Luthra Brothers: मरते लोगों को छोड़कर भागे थे, अब Police ने ऐसे सिखाया सबक | Full Story Goa Club Fire मामले में Luthra Brothers पर पुलिस का शिकंजा कस चुका है। क्या उन्हें फांसी होगी या उम्रकैद? देखिए इस खास रिपोर्ट में। Goa Club Fire मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। Luthra Brothers, जो हादसे के वक्त अपनी जान बचाकर भाग निकले थे और मरते हुए लोगों को पीछे छोड़ दिया था, अब कानून के शिकंजे में बुरी तरह फंस गए हैं। पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है और उनके खिलाफ सख्त सबूत इकट्ठा किए हैं। About the Story: The Goa Police has tightened its grip on the Luthra Brothers regarding the tragic Goa Club Fire incident. Accused of fleeing the scene and leaving victims behind, the brothers now face severe legal consequences. Authorities are pushing for strict punishment, ranging from life imprisonment to hanging, citing gross negligence. Watch this video for the latest update on the investigation and court proceedings.
00:00हाथ सिर्फ लूत्रा बिर्दर्स को पकड़ करके हाथ थाइलेंड में पकड़ लिया और बता दिया इस से पीठ थफ तफाने से काम नी चलेगा अपनी वो भाग कैसे गए
00:08जो बी एनिस पी भारा एक सो चए है जो डिट वाइज इसमें सजा है तो कहिना कही इस मामले में पुलिस का जो रवया वो उतना सक्त महीं है जितना इस तरह के गंभीर मामले में होना चाहिए
00:29लाइबिलिटी ओनस पे ही होती है कि अगर आपने सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखता है तो ये पूरी की पूरे लाइबिल्टी ओनस पे ही आती है
00:36गोवा के जिस नाइट क्लब में आग लग जाती है उस क्लब के मालिकों को यानि की लूथरा ब्रदर्स को थाइलेंड से दबोच लिया गया है बहुत जल्दी कारवाई हुई है च्छे दिसंबर को आग लगती है और 11 दिसंबर को खबर आती है कि उनका प्रतियरपन भारत मे
01:06और हमारे साथ मौजूद है रुद्र विकरम सिंग जी जो की वकील है सुप्रेम कोट में रुद्र जी नमस्कार नमस्कार मुद्दा हमें पता है सर जो गोवा में फायर इंसिडेंस हुआ है नाइट बिर्च नाइट क्लब में वहां के जो लूथरा ब्रदर्स उनको पकड
01:36जाएं से कल इंटरफोल का नोटिस ही चूगा था उसकी वज़े से हो सकता है इंको पकड़ा घ्या हो और अगर अगर करते हैं यहां ले आया जाएगा जी सबसे पहले जो पेलाब जो निगलेजिंस की धाना आये है जिनमें यह मुद्मा चल रहा है उनको मजिस्टेट के सा
02:06करते हैं भूर जाए नहीं थी तो वह सारी चीजे को पूस्ताज करी जाएगी यह भागे क्या इंसिडेंस के बाद बागी यह सारी पूस्ताज के लिए
02:28से और मजिस्ट्रीट के अगर वो सट्टिस्ट्राइब कर पाती है तो उसके बाद उनको फिर से और फिर उसके बाद उनको जेल बेज़ दिया जाएगा यह जो ऐसे मामलों में ऐसा प्रोसेस होता उसके बाद जैसी में जाने के बाद
