इस वीडियो में हम उस बड़े सवाल पर चर्चा करते हैं कि विदेशों में जमा काले धन को वापस लाने की प्रक्रिया आखिर इतनी धीमी क्यों दिखाई देती है। सरकार द्वारा किए गए प्रयास, कानूनी अड़चनें, अंतरराष्ट्रीय समझौते, टैक्स जानकारी साझा करने के नियम और वैश्विक वित्तीय सिस्टम की जटिलताओं, इन सभी पहलुओं को सरल भाषा में समझाया गया है। साथ ही यह भी बताया गया है कि प्रक्रिया किन स्तरों पर अटक सकती है और आगे क्या संभावनाएँ हैं। पूरा मुद्दा जानने और वास्तविक चुनौतियों को समझने के लिए वीडियो जरूर देखें।
00:00कि संजे जी ये बात तो सही है कि 2014 के चुनाव में जब नरेंद मोदी जी प्रदानवंतरी पत्कियों मिद्वार थे इंडिये की ओर से तब वो खुद कहते थे कि काला धन लेकर आएंगे विदेश में जो रखा हुआ है
00:12देखिए उनका तात्तर था जो काला धन विदेशों में जमा है गर वो इंडुस्तान में आ जाएगा तो इंडुस्तान के अर्थ मेवस्था बजल जाएगी लेकिन कोई बैंसे काला धन निकाल के नहीं ला सकता लेकिन एक एसी अस्तुम्षा तयार चांगता है जिसके अंतर �
00:42लोका वर्व चुका है तो कहीं लेकर जो पहले भाग के जाते थे वसूली नहीं होता तो आज लात वसूली जाता है अब इन्होंने क्या गोला था मेरा बहुत अब यह आपको पता हो नहीं जीए कि एक सेंटरर टेक्स होता है स्यट्स था होटा और पार श्राइट का टेक्
01:12सब्सक्राइब
01:42लोग आने कहा देते हैं आप लोग यह बताओ मेरे को एक मिनट एक में वेबा यह बताओ जब नैसल हराड में आपको जेल बेजा आने के लिए आपको कोई नहीं रोक रहा था लेकिन जब जन्ता के सरोकार होपार रोड में आ रहे हम तो बोलते हैं रहुं गांधी हो प्रें�
02:12अगर यह विपक्ष में इसलिए बैठते हैं कि इनकी कारकारणी जो थी जो काम करने का तरीका था उससे जंटा रुष्ट थी और रुष्टता के कारणी इंको प्रुटक्स बैठा गया है और यह जंद सरोकार कि नहीं करें कौन सी महेंगाई आपको बता है महेंगाई दर �
02:42क्या जमीन पर लोगों को ऐसा लगता है कि सच में महेंगाई लिए देश में बिल्कुल बिल्कुल देखिए अगर थोड़ा भी बैभाव जी आप भी समझते हैं जहां पे भी अगर ग्रोथ होता है यानि देश तरक्षी करता है तो महेंगाई भी बढ़ती नंबर हो आप �
03:12लोगों के खर्चे बढ़ना है जो भी डबलप करता है उसके महेंगाई बढ़ती है लेकिन महेंगाई दर्फ हैसे केल्पुलेट की जाते हैं कि भाईया आपको खुद्रा-मुद्रा जो दहे उतनी बढ़ी है उत तो बढ़ी रही है दो परक्षित रिचे आप बताए पे�
03:42प्रेस वक्ता में बोलने थी कि नौ सुरुपय का कोई सलेंडर नहीं नहीं सकता है आज नौ सुरुपय का सलेंडर इनके जमाने में नौ सब्सीडी का सलेंडर जो दो जार चौदा मैं फिर बता रहा एक जन्वरी जाके पढ़ दें इक मामी टाइस उस समय चौदा सुरु�
04:12उनको अजम नहीं कर पा रही है जो मुद्ध है बता हैं तो बार्रा पूछ ले मनीपूर के लिए त्रहीमा मचा रहे थे मनीपूर का जीस्टी अमेंडमेंट्मेंट बिल आया उस पर चर्चा होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए थे कहां पर रहूं गा चर्चा जिस पर कर �
04:42नहीं जानता तो कौन चीफ में चीफ एलेक्शन कमिशन था लेकिन आज हम सब चुना एलेक्शन कमिशन जानते हैं निके बाद जो राजसामा के बाद मंतली बन जाते थे बोलो तो सारे को नाम बता देंगे लेकर का जाजी से लेकर अभी तड़ का और ऐसने भुटाने बा
05:12अरे कहां पे है डेबगरेशी, डेबगरेशी को तो इन्हों ने बख पुछला है, संचोधन कर दिये, 84 संचोधन इनके जवाले में हुए है, अपनी इमर्जी से सब कुछ कर दिये, अमर्जन्सी इन्हों ने लगा दिये, बहुत सारी चीजे इसमें अगर चर्चा की जाए, �
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