Bhai Dooj Puja Vidhi 2025: हर साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। इसे यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार इस साल भाई दूज का त्योहार 22 अक्टूबर 2025 को मनाया जा रहा है। इस दिन बहन अपने भाई का तिलक करती हैं, उनकी आरती उतारती है और उनका मुंह मीठा कर, उनकी लंबी उम्र की प्रार्थना करती है। मान्यता है कि इस दिन जो भी भाई अपनी बहन के घर भोजन करता है उसकी उम्र में वृद्धि होती है। भाई दूज की पूजा की थाली में सभी जरूरी सामग्री को बेहद ध्यान से रखना चाहिए, क्योंकि अधूरी सामग्री के कारण आपकी पूजा भी अधूरी रह सकती है। Bhai Dooj Puja Vidhi 2025: Bhai Dooj Par Tilak Kaise Kare,Kis Disha Me Baithe,Kis Ungli Se Tika kare ?
00:01भाई दूज का तेवहार इस साल 23 ओक्टूबर को मनाय जा रहा है।
00:06आईए इस वेडियों में आपको बताते हैं कि भाई दूज की फूजा धाली में किनकिन चीजों का होना जरूरी है।
00:13साथी भाई को तिलक कैसे करें।
00:16भाई दूज की दिन सुबह उटकर स्नानादी से निवरत्त हो जाएं और साफ कपड़े पहन लें।
00:22इस दन भाई को पहले चद्रमा का दर्शन करना चाहिए। इसके बाद यमुना की जल या ताजे जल से स्नान करना शुब रहता है।
00:30इसके बाद भाई अपनी बहन के घर जाकर बहन से तिलक करवाए और उसके हाथ से बना भोजन ग्रहन करें।
00:37इस दन भाई को तिलक करने के लिए बहने एक थाली तयार करें।
00:40थाली में दीपक, अक्षत, रोली, फूलमाला, सुपारी, सुखा, नारियल या गोला, पान की पत्ते, कलावा, सिक्का और मिठाई आदि रखें।
00:50भाई का तिलक करने से पहले गणपती जी की पूजा करें। इसके बाद उत्तर पूर्वदशा में चौकी रखें।
00:56और उस पर भाय को बिठा कर तिलक करने की विति की शुरुआत करें। सबसे पहले भाय को कलावा बांधे, उसके बाद माथे पर तिलक लगाएं और अक्षत लगाएं। तिलक लगाने के लिए अनामिका उंगली यानि की रिंगร
01:10का
01:12भले भी अनामिका यान की रिंग फिंगर से हो रही है लेकिन अंगूठे से भाई के तिलक को उपर की ओर जरूर खीचे।
01:20मानेता है ऐसा कहने से भाई की दिन दुने राचोगनी उन्नती होगी।
01:26तिलक लगाते से में इस मंत्र का जाप करें गंगा पूजे यमुना को यमी पूजे यमुना नीर भए मेरे भाई आप बढ़े फूले फलें।
01:38ऐसा आपको तीन बार करना है। ध्यानरेस दौरान भाई और बहन दोनों का सिर धका होना होना चाहिए।
01:44अब उसके बाद भाई को फूल माला पहना कर उसे मिठाई खिलाएं। उसकी आरती करें।
01:50बाई हाथ में नारियल देते हुए इसकी सुख और समर्थि और दीर घायू की काम न करें।
01:56इसके बदले भाई अपनी बहन को सामर्थे केनों साथ कोई उपहार दे सकता है।
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