Skip to playerSkip to main content
  • 1 week ago
नमस्कार दोस्तों!
आज हम बात करेंगे मोक्षदा एकादशी 2025 के बारे में – इसकी तिथि, महत्व, कथा और पूजा विधि।

मोक्षदा एकादशी वह पावन दिन है, जब भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को श्रीमद्भगवद्गीता का उपदेश दिया था। इसी दिन गीता जयंती भी मनाई जाती है।

इस वीडियो में आप जानेंगे:

मोक्षदा एकादशी 2025 की तिथि और समय

महत्व और लाभ

पूजा और उपाए

पितृमोचन से जुड़ी कथा

🙏 इस पावन दिन का व्रत करके आप मन, वाणी और कर्म की शुद्धि प्राप्त कर सकते हैं।
अगर आपको वीडियो पसंद आए, तो लाइक, कमेंट और सब्सक्राइब करना न भूलें।

Category

😹
Fun
Transcript
00:00Namaskar friends,
00:30Hindu Pancham ke anusar
00:32Maargинкиr Shmaha ke Shukla Pakksh ki ekadashi tithi koh yaha vrat hoota hai.
00:37Isi dihn Moksh pradhan karne wali Mokshda ekadashi manayi jathi hai.
00:422025 me yaha tithi
00:4430 November 2025 ki Raat 9.00 baj kar 29.00 bage شuru hoagi
00:49aur 1 December 2025 ki sham 7.00 bage kar 1.00 bage samapht hoagi.
00:56Kiyonki Vrat utyatithi se maana jata hai.
00:58This is why Mokshada Aikadshi ka Vrat Sombar 1 December 2025 ko rakhha jayega.
01:05This year is Rewati Nakshatr, Vyatipat Yogi and Karan Bhav ka Shubh Sanyog ben raha hai,
01:11which is Vratke Phal ko kai guna badaanye waala maana gaya hai.
01:15Paran Muhurt
01:16Dvatshi Paran ka Samay
01:182 December 2025, Subar 6.00am, 56.00am, 9.00am, 2.00am.
01:25इसे निया बरने के लिए सबसे शुब है.
01:29Mokshada Aikadshi का महत्व.
01:31इस Aikadshi को Moksh देने वाली Aikadshi कहा गया है.
01:35पद्म पुरान और विश्णु पुरान में वरनित है कि इस दिन बरत करने से
01:40पापों का नाश होता है, मन शुद्ध होता है,
01:43जीवन में शान्ती और सम्रिध्धी आती है और पित्रों को मोक्ष प्राप्ठ होता है
01:49इसी दिन भगवान कृष्ण ने अर्जुन को दिव्य गीता ज्यान दिया था
01:53इसलिए इसे गीता जैन्ती भी कहा जाता है
01:57मोक्षदा एकादशी की पूजा विधी
01:59दश्मी नियम व्रत से एक दिन पूर्व दश्मी तिथी को दोपहर में एक बार भोजन करना चाहिए
02:06ध्यान रहे रात्री में भोजन नहीं करें
02:09सुभस नान कर श्वेत वस्त्र धारन करें व्रत का संकल्प लें
02:15भगवान विष्णु की पंचोप चार पूजा करें और तुलसी पत्र अर्पित करें
02:19विष्णु सहस्रणाम, गीता पाठ, भजन करें
02:24दान देकर व्रत खोलें
02:26उपाई
02:27भगवान विष्णु के सामने घी का दीप
02:30तुलसी के पास दीप
02:32मुख्यद्वार पर दीप
02:34पीपल के नीचे दीपै
02:36चार दीपक सौभाग्य, सम्रिधी
02:39पित्री कृपा और नकारात्मक उर्जा को दूर करते हैं
02:43मोक्षदा एकादशी की कथा
02:45गोकुल के वैखानस राजा ने स्वपन में
02:48अपने पिता को नरक कष्ट जेलते देखा
02:51परवत मुनी ने राजा से कहा
02:53आप मोक्षदा एकादशी का वरत करें
02:56और उसका फल अपने पिता को अर्पित करें
02:59राजा ने पूरे विधिविधान से वरत किया
03:02और दान पुन्यकर वरत का फल पिता को समर्पित किया
03:18व्रत का दिन नहीं, बलकि आत्मशुद्धी, भक्ती और ज्यान का उत्सव है, इस दिन किया गया छोटा सा सतकर्म भी जीवन में प्रकाश भर देता है, अगर आपको ये विडियो जानकारी पूर्ण लगा हो, तो लाइक, कमेंट और सब्सक्राइब करना न भूलें, मिलते ह
Be the first to comment
Add your comment

Recommended