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00:00वो अपसी गाव आती है और खामोश हो जाती है वालदीन उसे उसके हालत देखकर तूट जाते हैं मगर वो कुछ नहीं बताती है
00:09चन्द महीने बाद परीहा को एक बेटी जनम देती है लोग ताने देते हैं करदार पर सवाल उटाते हैं मगर परीहा सिर्फ एक जुमला कहती है मेरी बेटी मेरा खौब है अब मैं उसे मुकमल देखना चाहती हूँ
00:24वो दूबरा हिम्मत करती है अपनी ताली मुकमल करती है और अपनी बेटी के उस साथ लेकर मेडिकल आपिसर बनती है
00:31वीवर्स स्टूरी के पंदर साल बाद एक एस्पिताल में एक मरीज दाहिल होता है बिस्तर पर लेटा हुआ अर्मान जो आज नाकाम और तनहा है
00:42सामने करी ये वही परीहा डाक्टर बन चुकी है पर वकार और मजबूत अर्मान नजरे जुका लेता है और कहता है क्या तुम मुझे माप कर सकती हूँ
00:52परीहा सिर्ब मुस्किरा कर कहती है मैं तुम्हे माप नहीं करती क्योंके तुम मेरी सबसे बड़ी ताकट बने अगर वो हादसा ना होता तो शायद मैं कभी इतनी बहादर ना बनती
01:03वीवर्स ये कहानी औरत की है बेबसी से उसकी ताकट बनने का सपर है ये दिखाती है कि मुझे के नजरों में गिरा हुआ शख्स भी खुद को सभार सकता है और औरत के भी कमजूर नहीं होती अगर वो हार ना मने तो ड्रामा सेरिल के हवाले से अपने राय के इज़ार ला
01:33परीहा एक चोटी से गाओ के जहीन और खुबसूरत लड़की है जिसके खुआब है कि वो डाक्टर बने और अपने गाओ के लोगों का मुपत इलाज करे उसके वालिद एक स्कूल टीचर है जिन्होंने दिन रात मेहनत करके अपनी बैटी को शेहर के मेडिकल यूनिवस्�
02:03में उसके मुलाकात होती है अर्मान से एक रहीज बाप का लाड़ला खुद पसंद मगर पूर कशिश नवजवान अर्मान को परीहा के सादगी और मासूमित में कशिश महसूस होती है वो देरे देरे उसके करीब आने के कोशिश करता है परीहा पहले ये बहुत ज़्यदा �
02:33और वहा सब कुछ बदल जाता है परीहा की जिन्देगी का खुआब एक लम्हे में अदूरा हो जाता है वो यूनिवस्टी छोड़ देती है वो अपसी गाव आती है और खामोश हो जाती है वालदीन उसे उसके हालत देकर टूट जाते हैं मगर वो कुछ नहीं बताती है च
03:03वो दूबारा हिमत करती है अपनी ताली मुकमल करती है और अपनी बेटी के उस साथ लेकर मेडिकल आपिसर बनती है विवस्टी के पंदर साल बाद एक एस्पताल में एक मरीज दाहिल होता है बिस तर पर लेटा हुआ अर्मान जो आज नाकाम और तनहा है सामने करी ये वह
03:33सिर्ब मुस्किरा कर कहती है मैं तुम्हें माफ नहीं करती क्योंके तुम मेरी सबसे बड़ी ताकत बने अगर वो हादसा ना होता तो शायद मैं कभी इतनी बहादर ना बनती वीवर्स ये कहानिया औरत की है बेबसी से उसकी ताकत बनने का सपर है ये दिखाती है के मौाश
04:03लाज में कमेंट करें साथ में हमारे यूटूब का चीनल सबस्क्राइब करना मत बुलिए तेंक्स पर वाचिंग अला हाफ़ेज
04:09हलो वीवर्स इस ड्रामा सेरिल में आप देखेंगे परीहा एक चोटी से गाओ के जहीन और खुबसूरत लड़की है जिसके खौब है कि वो डाक्टर बने और अपने गाओ के लोगों का मुपती लाज करे उसके वालिद एक स्कूल टीचर है जिन्होंने दिन रात मेहनत कर
04:39हाती परकुसे कमज़ोर करने लगता है इसी इन्वेस्टरी में उसके मुलाकात होती है अर्मान से एक रहीज बापका लाड़ला खुद पसंद मगर पुरकशिश नवजवान अर्मान को परीहा के साथगी और मासूमित में कशिश महसूस होती है वो देरे देरे उसकी करीब
05:09अर्मान से शेहर से बाहर अपनी पाम हाउस ले जाता है और वहा सब कुछ बदल जाता है परीहा की जिन्दगी का खुआब एक लम्हे में अदूरा हो जाता है वो यूनिवस्टी छोड़ देती है वो अपसी गाउ आती है और खामोश हो जाती है वालदीन उसे उसके हालत �
