रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के अहम दौरे पर दिल्ली पहुंचे हैं। उनके और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच रक्षा, ऊर्जा, व्यापार और रणनीतिक सहयोग पर अहम बातचीत होने की उम्मीद है। पुतिन के दौरे ने पाकिस्तान और अमेरिका में चिंता पैदा कर दी है, क्योंकि इस दौरे से दक्षिण एशिया और वैश्विक शक्ति संतुलन पर असर पड़ सकता है। क्या अहम समझौते हो सकते हैं? पाकिस्तान और अमेरिका क्यों सतर्क हैं? इस वीडियो में देखें पुतिन के भारत दौरे का पूरा विश्लेषण और जानें कि यह भारत की कूटनीति और वैश्विक संबंधों पर कैसे असर डाल सकता है।
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~HT.408~
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00:00नमस्कार वर इंडिया पर आपका स्वागत है रूस के राश्टपती व्लादमीर पुतिन भारत पहुच चुके हैं दिल्ली के पालम एरपोर्ट पर प्रदान मंत्री नरेन मोदी ने पुतिन का स्वागत किया
00:11भारत और रूस के रणितिक संबंधों के 25 साल पूरे होने के मौके पर पुतिन का ये भारत दोरा हो रहा है पुतिन दिल्ली में करीब 30 घंटे तक रहेंगे इस दोरान उनकी पियम मोदी के साथ लंबी बैठक होगी और राश्टपती द्रोपदी मुर्मू से भी मुलकात हो�
00:41इसके साथ ही प्रोफेसर एके-पासा जो विदेशी मामलों की विशे सग्य है इसके साथ ही मेजर जन्रल रेटायर जेके बंसल जी जुड रहे हैं, स्टूडियो में में मेरे साथ है, स्रिवेंगर जी. भारत पहुँच चुके है पुतिन जैसा कि देख पा रहे हैं विज्
01:11लेकिन मैं सबसे पहले समाजा चाहूंगा प्रोफेसर एके पासाजी से जो जियो पॉलिटिकल चीजों को बेतर समझाते रहे हैं कि ऐसी इस्तिती में जो अब का आग का जो समय है परवेश है जिस तरह से अमेरका का रुख है जिस तरह से परिस्तिय बनी है उसमें मोधी का इ
01:41पूतिन की यातरा बहुत महत्वपून है दो तिन चीजों से एक तो प्राइम निस्टर मोधी खुद एरपोर्ट जाके उनको रिसीव कर रहे हैं जो के बहुत कम मौका पे पूदान मंतरी खुद एरपोर्ट जाके पारिंग लीडर को वेलकम करते हैं रिसीव करते हैं तो �
02:11संबन कितने महत्वपून हैं दूसरी बात यह है कि लगातार अमेरिका वेस्टरन कंट्री जो है जो इंटरनेशनल क्रिमिनल कोट पूतिन को दिया है उसको लेके पूतिन को अब रूस को अलक खलक कर रहे हैं जिसकी वज़त से पूतिन जो है प्रिक्स मीटिंग में सौथ �
02:41लेकिन भारत चूंके फाउंडिंग मेंबर है ब्रिक्स का और ग्लोबल साउथ का भी बहुत इंफ्लेंशन लीडर है पूतिन को निमन प्रेंट देना इस बैक्ग्राउंड में ये क्लियर मेसेज है डोनाल ट्रांप को अमेरिका को और हमारे दुश्मनों को चाहे पाकिस्त
03:11सर की तरफ सर ये देख बताना समझना चाहूंगा कि जिस तरह से प्रुफिसर साब ने बताया तो मैं क्या समझूं कि ये जो यात्रा है ये ज्यादा स्टेटिक है या सिंबॉलिक है इसको थोड़ा समझाने की हमें कोशिस कीजिए अधरवाद ये बहुत स्टेटिक है क्यो
03:41तेल के उपर जदा हमारा वेपार था और हमारी जो defense deals वो कम होती जा रही थी और हम अमेरिका की तरफ जा रहे थे और जितनी भी हमारी deals हुई है 2020 के बाद वो अमेरिका से हुई हैं हमने रचे साथ कुछ भी contract नहीं किया तो from that point of view मुझे लगता है कि Trump की वज़े से tariffs की वज
04:11तरफ वापस जा रहें देखिए एक टाइम पर भारत और रेश्या के बहुत इंपोर्टन्ट इसको डिफेंस के मामले में और आपके टेक्नोलिजी के मामले में बहुत प्लोज रिलेशन थे आज एक हम इसका री स्टैटिजाइजिंग इस रिलेशनशिप की हम देख रहे हैं
04:41मेजर जनरल राजन कोचरदी स्पीच हमारे पास कुछ तस्वीरे आ गई है तोड़ा सा उसकी तरफ भी चलेंगे वो जो मोमेंट था वो जो चण था जिसका हमें इंतजार था तो वो जो प्लेन है बिसेस बिमान है वो हमें स्कीन पर इस समय दिख रहा है हमारे दर्शकों क
05:11पुतिन हमें स्कीन पर दिखाई देने वाले हैं बिलकुल यह चीज थी हम अभी दरश आएंगे बिलकुल देखेंगे लेकिन मैं इसी के साथ साथ जो आपकी बात चल रही थी मैं मेजर जनरल जेके बंसल साब की तरफ रुक करना चाहूंगा सर मैं यह जानना चाहूंगा �
