शब्दयोग सत्संग, पार से उपहार शिविर २४ मार्च, २०१९ अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नोएडा
प्रसंग: मन हमेशा भविष्य की ओर ही क्यों भागता है? वर्तमान में जीने का क्या अर्थ है? मन वर्तमान में क्यों नहीं टिकता? क्या हमेशा वर्तमान में रहना संभव है? मन को हमेशा वर्तमान में कैसे रखें? वर्तमान में कैसे जीएं? भविष्य की चिंता से कैसे मुक्त हों? क्या हमेशा वर्तमान में रहना संभव है? क्या वर्तमान में रहना ही ध्यान है? भूतकाल की घटनाओं से बाहर कैसे निकलें? स्मृति की जीवन में क्या उपयोगिता है?
Be the first to comment