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बॉलीवुड में कैसे हुई एंट्री, नेपोटिज्म के बीच कैसे बनाई जगह? देखें एक्ट्रेस नुसरत भरूचा के जवाब
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00:00सबसे पहले तनुसरा थैंक यू सो मच हमारी समाज में जगह बनाना बड़ा मुश्किल है और आपने बॉलिवूड में अपने धाग जमाई है अब पहला सवाल मेरा आपसे यह है कि कितना मुश्किल है एक लड़की के लिए बॉलिवूड में फिल्म जगात में अपनी फ्रे
00:30एक अक्ट्रिस को अपनी जगह बनाना इतने टाइम के लिए भी बहुत मुश्किल होती है और मैं तो खेर बहार से हूँ बाइदाट मेरी कोई फिल्म फ्रेटर्वनिटी नहीं है कोई बैकिंग नहीं है कोई ऐसा खास किसी ने मेरे में कोई इंवेस्मेंट नहीं किया था क
01:00इंवेस्मेंट नहीं है कोई बहुत लोगों को पसंद आई इसलिए हमने पार्ट टू किया और चोरी टू भी आई चोरी ने भी बहुत अच्छा किया तो हम अब शायद चोरी थ्री बनाएंगे
01:23बट आई थिंक मेरे लिए अगर आप मुझसे पूछे कि पूरे करियर का सबसे रिवर्डिंग क्या रहा है तो मेरे लिए छोरी रहा है क्योंकि वो एक फ्रैंचाइज बनाना तो इंपॉसिबल है मैंने बना ली और उसको आगी भी कैरी फोवर्ड कर रहे हैं हम पूरी टी
01:53आपकी जो टाइमिंग है उसे बड़ा इंप्रेस था बहुत शांदार आप आक्टिंग कर रहे थी एक बहुत सीडियस और एक गंभीर मेसेज देता हुआ है लोग समझ जाओंगे लेकिन बहुत गंभीर मेसेज वो फिल्म दे रहे है तो ये कैसे आप तक पहुंचे सिलेक्
02:23बहुत ही स्ट्रॉंग बिचारधारा है अगर आप बोले तो कि अगर आप कमर्शल फिल्म कर रहे हैं तो आप एक ऑथेंटिक आर्ट फिल्म या सीरियस फिल्म नहीं कर पाएंगे या वाइसा वर्सा कि अगर आप सीरियस मुद्दे वाली आर्ट फिल्म करते हो तो आपको क
02:53स्कूर मेरी आक्टिंग को ऐसा माना गया कि हाँ ये ऐसे मजाक वाले रॉम-कॉम वाले
02:58स्पेस में ही कर सकती है इसको कुछ सीरिस काम दे देंगे तो नहीं कर पाएगी
03:02जायद मुझे नहीं पता क्यों ये बन जाता है बट एक थौट बन जाती है तो जब छोरी आई मेरे लिए तो मैंने दोनों हाथों से उसे
03:11ग्रैब कर लिया को जाएसे एक एक एक्टर एक्टर होता है उसको आप कोई भी काम दो उसकी भी
03:16सब्सक्राइब के उस किरदार को उतने ही अच्छे से निभाए जितने अच्छे से उसने वो
03:20light-hearted comedy की तो जब छोरी आई तो for me it was ये तो करना ही करना है
03:26and I think कहीं मैंने वो film करके लोगों की thoughts मेरे बारे में बदले हैं
03:31वो मैं कहीं भी किस भी मंच पे जाके बोलती रहूंगी तो लोगों को वो
03:37distinction आएगा ने वो काम से ही आएगा और मैंने उस काम से ही उस image को ब्रेक किया बट वो करना पड़ता है
03:43I think which is why they call it reinventing yourself
03:47to industry में एक word होता है कि एक artist को हर बार अपने आपको reinvent करना होता है
03:52which is exactly what I did
03:53तो journey थोड़ी सी लंबी थी
03:55थोड़ी सी मुश्किल थी
03:57बट मुझे मौका मिला
03:58बहुत लोगों को मौका भी नहीं मिलता राजीव
04:01कि वो एक अलग किसम की फिल्म कर सके
04:04और अपने आपको reinvent कर सके
04:05और लोगों तक अलग किरदारों से
04:08और अलग कहानियों से
04:09connect कर पाए
04:10तो जब लोगों के perception पर आपने हथोड़ा हमारा
04:14तो वो feeling कैसी रही
04:15जब आपने perception तोड़ा
04:17कि मैं सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं हूँ
04:19मेरे पास बहुत कुछ है दिखाने के लिए
04:21बहुत अची feeling थी यार
04:23क्यूंकि उसके बाद
04:25छोरी वन के बाद
04:26मैंने की अकेली
04:27मैंने की जनित में जारी
04:28मैंने एक और एक film की