05:41जतना भी मैंने देखा है कि रूस के और जो चाइना की नजदीकियां हैं कहीं वो एक बज़े थी या हम कहीं चूग गया अमेरिका की तरफ ज़्यादा जाना आपका क्या मानना है फिर भी हमारे रूस बहुत काम आया है
05:55देखिए रूस के साथ में हमारे संबन कोई कमजोर नहीं है हमारे संबन बराबर बने रहे हैं आप देखिए इस युद्धे के दोड़ाम में हमारे प्राइमिनिस्टर ने रस्या का दो बार दो रखिया है जो अभी तक और तीन चार बार उनसे मुलाकात हो चुकी है तो र
06:25का समय नहीं है यह कास का समय है और कोई भी महामला या कोई भी प्रॉब्लम जो है उसको युद्ध से या बंबारू दोले से नहीं सुझाइज आ सकती है आप उसमें बैठ करके बात करी इसे हो सकती है इसी तरह से जब वो रशिया गए साथ में यूकरेन भी गए तो एक उ
06:55है तो इस प्रकार से देखते हुए जो जब प्रेजिडेंट पूतिन आए हैं इंडिया में तो इसका इनके रिलेशन प्रामिनिस्टर के साथ बहुत धनिष्ट है पर्सनल रिलेशन्स मीं हैं आपना देखा होगा जब हमारे प्रामिनिस्टर महां गए थे तो रश्या के प
07:25नैसल्जी भारत का इंटरेश्ट की बात आती है तो तब दूसरी बात होती
07:29है डोनों ही नेताओं में कुछ समानता हैं डोनों ही अपने देश्वाइग के स्रफ से उपड़ रखते
07:34हैं दोनों ही की हेज़ बंडी करीव करी बराबर है उनकी 73 है हमारे प्ला笑ि25
07:40है तो इस प्रकार से देखते हुए जो है हम एक बैलेंस बना कर चल रहे हैं बलकि देखा जाए तो जब हमारे उपर काफी प्रैसर पड़ा कि हम तेल ना खरीदें हम तेल खरीकते रहे तो हम रश्या की तरफ से कभी विमुख नहीं हुए हैं और हम जो हैं अमेरिका की तरफ स
08:10पैपन हमने कोई कमी नहीं चोड़ी कि हमने पांथ जो है एस फाइक फॉर एंडड़ का जो ओडर दिया था उसमें से सिर्फ तीन सप्लाई हुए हैं दो अभी भी सप्लाई होनी बाकि हैं कुछ चैलेंजिज हैं को प्रॉब्लम हैं सेंक्शन की वज़े से जो अपना यु�
08:40जालेंगे अब आणने मावनत डाने को बैंसल सार्व मुझे सुन पा रहा हैं क्या जी आप सुन पारहें हां मैं प्रुझतас हम ऐसी हम आसी में तरह
09:00�וא नहीं को पूरी बात थी और लेकर कले नें आचिए त्वय
09:07क्योंकि ये भी कहा गया ना कि हमने तेल ले खरीद करके ओयल खरीद करके रूस को अर्थ विबस्ता मजबूत की है जिससे वो युक्रेंज को युद्ध में इस्तेमाल कर रहा है। कहीं न कहीं ये दोरा इंडारेक्ट अपर्तक्स रूप से कि हम संबन कम करने वाले नहीं हैं
09:37इस सब को देख करके आप क्या मानते हैं कि ये मतलब जो हमने कहा कि रणीतिक के साथ साथ हम इसको अलग अलग ना कहें सिंबॉलिक भी है कि हम करने वाले हैं किसी के दबाव में आने वाले नहीं और तो राष्ट समझोते भी होंगे सर देखिए इस बात को जो एक दिमेट्
10:07रस्चेंज उफ लोजिस्टिक सब जो सपोड़ का हमने साइं किया हुए है रशिया के साथ जिसी प्रकार से लोजिस्टिक सब्सक्राइबम्नेंट्व कर सकते हैं इस प्रकार जो इस तैमालें दोनों कटर्सकों नियसा है इं डिठेव этом
10:37पार्ट, फ्यूल, रासन वगेरा जो है वो उसके इस्तेमाल कर सकता है और अगर कोई वहां का नेवल बेस है वो भी उनको इस्तेमाल कर सकते हैं इसी प्रकार से रस्या भी हमारा तो ये बड़ा एक मेंटेनेंस के लिए और कोई किसी तरह का पर ओपरेशन है या कोई वो जात
11:07जा रहा है और भारत के सात में ईक ओपरेशन एक जो है एक जिसके साथ में वो रहा है भारत नुम्लट कोई सरस्ट में जनर राजन कोणर इस से
11:25से जानना चाहूंगा सर यह मैरी टाइन जो है एक कॉरिडोर एग्रिमेंट की बात हो रही है यह क्या संभावना है कि इस बात में इस समय पे हमारा संभव है
11:35पोचर सर अगर आप सुन पा रहे हैं सिवें जी पुतिन भारत में पहुत चुके हैं और वो अपने विमान से उतरते हुए भी आपको स्क्रीन पर दिखेंगे और आपको दिख भी रहे हैं
11:53दिख रहे हैं भी आप उसको रोग रहा है इस समय बिल्कुल राश्कपती व्लादमिर पुतिन दसवी बार भारत पहुचे हैं और प्रधान मंत्री नरेंद मोदी पाला में रिपोर्ट पर उनका स्वागत करने के लिए मौजूद हैं बता दें कि पुतिन अब तक नौ बार �
12:23पूरी गर्म जोशी के साथ स्वागत किया जा रहा है पुतिन का भारत में भारत की धर्ती पर बता दें कि 2002 में भी पुतिन आये थे इसके बाद 2004 में 2007 में 2012 और परधान मंत्री नरेंद मोदी का कारेकाल जब से शुरू होता यानि 2014 से उसके बाद वो दिसंबर 2014 में आते हैं