02:54तो यह सारा जो प्रोसेस अपने बताया यह सारा प्रोसेस होने में लगभग कितने दिनों का ताइम लग सकता है लग सकता है जो जब भी कोई विप्ति पकड़ा जाता है तो हमारे CRPC और BNSS में प्रोविजन है कि विदिन 24 आवर्स आपको मजिस्ट्रेट के सामने प्रोडि�
03:24उसके बाद से उनको 24 घंटे के अंदर मजिस्ट्रेट के सामने प्रोडिश करना होगा वो चाहें दिन हो राट हो यह भी एक मैं आपके दस्ट्रेट को बता दो कि बहुत लोगों को मन में कंफीजन होता है कि अगर रात में गिरबतारी होगी तो कैसे होगा शनीवार को गि
03:54और यह विदन 24 अर्स उसके बाद जो भी जितने में देन पूलिस रिमांड में प्रोड के दिस्ट्रेशन के पर इतने बिल्कुल सर से एक सवाल है जैसा कि आपने बताया कि सबको पता है कि सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखा गया उस क्लैब को बनाने के लिए तो अ�
04:24लाइबिलिटी अनस पे ही होती है कि अगर आपने सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखा तो यह पूरी कि पूरे लाइबिल्टी अनस पे आती है कि वहां जो की पैनेजर होंगे या पर इंप्लाई होंगे वह इन सब चीजों के लिए अधराइस नहीं होते हैं जो बिल्�
04:54बिल्डी के दिमाइबार होता है जो इसमें एंपने मेन लैबिलिटी अनस पे लहां पर आती है तो उसके बाद क्या वह बैल लेने के लिए अथौराइस होता है कि वह पंतॉराइस के अधिकार होता है कि वह प्लीड कर सकते हैं
05:12लेकिए बेल और मामले दो अलग-अलग सीजे होती है बेल का ग्राउंड यह होता है कि अगर पुलिस ने सारे कर ली है पुलिस को अब कोई एविडेंस कलेक्ट नहीं करते हैं अमूमन ऐसे मामलों में बेल में थोड़ा समय लगता है लेकिन बहुत ज़्यादा समय नहीं लग
05:42अगर जल्दी फाइल करती है तो अगर चारशिट जल्दी फाइल हो जाती है तो उसके बाद बेल की जो सम्भावना होती हो जल्दी हो जाती है
05:50सर मेरा क्वेशन था कि जैसे ही इस केसे में रात को इंसिडेंट हुआ सुभे ये दोनों भाई भाग गए लेकिन बिल्कुल पाश दिनों के अंदर इनका प्रतियर्पन हो रहा है इतनी जल्दी सारी प्रोसेस और प्रक्रिया पूरी कर ली गई ऐसे और केसे हैं हमारे दे�
06:20इसे मामलों में दो चीज़े बड़ी बड़ी जाहम होती है किस देश में घ्रति यहां कि इस देश देश किया संदी है भारत के जाहांकि किया संबंध्ध है पहला दूसरा वह तुकि कि अंवान की इंटर्पॉल है सिफीं बिदिद के दिशो होता है तो आप किसी भी ये प
06:50तो उन्टरपोल ने कोई नोटिस इश्यू नहीं हुआ है और इंटरपोल का नोटिस के इस देश की सरकार नहीं जाती है
07:18तो आपने जो पैक्ट्स बताएं जो संधियां बताई हमारे देशों का उस कदर नहीं वह जैसे थाइलेंड कागर होता है
07:45लेकिन अगर CBI Interpol नोटिस जारे करती है जैसे कि लूथरा ब्रदर्स के केस में किया गया है तो फिर वो उन जो जिन कंट्री में हैं अगर इंग्लेंड में हैं लंडन में हैं तो क्या प्रोसेस होगा फिर
07:56सेम होता है जब जब यह होता है कि जो भी इंस्टिगेटिंग अगरेंसी होती है वो एक सीवी आई से एक टेस्ट करती है यह इस मामले में वांशित हैं इनके खिलाप में
