Paush Putrada Ekadashi Vrat Katha 2025: Putrada Ekadashi 2025 is considered a highly sacred and virtuous fast in Hinduism. This vrat is especially observed for the attainment of children, happiness from progeny, family peace, and spiritual progress. Putrada Ekadashi falls in January 2025, and on this day, special worship of Lord Vishnu is performed.
Paush Putrada Ekadashi Vrat Katha 2025: पुत्रदा एकादशी 2025 हिंदू धर्म में अत्यंत पुण्यदायी व्रत माना जाता है। यह व्रत विशेष रूप से संतान प्राप्ति, संतान सुख, पारिवारिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति के लिए किया जाता है। पुत्रदा एकादशी जनवरी 2025 में आती है और इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है।
00:00एक नगर में सुकेतु मान नाम का राजा रहता था जिसकी पत्नी का नाम शेव्या था अब राजा की कोई संतान नहीं थी जिस वज़त से दोनों पती पत्नी दुखी रहते थे अब राजा ये सोच कर परशान थे कि उसके बाद उनका राजपाट कौन समहालेगा और मृत्य�
00:30अब जंगल में राजा ने देखा कि सभी पशुपक्षी अपनी पत्नी और संतानों के साथ सुख से जी रहे हैं अब यह देखकर राजा और भी परिशान हो गए और सोचने लगे कितने पुण्य कर्म करने के बाद भी वह नी संतान कैसे रह गए अब राजा को कुछ समय ब
01:00रिशियों को प्रणाम किया राजा के वे नम्र सो भाव से वाव पस्तित सभी रिशी काफी प्रसन्न हुए और उन्होंने राजा से कोई वर्दान मांगनी को कहा अब इस पर राजा ने कहा हे रिशी गण मेरे पास सब कुछ है लेकिन मेरी कोई संतान नहीं है जिस वज़�
01:30पूत्रदा एकादशी का वरत रखने को कहा अब राजा ने नियम से उस वरत का पालन किया अवरत के कुछ दिनों बाद रानी घर्भवती हुई और उन्हें एक तेजस्वी पूत्र की प्रापती हुई और अंत मेराजा को मौक्ष मल गया अब इस प्रकार से इस वरत का महत
02:00का शाब्दिक अर्थ ही संतान देने वाली है वहीं आपको बता दें ये वरत तो संतान की लंबे उम्र और अच्छे स्वास्त के लिए भी किया जाता है तो दोस्तों फिलाले से वीडियो में इतना ही आप सभी को बोल सकाई के तरब से पुत्रदाय का दशी के वरत की धेरो श
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