12:53उसके बाद पुतिन पहली बार भारत के दोरे पर आये हैं आप स्क्रीन पर देख पा रहे हैं कैसे पीम मोदी ने उनका स्वागत किया और अब दोनों अपनी गाड़ी की तरफ आगे बढ़ रहे हैं बिल्कुल मैं मेजर राजन कोचर जी मैं आप से मेजर जनरल राजन को�
13:23अगर आप बात सुन पा रहे हैं
13:5313 सिकंबर 2017 को जापान के पीम सिंजो आबे जो अब इस दुनिया में नहीं है वो जब भारत के दोरे पर आये थे तब भी परदान मंतरी पालम एरिपोर्ट पहुचे थे फिर 24 फरोरी 2020 को अमेरिका के राश्टपती डोनाल टरम का दोरा हुआ था तब भी पीम मोदी पहु�
14:23अमीर जब आये थे तब भी पीम मोदी उनका स्वागत करने के लिए एरपोर्ट पहुचे थे और अब भी प्रदान मंतरी नरिन मोदी एरपोर्ट पर पहुचे हैं रूसी राश्टपती का स्वागत करने के लिए
14:32सर मैं फिर आता हूं मेजर जनरल राजन कोचर की तरफ सर आप यह बताईए कि जिस तरह भी बताया जा रहा है कि अपको समयवाद एक प्राइबेट बोजन होगा डिनर होगा इस तरह का जो प्राइबेट यह इस तरह के नेताओं में किस तरह की बाते होती हैं किस तरह की ब
15:02भी हमको संभाबना है उमीद कर सकते हैं इस गवरनर का एडी सी रह चुका हूं तो हमने भी इस टाइप के
15:12मीटिंग्स होती है इस को सेरिमोनियल डिनर्स होते
15:18तो को ऑगनई आजज किया बिसिक मकसद इसका यह उता है कि एक प्रोटरगॉल
15:23एक प्रोटोकॉल के हिसाब से एक आपका एक फर्स बनता है कि आप जो भी आपका गेस्ट आ रहा है भारवाली कंट्री से आप उसको होस्ट करें एक डिनर के लिए और वो डिनर
15:36जो आपकी कम्निकेशन है पुटन और यह उनके बीच में इंटर्प्रेटर्स का भी इस्तमाल होता है और तो उसको उस्ताइब का भी जो आपकी एक फेसिलिटी इसको वहां पे च्विदी जाती है कि जहां पे पुटन बैठे होंगे या मोदी जी बैठे होंगे उनके पीछे
16:06दूसरा important aspect यह होता है कि एक ice breaking हम जिसको बोलते है आपस में बैठके informal conversation अब डिनर्स में कोई official मुद्धे जो प्राइवेट डिनर्स हम दे सीलिए इस्तेमाल किया गया है तो यह official मुद्धे इसको यहां पे discuss नहीं होंगे वो आपकी जो next day
16:36कि हाइडरबाद house भी होंगी उसके बाद joint statement भी आपकी जो होनी है दो घंटे के बाद भी प्रोग्रम जो मैं पढ़ रहा था और फिर उसके बाद एक बहुत एक important खबर रही है कि रश्या अपना
17:06conversation होगी आप उन्हें एक दूसरे की health के बारे में बात करेंगे और कैसे कैसे जो time आपका बीतर है और इस टाइक की जो
17:16अपनी conversation होती है और बिल्कुर सर मैं आपसे एक सवाल और लोगा फिर बंसल सर की तरफ जाओंगा लेकिन मैं एक ऐसे defense expert भी आपसे समझाए
17:26सथा में आये थे चर्मप के जाने के बाद और वह वाइट हाउस पहुचे थे तो इम्रान खान पाकिस्तान की परधानमंत्री हुआ करते थे और बहुत दिनों तक फोन ही नहीं गया था इम्रान खान और बाइडन की बिचे में बाचीत ही नहीं उए थी लेकिन ट्रंप जै
17:56और इसमें सब पुतन की यात्रा है यह किस तरह का क्या अमेरिका को किसी तरह को हमारा यात्रा इससे उस पर भी कोई दवाव बनता है या नहीं?
18:08जी मेरे खैल से पहले उनका सवाल का जवाब देता हूँ देखे बिये पाकिस्तान और अमरीका की दोस्ती जो मदबूत हो रही है या आगे बढ़ रही है ये अमरीका की फॉरंट पॉलिसी में चाइना का मामला जो है बहुत इंपॉर्टेंट हो गया है और इसको लेके वो ज
18:38दूसरी बात यह है कि एरान के मामले में भी अमरीका पाकिस्तान की मदद चाहता है और अफगनिस्तान को लेके बागराम एरबेस को लेके और खाड़ी के देशों के साथ पाकिस्तान की भी फाज़ गाजा में स्पीस स्टबलाइजेशन की फॉर्स के लिए भी उनको माना �
19:08दोस्ती पाकिस्तान को बठाके कि आप जो है चीन से दोस्ती कर रहे हैं, रूस से तेल रहतियार खरीद रहे हैं, ब्रिक की लेडिशिप कर रहे हैं, एक सर इसमें बहुत सवाल अचानक दिमाख में आगया पता नहीं आपको ये में कितना वैलू गिन लगेगा या महकून ल�
19:38ही पिलान है कुछ इसको ले कर गए? नहीं नहीं भारत तो बहुत रोल अदा कर सकता है, क्योंकि हम बहुत नजदीक ही से इस जंग को देखते आ रहा हैं, खुद प्रदान मंतरीं वहां गये थे मजद्श्चा करने के लिए उन्होंने अग्रा किया कि डिप्लोमसी से इसको