05:39मेरी बेटी मेरा खौब है अब मैं उसे मुकमल देखना चाहती हूँ वो दूबारा हिमत करती है अपनी ताली मुकमल करती है और अपनी बेटी के उस साथ लेकर मेडिकल आपिसर बनती है विवस्टी के पंदर साल बाद एक एस्पताल में एक मरीज दाहिल होता है बिस्तर �
06:09जुका लेता है और कहता है क्या तुम मुझे माप कर सकती हूँ परिहा सिर्ब मुस्किरा कर कहती है मैं तुम्हें माप नहीं करती क्योंके तुम मेरी सबसे बड़ी ताकत बने अगर वो हादसा ना होता तो शायद मैं कभी इतनी बहादर ना बनती वीवर्स ये कहानी आवर
06:39अगर वो हार ना माने तो ड्रामा सेरिल के हवाले से अपने राय के इजहार लाजमी कमेंट करें साथ में हमारे यूट्यूब का चीनल सबस्क्राइब करना मत बुलिए तेंक्स पर वाचिंग अल्हाफ़ेज इस ड्रामा सेरिल में आप देखेंगे परिहा एक चोटी से गा
07:09अगर परिहा की जिन्दगी बदल जाती है वो मेहनती होती है मगर वहा के चमक दमक पेशन वरत अपकाती परकुसे कमजोर करने लगता है इसी इन्वस्टी में उसकी मुलाकात होती है अर्मान से एक रहीज बाप का लाड़ला खुद पसंद मगर पुरकशिश नवजवान �
07:39पहले ये बहुत ज़दा पासला अर्मान से रखती है मगर जलही इसकी नर्म लहजे तुहपू और वादों में खुझाती है एक दिन अर्मान उसे शेहर से बाहर अपनी पामहाउस ले जाता है और वहा सब कुछ बदल जाता है परिहा की जिन्दगी का खुआब एक लम्हे
08:09बताती है चंद महीने बाद परिहा को एक बेटी जन्म देती है लोग ताने देते है करदार पर सवाल उटाते है मगर परिहा सिर्फ एक जुमला कहती है मेरी बेटी मेरा खौब है अब मैं उसे मुकमल देखना चाहती हूँ वो दूबरा हिमत करती है अपनी ताली मुकमल कर
08:39अर्मान जो आज नाकाम और तनहा है
08:42सामने कड़ी ये वही परीहा डाक्टर बन चुकी है
08:46परवकार और मजबूत
08:48अर्मान नज़रे जुका लेता है
08:50और कहता है क्या तुम मुझे माफ कर सकती हूँ
08:52परीहा सिर्ब मुस्किरा कर कहती है
08:54मैं तुम्हे माफ नहीं करती क्योंके तुम मेरी सबसे बड़ी ताकत बने
08:58अगर वो हादसा ना होता तो शायद मैं कभी इतनी बहादर ना बनती
09:03वीवर्स ये कहानिया औरत की है बेबसी से उसकी ताकत बनने का सपर है
09:10ये दिखाती है के मौाश्टे के नजरों में गिरा हुआ शख्स भी खुद को सभार सकता है
09:16और औरत के भी कमजूर नहीं होती अगर वो हार ना मने
09:20तो ड्रामसेरिल के हवाले से अपने राय के इजहार लाजमी कमेंट करें
09:24साथ में हमारे यूटूब का चीनल सबस्क्राइब करना मत बुलिए
09:27तेंक्स पर वाचिंग अल्हाफ़ज
09:29हलो वीबस इस ड्रामसेरिल में आप देखेंगे
09:33परीहा एक चोटी से गाओ के जहीन और खुबसूरत लड़की है
09:37जिसके खुब है कि वो डाक्टर बने और अपने गाओ के लोगों का मुपती लाज करें
09:42उसके वालिद एक स्कूल टीचर है जिन्होंने दिन रात मेहनत करके
09:46अपनी बैटी को शेहर के मिडिकल यूविस्टी में दाखिल दिलवाया है
09:51शेहर आकर परीहा की जिन्दगी बदल जाती है वो मेहनती होती है
09:56मगर वहा के चमक दमक पेशन और तपकाती परकुसे कमजोर करने लगता है
10:02इसी उन्विस्टी में उसके मुलाकात होती है
10:05अर्मान से एक रहीज बापका लाडला खुद पसंद मगर पुरकशिश नवजवान
10:10अर्मान को परीहा की साथगी और मासूमित में कशिश महसूस होती है
10:15वो देरे देरे उसकी करीब आने के कोशिश करता है
10:18परीहा पहले पासला अर्मान से रखती है
10:23मगर जलही इसके नर्म लहजे तुहपो और वादों में को जाती है
10:28एक दिनर्मान उसे शेहर से बाहर अपनी पामहाउस ले जाता है
10:33और वहा सब कुछ बदल जाता है
10:35परीहा की जिन्देगी का खुआब एक लम्हे में अदूरा हो जाता है
10:39वो यूनिवस्टी छोड़ देती है
10:41वो अपसी गाओ आती है और खामोश हो जाती है
10:44वालदीन उसे उसके हालत देखकर तूट जाते है
10:47मगर वो कुछ नहीं बताती
10:50चन्द महीने बाद परीहा को एक बेटी जिन्म देती है
