तुला संक्रांति 2025 पर जानिए सूर्य देव के तुला राशि में प्रवेश का महत्व, पूजा विधि, और राशियों पर इसका प्रभाव। शुक्रवार, 17 अक्टूबर 2025 को तुला संक्रांति का शुभ योग बन रहा है। सूर्य पूजा से मिलने वाले लाभ और दान-पुण्य का सही समय जानें इस वीडियो में। आपका स्वागत है हमारे चैनल पर — जहाँ हम आपको बताते हैं हिंदू धर्म से जुड़ी हर खास और पवित्र तिथि का अर्थ और महत्व। आज हम बात करने जा रहे हैं तुला संक्रांति 2025 की — जब सूर्य देव कन्या राशि छोड़कर तुला राशि में प्रवेश करते हैं। आखिर यह संक्रांति कब पड़ रही है? सूर्य पूजा का क्या लाभ है?
00:00नमस्पार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे चैनल पर जहां हम आपको बताते हैं हिंदू दल से जुड़ी हर खास और पवित्रित्री का अर्थ और महत्व
00:11आज हम बात करने जा रहे हैं दुला संक्रांती दो हजार पच्चिस की अब सूर्य देव कन्या राशी से गोचर करके दुला राशी में प्रवेश करते हैं आईए जानते हैं यह संक्रांती का पड़ रही है और इस दिन सूर्य पूजा का क्या महत्व होता है
00:31और हम यह भी जानेंगे कि सूर्य देवता का यह स्थान परिवर्तन से सभी राशीयों पर क्या प्रवाव पड़ेगा तुला संक्रांती कब है इस वर्ष तुला संक्रांती शुक्रवार 17 सूर्य देव सुभाल बारा बज़ के 21 मिनिट पर तुला राशी में प्रवेश करे
01:01अंतिन चरण में पहुचते हैं और रितुओं का परिवर्तन काल भी शुरू होता है तुला संक्रांती का महत्व हिंदू पंचांग में हर संक्रांती का अपना विशेश महत्व होता है लेकि तुला संक्रांती खास मानी जाती है क्योंकि यह द्यान स्नान और सूर्य उपास
01:31Om Blazika ke saath suALLi ko jala arpit kenne se jiwan me tej aarogye aur samraddhi aati hy
01:37Aisā miana jata hai ki ya dhar meaj karnye ushthan kerne se
01:41Haat meaj wishwaas bherta hai
01:43Or kunduli me suri greh me sembadde dosh bhi duur hoote hai
01:47Ayi abam chanatayin ki suri puja ke kya laba hoote hai
01:50Oriya pooja kerne se rogo se mukti miltii hai
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