20:08अगर हटते हैं रूस के अपर तो तिजारत भी बढ़ती है और युक्रेन का मामला पेचिदा होता जा रहा है हर साल, अब चुंके रश्या का पल्ला भारी है, मिलिटरिली और पूरे दुनिया भी भी रूस को सपोर्ट करते आ रही है, भारत जैसा देश बिल्कु सार आप
20:38पलेट फार्म के हैं उनकी सरहना करते हैं लेकिन कुछ पॉलिटिकल मुद्धे ऐसे होते हैं, पॉलिटिकल या अपने देश के लिए, आप देखेंगे उनके अडवाईजर हैं, वो सब जब अगर कोई अपना एडवाईज करेगा और जहां आपने हित की बात बताएगा प
21:08चुने की कोशिश की थी, इसी परकार से जो अलबनी है, प्राइम निस्टर ऑस्टेलिया के उन्होंने कहा था, मोदी इस दी बोस, तो सभी लोग जो हैं इस बात को मानते हूं कि परस्टनारिटी या सक्षित ही ऐसे हैं हमारे प्राइम निस्टर की, कि सब लोग उनकी बह�
21:38इसलिए भी है कि वो पाकिस्तान को यूज करते हैं, बीटकbit के मामले में वो महाँ पे पाकिस्तान को यूज करते हैं, वो जो है, जो महाँ पर बगरान है मैं और आपकी बात को बचुछ ऐसे समझू सर कि ये जो चीज है, इसको हम कैसा गैस्चरह मिलने का, कैसी गषटा है
22:08वो इसमें एज ले जाएगा आप साथ यह कह रहे हैं क्योंकि वहीं बड़ी चीज होगी देश की खातिर क्योंकि सब्सक्राइब नहीं कि तो सभी बनाते हैं लेकिन अपने इंट्रेस्ट को सब जो जो इंटरनेश्टनल रिलेशन्स में सब कंट्री अपने इंट्रेस्ट को �
22:38पाकिस्तान है और दबाव में आजाता है अगर भारत के लिए कोई मुफीद है या अउनके इंटरेस्ट की है तब
22:43इसको अग करता है नहीं तो भारत नहीं एक इरुटनडेवन्ट क्लीशियर के और किसी
22:50इसी प्रकार के दबाव में भारत आकर के कोई समझोता है या किस बात को नहीं सहन करता हूँ आप देखिए कि जो है और हमारे प्राइमिनिस्टर बहुत एक इतने हैं कि जब वो और कैनाडा से आ रहे थे तो प्रिजनेंट ट्रम ने उनको इन्वाइट किया था कि आप भी हो
23:20पाकिस्तान है वो तो एक जो उनका प्राइमिर से देखा आपने छोटे बच्चा स्कूल बच्चे की तरह से वहाँ पर खड़ा वाथा जब मिस्टर में बात हुई उसने कहा कि आप क्या कहना चाहते हैं और जो प्राइजिडेंट हैं ट्रम्प की बोली बोलते थे वो के ज
23:50मान नहीं रहें ये सब टकराओं की बिज़ा से ये सब तनाओं आ गया भारत और अमेरिका में यह राजनेतिक बात नेरी बात नहीं है सब
23:58हाँ नहीं एगो किसी में भी नहीं है ना प्राइमिस्टर मोधी में है ना प्रेडिन्ट ट्रम्प में है वो जब कोई एगो को ले के कभी नहीं करते हो जब अगर हित दोनों के टकराते नहीं है दोनों देशों की और को हित है तो दोनों जो मिलने को करने को तैयार है आप इन
24:28के लिए सिफारिस कर देते ट्रंप के लिए और उनको श्रे दे देते भारत और पाकिस्तान के बीच में जंग हुई थे उसको रुकवाने का तो सायद अब आज सब कुछ ठीक होता लोग ऐसी भी बाते करते हैं
24:38दूसरी बात जो है आप तेल खरीदा है तो यह इंट्रनेशनला शिट की बात आती है इसे दिहान में रखना होगा ना कि पचास बार अगर कोई नेता इस बात को दोहरा रहा है कि मैंने ही रुकवाई है जंग मैंने ही रुकवाई है जंग और भारत की ओर से
25:01हमें ऐसा तो बताना चाहिए ना खुले तोर पर कहकर कि भाई आपकी उसमें कोई भूंका नहीं थी यह दोई पक्षिये मामला था भारत पाकिस्तान ने आपस हमारे जो एक्स्टरनल अफैर्ट मिनिस्ट्री ने तरी बार इस बात को का और जो है यह तो बहुत प्रेप्व
25:31किसी को नहीं रोक सकते क्रम साब तो कहते हैं बार-बार कैनेडा हमारा 51 देश है क्या कर सकते हैं तो उसको यह नहीं कह रहा हूं सर बहुत लोग ऐसे बाते करते हैं सोसल वीडिया पर भी पक्षवाले भी एक फोन मिलाना चाहिए ट्रम्प को की लेकिन आप यह बात देखि
26:01अगर इस बात कोई नहीं मानता है तो यह कोई कहने वाली बात नहीं है कि जहां पर यह क्या क्यों कह रहे हैं यह तो चलिए एक सवाल है थोड़ा कुतिन के दोरे से हटकर है बार-बार जबसे यह चोटा सा युद्ध हुआ था हमारा पाकिस्तान के साथ ऑपरिसन सिंदूर
26:31िप्ध नहीं हों उनकी बातों से आईसा जलकता है कि जैसे निकट भविस में हमारी पाकिस्तान से और भी जंग हो सकती है इसकी संबहोना उनकी बातों सह अभी है कि � Chrome क्लियर कर दिया है
26:57कि अगर पाकिस्तान किसी भी तरह की इमाकत त्यार करता है तो उसका मोतोर जवाब दिया जाएगा भारत का किसी युद्ध में कोई अधरवाई बिरावजय करनी का लिए मुझे नहीं लगता कोई इंट्रेस्ट है यह सब बन्सल सर लालकिला ब्लास तो हो चुका है कहा गया �
27:27देखिए आपको यह बहुत घहराई से समझेना पड़ेगा आप पत्रकार हैं समझने की कोशिश यह करिए कि भारत को इस स्टेट्मेंट तब तक नहीं देता जब तक उसकी जांस नहीं देता अब जांस करने के बाद ना अभी तक भी भारत ने को इल्जाम पाकिस्तान के �
27:57उसका जो कोई मैचोर एक्शन भारत नहीं लेता है भारत बहुत मैचोर कंट्री है हमारे जो है पूरे लिडर्शेप हमारी डिप्लमेसी हमारी फोस सम्मैचोर है और जो उचित होगा वही किया जाएगा कभी भी किसी को ऐसे ही नहीं किया जा सकता आपने तुर्की की बात क
28:27देखे आप इस बात को इस तरह से समझ सकते हैं कि तुर्की जो है मुसलमान देशों का एक खलीपा बनना चाहता है और खलीपा में वह पाकिस्तान को भी रखना चाहता है और एक कारण और भी हो सकता है जिसको मैं मेरा ये परसमाना है कि पाकिस्तान के पास में वह कहते है �
28:57और्विनाइजेशन है और जब से खासकर यह अर्दोगन आया है पहले इतना नहीं था जो वहां के तुर्क जो क्या कमाल आता तुर्क उनके साथ में भारत के अच्छी संबनते तुर्की के साथ में यह तो जो एक इंडिविजल की वेशे हुआ है तो इंडिविजल जब आता
29:27भारत की सेना हमने अपने आर्मी के एक मेडिकल यूनिट भेज़ी थी जिसकी वहां पर उनकी बहुत सराहना हुई लोग अमोशनल होगे बाव भी नहीं विदाई दी और बहुत आखों में आंसुत है तुर्कियों के तुर्की लोगों के जितनी हमने सेवा की इसी परकार स
29:57पासा सर की तरफ चलता हूं सर आप से मैं जानना चाहूंगा थोड़ा सा मैं बैपारिक नजरिये से भी समझ लूँ कि इसमें कई चीजे करें भार की कंपनियों को जो रूस के जो फार इस्ट है सुदूर पूर में बहां पर जिस तरह की माइनिंग लेंड लीज की बात हो �
30:27सिपिंग है उसमें समय कम कर सकता है ये बहुत बड़ी बात इसमें संब enhance है क्या यह हमें इस तरह की चीजों से जो है closest ले जो है उसको लेकर के अक्ले
30:41लिएर उसमें भी फाइदा कर सकता है क्या ये चीज़ है सर जी देखे जहां तक आर्टिक ओशन का लिंक है वो काफी छे महीने तक जो है वो बर्फ की वज़े से बंद रहता है लेकिन सबसे आसान और जिसमें ज्यादा
31:03खिमत या मुश्किल नहीं होता हूँ नार्ट सोथ कॉरिडर है चाह बाहर से लेकि एरान से होते हुए सेंटरल एश हैं मासको को जो हम अग्रिमेंट साइन करें हैं एड़ान से सेंटरल एश है के देशों से और रूस से वह अभी अंडर इूटिलाइज़ड है हम पूरा उसक
31:33और रूस्ट भी सैंक्शन कड़े सैंक्शन से जूज रहा है तो हमें ये नार्साउथ कोरिडर को जो है इस्तमाल करना चाहिए बलके वो आर्टिक वो भी एक है अल्टरनिटिव लेकिन जब ये सस्ता वाला नार्साउथ कोरिडर है मेरे काल से उस पर भी बाचीत होगी कि कैस
32:03मुश्किल वेदर की होजे से होती है जो मेशिनरी चाहिए वो काफी एक्स्पेंसिव होती है और कास्ट बेनिफिट अनलेसिस का अगर आप देखें दूसरे आफ्रिकन देशों में जहां हम इन्वेस्ट कर रहे हैं उसे काफी कुछ ज्यादा इन्वेस्टमेंट करना पड�
32:33कर नहीं पा रहा है साइबीरिया में या इस्टन रशिया में हालांके चीन आगे बड़ा है इस मामिले में लेकिन इसे भी बात्चीत होगी आगे चलके जी समय की कमी है हमें अपनी इस बात्चीत को यह खत्म करना पड़ेगा आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद वन इ
33:03बहुत महत्वर लेने वाला है जब पुतिन राष्टपती बहुन में दिखाई देंगे राष्टपती द्रोपदी मुर्मों के साथ तो जो भी नहीं अपडेट आएगी इस पुतिन की इस यात्रा को लेकर हम आपके बीच उसे लेकर हाजिर हो जाएंगे बहराल के लिए हम
33:33मेरी समझ में समान बुद्धी से आता है कि S500 को लेकर के बात कर रहे हैं हम फिफ जन्रेशन के स्टील फाइटर के तरफ भी देख रहे हैं टेकलोजी टांसफर की तरफ भी देख रहे हैं खासतोर से डिफेंस सेक्टर में क्या लगता है कि ये हम उस तरफ जा रहा है या अ�
34:03परसो मेरा एक इंटेव्यू था तो जो मैं समझ सकता हूं जो अभी सेंटिमेंट जो सामने आ रहे हैं और जो एजेंडा पॉइंट्स भी जो निकल रहे हैं खास तौर पे सुफिटी सेवन का उसमें जिकर है दो से तीन स्कॉडल और वो इसलिए है क्योंके जेट इंजन्स हम
