धुर विरोधियों के बीच इतनी लंबी गुफतगू किस बात पर हुई
01:00लेकिन सस्पेंस के पीछे के वजह कोई सियासी समझाता नहीं बलकि एक समवथानिक जिम्मधारी थी जिसे पूरा करने के लिए ये तिनों नेता एक छट के नीचे साथ थे
01:10दरसली बैठक देश के मुख्य सूचना आयुक्त यानि की CIC और सतत्ता आयुक्त के खाली पड़े पदों को भड़ने के लिए बुलाए गई
01:18लोकतंत्र में पाड़शीता बनाए रखने के लिए केंद्रिय सूचना आयुक एक प्रिहत एहम संस्ता है जो की RTI यानिकी सूचना की अधिकार कानून के तहर काम करती है
01:28नियम की मुताबिक मुख्य सूचनायुक्त और अन्य सूचनायुक्तों की नियुक्ती रश्वपती द्वारा एक उच्यस्तर्य समीती की सिफारिश पर की जाती है।
01:37इस चैन समीती का अध्यक्ष प्रधान मंत्री होता है जबकि लोकसभा में विपक्ष का नेता और प्रधान मंत्री द्वारा नामिति केंद्रिय मंत्री इसके सदस्या।
01:45अब यही भज़ा है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, अमित्षा और राहुल गांधी को एक साथ नीच पर बैठना पड़ा।
01:53मवजुदा हालात की बात करें तो केंद्रिय सूचना आयोग इस वक्त भारी संकट से जूज रहा है क्योंकि वहां मुख्य सूचना आयोग समेट कुल आठ पद खाली हैं।
02:23प्रस्ताव रखा गया, हलकि बैठक खत्म होने के बाद जो जानकारी सामने आयी, उसके मताबिक राहुल गांधी ने सरकार द्वारा प्रस्ताविक नामों पर अपनी सहमती नहीं दी।
02:53सिर्व सूचना आयोग नहीं बलकि सतरकता आयोग की नियुक्ती पर भी चर्चा हुई।
02:57आप जनता के लिए ये समझना जरूरी है कि सूचना आयोग वही संस्ता है जहां आप सरकारी कामकाज में गडवड़ी या जानकारी ना मिलने पर अपील करते हैं।
03:07वहाँ जज यानि कि आयोग नहीं तो जनता की सुनवाई होगी कैसे।
03:11इसलिए इस बैठक का मकसद सियासी नहीं बलकि परिशाशनिक था ताकि ये सूचना तंतर को बहतरी से चलाया जाए।
03:19अब भले ही इसके लिए धुरविरोधी नेताओं को एक साथ बैठक कर कडवी जचा क्यों ना करनी पड़े ये बैठक तो होरी ही थी और अंदर की स्टोरी भी कुछ इस तरह से है यानि कि इसके सियासी माई ने उतने साफ है नहीं जतना की कयासों के बाजार में लगतार ब
03:49क्या पक रहा था इस मीटिंग में इस बैठक में ऐसी बादे चल रहे थी वेराल अब देखना दुलचस्प होगा कि ये समस्या CIC की समस्या किस हद तक और कब तक कंप्लीट होती है सुलच जाती है जैसे कोई अपडेट मिलेगा आप से साचा करेंगे तमाम बड़ी खबर�
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