00:00राजा कालहेतू एक लालची राजा था. उसने सभी पडोसी राजियों पर आक्रमन कर उन्हें पराजित कर दिया था. लेकिन सिर्फ राजा उद्यमान को पराजित करने में वह असफल रहा था.
00:13उद्यमान को बंदी बनाने के लिये राजा कालहेतू ने एक चाल चली. उसने उद्यमान को अपने महल में भोज पर आमंतृत किया. राजा उद्यमान ने उसका प्रस्ताव स्वीकार कर लिया. जब राजा उद्यभान राजा कालहेतू के महल पहुचा तो उसे बंदी बना ल
00:43यह सोच सोच कर फूला नहीं समा रहा था कि भले मेंने, छल का सहारा लिया है, लेकिन अब मेरा कोई शत्रू नहीं रहा, अब उसे किसी का भै नहीं रहा था, तभी अचानक एक सिपाही दौरता हुआ उसके पास आया और बोला,
00:59और उसकी सेना ने हमें चारों तरफ से घेर लिया है, जिस व्यक्ति को आपने बंदी बनाया है, वहा राजा उद्यमान नहीं है, बलकी एक भरूपिया है, उद्यमान की इस युद्ध में विज़े हुई, फिर उसने कालहेतु से दूसरे राजियों के राजाओं को आजाद क
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