34:33वाइड है 29 स्कॉडल पर हम पहुंच गया है 42 स्कॉडल रहे हैं इसको हो सकता है कि इसकी जो आपकी अरॉंसमेंट ना उपर इसके उपर एक सह्मती हो एंड मैं इसको फील करता हूं कि जिद्नी भी डिफेंस डील होती है वह नॉमली प्रोटोकॉल मैंने देखा है कि वह ऐ
35:03कि ऐसे करके आती मेजर �ëंसमने झाल और कुछ ignorance से बात कहीं के कुछ आपूरती को लेकर एक � cannot पहींना और नहीं मीं हमारे सते जो खास्त रहन चांबूंगा कि यह था पीछले कुछ समय से रुस से क्या क्या का वह भी इस विजेट में उस पर भी बड़ी डिसकस होने
35:33यह है कि यह तो अपने हैं सब कुछ है उसके लिए इस तरह की बाते होती है बिल्कों ऐसा तो है नहीं कि रस्या हमको कोई इस पर पार्ट देना नहीं चाहता वो तो देगा डिले हो रहा है जो डिले हो तो हमकी इपनी मजबूरियां आप यह देखे ना कि उनका जो यूक्रे
36:03आपने पांच जो एर डिफेंस सिस्टम है हमारे एस पॉर हंडर्ड उसके से नहीं तो अभी देने हैं इसी प्रकार से जहां तक है यह तो ओफर अडरस्या ने हमको दिया हुआ बहुत पहले ही और उस समय जो है अमेरिका ने एफ तर्टी फाइव का दिया हुआ है एफ तर
36:33करेंगे इस तरह की चीजहों में कोई ऐसा डिसीजन तो नेताओं के बीच में नहीं होता यह तो कमर्शियल डील है उसको देखा जाएगा उसके स्पेसिफिकेशन बनेंगे और जो हमको सूप करेगा वो लेंगे अला कि एक बात प्रकार से जो रस्या है वो हमको टेक्नोलो
37:03है वो इंडिया के अंदर में कर सकता है 50% की त्यार है लेकिन जब हमारी को या पूर्ती नहीं होती तो हमको भार जाना पड़ता है जैसे हम राफिल की लिए गए हैं और इसी तक रैसे भारत अभी अपने सारे वियर नोट कीपिंग और एंग्स इन वन बास्केट हम सम पोस
37:33ब्रेमोज की नहीं जो बात हो रही है 57 की इसको भी क्या अब देखे यरस्या काफी है दूसरा आप रस्या के उपर में सेंक्शन लगे हुए हैं उनके उपर में हमारे हां पर सेंक्शन तो वो तो चाहेंगे कि हम प्रडूस करें यहां पर बजाए ट्रांसफर करने के लिए
38:03और उनकी फाइनेंस की जरूरत है अभी देखे जो हम एक जैसे मैंने का नोन नुक्लियर आइस ब्रेकर बना रहे हैं अर्टिक के अंदर में तो उसमें हमारा एक इंवेस्टमेंट होगा जो की रश्या को इससमें फाइनेंस की जरूरत है और वो चाइना की बजाए इंडि
38:33हम देखते हैं चाइना से भी बहुत अच्छे संबंद है लेकिन जैसा कि मेजर जनरल बंसल सर ने कहा कि कहीं वो जूनियर पार्टन ना बना ले जब हम डिफेंस की बात करते हैं रूस पे काफी ज़्यादा बलब डिपेंड भी है अभी मुझे ऐसा लगता है वैसे आप म�
39:03इस साथ में और रूस और जो चाइना है रूस जो है चाइना और इंडिया कैसे बैलेंस करें आप क्या देखते हैं किसका पढ़ला भारी देखते हैं सर जी यह आपका सवाल जो है बहुत महत्रपून हैं लेकिन उससे पहले मैं एक छोटी टिपोनी करना चाहता हूँ देख
39:33और अमेरिका और इसराइल से खरीदते आ रहे हैं लेकिन रूस और दूसरे देशों के मुखाबले में रूस से सबसे ज्यादा हमको फाइदा होता है क्योंकि वो सिर्फ आपनुनी खतिया नहीं देता लेकिन टेक्नालोजी ट्रैंसफर भी करता है आप मिक को ले लीजिए �
40:03देश तो इसलिए रूस के हतिया जो है बहुत महतबपूर्ण है और बंसर साथ ने जो कहा सही है सैंक्शन की वजए से कुछ पीशिद्गी आ रही है
40:14एक सवाल मेरे दिमाख में आगया आपकी बास से वो भी जोड़ दे रहो है पूरा दे दिएगा जिस तरह मैं देखता हूँ
40:18एप सिक्स्टीन को लेकर के पाकिस्तान के उपर अमेरिका ने दिया है लेकिन भारत के खिलाप इस्तमाल करने को लेकर के रोख है
40:25क्या इस तरहें की चीज़े जब हमारे पास हम डिफेंस में पावर भी आती है रूस का हमारे पास मुक रूप से हमारे पास हत्यार होते हैं
40:33हमारे पास सामरिक तमाम चीजे होती हैं ताकत होती है तो क्या हम चायना का जब मौका आता है कभी ऐसा तो हमारे सामने क्या कोई दुबदा कोई समस्या खड़ी हो सकती है
40:44जी ये कटिन मसला है रूस के लिए इसी लिए तो पुतिन काजान समिट में मद्यस्ता करके दोनों देशों के बीच भारत और चीन के बीच मीडियेशन करके वो बार्डर अग्रिमेंट करवाए वो परेशान है ये बार्डर इशू को लेके
41:06लेकिन सर समझता ये समलता नहीं दिख रहा है क्योंकि अभी भी जिस तरीके से रौणाचल प्रदेश की एक महलाख वाली आपने पूरी घटना सुनी होगी उसके पास जिस तरह से उनके विदेश मंत्री का बयान आता है रौणाचल प्रदेश के मामले में तो उन चीजों