10:54लोग ताने देते हैं करदार पर सवाल उटाते है
10:57मगर परीहा सिर्फ एक जुमला कहती है
11:00मेरी बेटी मेरा खौब है
11:02अब मैं उसे मुकमल देखना चाहती हूँ
11:04वो दूबरह हिमत करती है
11:06अपनी ताली मुकमल करती है
11:08और अपनी बेटी के उस साथ लेकर
11:11मेडिकल आपिसर बनती है
11:12वीवस स्टूरी के पंदर साल बाद
11:15एक एस्पताल में एक मरीज दाहिल होता है
11:17बिस्तर पर लेटा हुआ अर्मान
11:20जो आज नाकाम और तनहा है
11:22सामने कड़ी ये वही परीहा
11:25डाक्टर बन चुकी है
11:26परवकार और मजबूत
11:28अर्मान नजडे जुका लेता है
11:30और कहता है क्या तुम मुझे माप कर सकती हूँ
11:32परीहा सिर्ब मुस्किरा कर कहती है
11:35मैं तुम्हे माप नहीं करती
11:36क्योंके तुम मेरी सबसे बड़ी ताकत बने
11:38अगर वो हादसा ना होता
11:41तो शायद में कभी इतनी बहादर ना बनती
11:43वीवर्स ये कहानी अवरत की है
11:46बेबसी से उसकी ताकत बनने का सपर है
11:50ये दिखाती है के मुआश्टे के नज़रों में
11:53गिरा हुआ शख्स भी खुद को सभार सकता है
11:56और वरत के भी कमजूर नहीं होती
11:59अगर वो हार ना मने
12:00तो ड्रामसेरिल के हवाले से अपने राय के इज़ार
12:03लाजमी कमेंट करें
12:05साथ में हमारे यूट्व का चीनल सबस्क्राइब करना मत बुलिए
12:07तेंक्स पर वाचिंग
12:08हलो वीबर्स इस ड्रामसेरिल में आप देखेंगे
12:13परीहा एक चोटी से गाओ के जहीन और खुबसूरत लड़की है
12:17जिसके खुआब है कि वो डाक्टर बने और अपने गाओ के लोगों का मुपत इलाज करे
12:22उसके वालिद एक स्कूल टीचर है
12:24जिन्होंने दिन रात मेहनत करके अपनी बैटी को शेहर के मिडिकल यूइस्टी में दाखिले दिलवाया है
12:31शेहर आकर परीहा की जिन्दगी बदल जाती है
12:35वो मेहनती होती है
12:37मगर वहा के चमक दमक पेशनवर तबकाती परकु से कमज़र करने लगता है
12:42इसी इन्विस्टी में उसकी मुलाकात होती है
12:45अर्मान से एक रईज़ बाप का लाडला खुद पसंद मगर पूर कशिश नवजवान
12:50अर्मान को परीहा के साथगी और मासूमित में कशिश मحसूस होती है
12:55वो देरे देरे उसकी करीब आने के कोशिश करता है
12:58परीहा पहले ये बहुत ज़दा पासला अर्मान से रखती है
13:03मगर जलही इसकी नर्म लहजे तुहपू और वादों में खु़ जाती है
13:08एक दिन अर्मान उसे शेहर से बाहर अपनी पामहाउस ले जाता है
13:13और वहा सब कुछ बदल जाता है
13:15परीहा की जिन्देगी का खुआब एक लम्हे में अदूरा हो जाता है
13:19वो यूनिवस्टी चोड़ देती है
13:21वो अपसी गाओ आती है और खामोश हो जाती है
13:24वालदीन उसे उसके हालत देकर तूट जाते है
13:28मगर वो कुछ नहीं बताती
13:30चन्द महीने बाद परीहा को एक बेटी जन्म देती है
13:34लोग ताने देते हैं करदार पर सवाल उटाते है
13:37मगर परीहा सिर्फ एक जुमला कहती है
13:40मेरी बेटी मेरा खौब है अब मैं उसे मुकमल देखना चाहती हूँ
13:44वो दूबरा हिम्मत करती है
13:46अपनी ताली मुकमल करती है
13:49और अपनी बेटी के उस साथ लेकर मेडिकल आपिसर बनती है
13:52वीवर्स स्टूरी के पंदर साल बाद
13:55एक एस्पताल में एक मरीज दाहिल होता है
13:58बिस्तर पर लेटा हुआ अर्मान जो आज नाकाम और तनहा है
14:02सामने कड़ी ये वही परीहा डाक्टर बन चुकी है
14:06परवकार और मजबूत
14:08अर्मान नज़रे जुका लेता है और कहता है
14:11क्या तुम मुझे माप कर सकती हूँ
14:13परीहा सिरे मुस्किरा कर कहती है
14:15मैं तुम्हे माप नहीं करती क्योंके तुम मेरी सबसे बड़ी ताकत बने
14:19अगर वो हादसा ना होता तो शायद मैं कभी अतनी बहादर ना बनती
14:23वीवर्स ये कहानी औरत की है
14:26बेबसी से उसकी ताकत बनने का सपर है
14:31ये दिखाती है के मौाश्टे के नजरों में गिरा हुआ शख्स भी खुद को सभार सकता है
