Parliament Winter Session: केंद्रीय मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने विपक्ष के दो दिन तक चले हंगामे पर जवाब देते हुए साफ कहा कि SIR पर संसद में चर्चा नहीं हो सकती, क्योंकि यह चुनाव आयोग (Election Commission) का विषय है। शाह के अनुसार सरकार चर्चा से नहीं भागी, बल्कि विपक्ष की जिद के कारण देर हुई। शाह के भाषण के बीच विपक्ष ने सदन से वॉक आउट (Walk Out) किया.
00:00माने सदशे, आपका भाषन भी सबने शांती दे पुन सुना, आप भी सुनने की सामर्त रखो, नई, आप सुनने की सामर्त रखो, नो, प्लेज बेठिये, प्लेज बेठिये, सुनो, पुरा भाषन सुनो, आप जब बोलते हैं, तो इधर भी सुनते हैं, आप इधर भी बोलत
00:30कि अधिए अधिए अधिए अधिए अधिए आप जब बोलते हैं तो इधर भी सुनते हैं पूरे सुनने की संदा रखो
00:50कि सारे अधिए अधिए अंधिए अधिए अधिए अधिए अधिए इस लुद्ध रहा हैं औरियर राखीशचित अधिए अधिए अधिए नहीं सकते हैं
01:11है अर्ट ये सुनना है च不多 है इतना दिरों सा संसत के समय बर्बार क्यों किया है हमका में मालूमाराइब भागने वाले
01:33सच्चाई को सुनना चाहिए सच्चाई को सुनना चाहिए और जब जब सच्चाई सामने में आया तो डर गई सुनने का केपैसिती तक नहीं है और इतना घुमरा किया पिछली सेशन का पारलेमेंट सेशन इन्हों तबाई किया
01:54मांजून सेशन को भी इन्होंने बर्बाद किया इसी मुद्धेपन और यह हमारा शित काली समय को भी इन्होंने दो दिन बर्बाद किया आज बारी की से बता रहे हैं थी यह भाग गए यह तो ठीक नहीं है
02:24मान्यवर एक दो सो बार भी बहसकार करेंगे एक भी अवेद गुष्ट पेठे को इस देश में हम वाचिए
02:39यह हमारे NDA का पॉलिसी है मान्यवर डिटेक्ट मतलब ढूंडो डिलीट करो मतला चा सुची में नाम काटो और उनको डिपोर्ट करो
02:55हम समवेधानिक क्रक्रिया करकर डिटेक्ट डिलीट और डिपोर्ट यह पूरा करेंगे यह क्यों सदन्द छोड़कर बात गये हैं मैं इनके सामने तो कोई बात भी नहीं करा था ना कॉंद्रेस पार्टी के सामने बात करा था मैं तो बात करा था घुष्पेटियों को दे�
03:25श्री जवालाल नेहरू पर इंदिरा गांधी पर इनके पिता जी पर सोनिया जी पर तब भागते तो तो लाजीम था यह घुष्पेटियों को लिए भाग गये क्योंकि उनकी प्रक्रक्राइब की अमारी पॉलिसी है लिटेक्ट डिलीट और डिपोर्ट उनकी पॉलिसी है
03:55अब यह लंबे समय तक नहीं चलना है मैं मेरे मन से मानते हूँ मेरे पार्टी के सिधान तो है ही मगर मैं मानता हूँ कि जन संखिकी में इतना बड़ा परिवर्तन देश के लिए बहुत बड़ा खत्रा है यह देश इक बार जन संखिके के अधार पर बट रुका है और हम न
Be the first to comment