"Emergency Pyar" tells the funny and contentious love story of Nisan and Sinan, two doctors whose paths cross in the emergency room of a hospital. With some unpleasant coincidences, Nisan and Sinan learn that they are neighbors and that they will work together in the same hospital.
While our heroes try to save lives by treating interesting cases, their sweet and harsh conflicts will make you laugh and start blowing the winds of romance.
00:00अपने दोस्तों और घरवालों को भी इससे मुतालिक आगाही दें
00:04क्यूंकि जब तक इसके बारे में तमाम लोगों में आगाही नहीं भेलेगी
00:08हम कभी भी इस मसले से निमट नहीं भाएंगे
00:10समझ रहें न?
00:11डॉक्टर नैना, आई रिक्वेस्ट प्रीस किसी चीज़ को हाथ मत लगाई है
00:16डॉक्टर सिनान, आप जा सकते हैं
00:18हाथो
00:29प्लीज चीखेगा मत वरना आपका ब्लेड प्रेशर बढ़ जाएगा
00:44और मैंसे बिल्कुल नहीं जाती कि आप हाई ब्लेड प्रेशर के मरीज बने
00:47मुझे पता है कि आपको घुस्टा तो बहुत आ रहा होगा लेकिन क्या करूं मैं
00:50मैं अपने फर्स के आगे मजबूर हूँ यह सब करने पर
00:52चले मैं आपको बता देती हूँ कि यह चाबी जो मेरे हाथ में है
00:55तुमसे लीमू पानी बना सकती है
00:56अच्छे कुछ नहीं आगे बोलो
00:58चले ठीके मैं आपको आगे बताती हूँ
00:59मैं जिस मरीज की बात आपसे कर रही थी
01:01उसको कमरे में बन करके उसकी चाबी अपने साथ नहीं आई हूँ मैं
01:03क्या क्या क्या क्या तुमने
01:04बहुत अफसोस की बात है मैं जो कुछ आपसे कह रही हूँ
01:06आप उस पर बिल्कुल दियान नहीं दे रहे
01:07मैं आपसे ये कह रही हूँ कि मैंने उस मरीज को कमरे में बंद कर दिया है
01:10अब आप उससे पूछ सकते हैं कैसा क्यों किया मैंने
01:13मैं एक ही सवाल बार-बार नहीं पूछना वाला
01:15चले ठीक है मुझसे ना बूछे मागर फिर भी आपको बता देती हूँ मैं
01:17जिस मरीज की मैं बात कर रही हूँ, उसे नीन की बिमारी है, वो कह रहे थे कि वो कहीं बर भी सो जाते हैं, और वो नीन में चलते भी हैं, ना जगर देखते हैं मौका फुट करके सो जाते हैं भाई, वैसे तो ये इतना बड़ा मसला नहीं है, लेकिन फिर भी सोचने वाली ब
01:47उनसे खोना जाएं, चले आप भी मिलनो उनसे, वो यकीना आप से मिलकर बहुत खुश जाएंगे, चले वो इंतजार करें वोंगे आपका, ठीक, अ, बताएं, यह सब करके अच्छा किया ना मैंने, ना तुम ठीक ता हो ? ठीक हूं मैं ठीक हूं
02:17वो चाबी तो फ्रिच के नीचे चली गई है
02:21तुम आखिर क्या चीज हो यार नेरा
02:23पहले तुमने उन्हें बंद किया और अब चाबी भी खोती
02:25तुम इस दुनिया का आठवा जूपो
02:27शुक्रिया तुम्हारा
02:30ओके
02:44डॉक्टर क्या आप हमारी मदद कर सकते हैं
02:52क्या हुआ सुमरिया
02:52कुछ एमर्जेंसी है आपके मदद चाहिए
02:55डॉक्टर सिनान में देफा में कुछ कहना जाओंगी
03:07क्योंकि इस बार मैंने कुछ गलत नहीं किया
03:09वो सब कुर्सी रखने वाले की गलती थी मेरी नहीं
03:11क्या थी रास्ते के बीच में कुर्सी रखता है
03:13ऐसा करने से पहले बंदा एक बार सोच लेता है
03:15कि उस कुर्सी से कोई नीचे गिर भी सकता है
03:17और देखे आपके सामने मैं भी गिर गई थी
03:19हाथ-पाउं भी टूट सकते थे मेरे
03:20इसलिए यही कहूंगी मैं
03:21कुर्सी रखने वाले का कसूर है
03:23तो यह सब कुर्सी की वज़ा से हूँ
03:24आप खुद इस बारे में सोचिए
03:39क्या मुझे अपनी परवा नहीं
03:41ज़र एक बात बताएं
03:42आप हमेशा मुझे ही क्यो गलत समझते हैं
03:44हाँ चाहे कुसूर किसी का भी हो
03:46आप मुझे ही एजाम देते हैं
03:47अगर आप इसका जवाब मुझे नहीं दे रहे
03:49तो मैं ही बता देती
03:50क्योंकि मैं हूँ ही इतनी सीधी साधी
03:52इसलिए आप हर बार मुझे ही टार्गेट करते रहते हैं
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