14:36और वरत के भी कमजूर नहीं होती अगर वो हार ना मने
14:40तो ड्रामसेरिल के हवाले से अपने राय के इजहार लाजमी कमेंट करे
14:45साथ में हमारे योट्यूब का चीनल सबस्क्राइब करना मत बुलिए
14:48तेंक्स पर वाचिंग अल्हाफिज
14:49हलो वीबस इस ड्रामसेरिल में आप देखेंगे
14:53परीहा एक चोटी से गाओ के जहीन और खुबसूरत लड़की है
14:57जिसके खुब है कि वो डाक्टर बने और अपने गाओ के लोगों का मुपत ईलाज करे
15:02उसके वालिद एक स्कूल टीचर है जिन हुने दिन रात मेहनत करके
15:07अपनी बैटी को शेहर के मेडिकल यूविएस्टी में दाखिल दिलवाया है
15:11शेहर आकर परीहा की जिन्दगी बदल जाती है
15:15वो मेहनती होती है मगर वहा के चमक दमक पेशन वरत अपकाती परकुसे कमज़र करने लगता है
15:22इसी इनुविश्टी में उसके मुलाकात होती है
15:25अर्मान से एक रहीज बाप का लाडला खुद पसंद मगर पुरकशिश नुजवान
15:31अर्मान को परीहा की सादगी और मासूमित में कशिश मحसूस होती है
15:35वो देरे देरे उसकी करीब आने के कोशिश करता है
15:39परीहा पहले पासला अर्मान से रखती है
15:44मगर जलही इसकी नर्म लहजे तुहपो और वादों में खुँ जाती है
15:48एक दिनर्मान उसे शेहर से बाहर अपनी पाम हाउस ले जाता है
15:53और वहा सब कुछ बदल जाता है
15:55परीहा की जिन्देगी का खुआब एक लम्हे में अदूरा हो जाता है
15:59वो यूनिवस्टी छोड़ देती है
16:01वो अपसी गाव आती है और खामोश हो जाती है
16:04वालदीन उसे उसके हालत देखकर तूट जाते है
16:08मगर वो कुछ नहीं बताती
16:10चन्द महीने बाद परीहा को एक बेटी जिन्देटी है
16:14लोग ताने देते हैं करदार पर सवाल उटाते है
16:18मगर परीहा सिर्फ एक जुमला कहती है
16:20मेरी बेटी मेरा खौब है
16:22अब मैं उसे मुकमल देखना चाहती हूँ
16:24वो दूबरा हिम्मत करती है
16:26अपनी ताली मुकमल करती है
16:29और अपनी बेटी के उस साथ लेकर
16:31मेडिकल आपिसर बनती है
16:32विवर्स स्टूरी के पंदर साल बाद
16:35एक एस्पताल में एक मरीज दाहिल होता है
16:38बिस्तर पर लेटा हुआ अर्मान
16:40जो आज नाकाम और तनहा है
16:42सामने करी ये वही परीहा
16:45डाक्टर बन चुकी है
16:47परवकार और मजबूत
16:48अर्मान नजडे जुका लेता है
16:50और कहता है क्या तुम मुझे माप कर सकती हूँ
16:53परीहा सिर्ब मुस्किरा कर कहती है
16:55मैं तुम्हे माप नहीं करती
16:56क्योंके तुम मेरी सबसे बड़ी ताकत बने
16:59अगर वो हादसा ना होता
17:01तो शायद में कभी इतनी बहादर ना बनती
17:04वीवर्स ये कहानिया औरत की है
17:07बेबसी से उसकी ताकत बनने का सपर है
17:11ये दिखाती है के मुआश्टे के नज़रों में
17:13गिरा हुआ शख्स भी खुद को सभार सकता है
17:17और वरत के भी कमजूर नहीं होती
17:19अगर वो हार ना माने
17:21तो ड्रामसेरिल के हुआले से अपने राय के इज़ार
17:23लाजमी कमेंट करें
17:25साथ में हमारे यूटूब का चीनल सबस्क्राइब करना मत बुलिए
17:28तेंक्स पर वाचिंग
17:29अल्हाफ़ज
17:30हलो वीबर्स इस ड्रामसेरिल में आप देखेंगे
17:33परीहा एक चोटी से गाओ के जहीन
17:36और खुबसूरत लड़की है
17:37जिसके खौब है कि वो डाक्टर बने
17:40और अपने गाओ के लोगों का मुपती लाज करे
17:42उसके वालिद एक स्कूल टीचर है
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17:47अपनी बैटी को शेहर के मिडिकल यूनिवस्टी में
17:50दाखिल दिलवाया है
17:52शेहर आकर परीहा की जिन्दगी बदल जाती है
17:55वो मेहनती होती है
17:57मगर वहा के चमक दमक पेशनवर तबकाती परकुसे
18:00कमज़र करने लगता है
18:03इसी इन्वस्टी में उसकी मुलाकात होती है
18:05अर्मान से एक रईज़ बाप का लाडला
18:08खुद पसंद मगर पूर कशिश नवजवान
