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  • 2 days ago
हमें अच्छी नौकरी कैसे मिलती है? भाग्य से या अपनी क्षमता से? अक्सर देखा गया है कि दो अलग व्यक्तियों का क्वालिफिकेशन समान होने के बावजूद एक को अच्छी नौकरी मिलती है और दूसरे को नहीं मिलती, तब यह भेदभाव और अन्याय जैसा लगता है। ऐसा क्यों होता है? इसके पीछे क्या कारण है? ऐसी स्थिति में हमें क्या करना चाहिए?

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Transcript
00:00अधिने रोमा दो अलग अलग व्यक्ति है दुनों के पास सैम डिग्री है
00:05सेम कोलेफीे के सनरे फिर भी एक को अच्छा उब मिलता है उसे रेको इतना इपर व्योब मिलताए तो एसा की होता है
00:15वो हरेगा पुर्णिशास है बें कि
00:20और आप अभी जौब मिली इतने से भी तो आप कुछ उसका तय नहीं कर सकते हो उसको अच्छी जौब मिली और थोड़े एक छे दो चार महिने में उसके जौब छूड़ जाएगी अभी तो बहुत बड़ा पगार मिलता है इंफलेशन की वज़े से और फिर जब भी आएगी
00:50कैसे लगता है कि ये बिचार इसका तो बहुत कम मिलता है ये इसा क्यों अन्या होता है क्यों हता है इसा होता है उपर उपर से मत देखो आपकी जौब है लेकिन स्टेडी है अच्छे लोग है जौब में भी आपके बहुत अगरे अच्छे दिल के है आपको भी जौब साट
01:20टाइ रहता है तो आपका
01:22experience बढ़ने से आपका future
01:24में आपको फाइदा हो सकता है
01:26शौट विजन से मत देखो
01:29जार लॉंग जारा
01:30ये जमाने में तो
01:32जौब ही नहीं मिलती है
01:34तो फिर अच्छी और बुरी का कहा
01:36सवाल रहा है
01:37मिल गई वह सोने की करके चलो
01:40समझ में आया
01:42और मन में अपने को
01:44बाश्या मानो कि चलो ये इस
01:46recession के time में अच्छी job मिली
01:48कुछ तो मिला नहीं
01:50तो लोग कहेंगे ये तो बेकार है
01:52एक कार नहीं लेकिन बेकार
01:55समझ में आया ना
02:00ये आनन्द करना
02:02मिला प्राप्त को भूग तो
02:04अपराप्त के फिकर मत करो
02:06जो नहीं है उसके लिए
02:07मत जी जलाओ
02:09जो मिला है उसको प्रेम से बुगतो
02:12अच्छी तरह से बुगतो
02:13सुख उसमी में है
02:15और जो नहीं मिला तो मिला वो भी आप गवाण डालते
02:18और दुख दुख दुख दुखी दुखी हो जाते है
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