04:30जिसमें भी कहानी एक लड़की की है
04:32और किरदार और पूरी कहानी उसके उपर है
04:34तो मुझे सामने से
04:36जो हमारी लड़कियों की कहानी है
04:39जो शायद बहुत लोग बहुत असानी से नहीं बोलते
04:42और बहुत जादा वैसी कहानिया बनती भी नहीं है
04:46अगर आप आकड़े देखो तो बहुत कम बनते हैं
04:49बट उसमें सी भी अगर मुझे इतनी फिल्म्स ओफर हुई है और बनी है
04:52तो I am going to count it as a blessing
04:54and वो ही सबसे जादा मेरे लिए important है
04:58because एक picture करके कुछ नहीं होता यार
05:00आपको constantly वो काम करते रहना है
05:03to be able to come out of your previous work
05:06and say कि हाँ ये भी किया ये भी किया
05:08तो I am very blessed कि मुझे इतनी सारी फिल्में करने का मौका मिला
05:11नुसरत क्या ये हमारी society की कमी है
05:15director, producers की कमी है
05:18ये actors की कमी है
05:19कि जो male dominant film है
05:21वो जादा चलते है
05:23और जिन में female lead role में होती है
05:26ऐसा नहीं कि वो नहीं चलते है
05:27लेकिन वो बहुत कम चलते है
05:28तो कमी किसकी है
05:30चलने से जादा बनती कम है
05:32और इसका ना
05:34अब आप देखो अपने population में ही
05:37male जादा और female कम है
05:39तो अपनी देश की situation है
05:42तो अगर आप कहेंगे
05:44कि Bollywood में male dominated film जादा है
05:46क्यूंकि हम इतने सालों से
05:48वो ही देखते आए है
05:49हमें वो ही एक चीज परोसी जाती है
05:53और पूरे एक audience
05:54पूरा एक देश उससे बहुत used to है
05:56तो change लाना ना
05:58especially in ऐसे वाले change
06:00जहां आपको पूरा एक नजरिया
06:02एक thought, एक social change बोलते हैं इसको
06:04ये कुछ सालों में नहीं हो सकता
06:07इसको वक्त लगता है
06:09बटी होती जरूर है
06:10फिल्में अगर बनती है और connect करती है
06:14तो धंदा भी करती है और चलती भी है
06:16राजी चली, क्वीन चली
06:18थपड चली, मिमी चली
06:21मतलब छोरी चली
06:22ये सारी फिल्मों को लोगों ने
06:24actually देखा है, उनकी मांग की है
06:27उनके लिए
06:29तालिया भी बजाई है, पिंक चली
06:31अगर आप actually
06:32पीछे जाए टाइम पे तो
06:34मेरे लिए तो खूंग भरी मांग
06:36वो भी रिखा जी की फिल्म थी, और कि क्या फिल्म थी
06:39तो उसमें
06:40हम पता है, we are used to saying
06:42कि heroism gender based है
06:44वो gender based नहीं है
06:45एक आज के date में एक female भी heroic
06:48काम कर सकती है
06:49आप उसकी नजरिय से और उसकी कहानी
06:52बोल के तो देखो, बना के तो
06:54देखो, वो भी चलती है
06:56तो distinction यह नहीं है
06:58कि male की जादा चलती है, female की
07:00कम चलती है, हमारे लिए बनती कम है
07:02बट, change हुआ है
07:03हमारे लिए कहानिया अब लिखी जाती है
07:06and I am the biggest example of that
07:08I am leading those films
07:09so I know कि they are written from
07:12a point of view कि भाई, we have to bring
07:14this change about
07:15और कौन-कौन से आपके नए
07:19प्रोजेक्ट साने वाले है
07:20आपके फैंस भी जानना चाहरे होंगे
07:22कि और किन-किन फिल्मों में जल दे आप दिखने वाले है
07:24एक नीरज पंडी जी की फिल्म है
07:27उन्होंने प्रोड्यूस किया
07:28Friday Film Works
07:29वो भी एक
07:30मेरे बहुत close to heart
07:32एक subject है
07:33which is again about
07:34it's a thriller drama
07:36but it's mainly about a girls
07:37एक मुद्दा है
07:39जो I think
07:40आज भी
07:41किसी भी लड़की से आप discuss करो
07:43वो उसके रॉंग्टे हड़े हो जाएंगे