18:11अर्मान को परीहा की सादगी और मासूमित में कशिश मحसूस होती है
18:15वो देरे देरे उसकी करीब आने के कोशिश करता है
18:19परीहा पहले ये बहुत ज़्यदा पासला अर्मान से रखती है
18:24मगर जलही इसकी नर्म लहजे तुहपू और वादों में खो जाती है
18:29एक दिन अर्मान उसे शेहर से बाहर अपनी पाम हाउस ले जाता है
18:33और वहा सब कुछ बदल जाता है
18:35परीहा की जिन्देगी का खौब एक लम्हे में अदूरा हो जाता है
18:39वो यूनिवस्टी चोड़ देती है
18:41वो अपसी गाओ आती है और खामोश हो जाती है
18:45वालदीन उसे उसके हालत देकर तूट जाते है
18:48मगर वो कुछ नहीं बताती
18:50चन्द महीने बाद परीहा को एक बेटी जन्म देती है
18:54लोग ताने देते हैं करदार पर सवाल उटाते है
18:58मगर परीहा सिर्फ एक जुमला कहती है
19:00मेरी बेटी मेरा खौब है अब मैं उसे मुकमल देखना चाहती हूँ
19:04वो दूबारा हिमत करती है अपनी ताली मुकमल करती है
19:09और अपनी बेटी के उस साथ लेकर मेडिकल आपिसर बनती है
19:13वीवर्स स्टूरी के पंदर साल बाद एक एस्पताल में एक मरीज दाहिल होता है
19:18बिस्तर पर लेटा हुआ अर्मान जो आज नाकाम और तनहा है
19:23सामने करें ये वही परीहा डाक्टर बन चुकी है परवकार और मजबूत
19:28अर्मान नजडे जुका लेता है और कहता है क्या तुम मुझे माफ कर सकती हूँ
19:33परीहा सिर्ब मुस्किरा कर कहती है मैं तुम्हे माफ नहीं करती क्योंके तुम मेरी सबसे बड़ी ताकत बने
19:39अगर वो हादसा ना होता तो शायद मैं कभी इतनी बहादर ना बनती
19:44वीवर्स ये कहानी औरत की है बेबसी से उसकी ताकत बनने का सपर है
19:51ये दिखाती है के मुआश्टे के नजरों में गिरा हुआ शख्स भी खुद को सभार सकता है
19:57और आवरत के भी कमजूर नहीं होती अगर वो हार ना मने तो ड्रामा सेरिल के हवाले से अपने राय के इजहार लाजमी कमेंट करें
20:05आवरत के साथ में हमारे येटूब का चेनल सबस्क्राइब करना मत बुलिए तेंस पर वाचिंग अल्हाफिज
20:10हलो वीबस इस ड्रामा सेरिल में आप देखेंगे परीहा एक चोटी से गाओ के जहीन और खुबसूरत लड़की है
20:17जिसके खुब है कि वो डाक्टर बने और अपने गाओ के लोगों का मुपती लाज करें
20:23उसके वालिद एक स्कूल टीचर है जिन्होंने दिन रात मेहनत करके अपनी बैटी को शेहर के मिडिकल यूविस्टी में दाखिल दिलवाया है
20:32शेहर आकर परीहा की जिन्दगी बदल जाती है वो मेहनती होती है
20:37मगर वहा के चमक दमक पेशन वरत अपकाती परक उसे कमजोर करने लगता है
20:43इसी इन्विस्टी में उसके मुलाकात होती है
20:46अर्मान से एक रहीज बापका लाडला खुद पसंद मगर पुरकशिश नवजवान
20:51अर्मान को परीहा की सादगी और मासूमित में कशिश मحसूस होती है
20:56वो देरे देरे उसकी करीब आने के कोशिश करता है
20:59परीहा पहले पासला अर्मान से रखती है
21:04मगर जलही इसकी नर्म लहजे तुहपू और वादों में खुँ जाती है
21:09एक दिन अर्मान उसे शेहर से बाहर अपनी पामहाउस ले जाता है
21:14और वहा सब कुछ बदल जाता है
21:15परीहा की जिन्देगी का खुआब एक लमहे में अदूरा हो जाता है
21:20वो यूनिवस्टी छोड़ देती है
21:21वो अपसी गाव आती है और खामोश हो जाती है
21:25वालदीन उसे उसके हालत देखकर तूट जाते है
21:28मगर वो कुछ नहीं बताती
21:30चन्द महीने बाद परीहा को एक बेटी जन्म देती है
21:34लोग ताने देते हैं करदार पर सवाल उटाते है
21:38मगर परीहां सिर्फ एक जुमला कहती है
21:40मेरी बेटी मेरा खौब है
21:42अब मैं उसे मुकमल देखना चाहती हूँ
21:45वो दूबरा हिम्मत करती है
21:47अपनी ताली मुकमल करती है
21:49और अपनी बेटी के उस साथ लेकर
21:51मेडिकल आपिसर बनती है
21:53विवर्स स्टूरी के पंदर साल बाद
21:56एक एस्पताल में एक मरीज दाहिल होता है
