00:00मेरे घरवाले बहुत कर्मक रंडी है वैसे में उनको समझा नहीं पारें वैसे में देखिए घरवालों के साथ नो थोड़ा सा इनसाफ करना चाहिए वो बिचारे उनकी गलती बसी है कि हुमारे घरवाले है अपके एक सड़क का आम आदमी हो तो आप उससे बहुत उमीद करत
00:30पर हम कहते हैं और यह हंकार की बात है कि मेरे घरवाले हैं तो इनको समझदार होना चाहिए और मैं खास हूं मैं विश्विश्ट हूं मैं समझदार हूं तो मेरे घरवाले ना समझ कैसे हो सकते हैं तो हम अपने घरवालों से बहुत उमीरें पाल लेते हैं ज्यादा तर लो
01:00इसको मानना कि ये तो मतलब ग्रेस है, चमतकार है, और नहीं समझे, तो कहना नॉर्मल बात है, कोई नहीं समझता, ये भी नहीं समझे, तो नॉर्मल बात है.
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