41:36होगी क्योंकि भारत भी परेशन है चीन के हरकतों से चाहे वारौनाचल प्रदेश में हो या दूसरे बौडर मामले में लेके और पूतिन को समझाने की कोशिश करेंगे कि आपका असर और उसुख चीन पे ज्यादा है तो चीन को लशकदार रवाया इस्तामाल करने के लि�
42:06और इस से काफी मुश्किलात हो रहे हैं क्योंकि ये तेल का मामला जो है और पेशीदा होगा अगर सीसपार होता है यूकरेन में तो भारत जो है डिसकाउंटेड रेट पे रूस से तेल खरी सकता है कोई भी मिक्तार में जो कि अमरीका दबाव दाल रहा है कि उन से महंगा �
42:36अच्छी तरह जानता है और असर रूस का जो है इन दोनों मामले में काफी इंपॉर्टेंट है दूसरे ट्रेड और अगरिकल्चर और हेल्थ और दूसरे सेक्टर को अला रहे हैं तो अगर रूस हत्यार देता है भारत को क्या है वो एस पोर हंड़ेड हो या आगे चलके ए
43:06आछाया पाकिस्तान के पर कंडीशन डाले तंट है पिर भी उन्होंने जंग में इस्त्माल किया जो आमरीका मैं कुछ नहीं किया हम भी प्रोटेस्ट किये थे लेकिन जो नॉन औरमेजर मेजरा दर्जा दिया पाकिस्तान को और जानबूझ के दिया है इन भारत के उपर द
43:36में और अब जब आ रहे हैं तो इन चार सालों में बहुत कुछ बदल चुका है पुतिन खुद यानि रसिया खुद तीन सालों से ज्यादा वक्त से युक्रेन से युद्ध में उलजा हुआ है और हमने भी पाकिस्तान से एक छोटी सी जंग लड़ ली है इस दौरान इस जं�
44:06तो उनका रुक बिल्कुल बदला से नजर आया अब उनका पाकिस्तान प्रेम ज्यादा दिख रहा है तो सर ऐसे माहोल में ऐसे प्रदिस में क्या हम अपने मित्र राष्टों की परिभासा फिर से देख रहे हैं उसको फिर से गढ़ने की कुशिस कर रहे हैं कि हमारे साथ क�
44:36जे के बनसल जी से बनसल सर अरे då को देखिए इसमें ऐसा कुछ भी नहीं ही है कि हमारे जो है भारत को ट्रेड्ट के बारेमें दिक्कत है लेकिन जो कि डिलेक्रिशन फेले हमारे वष्ट में कुछ तैन नहीं है
44:57अभी भी कुछ दिन पहले एक्सरसाइज हुई थी जो अमेरिका और भारत दूसरा अमेरिका को भारत की जरूरत है चाइना को काउंटर करने के लिए
45:06तो आप यह देखिए कि वो जरूर एक प्रैसर डाल रहे हैं हमारे उपर में कि वो रस्या से और ना खरीदे तो उसके लिए टारी बढ़ा दिया है लेकिन अधर उसमें भी अभी बात्ची चल रही है और प्रेजिन ट्रम भी कहते हैं कि यह रस्या एक इंडिया काफी इंपो
45:36बहतर हैं और हमारे एक मिंटेन कियों हैं रिलेशन्स भारत ने अमेरिका के साथ में भी यूरोपियन कंट्री के साथ में भी हमारे इलेशन्स अच्छे हैं और जो आप इसके अलावा जो एक टैक्टिक्स है अभी अमेरिका की उन्होंने जब यूरोप जो भारत के साथ में
46:06ससर पढ़ रहा है जो बात दूसरी है कि वो प्रेसर टैक्टिस है और रही बात पाकिस्तान की पाकिस्तान का जो है वो जो अमेरिका
46:15इस्तेमाल करता है और अमेरिका इस्तेमाल करने के लिए वो कब उनका साथ छोड़ दे ये कहना बड़ा
46:20मुσκिल है अमेरिक पाकिस्तान पो पाकिस्तान को कुछ dollars चाहिए वो ले लेता हैंby से जा का है उनके डिफेंस
46:25मिनिस्टर ने का आफ पाकिस्तान के हम यह पती साल तक गंडा काम valid का करते रहे हैं आम मेरीका के लिए
46:32तो इस परकार से अमेरिका की और जो पाकिस्तान के रिलेशन दूसरे हैं जहां तक इंडिया है इंडिया अपनी एक पॉलिसी रखता है कोई कंडिशन ऐसी नहीं लगी है कि हम उस रहा कि चाइना ने जो है जो बहुत एक बैलेंस बना कर रखना है अमेरिका को भी जरूवत है
47:02बनसल सर मैं एक चीज समझना चाह रहा हूँ कि ये सारी चीजें जो आपने बताए जिस तरह से हम संतुलन कर रहे है वो दवाव डाल रहा है मेरिका अपने कुछ समझोता करने की तरफ की बही चलिए भारत के साथ संबन भी रहें और इस तरीके से हम अपना कुछ बैलेंस �
47:32इसमें जिस तरह को ब्यापार को लेके बात हो रही है एक मैरिटाइन कॉलिडेर अग्रिमेंट की बात भी क्या उसके होने की कुछ संबाब्दा है क्या वो इतना सरल है कि जिस तरीके से पास समझनी पड़ेगी यह जो एक मीटिंग है एन्वल मीटिंग होती है जो 23 अन्व
48:02बैटिंटी मिलियन डॉलर का है जिसमें जी भारत सिर्फ करता है फाइप बिलियन डॉलर जो लो जो एक टरेट दिफिसिट वहुंत बड़ा आquinho बहुत बड़ा है तो इंडिया चाहता है कि हमारा बढ़े और