07:44उसको सुनके
07:45again I'll say I'm blessed कि मुझे
07:47ऐसी एक स्टोरी करने को कहने को मिली है
07:50and of course with the
07:51with great makers
07:52तो वो आएगी
07:53I think अगले साल
07:54that's the one thing
07:55I'm looking forward to also
07:56एक ऐसे background से आज जो
08:00फिल्मों से जुड़ा हुआ ना हुआ
08:02और हमारे देश में बहस भी नेपोडिजम बहुत ज़ती है
08:05कैसे आपने जगा बनाई बॉलिवूड में
08:07उस जर्णी के बारे में बताएं
08:10प्यार का पंचनामा आपको कैसे मिली
08:11प्यार का पंचनामा एलेजडी ये सारी फिल्में
08:16मुझे ओडिशन करके ही मिली है
08:17उस वक्त
08:19I'm guessing even now auditions are
08:21your very big weapon
08:23to say कि हाँ मैं भी ये कर सकता हूँ
08:26या कर सकती हूँ
08:27तब मैंने प्यॉर ओडिशन दिये थे
08:29मैं उसी पे
08:31अपना टैलेंट दिखाती थी
08:33कहीं किसी को पसंद आ गई तो मैं कास्ट हो गई
08:35जैसे कि मैं कहती हूँ
08:37वक्त से पहले और वक्त से ज्यादा किसी को नहीं मिलता
08:39उस वक्त मेरा वक्त था
08:41वो फिल्म मिलनी थी वो मिल गई
08:42बट एक फिल्म मिलके एक फिल्म करना
08:45is not the end game
08:46actually that is the start of the game
08:48तो वहां से तो
08:50process शुरू हुआ है
08:51वहां से यहां तक आने का
08:55actually बहुत ही जादा
08:56कठिन समय होता है
08:58लोग कहते एक फिल्म मिल गई ब्रेक मिल गया
09:00तो हो गया वैसे नहीं होता
09:02उसके बाद की जो choices है
09:04और उसके बाद अगर आप एक career
09:05sustain कर पाते हो
09:07वो actually सबसे बड़ी win होती है
09:09और वो बहुत मुश्किल होता है
09:10बट मैने भाई
09:12honestly मैं बताओ मैं तो एक picture
09:14पूरे दिल से करती हूँ
09:15और होप करती हूँ कि जितनी शिदद से audiences
09:18ने मेरी पहली picture को देख के
09:20it is the audiences love only that I am here
09:22उनको पसंद आई तो ही मैं यहां बैठी हूँ
09:25वना मैं नहीं बैठी होती
09:25बस उतनी शिदद से काम करती हूँ कि
09:28अगली वाली भी उतनी पसंद आएगी
09:30और उसके बाद एक और करूँगी और एक और करूँगी
09:32और करती रहूँगी
09:33हमारी शुब कामना ही भी है, कार्तिक आडियन के भी इस फिल्म के बाद से जो करियर है वो बढ़ता चले गया, ग्राफ बढ़ता चले गया, अगर आपका भी ग्राफ लगाता और बढ़ता चला गया, कार्तिक आडियन एक को स्टार के रूप में कैसे हैं, यार, you know, the firsts are always very special,
10:03हमें कब मिलेगा, हम हमारी शकल कब आएगी वहाँ, हम इतने सारे functions, award functions, ऐसे interviews देखते जहां, सोचते थे कि हम कब उस मंच पर पहुचेंगे, और जब हम actually उस मंच पर पहुचेंगे, उसने मुझे देखा और मैंने उसे देखा, और बाकी सब actors पो देखा, हमने हमारे पंच
10:33आपके घरवालों का सपोर्ट कितना रापको जब आपने बताया कि आप बॉलिवोड में जाना चाहरें, फिल्में करना चाहरे हैं, उनका सपोर्ट था?
11:03यह क्या कोर्स होता है? तो मैंने का हाँ ठीक है, इनको किन्विंस करना मुश्किल है, तो कोर्स तो मैं नहीं कर पाई, बट जब पहली फिल्म मिली तो मैंने घर पे बस इतना ही बोला कि फिल्म मिल गई है, छुटियां चल रही थी, समर ब्रेक था, मैंने जस्ट खतम किती �
11:33पिचर कर लेती हूं, तो एक और, एक और, एक और करते करते मैंने इतनी सारी पिचरे करती, क्या बात है?
12:03इंडस्ट्री को जानना चाहते हैं, अब हम सब तो बाहर के, हमें तो नहीं मालूम कि इंडस्ट्री के भीतर का है, तो हम आपके जरिये जहांकना चाहते हैं, बॉलीवूट के भीतर, कि क्या उजला है, और अंधेरा और काला कहां कहां पर है?
