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नमस्कार दोस्तों!
इस वीडियो में हम जानेंगे 17 अक्टूबर 2025, शुक्रवार का संपूर्ण पंचांग —
आज का शुभ और अशुभ समय, राहुकाल, अभिजित मुहूर्त, तिथि, नक्षत्र, योग, करण,
सूर्योदय-सूर्यास्त का समय और आज के व्रत-त्योहारों का महत्व।
शुक्रवार को माँ लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व होता है।
जानिए कब करें पूजा, कौन सा समय रहेगा शुभ,
और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहे।

📅 जानकारी —
तिथि: कृष्ण पक्ष एकादशी से द्वादशी
सूर्योदय: सुबह 6:28 बजे
सूर्यास्त: शाम 5:55 बजे
राहुकाल: सुबह 10:46 से दोपहर 12:12 तक
शुभ मुहूर्त: दोपहर 11:59 से 12:23 तक

🙏 वीडियो को अंत तक ज़रूर देखें और चैनल को Subscribe, Like और Share करना न भूलें।
जय माँ लक्ष्मी 🌸

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Transcript
00:00नमस्कार दोस्तों, आपका स्वागत है आज के इस विडियो में।
00:05आज हम जानने वाले हैं 17 अक्टूबर 2025 शुक्रवार का संपूर्ण पंचांग।
00:11जिसमें हम बात करेंगे आज का शुभ महूर्त, राहुकाल, सूर्योध्य सूर्यास्त का समय।
00:17चंद्र की स्थिती, आज कौन-कौन सी पूजा करनी चाहिए।
00:21और शुक्रवार के दिन का धार्मिक महत्व क्या है।
00:25तो चलिए शुरू करते हैं आज का पंचांग।
00:28आज का दिन शुक्रवार का महत्व।
00:31शुक्रवार का दिन देवी लक्षमी को समर्पित होता है।
00:35माना जाता है कि इस दिन मा लक्षमी की पूजा करने से
00:38घर मे धन, एश्वर्य और सुक्सम्रिथी बनी रहती है।
00:42इसी के साथ साथ मा संतोशी, मा शीतला, मा दुर्गा और वैभव लक्षमी की भी
00:47पूजा का विशेश महद्व होता है।
00:49जो व्यक्ति आज के दिन श्रथा और नियम से वरत रखता है या पूजा करता है, उसके जीवन से दरिद्रता और दुख्व दूर होते हैं।
00:57अब जानते हैं 17 अक्टूबर 2025, शुक्रवार का विस्तृत पंचांग।
01:03तिथी क्रिश्न पक्ष की एकाच्षी तिथी सुबह लगभग साड़े दस बजे तक रहेगी, उसके बाद द्वाच्षी तिथी आरंभ हो जाएगी।
01:11नक्षत्र मघा नक्षत्र दोपहर लगभग 12 बचकर 42 मिनिट तक रहीगा, उसके बाद पूर्वा फालगुनी नक्षत्र प्रारंभ होगा।
01:19योग शुक्र योग रहीगा।
01:22करण बालव करण रात लगभग 10.30 बजे तक रहीगा, फिर कॉलव और उसके बाद तैतिल करण लगेगा।
01:29सूर्योदे और सूर्यास्थ का समय
01:31सूर्योदे सुबह 6 बचकर 28 मिनिट पर होगा।
01:36सूर्यास्थ शाम 5 बचकर 55 मिनिट पर होगा।
01:39चंद्रोदै रात लगभग 9 बजे होगा और चंद्रास्थ दोपहर करीब 3.30 बजे के आसपास रहेगा।
01:46आज के अशुब काल
01:47राहुकाल सुबह लगभग 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक रहेगा।
01:53यमगंड काल दोपहर करीब तीन बजे से चार बजे के बीच रहेगा
01:57गुलिक काल सुबह साड़े साथ बजे से नौ बजे तक रहेगा
02:01इन समयों में कोई भी शुब कार्यारंभ नहीं करना चाहिए
02:05आज के शुब मुहूर्थ
02:07अभीजित मुहूर्थ दोपहर बारा बजे के आसपास रहेगा
02:11या कार्यारंभ करने के लिए अत्यंत शुब माना जाता है
02:15ब्रह्मा मुहूर्थ सुबह पांच बजकर पैंटीस मिनिट से च्छे बजे तक रहेगा
02:19यह ध्यान, चप और साधना के लिए श्रेष्ट समय है
02:23शाम के समय सुर्यास्ट से पहले भी पूजा या दीपतान करना शुब माना गया है
02:28आज के प्रमुख वरत और त्योहार
02:31आज गोवत स्थवाध्शी और तुला संक्रांती का दिन है
02:35साथ ही राम एकाध्शी वरत का पारायन भी आज ही किया जाएगा
02:39जो भी भक्त उप्वास करते हैं, वे भगवान विश्णों और मा लक्ष्मी की पूजा अर्जना कर सकते हैं
02:46पूजा विधी और महत्व
02:48सुबा स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्रधारन करे
02:51मा लक्ष्मी के सामने दीपक जलाकर पुश्प, फल, दूद्व और मिठाई अर्पित करे
02:57यदि वैभव लक्ष्मी वरत कर रहे हूं, तो माता के समक्ष वरत कथा अवश्य पढ़े
03:02शाम के समय दीपदान और लक्ष्मी मंत्र श्री महलक्ष्मे नमह का जाप करने से विशेश फल मिलता है
03:10मा संतोशी की पूजा में गुड और चने का भोग लगाया जाता है
03:14और लोहे का कोई वस्त्र या बरतन उस दिन नहीं चुना चाहिए
03:18तो दोस्तों यह था 17 अक्टूबर 2025 शुक्रवार का पूरा पंचांग
03:24जिसमें आपने जाना आज का शुभ मुहूर्त, राहुकाल, तिथिनक्षत्र और पूजा का महत्व
03:30अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो
03:33तो हमारे चैनल को ज़रूर सब्सक्राइब करें
03:36वीडियो को लाइक और शेयर करें ताकि और लोग भी इसका लाब उठा सके
03:41जै मालक्षमी
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