21:58बिस्तर पर लेटा हुआ अर्मान
22:00जो आज नाकाम और तनहा है
22:03सामने करी ये वही परीहा
22:05डाक्टर बन चुकी है
22:07परवकार और मजबूत
22:09अर्मान नज़रे जुका लेता है
22:11और कहता है क्या तुम मुझे माफ कर सकती हूँ
22:13परीहा सिर्ब मुस्किरा कर कहती है
22:15मैं तुम्हें माफ नहीं करती
22:17क्योंके तुम मेरी सबसे बड़ी ताकत बने
22:19अगर वो हादसा ना होता
22:21तो शायद में कभी इतनी बहादर ना बनती
22:24वीवर्स ये कहानी आउरत की है
22:27बेबसी से उसकी ताकत बनने का सपर है
22:31ये दिखाती है के मुआश्टे के नज़रों में
22:34गिरा हुआ शख्स भी खुद को सभार सकता है
22:37और वरत के भी कमजूर नहीं होती
22:39अगर वो हार ना मने
22:41तो ड्रामा सेरिल के हुआले से अपने राय के इज़ार
22:44लाजमी कमेंट करें
22:45साथ में हमारे यूटूब का चीनल सबस्क्राइब करना मत बुलिए
22:48तेंक्स पर वाचिंग अल्हाफ़ज
22:50इस ड्रामा सेरिल में आप देखेंगे
22:54परीहा एक चोटी से गाओ के जहीन
22:56और खुबसूरत लड़की है
22:57जिसके खुआब है कि वो डाक्टर बने
23:00और अपने गाओ के लोगों का मुपत ईलाज करे
23:03उसके वालिद एक स्कूल टीचर है
23:05जिन्होंने दिन रात मेहनत करके
23:07अपनी बैटी को शेहर के मिडिकल यूनिवस्टी में
23:10दाखिले दिलवाया है
23:12शेहर आकर परीहा की जिन्दगी बदल जाती है
23:16वो मेहनती होती है
23:17मगर वहा के चमक दमक पेशनवर तपकाती परकुसे
23:21कमज़र करने लगता है
23:23इसी इन्वस्टी में उसकी मुलाकात होती है
23:26अर्मान से एक रहीज बापका लाडला
23:28खुद पसंद मगर पुरकशिश नवजवान
23:31अर्मान को परीहा की सादगी और मासूमित में कशिश मحसूस होती है
23:36वो देरे देरे उसकी करीब आने के कोशिश करता है
23:39परीहा पहले ये बहुत ज़्यदा पासला अर्मान से रखती है
23:44मगर जलही इसकी नर्म लहजे तुहपू और वादों में को जाती है
23:49एक दिन अर्मान उसे शेहर से बाहर अपनी पामाउस ले जाता है
23:54और वहा सब कुछ बदल जाता है
23:56परीहा की जिन्देगी का खौब एक लम्हे में अदूरा हो जाता है
24:00वो यूनिवस्टी चोड़ देती है
24:01वो अपसी गाओ आती है और खामोश हो जाती है
24:05वालदीन उसे उसके हालत देकर तूट जाते है
24:08मगर वो कुछ नहीं बताती
24:10चन्द महीने बाद परीहा को एक बेटी जन्म देती है
24:14लोग ताने देते हैं करदार पर सवाल उटाते है
24:18मगर परीहा सिर्फ एक जुमला कहती है
24:20मेरी बेटी मेरा खौब है अब मैं उसे मुकमल देखना चाहती हूँ
24:25वो दूबारा हिमत करती है
24:27अपनी ताली मुकमल करती है
24:29और अपनी बेटी के उस साथ लेकर मेडिकल आपिसर बनती है
24:33वीवर्स स्टूरी के पंदर साल बाद
24:36एक एस्पताल में एक मरीज दाहिल होता है
24:38बिस्तर पर लेटा हुआ अर्मान जो आज नाकाम और तनहा है
24:43सामने कड़ी ये वही परीहा डाक्टर बन चुकी है
24:47परवकार और मजबूत
24:49अर्मान नज़रे जुका लेता है और कहता है
24:51क्या तुम मुझे माप कर सकती हूँ
24:53परीहा सिरे मुस्किरा कर कहती है
24:55मैं तुम्हे माप नहीं करती
24:57क्योंके तुम मेरी सबसे बड़ी ताकत बने
24:59अगर वो हादसा ना होता
25:01तो शायद मैं कभी इतनी बहादर ना बनती
25:04वीवर्स ये कहानिया औरत की है
25:07बेबसी से उसकी ताकत बनने का सपर है
25:11ये दिखाती है के मुआश्टे के नजरों में
25:14गिरा हुआ शख्स भी खुद को सभार सकता है
25:17और औरत के भी कमजूर नहीं होती
25:20अगर वो हार ना मने
25:21तो ड्रामा सेरिल के हवाले से
25:23अपने राय के इजहार लाजमी कमेंट करें
25:25साथ में हमारे योट्व का चीनल सब्सक्राइब करना मत बुलिए
25:28तेंक्स पर वाचिंग
25:29अल्हाफ़ज
25:30इस ड्रामा सेरिल में आप देखेंगे
25:34परीहा एक चोटी से गाओ के जहीन