48:13इसके फिर्ड में बढ़ सकता है फार्मेशुटिकल में बढ़ सकता है कुछ जो हैं जो जो खाने पीने का समान है मेरी टाइम जो प्रोडक्ट है उनको बढ़ा सकता है इलक्तोनिक्स में कर सकता है अलाकि इलक्तोनिक्स में जो प्रेड़िट है मार्केट वो चाइना ने क्या
48:43तो इस प्रकार से ऐसा ऐसी कोई जो इस तोरान में कोई ऐसी बाधाई नहीं इनको दूर करना है उनको तो यह है कि हम जो कर रहे हैं उसको कैसे आगे बढ़ाना है और जैसे आपने कहा कि इस अगे बढ़ाना नहीं होता
49:13प्रोकल होता है जो प्रेजिएंट पूतिन ने इन्वाइट कहने हो नहीं इसमें बहुत सारी बात हैं ऐसी हो जाते हैं बंसल सर इसी से जुड़ा हुआ
49:23एक सवाल है ये दो राष्टा जेच्छों के बीच में जो निजी संबंध होते हैं अच्छी दोस्ती होती है उसका कितना असर पड़ता है जैसे हम देखते हैं कि पीम मोदी और पुतिन एक दूसरे को 25 सालों से जानते हैं जब परदाहान मंत्री नरेन मोदी गुजरात की मु
49:53कि 2014 में देश के सक्ता में आते हैं तो उसके बाद कैसे पुतिन के साथ उनकी दोस्ती और ज़्यादा बढ़ने लगती है तो क्या इसका कुछ असर पड़ता है सर लेकिन
50:02लेखिए यहां पर एक बहुत बड़ी बात है कि जब हमारे प्राइम स्ट्र प्रायम मिस्टर बने तो लोगों का मत यहता है कि इनको डिप्लोमैसिंस में क्या करेंगी या फॉर नेक्टे लेगा कि विसेस्ता है यह अपने इतनी तहीं किसी भी नेटा के लोज में आ जाते
50:32किसी के साथ में भी उनके रिलेशन्स बड़े अच्छे हो जाते हैं सभी के साथ में वड़ी तनमयाता से बात करते हैं तनमयाता से मिलते हैं आप चाहे उसमें आप जो भी अफरीका के प्रेजिडेंट हैं उसके साथ ले लीजिए या जो जो ब्राजिल के प्राइम निश्ट
51:02चाता कि वेस्टर मीडिया ने था और जो जो देखा जा ए के माइन में
51:24में आ रहा था कि वह णो कर सकता है तो उस समें प्राइम миниस्टर मौधी का रोल रहा है
51:29इस तरह से डेश्टिंग कर दिए तो वर्ड में प्राइमिश्टर मोधी की बहुत इज़त है और वो इसलिए है कि वो बड़े सचे दिल से सब के साथ में तन्मियत आसे रहते हैं और अपना सब बंसल सर मैं आप ही की इसी बात मैं से एक बार कोचर सर के पास चलता हो गर वो �
51:59गेस्चर एक अलग बहुत नजदीक होने वाला जिस तरह का था तो उस तरह की बाते अभी हला कि ये पॉलिटिकल बात है लेकिन मैं आप से इसके माइने समझना चाहता हूं क्योंकि जब 2020 का जो मामला था जब उस समय जब प्रेजिडेंट अमेरिका के आए थे भारत तो उ
52:29मामले में आप कैसे देखते हैं सर बिल्कुल इसमें सिवें जी मैं थोड़ा सा और जोड़ देता हूं यही ट्रंप अली बात की पासा सर यह मतलब कई बार फायदा होता है होता होगा भी होगा अगर दो नेताओं के बीच में अच्छे रिस्ते होते हैं तो उन देशों के �
52:59देश में काफी अलोचना जहिलनी पड़ी थी और ट्रंप को तो पूरा समर पर दिखाते हैं पूरा सम्मान देते हैं लेकिन बदले में हम जिस सम्मान की उमिट ट्रंप से करते हैं ट्रंप तो वैसा कुछ इस बार दिखाए नहीं दूसरी बार जब वाइट हाउस पहुच
53:29खास तोर पे यह गले मिलना जो है कुछ चोकाने वाली बात नहीं है कई लीडर भारत के लीडर दूसरे लीडरों से गले मिलते थे और सभी को पता है गले मिलना और नमसकार करना दौहा जोड़के यह पदती है कस्टम है भारत का लेकिन जहां तक वेस्टर्ण की ने किया �
53:59सर बहां तक चले गए कि हाओडी मोधी और वहां पर किस तरह से यह माना गया कि कहीं ना कहीं भारत वंशियों का बोट भी टरम को पढ़ गया मोधी की वज़े से ऐसा भी अनुमान लगाया गया सच है जूट है पता नहीं लेकिन ऐसा एक भाबना बनी थी सर उसकी बात हो �
54:29बाघएनस प्लिकल्टकल डी कुल्च्रोल डीज़नस डीफरवनेस रीज़नस सब लेके लेकिन जो अमरिका की आर्थिक स्थितिए है वो अगर ट्रॉम बदले कोई और भी लीडर होता तो वही करते जो ट्रॉम करते आ रहें टारिप को लेकर ये मागा जोarm अमेरिका घ्रे
54:59तो भारत को चेतावनी वो दे रहे थे कि आप से हमारा ट्रेड रिलेक्शन जो है खराब हो सकता है आपको घटाना होगा बोलके जैसा उन्होंने धंकी कैनेडा, यूरोपेन यूनियन, जैपान, कोरिया को और दूसरे देशों को किया तो अच्छे से आधे 2021 में
55:29Download the One India app now.
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