12:15यह तो आप ऐसी बात पूछ रहे हो मुझ से कि इंसान के अंदर अंधेरा होता है या सिर्फ उजला होता है, इंसान इंसान है, वो किसी भी फिल्ड में हो,
12:45हम गलतियां करते हैं, तो हम मान भी लेते हैं, उनसे सेखते भी है, जो आप भी करते होंगे, आप भी करते होंगे, ऐसा नहीं है कोई गलती नो सानवा थ is the word, you are saying, मौका परस्त, yes, of course, why not, मैं भी Prestonist हूँ,
13:02और मुझे एक फिल्म को औफर मिला है,
13:04जो मुझे करनी है, तो मैं क्यू कियू नहीं अपने आपको वहां जा के बोलू,
13:07नहीं मुझे करनी है,
13:08लाइन में हर इंसान चाहता है,
13:11खड़ा क्यों रहता है, कि वह आगे बड़े,
13:13वो लाइन में खड़ा, इसलिए नहीं रहता कि वहीं खड़ा रह जाए
13:15है ना, thank you
13:17she gets it
13:18तो opportunist होना बुरी बात नहीं है
13:21बट मैं आपको बताती हूँ
13:22उसके, उस लाइन पे चलते हुए आपके जो
13:25actions है, वो responsibly होने चाहिए
13:28अभी वो सिर्फ आप जान सकते हो
13:30या आपकी, आपने जो
13:32जिन्दगी में सीखा है
13:33अब अगर मैंने अपनी सीख और
13:36अपनी जिन्दगी जो मैंने जिये उससे मेरे values
13:38और मेरे perception और मेरे thought
13:39अगर मेरे लिए सही है, तो वो मेरे लिए
13:42सही है
13:42क्या बहुत शांदार है
13:44बॉलिवूड में हम आजकल
13:48बहुत चर्चा है हो रहे हैं कि
13:49प्रॉपगेंड़ फिल्में बन रहे हैं
13:51इस पर आपकी क्या राय है
13:53क्या उन फिल्मों को प्रॉपगेंड़ फिल्म कहना
13:56सही है या फिर नहीं
13:58यार प्रॉपगेंड़ क्या होता है
14:01एक आइडियोलोजी होती है
14:02अब मैं एक अक्टर हूँ, मेरे लिए कहानी सबसे जादा मैटर करती है
14:12बट एक प्रॉपगेंडा में एक आइडियोलोजी होती है
14:16और आट और कहानियों में आइडियोलोजी की जगा होती है
14:19और अफकोस होनी चाहिए
14:21बस अब यह मामला है कि उस आइडियोलोजी को एक आइडियोलोजी को पुश करने के लिए
14:26आप सही ढंसे जो उसके करेक्ट फैक्ट्स है या करेक्ट चीजे हैं
14:30उसको मदे नज़र रखते हुए आप आइडियोलोजी आगे बढ़ाते हैं
14:34तो सही है
14:35अगर वो करते हुए आपने किसी और की आइडियोजी को जुटला दिया
14:40या उसमें मिलावट कर दी या उसमें फेकनिस डाल दी
14:44जिसमें फैक्स आपने घुमा दिये
14:47तो I think फिर वो गलत हो जाता है आपके लिए भी और सामने की आइडियोजी के लिए भी
14:52अगर आपको किसी चीज के बार में नहीं पता है और एक फिल्म के माधियम से आपको वो नौलेज मिल रही है
15:04जहां आपकी सोच उस चीज पे शुरू हो जाए
15:08कि यह ऐसा क्यों है ऐसा क्यों नहीं था मैं इसके बार में पहला क्यों नहीं सोचा
15:12तो I think that is what the power of anything is
15:15आज हम आप और मैं बैठे हैं हम बाते कर रहेंगे फिल्म नहीं है
15:18बट इनके लिए कहानी तो है ना ये आप सवाल पूछरे में जवाब दे रहे हूं एक narrative है ये
15:22आपके thoughts मेरे thoughts eventual ideology हो जाते हैं
15:26बट मैं आपको बिना किसी point पे जुटला ने रही हूं ना आप मुझे जुटला रहे हूं
15:30आप समझ रहे हूं मैं क्या कह रहे हूं
15:31तो ये एक perspective होता है और क्या हमें इस देश में एक perspective रखने का हक है हाँ है
15:38बट जितना हमारा हक है उतना एक opposing ideology का भी होता है
15:42लेकिन एकारो भी साज़त में लगता है कि Bollywood आजकल उन फिल्मों को जादा बना रहा है
15:47जो सत्ता को जादा पसंद आते हैं
15:49सत्ता समर्थक फिल्में जादा बन रहे हैं
15:52यारब ये तो Bollywood as a whole आपको जवाब दे पाएगा
