00:00लोग इतना तनाव क्यों जेलते रहते हैं? क्योंकि दूसरे जेल रहे हैं? क्योंकि उनसे पहले और जेल रहे थे
00:05हमें बहुत बहुत सारे लोग चाहिए जो जोर से कह दे नहीं तुम सबने जेला है मुझे नहीं जेलना
00:11जो कहेगा कि दम घुटता है मेरा तो आप उससे कहेंगी ज्यादा ही आशी छा रही है दम क्या घुटता है हमारी माँ ऐसे ही रही है हमारे बाप ऐसे ही रहे है हमारे चचे ताउ सब ऐसे ही रह रहे है पुरा देश ऐसे ही रह रहे है तुम ही पर भोगवाद ज्यादा चड�
00:41जीवन आपका सोख लेगी बिलकुल है और फिर आपके नहीं तनाव कहा है सब ठीकी तो चल रहा है ऐसा ही तो होता है न और जब इतने लोगों को इसमें कोई तकलीफ नहीं है तो मैं ही क्या खास हूं मैं ग्या वाज उठा रही हूं
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