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क्या आप जानते हैं कि हम दीवाली, जो रोशनी और खुशियों का त्योहार है, अमावस्या यानी सबसे अंधेरी रात पर क्यों मनाते हैं?
इस वीडियो में हम बताएँगे —
👉 दीवाली और अमावस्या का पौराणिक, धार्मिक और वैज्ञानिक संबंध
👉 क्यों इस रात को देवी लक्ष्मी का आगमन माना जाता है
👉 और क्यों अंधकार में दीप जलाने से जीवन में सकारात्मकता आती है

देखिए यह रोचक वीडियो और समझिए दीवाली का असली आध्यात्मिक अर्थ 🌟

जय श्रीराम | जय माँ लक्ष्मी | शुभ दीपावली
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Transcript
00:00नमस्कार दोस्तों, क्या आपने कभी सोचा है कि हम दिवाली, रोश्णी और खुशियों के त्योहर अंधेरी रात में क्यों मनाते हैं?
00:09दिवाली अमावस्या की रात आती है, यानि जब चान पूरी तरह नहीं दिखता?
00:14आज की इस वीडियो में हम जानेंगे दिवाली और अमावस्या का गहरा रिष्टा और क्यों अंधेरी रात में जगमगाती है हमारे घरों में दीपक की रोश्णी, दिवाली का समय और अमावस्या?
00:27दिवाली हर साल कार्पिक महा की कृष्णी पक्ष की अमावस्या को आती है, अमावस्या यानि नई चान की रात, जब चान पूरी तरह से अंधेरे में होता है, पर सवाल यह है कि इस अंधेरी रात में दीपक क्यों जलाए जाते हैं?
00:43इसका जवाब हमें हमारी प्राचीन परंपरा और अत्याद्मिक ग्यान दोनों में मिलता है, अंधकार और प्रकाश का प्रतिक, अमावस्या की रात को अंधकार सबसे गहरा होता है, इसी अंधकार में दीपक जलाने का मतलब है, बुराई, अग्यान और तुक को दूर करना
01:13उम्मीद और सकरात्मक उर्जा का संदेश भी लेकर आता है धार्मिक और पौराणिक कारण पौराणिक कत्हाओं के अनुसार भगवान श्री राम ने 14 वर्षों का वनवास पूरा कर जब अयोध्या लोटे तो उनके स्वागत में पूरे नगर को दीपों से सजाया गया यही
01:43ऐसा कहा जाता है कि समुत्र मंधन के दौरान देवी लक्षमी का प्रकाटी हुआ था और इसी शुप दिन उन्होंने भगवान्ष विष्णू से विवाह किया था इसलिए दीपवली की रात को देवी लक्षमी के प्रत्वी पर आगमन का प्रतीक माना जाता है
02:06कहा जाता है कि इस रात देवी लक्षमी प्रत्वी पर ब्रहमन करती है और जहां उन्हें स्वच्छता प्रकाश और श्रद्धा दिखती है वहाँ वे स्थाई रूप से निवास करती है
02:17इसी कारण इस दिन घरों में दीपक रोश्णी और सजावट से जगमगाया जाता है ताकि देवी लक्षमी का स्वागत किया जा सके और उन से धन, सुक और समरिद्धी का आशिरवात प्राप्त कर सके
02:30दियों का जलाना केवल प्रकाश का प्रतीक नहीं है बलकि यह अंदकार पर प्रकाश, अग्यान पर ग्यान और नकरात्मक पर अकरात्मक पा की विजय का प्रतीक भी है
02:44यही कारण है कि अमावस्या की रात को विशेश, पूजा और दीपुत सफ मनाया जाता है
02:50विग्यानिक दृष्टी कोण
02:52विग्यानिक दृष्टी कोण से भी यह समझा जा सकता है
02:56अंधेरी रात में दीपक और दिया
02:58जलाने से ना केवल वातवरण में रोशनी आती है
03:02बल्कि मनों विग्यानिक रूप से भी
03:04हमारा मन शांत और प्रसन रहता है
03:07यह दीप अंधकार में उजला फिलाते है
03:10और मन में सकरात्मक उठजा जगाते है
03:13तो दोस्तों यही था दिवाली और अमावस्या का अद्भुत रिष्टा
03:17यह सिर्फ एक जहार नहीं बल्कि अंधकार से प्रकाश की और बढ़ने का प्रतीक है
03:23अगर आपको यह वीडियो पसंद आया हो तो लाइक और शेयर जरूर करे
03:28और ऐसे ही रोचक धार्मिक और संस्कृतिक वीडियो के लिए
03:32हमारे चैनल को सब्सक्राइब करना ना भूले
03:35आप सभी को हमारी तरफ से हिर्दै से शुप दिवाली
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