15:56मैं एक अकेली इंसान इतने बड़े Bollywood का आंसर नहीं दे पाऊंगी
16:00कि आदे making it because उनको लग रहा है कि इनको पसंद आएगी
16:04आदे making it because उनको ये सही लगता है
16:06एक writer, एक director जब एक कुछ create करता है तो वो उससे convinced होता है
16:11है ना तो अब या तो वो उसका conviction है या वो किसी और का है वो तो
16:15लेकिन क्या उस खास विचार धारा से जुड़े हुए लोग जो मतलब actor है या
16:21producer है कुछ भी काम कर रहे हैं उनको तो फाइदा होता होगा
16:24या बॉलिवोड में विचार धारा है हर किसी की होती है अलग अलग अलग इसकी होती है अब
16:31eventually आप आप किस विचार धारा से अपनी integrity को maintain करते होगे connect करते हो आप वो ही करोगी ना आप उसी को हा बोलोगे और उसी को ना बोलोगे
16:41तो I think eventually जो आपको लग रहा है कि हाँ ये मेरे सोच विचार के से correct बैठ रहा है मैं इसकी तरफ हा में हूँ
16:52मैं बिल्कों straight पूछ रहा हूँ कि क्या आपको लगता है कि right wing का influence आपको फिल्मों में दिखता है और यार अब इसका सवाल का जवाब मैं आपको कैसे straight दूँ
17:11अब अगर आप मुझसे कह रहे हो कि क्या आपने as an audience बैठ के एक film को ऐसे perceive किया तो मैं वो कर नहीं सकते हूँ क्योंकि मैं eventually an actor हूँ
17:25मेरे लिए वो वो matter नहीं करता मेरे लिए जो narrative है जो कहानी है वो सबसे जादा matter करती है उसके पीछे के ideology और thought पे मैं तब जाओंगी जब मैं उस actor के point of view से निकलूंगी जो मैं निकल नहीं सकती तो इस सवाल का जवाब मैं आपको सही गलत कैसे दो बता दो
17:42you know what I am trying to say it is very easy to put things in blocks but the main responsibility lies in seeing the larger picture in putting yourself out of it and saying
17:56पूरी बात सुनो तो से ही पूरी बात जानो तो से ही तो सम्झो तो से ही और I think eventually that is what for me films and cinema and art is
18:05कि आप एक बार पीछे step लेके पूरा photo देखो तो सही, समझो तो सही कि क्या हो रहा है
18:11और खुद research करो, खुद अपने बारे में सोचो, खुद जाके facts को पता करो
18:15और फिर decide करो कि हाँ, ये मुझे समझ आया या मेरे को समझ नहीं आया
18:19अब आते हैं, जब पहली बार आपने जब फिल्म देखी हो, जब छोटी रही होंगी आप
18:26सबसे पहले परदे पर किसको देखा, किसको देखकर ऐसा लगा कि मुझे अब acting में आना चाहिए, मैं acting कर सकते हूँ
18:33फेवरिट आक्टर, डिरेक्टर, ड्रीम डिरेक्टर में पूछ सकता हूँ कि किसके साथ काम करना चाहिए, दोनों सहवाल नहीं
18:39जब मैं छोटी थी ना, मैंने सबसे पहले पापा, I think मुझे दो फिल्में लेके गए थे थेटर में देखाने
18:44वो थी, काजोल मैम की, सपने, जिस फिल्म कर देखे हूं, मैं अर्मादवन से, अर्विन स्वामी से, प्रभुदेवा से, काजोल मैम से, और फिर हम गय थे देखने, हम दिल दे के सनम, जिसमें फिर से मुझे सबसे पहार हो गया था,
19:01So I said, for me, I have grown up watching films that have at that point impacted me
19:09इतना जादा के मुझे लगी नहीं दातक मैं फिल्म देख रही हूँ
19:11मुझे लगा था ये अच्छली रियल लाइफ में ऐसे ही है
19:14और मुझे इनकी कहानी और इनकी जिंदगी जीनी है
19:18मतलब आज भी मेरे फेवरेट गाने उन्ही फिल्मों से है
19:20आप तक जो जो चैरक्टर सापने निभाए हैं उनमें सबसे करीब आपके कौन से है
19:28मेरे कहानी में से
19:31मैं कहूंगी जनित में जारी मनू
