Sharad Purnima 2025: शरद पूर्णिमा 2025 साल की सबसे चमकीली और खास रात मानी जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने महारास रचाया था और माता लक्ष्मी का जन्म हुआ था, इसलिए इसे कोजागरी पूर्णिमा भी कहा जाता है। वैज्ञानिक दृष्टि से भी ये रात खास है — चाँद की किरणें औषधीय गुणों से भरपूर मानी जाती हैं। इस रात दूध व खीर को चांदनी में रखने की परंपरा भी इसी कारण है।इस पावन रात में करें शरद पूर्णिमा व्रत, पढ़ें शरद पूर्णिमा व्रत कथा और जानें इसके पीछे की धार्मिक और वैज्ञानिक कहानी।
00:00अश्विन महीने की पुल्णिमा को शरत पुल्णिमा के नाम से जाना जाता है जिसे हिंदु धर्म में अत्यंत पवित्र भी माना जाता है अब यह दिन साल के सबसे खास पुल्णिमाओं में से एक है क्योंकि इस दिन वरत रखकर भगवान विश्णु और देवी लक्षमी की
00:30रहेगी तो ऐसे मैं आज किस वीडियो में जानते हैं कि आखेर शरक पुर्णिमा क्यों मनाते हैं और विज्ञानिक महत्तु असका क्या है लेकिन उससे पहले नमस्कार मैं आसुतो शड़ा बोल्ट सकाई तेख रहे हैं हिंदू पंचांग के अनुसार अश्विन मास की पुर
01:00सक्षमी मा की अराधना करता है उस पर धन की वर्षा होती है तो आई अब बात तो विज्ञान की कर ले के आखिर शरत पुर्णिमा का विज्ञानिक महत्व क्या है शरत पुर्णिमा की रात तो साल की सबसे अधिकों एनर्जी वाली रात मानी जाती है अब इस देन चंद्र
01:30अरंपरा भी है चुकि चांदनी की ठंडी किरने दूद में ऐसे रसाइनी को परिवर्तन करती है जो पाचन, तवचा और नींद के लिए काफी फादमन माने जाते हैं
01:39तो दोस्तों फिलाले सब वीडियो में इतना ही आपको ये जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट में लिखकर ज़रूर बतेएगा
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