Sharad Purnima Rules For Couples: शरद पूर्णिमा की रात को हिंदू धर्म में बेहद शुभ और खास माना गया है। इसे न सिर्फ आध्यात्मिक दृष्टि से पवित्र माना जाता है, बल्कि दांपत्य जीवन के लिए भी यह दिन अत्यंत मंगलकारी होता है। खासकर नवविवाहित जोड़ों के लिए शरद पूर्णिमा की चांदनी रात किसी आशीर्वाद से कम नहीं मानी जाती। मान्यता है कि इस रात की चांदनी में दिव्य अमृत बरसता है, जो शरीर और मन को शुद्ध करने के साथ ही वैवाहिक जीवन में प्रेम, सौभाग्य और मधुरता बढ़ाता है। यही कारण है कि कपल्स इस दिन चांदनी स्नान करते हैं और विशेष पूजा-अर्चना कर दांपत्य सुख की कामना करते हैं। कहा जाता है कि शरद पूर्णिमा पर किए गए ये नियम और परंपराएं न केवल रिश्तों को मजबूत बनाती हैं बल्कि स्वास्थ्य और समृद्धि भी प्रदान करती हैं।
00:00शरत पुर्णिमा की रात को हिंदु धर्म में बेहत शुब और खास मानने जाता है इसे ना सिर्फ आध्यात्मिक दृष्टी से पवित्र माना जाता है बलकि तामपत्ते जीवन के लिए यानि जो लोग शादिशुदा हैं उनके लिए भी ये दिन बेहत ही मंगलकारी होता है
00:30करने के साथ ही विवाहिक जीवन में प्रेम, सभाग्या और मधूरता बढ़ाता है यही वज़ा है कि कपल्स इस दिन चांदनी इसनान करते हैं और खास पूजारजना कर दामपत्ते सुक की कामना करते हैं कहा जाता है कि शरत पुर्णिमा पर किये गए ये नियम और परमप
01:00पुर्णिमा तीती को मनाई जाती है ऐसे में साल यानि 2025 में शरत पुर्णिमा 6 अक्टूबर दिन सोमवार को है इस दिन लोग वरत रखते हैं और मा लक्षमी और भगवान विश्नु के साथ चंदर्मा की पूजा की जाती है
01:09हिंदू पंचा के मताबिक आश्विन मास की पुर्णिमा को शरत पुर्णिमा कहते हैं जिसे मधू मास की रात या हनीमून नाइट भी कहा जाता है
01:16ये रात खास तोर पर नवे वाहिद दमपत्तियों यानि नियूली वेट्स कपल के लिए बेहत शुब मानी जाती है
01:21अगर नवे वाहिद जोड़े इस रात चांदनी में इसनान करते हैं तो उनके बीच का प्रेम और रिष्टा टूट हो जाता है
01:36उनके बीच हमेशा प्यार बना रहता है और रिष्टा अच्छा चलता है
01:40शास्त्रों में वर्डन है कि शरत पुर्णेमा की रात भगवान श्रीकृष्ण ने ब्रज की गोपियों संग महारास रचाया था
01:46इसलिए इसे रास पुर्णेमा भी कहा जाता है
01:48निवली वेट्स कपल इसे रात वरत उपवास और चाननी इसनान का खास महत्व मानते हैं
01:53क्योंकि माना जाता है कि इस से दामपत्य जीवन में मधूरता और स्थिरता आती है
01:57साथ ही इस दिन मालक्ष्मी की पूजा करने से घर परिवार में सुख समरिद्धी का वास होता
02:01इसलिए शरत पुर्णेमा को प्रेम आस्था और समरिद्धी का पर्व कहा जाता है
02:05शरत पुर्णेमा को कोजागरा पुर्णेमा कहा जाता है
02:07को जागरा का मतलब होता है को जागरिती यानि आज कौन जागरा हा है
02:12मानेता है कि इस रात मा लक्षमी धर्ती पर भ्रहमन करती है
02:14और जो व्यक्ति रातरी जागरन करता है
02:16मा लक्षमी उसके घर आंगन में स्थाई रूप से बास करती है
02:19यही बज़ा है कि शरत पुर्णेमा की रात को लोग चंदर्मा की चांद्री में जागरण भजन कीर्टन और मा लक्षमी की खास पूजा करते हैं
02:26यह रात मधुमास की रात भी कही जाती है क्योंकि इस दिन चंद्रमा अपनी सोला कलाओं से प्रतिवी पर अमरत बरसाता है खास कर नए शादी शुदा जोड़ों के लिए
02:34फिलाल इस वीडियो में इतना ही वीडियो पसंद आया हो तो इसे लाइक करें शेयर करें और चानल को सब्सक्राइब करना बिलकुल न भूले
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