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Shivraj Patil Death: पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता शिवराज पाटिल का निधन हो गया है। 26/11 मुंबई हमलों के बाद अपने इस्तीफे और 'कपड़े बदलने' वाले विवाद के लिए चर्चा में रहे पाटिल ने लातूर में अंतिम सांस ली।
देश की राजनीति के एक शांत और संयम वाले अध्याय का अंत हो गया है। पूर्व लोकसभा स्पीकर और UPA सरकार में गृहमंत्री रहे शिवराज पाटिल (Shivraj Patil) का 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और लातूर के एक अस्पताल में भर्ती थे। शिवराज पाटिल का राजनीतिक सफर इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) के दौर से शुरू होकर मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) की सरकार तक चला।
About the Story:
Former Union Home Minister and senior Congress leader Shivraj Patil passed away at the age of 91 in Latur. He served as the Lok Sabha Speaker and held key portfolios in the UPA government. This video covers his political journey, the 26/11 controversy, his resignation, and his legacy in Indian politics.

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~HT.318~GR.122~ED.276~

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Transcript
00:0191 साल की उम्र में शिवराज पाटिल का निधन
00:04इंदरा गांधी से UPA सरकार तक एक युग का अंत
00:10देश की राजनीती का एक बड़ा नाम, एक ऐसा नेता जिसने कॉंग्रिस के कई दौर देखे
00:17और भारत की सत्ता के केंद्र में महत्व पूर्ण भूमिका निभाई
00:21पूर्व केंद्रिये ग्रिह मंत्री और लोग सभा स्पीकर शिवराज पाटिल का एक 90 वर्ष की उम्र में निधन
00:28शिवराज पाटिल ने शुक्रवार को लातूर में अंतिम सांस ली
00:32वो काफी समय से बीमार थे और अस्पताल में भरती थे
00:35पाटिल सिर्फ एक सांसद या मंत्री नहीं थे वे एक संजीदा, शांत और सौफ्ट स्पोकन नेता के रूप में पहचान रखते थे
00:43लातूर लोग सभा सीट से वे साथ बार चुने गए जो अपने आप में उनकी लोग प्रियता का प्रमाड है
00:50उनके राजनेतिक करियर की बुनियाद
00:531960 और 1970 का दशक जब कॉंग्रिस देश पर हावी थी उसी दौर में पाटेल उभरे
00:59वे 1980 से 84 में लोग सभा के डिपटी स्पीकर और फिर 1991 से 96 में लोग सभा स्पीकर रहे
01:08उनका कारेकाल साफ सुथरे आचरण और संतुलित फैसलों के लिए याद किया जाता है
01:13UPA सरकार के ग्रिह मंत्री सबसे बड़ा मोड
01:172004 में मनमोहन सिंग कैबिनेट में पाटिल को केंद्रिय ग्रिह मंत्राले मिला
01:22यही वो दौर था जिसने उनके राजनैतिक जीवन को नई उचाई भी दी और बड़ी आलोचनाएं भी
01:29बड़ा फैसला
01:30राज्जों से समन्वे मजबूत करने पर फोकस
01:33उनके कारेकाल में UPA सरकार ने आंतरिक सुरक्षा ढाचे को सुधारने पर जोड़ दिया
01:39नकसल हित राज्जियों के साथ समन्वे बढ़ा ने पुलिस आधुनी की करन और होफिया तंत्र को स्ट्रीम लाइन करने पर ध्यान दिया गया
01:47विवाद
01:48आतंकी हमलों पर बार बार बदला कपड़ा
01:512008 दिल्ली, एहमदाबाद और जैपुर धमाकों के दौरान पाटिल को प्रेस कॉन्फरेंस और घटनाओं के बीच लगातार कपड़े बदलते हुए देखा गया
02:01इस पर बड़ी सारवजनिक आलूचना हुई और सोशल मीडिया से लेकर विपक्ष ने इसे समवेदन हीनता बताया
02:08सबसे बड़ा विवाद
02:0926.11 मुंबई हमला
02:1226.11 के बाद UPA सरकार पर जबरदस्त दबाव था
02:16ग्रिहमंत्राले की प्रतिक्रिया आतंकी हमलों की बढ़ती संख्या और खूफिया एजेंसियों की विफलता को लेकर पाटिव पर निशाना साधा गया
02:25तीन दिन बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया
02:27ये उनके करियर का सबसे कठिन क्षन था
02:30ग्रिहमंत्री के रूप में उनकी दो बड़ी नीतिगट पहल
02:33नैशनल इन्वेस्टिगेशन एजनसी के गठन की नीव रखी
02:37चबीस ग्यारा के तुरंत बाद NIA की सनरचना और उसके अधिकारों पर प्रारंभिक कार्यप पाटिल के कारेकाल में शुरू हुआ था
02:45हाला कि इसे आपचारिक रूप से 2009 में लौँच किया गया
02:49कोस्टल सुरक्षा को मजबूत करने पर जोर
02:52समुद्री निग्रानी, कोस्टगार्ट फ्लीट वृद्धी और पोट सुरक्षा पर केंडरित योजनाएं उनके कारेकाल में प्रारंभिक स्तर पर तयार हुई
03:15की जाती हैं. शिवराज पाटल का जीवन एक शांत चित्तनेता की कहानी है, जिसने सत्ता के केंडर तक सफर किया, बड़े फैसले लिए, बड़े विवाद झेले और अंत में भारतिय राजनीती में एक स्थाई चाप छोड़ गए.
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