00:00मैं गीता के टीचिंग्स पे या जो आप पढ़ा रहे हैं उस पे चलना चाहती है
00:04तो वेर, if you are saying that everything comes from the world
00:08whatever comes from the world becomes a thought
00:11गीता थौट नहीं है
00:13गीता कहती है थौट तो तुम्हेर पास पहले ही बहुत सारे हैं
00:16उन थौट्स को समझो भी तो
00:20मैं ऐसे आग बंद करके बैठा हूँ ठीक है यह बुक स्टोर है बहुत अच्छा बुक स्टोर है
00:27और मेरे पास पहले ही यह इतनी किताबे हैं यह सब मेरी है
00:31यह मेरे पास पहले ही मेरी है ठीक है
00:33मैं इसको लेता हूँ, मैं इसको इसके सर पर मार देता हूँ, इसको लेता हूँ, इसको लेता हूँ, उसका ट्रे टेबल बना देता हूँ, मैं यही सब कर रहा हूँ, ठीक है? अब मान लीजे कि यह गीता है, पकड़िये को, आप गुरू है मेरी, बैठा मैं ऐसे ही हूँ ले
01:03और बढ़ी की जाएगी उस ग्यान से यह सारा ग्यान है और मेसे आंग बंद करके बैट आओ है मेरे पास पहले ही बहुत सारा अब मैं आपके बास Guru जी मुझे गीता ग्यान दीजिए है दिजिए दिज दीजे आख भी भी बंद है लेगन हाथ में क्या अगई
01:20पहले भी आख बंद थी हाथ में यह सब कुछ था अभी भी आख बंद है हाथ में गीता भी आ गई तो मैं गीता का क्या इस्तिमाल करूँगा ऐसे कर लूँगा ताकि आख और बंद हो जाए
01:31गीता एक किताब नहीं है एक खुली हुई आख है पर उसके बाद फिर आप इसको इसलिए इस्तिमाल नहीं कर सकते ना तो जो भी आपके पास बातें या विचार आते हैं इस उद्देश से कि आप अपनी आख खोलें वो यह कहते हैं हम तुम्हारे पास आए हैं कि तुम अप
02:01और अपनी आख खोलने के बाद अब यह गजब मत कर देना कि खुली हुई आख के सामने हमें रख दिया नहीं तो खुली हुई आख के सामने भी अगर हमें रख दोगे तो आख क्या हो गई बंद हो गई तो यह सब जितनी भी गीताएं हैं दुनिया के जितनी भी अच्छे
02:31तो गीता आती है आपकी आख खोल देने के लिए उसके बाद आपको किसी सहारे की जरूरत नहीं बढ़ेगी, आप खुद ही काफी है.
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