00:00अब त्रई को सिर्फ आत्मा या शक्ती से नहीं, एक अगनी युद्ध से गुजरना होगा जो सदियों से दबा हुआ था। हर किरदार की असली परीक्षा अब शुरू होगी।
00:08साया, एक रहसी की परचाई, एपिसोड 16, प्राचीन युद्ध का पुनरजन, सरिता के पीछे से जमीन फटती है और उसमें से एक विशाल युद्ध सिंहासन बाहर आता है। लोहे और राक से बना हुआ, जिस पर बने है तीनों त्रई के पुराने प्रतीक चिन, सरिता उस �
00:38जिनकी आत्माओं को त्रई ने पहले युगों में त्याग दिया था, अब वही आत्माओं लोट आई हैं लेकिन सरिता क्या धीन। आरव चिलाता है, ये सब क्या है, ये, ये कौन है।
01:08लगाकर उसमें रास्ता खोजती है, क्योंकि उसे मालूम है, जिन से डरते हैं, वही छुपे हुए द्वार खोलते हैं, मगर तभी एक रहस से उजागर होता है। नैना के सामने आता है एक सुनहरा दीपक, जिसके अंदर बंध है एक आत्मा, यथार्थ, सरिता का पुत्र�
01:38मैं वो हूँ जिसने बच्पन में एक मा को खोया था, अब किसी और को मा से मिलाने का हक मेरा है। जैसे ही आरव दीपक को छूता है, उसका शरीर प्रकाश में बदलने लगता है।
02:08और सरिता की आत्मा एक रोशनी में विलीन हो जाती है। लेकिन जैसे ही सब शांत होता है, पीछे से एक गहरी, शैतानी होसी, गूंजती है, एक नया चेहरा उभरता है कालविनाश, जो अब असली शत्रू है। सरिता तो केवल एक प्यादा थी, असली युद्ध तो अब �
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