19:36क्यूंकि उस फिल्म में उस लड़की ने बड़ा करेक्ट अपने लिए प्रैक्टिकल स्टैंड लिया था
19:43कि मैं पढ़ाई करूंगी मैं फैमिली प्लैनिंग करूंगी एक गिदम से शादी नहीं करूंगी
19:48मुझे जॉब करनी है
19:49मुझे अपने पैरों पर खड़ा रहना है
19:51जो इस एवरिटिंग जो मैंने एक टाइम पर घर पर सोचा था और बोला था
19:56फिर जब वो एक ऐसी जॉब करती है जो दुनिया को लगता है यह तो करनी नीचे एक ऐसी जॉब है
20:01तो पहले वो डड़ती भी है, embarrassed भी होती है
20:04बट फिर जब वो एक्चुली जॉब के आकड़े समझती है
20:07कि किस चीज के लिए है और इससे कितनी अच्छी चीजे हो सकती है
20:11तो इसमें शरम वाली क्या बात है
20:13और फिर वो उस जॉब को पूरी शिदद से करती है
20:15I think for me, Manu was the closest to who I am
20:20जहां उसने घर परिवार भी संभाला था
20:22कि सासुर जी क्या सोचते है, सास क्या सोचती है
20:25घर भी चलाया और अपनी नौकरी भी की
20:27और अपने अपने रस्ते पे वो सही करती गई
20:30I think maybe that's who I am
20:32मैंने अपनी फैमिली को और अपनी करियर को
20:34अपनी दोस्तों को बहुत ही
20:36सही बैलेंस करके
20:38साथ रखके, एक जुट होके
20:40वो ही क्या जो मुझे चाहिए था
20:42बट सही तरीके से
20:44किसी को हर्ट करके या किसी का दिल दुखा के नहीं किया
20:47So, Manu
20:48Director वाला सवाल के
20:50जिनके साथ आप करना चाहते हैं
20:52मुझे अभिशेक चौबे जी बहुत पसंद है
20:55मुझे इश्कियां बहुत पसंद थी
20:56Part 1 and Part 2
20:57I like कि वो एक
21:00कहानी में लेर्स क्या बनाते हैं
21:02और कैसे उसको आगे लाते हैं
21:04मुझे इम्तियाज अली जी बहुत पसंद है
21:06उनकी फिल्मों में जो एक सोल होता है
21:08आप सिर्फ फील कर सकते हो
21:10उसको आप वर्ड्स में नहीं
21:12बया कर सकते
21:14मुझे संजलीला बंसाली सर बहुत पसंद है
21:16क्योंकि वो एक
21:17फ्रेम में आपको इतना कुछ फील करा देते हैं
21:21जहां आपको पता भी नी था कि बस ये देख कि
21:23आप इतना फील करेंगे
21:38और जिनके साथ नहीं किया उनका कामी बहुत पसंद है
21:40सो ये सारे ट्रेक्टर्स
21:42क्या आपको लगता है कि हमारे देश में
21:44आर्टिस को भी किसी भी धर्म की नजर से नहीं देखना चाहिए
21:48लेकिन आपको लगता है कि हमारे देश में
21:50धर्म के चश्मे से देखा जाता है
21:53और जब देखा जाता है
21:54तो क्या वो किसी तरह का
21:56negative impact छोड़ता है
21:58I don't know Rajiv
22:00I have never ever thought that
22:03ना मैंने उस नजर्य से
22:04किसी को देखा
22:05मैं आपको first name basis पर जानूंगी
22:08उससे जादा नहीं
22:09मैं एक और extra सवाल नहीं पुछूंगी
22:11कई लोग जैसे
22:12आप मंदीर जाती हैं कहीं जाते हैं
22:14तो कमेंट करते हैं कि
22:15कैसे कपड़े पहनती हैं कैसी मुस्लिम है
22:17तो उन लोगों को मैं जानती नहीं हूँ
22:19तो उनके बारे में सोच कि
22:21मैं अपना दिमाग क्यों खराब करूं
22:22not relevant to me
22:25उनको जिस तरह से देखना है वो देखे
22:28उनको जो समझना है वो समझे
22:29मेरा एक रिष्टा है मेरे फेट से
22:33वो फेट मैं किस रास्ते से
22:36उसको अपने अपने के लिए चूस करती हूँ
22:38मेरा personal choice है
22:39अभी इसको कोई भी इंसान किसी भी नजरे से देखे
22:42मुझे उसके नजरे से क्या लेना देना
22:44मुझे मेरे नजरे से लेना देना है
22:45और मैं किसी को उस नजर से नहीं देखती हूँ
22:47मेरे लिए वो ही matter करता है
22:48आप जिससे जवाब देरी मुझे मालूम है
22:52कि आप बहुत updated रहते हैं
22:53मुझे लगा पता नहीं कि आप उस पर बात करेंगे या नहीं
