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  • 56 minutes ago
"चिंता" किसे नहीं होती? यह या तो बीते हुए भूतकाल को लेकर होती है या फिर आने वाले भविष्य को लेकर। जीवन में अधिकतर दुःखों का कारण ही चिंता है। क्या चिंता हमेशा के लिए बंद हो सकती है? आइए जानें चिंता को बंद करने के कुछ आसान उपाय इस विडीयो में।

Who doesn't "worry"? It is either about the past or about the future. Anxiety is the cause of most of the sorrows in life. Can anxiety be stopped forever? In this video, we will learn how to control anxiety and stop worrying.
Transcript
00:00चिंता कब होती है, बूत्व काल या भविशे काल में चला जाता है तब चिंता होती है, जो वर्तुमान में रहता है उसको कभी चिंता नहीं होती है, और जो आतम ग्यानी रहते हैं, वो कभी भूत्व काल में या भविशे काल में नहीं चाते हैं, वो हमेशा वर्तुमान में ह
00:30एक सेकंड बीत गया, सेकंड तो बहुत है लेकिन समझने के लिए बता रहे हैं, एक सेकंड बीत गया, सुब हो गया, बुद्काल, बुद्काल कभी वापस नहीं आ सकता है, यह नदी के प्रवाह के जैसा है, काल, टाइम, टाइम, टाइम is always like, फ्लो अफ, रिवर, रिवर सा�
01:00वो फ्लो नदी के फ्लो में, एक बार जो चला गया, तो चला गया, वो कभी वापस नहीं आ सकता है, वैसे हमारे जीवन में, जो भी कुछ होता है, moment to moment,
01:22moment to moment, it's like flow of river, वो moment कभी वापस नहीं आती, लेकिन हम मुरक होकर वो उसको वापस लाते है, थौट से,
01:38that thing never comes, बढ़ हम लाते है, सोच सोच के उसको वापस लाते है, और हम दुखी होते है, वो कहा वैसा, वो चिंता होती है, वरी करते है,
01:52हसल में रही है, वो गॉन, गॉन, गॉन, फोरेवर, ने, गनाट कम बैक अगे, और फ्यूचर का, what about future, what about भविश्य का कया,
02:03तो भविश्य में क्या होने वाला है, वो किसी को मालूम नहीं है, तो जो भविश्य का कुछ मालूम नहीं है, क्या होने वाला है,
02:13उसका कुछ पता नहीं है, तो भी हम वो भविश्य को यहां खी चलाते हैं, विचार से, और दुखी होते हैं,
02:23उसका तो कुछ सोचने की जुरूती नहीं है, जो हमारे हाथ में नहीं है, जिसका कुछ हमारे से कुछ होने वाला नहीं है,
02:33नोबड़ी केंचेंज इट, what is going to happen, or what has happened, बस बस्टार्स फिनिस्ट,
02:39तो हम चिन्ता करते हैं, उसकी, कि भी अभी हमारी बेटी बड़ी हो गई, किस के साथ शादी करेंगी, कैसे करेंगी, कब करेंगी, फिर अपने हाथ में नहीं है,
02:57और हो गया, तो whatever has happened, is happened, is correct, हो जाने के बाद उसको correct होगे, तो आपको चिन्ता नहीं होगी,
03:06एकसेप करोगे, तो चिन्ता नहीं होगी, यह एकसेप नहीं होता है, इससे यह problem होता है,
03:13the thing once which has happened, nobody can change it, so why not to accept it,
03:19अगर एकसेप कर लिया, स्विकार कर लिया, तो आपका अंदर मान, बुद्धी, चित, हैंकार सब शान्त हो जाएगा,
03:27चिन्ता विन्ता फिर नहीं होगी,
03:28करते हैं,
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