इस वीडियो में हम पाकिस्तान के चारों प्रांतों के 12 हिस्सों में बंटवारे की योजना पर चर्चा करते हैं। पाकिस्तान के संचार मंत्री अब्दुल अलीम खान ने कहा है कि छोटे-छोटे प्रांत बनाने से शासन बेहतर होगा। उनका कहना है कि सिंध और पंजाब में तीन-तीन नए प्रांत बन सकते हैं, वहीं बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में भी ऐसा विभाजन संभव है। अलीम खान ने यह भी बताया कि आसपास के देशों में छोटे प्रांत हैं, इसलिए पाकिस्तान में भी यही होना चाहिए। उनकी पार्टी IPP पीएम शहबाज शरीफ की गठबंधन सरकार का हिस्सा है। पूरी जानकारी और विश्लेषण के लिए वीडियो देखें।
00:00पाकिस्तान के चारो प्रांतों को बारा हिस्सों में बाटने की तैयारी चल रही है।
00:30की सिंद और पंजाब में तीन तीन नए प्रांत बनाये जा सकते हैं।
00:33ऐसा ही विभाजन बलुचिस्तान और खैबर पक्तून ख्वा में भी हो सकता है।
00:38उन्होंने बताया कि आसपास के देशों में छोटे प्रांत हैं और पाकिस्तान में भी ऐसा होना चाहिए।
00:43अलीम खान की पार्टी IPP PM शहबाज शरीफ की गठबंधन सरकार का हिस्सा है।
00:48पाकिस्तान सरकार की तरफ से अभी आधिकार एक नक्षा जारी नहीं किया गया है।
00:52चर्चा में जो नए प्रांत हैं वो इस प्रकार हैं।
00:54पंजाब में उत्तर पंजाब, मध्य पंजाब और दक्षण पंजाब।
00:58सिंध में कराची, सिंध और मध्य सिंध और उपरला सिंध।
01:03खैबर पखतून ख्वा में उत्तरी केपी, दक्षणी केपी और आदिवासी केपी या फाटा नीजन।
01:08बलूचिस्तान में पूरू बलूचिस्तान, पश्चिम बलूचिस्तान और धक्षणी बलूचिस्तान
01:13शैबास सरकार में शामिल पाकिस्तान पीपल्स पार्टी PPP ने साफ कहा है कि सिंदों को बांटने का केसी भी कीमत पर विरोध किया जाएगा
01:20पीपीपी लंबे समय से सिंध के बटवारे का विरोध करती रही है
01:23पिछले महीने सिंध के मुख्य मंतरी मुराद अली शाह ने चेतावरी दी थी
01:27कि सिंध के हतों के खिलाफ कोई कदम स्विकार नहीं किया जाएगा
01:31उन्होंने कहा कि नए प्रांतों के ववाहों पर ध्यान ना दे और कोई भी ताकत सिंध को नहीं बाट सकती
01:36नए प्रांतों की मांग पहले भी उठती रही है लेकिन कभी मुकाम तक नहीं पहुँची
01:40पाकिस्तान में 1947 में 5 प्रांत थे
01:44इन में पूर्वी बंगाल, पश्शिमी पंजाब, सिंध, नौर्थ वेस्ट, फ्रेंटियर प्रॉविंस और बलूचिस्तान शामिल थे
01:511901 प्र में पूर्वी बंगाल अलग होकर आज का बांगलादेश बन गया
01:55बाद में NWFP का नाम बदल कर खैबर पक्तूंखुआ रखा गया
01:59इस बार प्रस्ताव को कुछ थिंग टैंक और मुत्तहिदा कौमी मूव्मिंट पाकिस्तान जैसी पार्टियों ने भी समर्थन दिया है
02:05PPP के अलावा कई छोटे दल भी इस बटवारे के बिरोध में है
02:25विशेश कर बलुचिस्तान जैसे लाकों में तानाव और भड़कने की संभावना बढ़े सकती है
02:30कुछ पॉलिटिकल एक्सबर्ट का कहना है कि एक अदम देश की पहले से अस्थिर राजनिती को और उलजा सकता है
02:37पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान के सत्ता ढांचे में सेना का प्रभाव बढ़ा है
02:41ऐसे में नए प्रांथ बनाने का फैसला प्रशासनिक सुधार से ज्यादा राजनितिक नियंत्रन बढ़ाने की रण्मिती हो सकता है
02:49नए प्रांथ बनाने के लिए समिधान में संचोधन जरूरी होगा। इसके लिए संसद में दो तिहाई बहुमत की जरूरत है। अगर पाकिस्तान बारा प्रांथों में बढ़ता है तो देश का प्रशासनिक धाचा पूरी तरह बदल जाएगा। राजनीती और संसाधनों का
03:19सेना की पकड और मजबूत हो सकती है। छोटे प्रांथ बनने से इस्थानिय प्रशासन में सुधार संभव है लेकिन राजनेतिक और सामाजिक विवाद भी बढ़ सकते हैं। इस प्रस्ताव के लागू होने पर पाकिस्तान की राजनीती, संसाधन वितरन और प्रशासनिक
Be the first to comment