22:57पर फिर भी आपसे पूछना चाता हूँ कि
22:58देश की राजनेती में दिल्चस पी रखते हैं
23:00आप देखती हैं कि क्या हो रहा है
23:03हाँ जी, टाइम टाइम
23:04क्या बात है
23:06टाइम टाइम
23:06तो क्या सब ठीक चल रहा है
23:09देश में हमारे
23:10और अपका परसेप्शन क्या सब ठीक चल रहा है
23:13मैंने पहले भी बोला हूँ है
23:15I am very proud of the country we live in
23:18I am very proud under the leadership we are in
23:21I am very proud we have spent all these years
23:23being in independent India
23:25to a point where
23:26आज हम एक बहुत ही प्रोग्रेसिव देश का
23:29हिस्ता है
23:30और हमारा नाम टॉप में है
23:32हमारी हमारी मार्किट
23:35आज अब अगर आप देखो
23:36चलो मैं तो छोटे लल पर बात करती हूँ
23:38जहां मैं कंजूमर हूँ
23:40जिन ब्रैंड्ड्स और जिन चीजों को
23:43हम सिर्फ टीवी पे या
23:44अबरॉड में देखते थे
23:46वो आज हमारे ही जगा पे खुले हूए है
23:48आज वो सेम चीजे हमें हमारे यहां आके
23:52हमें दे रहे हैं
23:54मतलब
23:54दे सी इंडिया अन इमर्जिंग बाइंग मार्किट
23:56अन अ कंजूमरिस्ट मार्किट
23:58विच आ थिंग इस अ वेरी बिग दील
24:00जहां हम सोचते थे कि कब कहां कैसे
24:04बड़ हम वहां आग चुके हैं
24:06and I don't think it's very far
24:07where we will not really
24:08we will not be far from number one
24:11so I am very proud of being an Indian
24:13and I think
24:14हम सही पात पे हैं
24:16क्या बात है
24:17पुदा सोर से हो जाएं
24:20क्या बात है
24:21जो चका चौन आपने देखी
24:25अपकी फिल्मों की सक्सस के बाद
24:30कि अब आप सक्सस्फुल है
24:32एक तो चका चौन होती नहीं है
24:35क्या बात कर रहे है
24:36हमें तो यह लगता कि चका चौन है
24:38वही तो मैं कह रही हूँ
24:39आप उस नजरिये से देखते हो न
24:41आपकी फिल्म हिट होती है
24:44का मतलब क्या होता
24:44मेरे लिए चलो मैं अपनी बात करूँगी
24:46मुझे मतलब यह लगता है
24:48कि इतने लोगों ने मेरी फिल्म देखी
24:50मेरे लिए वहाँ वो एंड होता है
24:53मैंने कभी उससे जादा नहीं सोचा है
24:56कि मैं अब यह सक्सेस पा चुकी हूँ
24:59यह मैं इस मकाम पे आ चुकी हूँ
25:01मैंने ऐसे कभी नहीं सोचा
25:03कि हर फ्राइडे चीजे बदलती है
25:05आज मेरी फिल्म चली है
25:07तो इतने लोगों ने मुझे पसंद किया है
25:09दो महीने बाद मेरी फिल्म नहीं चलेगी
25:11उतने ही लोग बुले यह मजा नहीं आया
25:13तो क्या मैं उनसे नाराज होके थोड़ी बैठ सकती हूँ
25:16बट जिस फ्राइडे को उन्होंने मेरी फिल्म पसंद की
25:20उनकी वावाई से भी मैं अपना यह नहीं होती हूँ
25:23I'm actually very practical and grounded
25:25यह फिल्म है यह काम है
25:28आप जाओ दिल से वो काम करो
25:30hope for the best
25:31अगर होता है तो उसे enjoy भी करो
25:33ऐसा भी नहीं है कि आप एकदम ही
25:35pessimistic view रखती हूँ
25:37वैसा नहीं है
25:38बट वो enjoyment मेरे लिए वो है कि बस मुझे एक मौका मिला है
25:41उतना प्यार मिला है कि मैं और काम कर सकूँ
25:44उससे जादा चका चौन
25:45मुझे नहीं दिखती
25:46मैं काम करती हूँ राजीव और मैं घर जाती हूँ
25:49वेरी सिंपल
25:50क्या बात है सिंपलिसीटी
25:52अच्छा अब मैं थोड़ा सो और आगे जागे सवाल पूछना चाहता हूँ
25:55कि साउथ के फिल्में आमने हाल के समय में देखा
25:57उनका डॉमिनेंस देखा
25:58उनको बहुत पसंद किया गया नॉर्थ में
26:01और बॉलिवूड की फिल्म मों को बहुत क्रिटिसाइज किया गया
26:05कि वही घिसा पिटा आप जो है लगाता है लोगों की बीच में परोसा आ जा रहा है