25:36और खुबसूरत लड़की है
25:37जिसके खुआब है कि वो डाक्टर बने
25:40और अपने गाओ के लोगों का मुपती लाच करे
25:43उसके वालिद एक स्कूल टीचर है
25:45जिन्होंने दिन रात मेहनत करके
25:47अपनी बैटी को
25:48शेहर के मिडिकल यूइवस्टी में
25:50दाखिल दिलवाया है
25:52शेहर आकर परीहा की जिन्दगी
25:54बदल जाती है
25:56वो मेहनती होती है
25:57मगर वहा के चमक दमक
25:59पेशन वर्ट अपकाती परक उसे कमजोर करने
26:02लगता है
26:03इसी इन्वस्टी में उसके मुलाकात होती है
26:06अर्मान से एक रहीज बाप का लाडला
26:09खुद पसंद मगर
26:10पूर कशिश नवजवान
26:11अर्मान को परिया के साथगी और मासूमित में कशिश महसूस होती है
26:16वो देरे देरे उसके करीब आने के कुशिश करता है
26:19परिया पहले ये बहुत ज़दा पासला अर्मान से रखती है
26:24मगर जलही इसके नर्म लहजे तुपू और वादों में खुँ जाती है
26:29एक दिनर्मान उसे शेहर से बाहर अपनी पामाउस ले जाता है
26:34और वहाँ सब कुछ बदल जाता है
26:36परिया की जिन्देगी का खुआब एक लम्हे में अदूरा हो जाता है
26:40वो यूनिवस्टी चोड़ देती है
26:41वो अपसी गाउ आती है और खामोश हो जाती है
26:45वालदीन उसे उसके हालत देखकर तूट जाते है
26:48मगर वो कुछ नहीं बताती
26:50चन्द महीने बाद परिया को एक बेटी जन्म देती है
26:54लोग ताने देते हैं करदार पर सवाल उटाते है
26:58मगर परिया सिर्फ एक जुमला कहती है
27:00मेरी बेटी मेरा खौब है
27:02अब मैं उसे मुकमल देखना चाहती हूँ
27:05वो दूबरा हिमत करती है
27:07अपनी ताली मुकमल करती है
27:09और अपनी बेटी के उस साथ लेकर मेडिकल आपिसर बनती है
27:13वीवर्स स्टूरी के पंदर साल बाद
27:16एक अस्पिताल में एक मरीज दाहिल होता है
27:18बिस्तर पर लेटा हुआ अर्मान जो आज नाकाम और तनहा है
27:23सामने कड़ी ये वही परीहा डाक्टर बन चुकी है
27:27परवकार और मजबूत
27:29अर्मान नज़रे जुका लेता है
27:31और कहता है क्या तुम मुझे माप कर सकती हूँ
27:33परीहा सिर्ब मुस्किरा कर कहती है
27:35मैं तुम्हे माप नहीं करती क्योंके तुम मेरी सबसे बड़ी ताकट बने
27:39अगर वो हादसा ना होता
27:41तो शायद मैं कभी इतनी बहादर ना बनती
27:44वीवर्स ये कहानी औरत की है
27:47बेबसी से उसकी ताकट बनने का सपर है
27:51ये दिखाती है के मुझे के नज़रों में गिरा हुआ शख्स भी खुद को सभार सकता है
27:57और औरत के भी कमजूर नहीं होती
28:00अगर वो हार ना मने
28:01तो ड्रामसेरिल के हुआले से अपने राय के इज़ार लाजमी कमेंट करें
28:05साथ में हमारे यूटूब का चीनल सबस्क्राइब करना मत बुलिए
28:08तेंक्स पर वाचिंग अल्हाफ़ज
28:10इस ड्रामसेरिल में आप देखेंगे
28:14परीहा एक चोटी से गाओ के जहीन और खुबसूरत लड़की है
28:18जिसके खौब है कि वो डाक्टर बने और अपने गाओ के लोगों का मुपत इलाज करें
28:23उसके वालिद एक स्कूल टीचर है
28:25जिन्होंने दिन रात मेहनत करके अपनी बैटी को
28:28शेहर के मिडिकल यूइस्टी में दाखिले दिलवाया है
28:32शेहर आकर परीहा की जिन्दगी बदल जाती है
28:36वो महनती होती है
28:37मगर वहा के चमक दमक पेशन और तबकाती परकुसे कमज़र करने लगता है
28:43इसी यूइस्टी में उसके मुलाका तो होती है
28:46अर्मान से एक रहीज बाप का लाडला
28:49खुद पसंद मगर पूर कशिश नौजवान
28:51अर्मान को परीहा की सादगी और मासूमित में कशिश महसूस होती है
28:56वो देरे देरे उसकी करीब आने के कोशिश करता है
28:59परीहा पहले पासला अर्मान से रखती है
29:04मगर जलही इसकी नर्म लहजे तुहपो और वादों में खो जाती है
29:09एक दिनर्मान उसे शेहर से बाहर अपनी पाम हाउस ले जाता है
29:14और वहा सब कुछ बदल जाता है
29:16परीहा की जिन्देगी का खुआब एक लम्हे में अदूरा हो जाता है