08:16इंटरफोल का लिखते हैं और इस वीश्वाइब देश सारी विश्षवी देश मानते हैं वो सारे लोग लिस्टेट नहीं मतलब उसमें
08:35जितने भी करीभ आइशो में ही यह करवाई हो सकती है तो इंटरफोल जब इंटरफोल को जब सीवी
08:42लिखती है कि हमारे वांचित है इसके लिए में यह नोटी से ही है उसके बाद इंटरबोल यह नोटी सिश्यू करता है
08:51अब वापस हम उसी सवाल पर आते हैं लूथ्रा ब्रदर्स पर आते हैं क्या सजा होगी उनको अगर जैसे आपने बताया कि डारेक्ट जवाब देही उनके बनती है क्योंकि उनका ही क्लब था उनकी प्रपड़ी तिया उस उरक्षा मानुकाव का फॉल्व उनने किया तो उनक
09:21सब्सक्राइब करते हैं कि इनको निकल कर दिया था यह जमेदार है बहुत सारी चीजें बहुत सारी टेक्निकल्टी इसकी होती है जब अला कि अगर और मुझे लगता है कि इस माधिमे में जो धराएं लगाई गई है वो फेक्षित नहीं है उन धराओं को बढ़ाए जाना च
09:51आप इस गोवा जो नाइट क्लब में फायर इंसिडेंट हुए इस केस को आप काफी टाइम से फॉलो कर रहे थे अभी हमारे साथ सुप्रेम कोट के वकील साहब थे वकील साहब ने जो बताया उस दौरान आप नहीं थे लेकिन वकील साहब के पास समय की कमी थी तो उन्हें
10:2125 लोगों की जिन्दा 25 लोग जल गए हैं इस दर्दनाक मौत के बाद जो उनर्स हैं जिन पर ये इल्जाम तो है कि उन्होंने सेक्योरिटी प्रोटोकोल का ध्यार नहीं रखा लेकिन सजा सिर्क 5 साल के लिए आप इस पर क्या सोचते हैं
10:35मैं सवाल कुछा कि 25 लोगों की मौत के मामले में और जिस तरह की धाराएं लगी है उसमें 5 साल की सजा है लेकिन जो मेरा अपना अनभव है और जो मैंने देखा उसमें गयर इरात्तन हक्तिया लगती जिसमें 14 साल तक की सवया होती है तो कहिना कहीं इस मामले में पुलिस का
11:05गल्थी है गल्ती के इस माइने में है जो मैं धेकता हूँ कि आज आप ये चेक कर रहे हैं कि इस किर्टिव प्रोटोकाल फलिल नहीं किये गए आप आज ये बता रहे हैं कि ये पूरा-पूरा अभेज जगह पर बना हुआ था
11:22जी आप बता रहे हैं कि वहाँ पर जो फायर से बचने की यानि की जब किसी भी कंपणी को लाइसेंस दिया जाता है
11:34या कोई इस तरह की गतिविदी चाहे वो रेस्टोरेंट हो चाहे वो ऐसा कोई नाइट किलब हो
11:39जहां पर भी खत्र की संभावना है वहां पर फायर बिभाग का यानि की डमकल बिभाग का अगनी शमन बिभाग का जिब लाइसेंस होता है
11:53तो उसमें सब कुछ होता उनकी जिम्मेदारी होती कि वो समय समय पर निगणानी करें
11:58वो यह देखे कि fire extinguisher किस अनुपात में लगे हुए कितना बड़ा वो प्रांगड है कितना बड़ा जो परिसर है उसमें कितने होने चाहिए या fire exit सही से खोल रहे हैं क्या उनका इंतिजाम है इस सबका निर्मानी इन सबकी जो निग्रानी हो कि निर्मिस समय पर करना चाहिए
12:28और यह रिचा पहले नहीं है यह जो इसको हम अभी सिर्फ और सिर्फ हम यह देख रहे हैं कि night club के जो मालिक है सिर्फ बे जम्मेदार नहीं इसके जम्मेदार मैं मानता हूं पर सासन भी है अंदेखी करने वाले लोग जिनकी जम्मेदारी थी कि अगर कोई ऐसा कि वैसी को�
12:58मरने के बाद तुम जाच करोगे मरने के बाद तुम जाच करोगे कि वहाँ पर फायर की सुरक्षा की विबस्ता नहीं थी वहाँ गेट नहीं खुल रहे थे वहाँ फायर एक्सिंग्यूसर नहीं थे वहाँ किस तरह का आग का ठेल हो रहा था और किस तरह की आग की संभाव
13:28आप यह नहीं देखते कि एक जग की बात नहीं है तरकार को इस पर बड़ा डिसीजन लेना होगा और जब तक जम्मेदार जेल की सलाखों के पीछे नहीं जाएंगे तब तक यह घट्राय बार-बार होती रहेंगी
13:42हाथ सिर्फ लूत्रा बिर्दर्स को पकड़ करके हाथ थाइलेंड में पकड़ लिया और बता दिया इससे पीछ थप थपाने से काम नहीं चलेगा अपनी वो भाग कैसे गए जी बिल्कुल
13:54लोगों को टिकेट नहीं मिल रहे थे लोगों की फिलैड गशल हो रही थी वो गोव से मॉंबई जाते हैं मॉंबई से थाइलेंड की फिलैड नी मिल जाती चलिए पुलिस तोती से रहती है
14:10यह तरीका जो है ना, यह लोग की जिंद्गीओं से खेलने, इस साफ़ पता लगता है, इस तरकार को, यानि की बहा के शासन को और बहा के पुलिसको, बहा के पिरसासन को, लोग की जिंद्गी की कोई कीमत नहीं है, ताप चला गया, लगीर पीपते रही है, उछ नहीं होने �
14:40ये आज पूरे दिन ये समाचार चलेगा TV चैनल पे, कि किस तरीके से भागदो करके, हमने थालेंट सरकार की मदद करके उनको ग्रत में ले लिया, अरे ग्रत में ले लिया थालेंट सरकार, वो चले ही कैसे कहें, बिल्कुल, ये हस्ता हो ही कैसे गया, तो ये अपनी फिर थम �
15:10से पहले सो रहे थे, क्या, मेरा निचा सिर ये कहना है, बिल्कुल, बिल्कुल. जो सब्सक्री।
15:37जो लोग भाग सकते हैं उन्हें पुलिस किस तरह का और वकील साव ने बताया पांच साल की सजा 25 लोग है अरे मुकदमा तक भाराय तक तुमने साही निये लगाई बिल्कुल
15:47जिन्दा जलकर मर गए हैं खाक हो गए हैं उनसे पूछी आपकी बात से मैं बिल्कुल सहमत हूं 25 लोग जिन्होंने 25 घर जिन्होंने अपने सदस्यों को खोया है जिनके सदस्य उस नाइट क्लब में जिन्दा जलकर मर गए हैं
16:16खाक हो गए हैं उनसे पूछिए कि ये पात साल की सजा जिन्दाराओं के तहत लगाई गई है वो कितना सही है ये बहुत बड़ा प्रश्प निचिन्न खड़ा कर रहा है हमारी देश की जो पूरी प्रक्रिया है जो कानूनी प्रक्रिया है जी शिवेदर जी आप कुछ कह �
16:46पूलिस तो अपना काम चार सीट के लगाने के लिए धाराई लगाई कम से कम जो जो हुआ है आपने घटना बताई देख रहे हैं बहुत ही दरनाक है ये ना काफी है नकारा है पूलिस
17:05बिल्कुल शिवेंदर जी ने जो भी सवाल उठाये हैं चाहे वह उत्तर प्रदेश का हो चाहे दिल्ली में बच्चे फसकर बेस्मेंट में मर जाते हो चाहे चोटे-चोटे बच्चे जल जाते हो चाहिए गोवा नाइट क्लब का जो मामला सामने आया है हर जगे कही ना कही
17:35बरकरियान करना करना आपको जो भी लगता है कमेंट में बताई
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