This is the adaptation of the famous series Shameless. Fiza, struggling to survive in one of the poor neighborhoods of the city is the eldest child of the family. She has looked after her five younger siblings since their mother left them. Her father Fakhri is addicted to alcohol and is wasting his life drinking and making money from easy and deceitful means adding nothing but trouble for the family.
Cast: Hazal Kaya, Burak Deniz, Reha Ozcan, Yagız Can Konyali, Nejat Uygur, Zeynep Selimoglu, Alp Akar, Omer Sevgi, Mehmet Korhan Fırat, Nesrin Cavadzade, Melisa Dongel, Beren Gokyıldız.
Tag: Production: MY MEDIA Screenplay: Ebru Kocaoglu - Verda Pars Directed by: Koray Kerimoglu Executive Producer: Dizgin Aksoy Sidar
01:04कुकु ये लोग हमेशे मुझे ऐसे ऐसे ही बात करते है
01:06भड़क जाते हैं मुझ पर और किसी और का गुस्सा मेरे उपर उतारते हैं
01:10मैं किस पर भड़क सकता हूँ
01:11क्या यहाँ पर जो खड़े हैं वो मेरे डियरिस्ट पियकड पापा ही है
01:15आपके लिए तो दुनिया बहुत ही अच्छी है ना
01:20बोलिए
01:20पता है मैं अपनी लाइफ से क्यो भाग रहा हूँ
01:23क्योंकि मैं जानता हूँ
01:24आप मेरे पापा हो और मेरी लाइफ भी आप जैसी होगी
01:27मेरा कुछ नहीं हो सकता एक दिन मैं भी आप जैसाई पियकड बनूगा
01:30और जिन्दगी बर आपकी तरह अपने जीवन को कोस्ता रहूँगा
01:33क्या बखबास करता हो तुमको जो बना है बनो
01:35अच्छा बताओ मेरी कौन सी बात लाइक करते हो तुमकी कौन सी बात लाइक नहीं करता
01:39यह तो मुशे
01:41ओ ओ ओ अराम से अराम से उन्ना मर जाओगे
01:47अरे यहर फिक्री ये बहुत परिशान लग रहा है
01:53हाँ मुझे भी ऐसा लग रहा है
01:55हमें क्या करना चाहिए कुकू, मैं इसे बात करनी चाहिए है
01:59लेकिन हम भी चलक पर ऐसा कैसे कर सकते हैं
02:06आओ चलो, आओ चलो, मेरे साथ चलो
02:08अगर तुम्हें कोई परशानी है तो मुझ से बोलो
02:14समझ में आया तुमारे, मैं सुलूशन निकाल सकता हूँ
02:17बोलो मुझ से कि पापा मुझे ये परशानी है, वो लड़की धोका दे गई, हैं, बताओ तो कुछ
02:23अगर ऐसा है तो मैं इतनी मैनत क्यों कर रहा हूँ
02:26किसके लिए
02:27मैं उनके मदद करना चाहता था
02:30मैं नहीं चाहता था कि हम सबकी रिस्पॉंसिब्लिटी सिर्फ हूँ अकेले संबाले
02:33नहीं छोड़ सकता है मैं उनको अकेला
02:35लेकिन फिर क्या हुआ
02:36क्या हुआ
02:37रहमत एलिबॉल उनकी सबसे बड़ी डिसपॉंट्मेंट मन गी
02:40अगर क्या गलती कर दी थी मैंने
02:43क्यों
02:44मैं भी अपनी मनमानी कर सकता था
02:46हो सकता है शायद मैं पागल हो सकता था
02:48लेकिन मैंने ऐसा कुछ भी नहीं किया
02:50कर लो मनमानी मन की बात भी सुन लेनी चाहिए
02:52सुना, आगे से उल्टी सीदी बात मत करना समझे
02:56अब मैं और क्या कर सकता हूँ, यह पीने का लावा मेरे पास और कोई चारा है नहीं, यहां भी बताईए
03:01इतनी सारी मुश्किलों का सामना कर रहे हो तुम
03:03अरे यार, अपने डीदी को इतना सपोर्ट कर रहे हो, हमेशा किया है, लेकिन अपने बारे में थोड़ा सोच लेते
03:10इसके लिए, उसके लिए, सबके लिए करते रहे हो तुम
03:13इतना प्रेशर अपने दिमाग पर लेने का क्या फाइदा हुआ, बताओ जरा मुझे, अपने दिमाग खराब कर लिया
03:18लाइफ तो ऐसे ही चलती रहेगी, या तो तुम टेंशन देलो, या फिर इस लाइफ को एंजॉई करो पूरी तरह से
03:25या आप कैसी बात कर रहे हो पापक, ये आप बिलकुल गलत कह रहे हो, मैं अपनी मर्जी से रह सकता था, मेरी जिन्दगी है मैं जैसा चाहे जीता, लेकिन मैंने ऐसा कुछ भी नहीं किया, मैंने तो सिर्फ हालात समारने की कोशिश की, मैंने ये सोचकर ये सब किया कि दी�
03:55तुम बहुत सारी बाते सह सको, मेरी कैपैसिटी तो सिर्फ एक सर्वन्ट के जॉब करने की है और मैं कुछ नहीं हो, अरे सना, क्या हो आप वाजबें, उस जॉब में बुरा ही क्या है, बोला, आप सही कह रहे हो पापा, मैं होता कौन हो, मेरे हैसियत ही क्या है, तुम आख
04:25तुम जितनी चाहो उतनी मिस्टिक्स कर सकते हो, जिन्दगी में हम जो भी चाहते हैं वो नहीं होता है, इसका मतलब सब कुछ घलत नहीं हो रहा है, इतना मत सोचो, बस तुम वक्त के साथ चलते रहो, मैं जा रहू, जाओ, जाओ, अपना आराम करो जाकर, और क्या करोगे,
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