29:20वो यूनिवस्टी छोड़ देती है
29:22वो अपसी गाव आती है और खामोश हो जाती है
29:25वालदीन उसे उसके हालत देखकर तूट जाते है
29:28मगर वो कुछ नहीं बताती
29:31चन्द महीने बाद परीहा को एक बेटी जिन्देगी देती है
29:35लोग ताने देते हैं करदार पर सवाल उटाते है
29:38मगर परीहा सिर्फ एक जुमला कहती है
29:41मेरी बेटी मेरा खौब है
29:43अब मैं उसी मुकमल देखना चाहती हूँ
29:45वो दूबरह हिमत करती है
29:47अपनी ताली मुकमल करती है
29:49और अपनी बेटी के उस साथ लेकर
29:52मेडिकल आपिसर बनती है
29:53विवर्स स्टूरी के पंदर साल बाद
29:56एक एस्पताल में एक मरीज दाहिल होता है
29:58बिस्तर पर लेटा हुआ अर्मान
30:01जो आज नाकाम और तनहा है
30:03सामने करी ये वही परीहा
30:06डाक्टर बन चुकी है
30:07परवकार और मजबूत
30:09अर्मान नजरे जुका लेता है
30:11और कहता है क्या तुम मुझे माप कर सकती हूँ
30:13परीहा सिर्ब मुस्किरा कर कहती है
30:16मैं तुम्हे माप नहीं करती
30:17क्योंके तुम मेरी सबसे बड़ी ताकत बने
30:19अगर वो हादसा ना होता
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30:24वीवर्स ये कहानिया औरत की है
30:27बेबसी से उसकी ताकत बनने का सपर है
30:32ये दिखाती है के मुझे के नजरों में
30:34गिरा हुआ शख्स भी खुद को सभार सकता है
30:37और वरत के भी कमजूर नहीं होती
30:40अगर वो हार ना माने
30:41तो ड्रामसेरिल के हुआले से अपने राय के इज़ार
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30:46साथ में हमारे यूटूब का चीनल सबस्क्राइब करना मत बुलिए
30:49तेंस पर वाचिंग
30:50अला हाफिज
30:50हलो वीबर्स इस ड्रामसेरिल में आप देखेंगे
30:54परीहा एक चोटी से गाओ के जहीन
30:56और खुबसूरत लड़की है
30:58जिसके खुआब है कि वो डाक्टर बने
31:00और अपने गाओ के लोगों का मुपत इलाज करे
31:03उसके वालिद एक स्कूल टीचर है
31:05जिन्होंने दिन रात मेहनत करके
31:08अपनी बैटी को शेहर के मिडिकल यूइस्टी में
31:11दाखिले दिलवाया है
31:12शेहर आकर परीहा की जिन्दगी बदल जाती है
31:16वो मेहनती होती है
31:18मगर वहा के चमक दमक पेशनवरत अपकाती परकुसे
31:21कमज़र करने लगता है
31:23इसी इन्विस्टी में उसकी मुलाकात होती है
31:26अर्मान से एक रईज़ बाप का लाडला
31:29खुद पसंद मगर पूर कशिश नवजवान
31:31अर्मान को परीहा के सादगी और मासूमित में कशिश मحसूस होती है
31:36वो देरे देरे उसकी करीब आने के कोशिश करता है
31:39परीहा पहले ये बहुत ज़दा पासला अर्मान से रखती है
31:44मगर जलही इसके नर्म लहजे तुहपू और वादों में खो जाती है
31:49एक दिन अर्मान उसे शेहर से बाहर अपनी पाम हाउस ले जाता है
31:54और वहा सब कुछ बदल जाता है
31:56परीहा की जिन्देगी का खौब एक लम्हे में अदूरा हो जाता है
32:00वो यूनिवस्टी चोड़ देती है
32:02वो अपसी गाउ आती है और खामोश हो जाती है
32:05वालदीन उसे उसके हालत देकर तूट जाते है
32:09मगर वो कुछ नहीं बताती
32:11चन्द महीने बाद परीहा को एक बेटी जिन्देगी देती है
32:15लोग ताने देते हैं करदार पर सवाल उटाते है
32:18मगर परीहा सिर्फ एक जुमला कहती है
32:21मेरी बेटी मेरा खौब है अब मैं उसे मुकमल देखना चाहती हूँ
32:25वो दूबारा हिमत करती है अपनी ताली मुकमल करती है
32:30और अपनी बेटी के उस साथ लेकर मेडिकल आपिसर बनती है
32:33वीवस स्टूरी के पंदर साल बाद एक एस्पताल में एक मरीज दाहिल होता है
32:39बिस्तर पर लेटा हुआ अर्मान जो आज नाकाम और तनहा है
32:43सामने करी ये वही परीहा डाक्टर बन चुकी है परवकार और मजबूत अर्मान नजरे जुका लेता है और केता है कि
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