26:08इस डॉमिनेंस का कारण आपको क्या लग रहा है और क्या ये
26:13बॉलिवूड आने वाल मतलब आपने आप पर कुछ बदलाव आपको लगता है कि कर रहा है
26:16देखो एक तो सीरिसले आपने इस बहुत बार सुनाओगा बट ये सच में मैं भी मानती हूँ
26:22कि इस इस औल पैन इंडिया मतलब I don't understand why they say
26:27South films and North films, okay, it's regional, I completely understand that
26:32and yes, there is a great
26:35storytelling and narrative जो Tamil films, Telugu films, Maliyalam films, मैंने इतनी देखी थेटर में जाके
26:43जो actually आपको captivate और capture करती है, वो picture अच्छी बनाते हैं
26:48ऐसा नहीं कि हम नहीं बनाते, शायद कुछ टाइम से हमारी picture इतना connect नहीं करती है
26:54मैं अगर मेरा आप perspective मानो, सुनना चाहो तो मैं इतना बोलूँगी कि हम ना, जो फिल्में बना रहे हैं
27:02हम मासिस को connect नहीं कर पा रहे हमारी जो कहानिया है, वो classist जा रही है, मतलब वो urban और एक, एक, I think वो richer जाती रहती है
27:11वो अलग एक stratosphere या अलग एक section में जा रही है, और जो वो फिल्म बना रहे है, वो अभी भी ground level पे
27:20जड़ों से चुड़ी भी फिल्म बना रहे है, जी, मासिस की फिल्म है, तो I think क्यूंकि वो emotion वो इतने लाजर
27:26audience तक connect कर पा रहे है, उनकी फिल्मों को जादा पसंद किया जाता है, उनकी फिल्में देखने के लिए लोग जाते हैं, उनके subject, storytelling बहुत ही बढ़िया होती है
27:36and I don't mean just Malayalam और Tamil और तेलिवू, गुजराती फिल्म, क्या business किया है, क्यूं, वो भी तो एक region है, Marathi films are doing so well
27:46so my whole thing is कि सिर्फ Hindi speaking films जो है, वो एक लौती फिल्मे नहीं है, बहुत regional films है, जो अच्छा काम करती है
27:56और जब आप अच्छा काम करते हो ना, तो आपको audience मिलेगा, और आपको connectivity मिलेगी और आपकी film actually lift होगी होगी
28:04so I think the viewpoint and the effort should be to make a good film at the end of the day, भाशा कोई भी हो फिर
28:13भाशा पर तो बहुत विवाद हो रहा है अमरे तेश में अचकर
28:16हो सकता है, बट आप एक artist आप एक film बना रहे हो, आप simple रहो ना, विवाद से दूर रहो, creativity में रहो
28:23चले अब आते हैं वापस आपकी फिल्मों पर, आपकी इतनी फिल्मों में आपका सबसे पसंदिदा, फेवरिट डायलोग कौन सा है, अगर आप यहां पर मौजूद ओडियन्स को अगर सुनाए तो उससे अचा और क्या होगा?
28:35मेरी फिल्म आए थी, चलांग, उसमें एक डायलोग है और थोड़ा sports से related है, बट जब मैंने वो डायलोग वैसे तो मस्ती में बोला था, बट अगर जब मैं सुनती हूं तो मुझे लगता है, मेरी लिए, मेरी life के लिए बड़ा correct बैटता है, एक डायलोग था, कि इनका, इ
29:05देख के मारा जाता है, कि इस पर shot मारेंगे या इसको defend करेंगे, समझ रहो, कि आप वो नहीं decide कर सकते कि आगे से जो बोलर है वो बॉल कॉन सी फेकने वाला है, पहले उस बॉल को देखो, पहले से judge करो कि अबले बॉल पर चक्काई मारूंग तो नहीं हो सकता, है ना, कुछ
29:35तक का हिसा बनने के लिए आप यहाँ पर आए और महिला सशक्तिक करण के एक मजबूत आभी हस्ताक्षर और stereotype, perception तूडती हुए आप आगे बढ़ रहे हैं, आपको फिर से बहुत सारी शुब काम नहीं और ऐसा ही और शांदार काम हमें उम्मीद है कि और आगे देखने को म
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