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ये वीडियो श्रीमद्भगवद्गीता - 26 अक्टूबर के लाइव सत्र से लिया गया है।
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Transcript
00:00इंग्लेंड जो है ना वो आइलेंड है वो पानी से घिरे हुए है चारो और से उन्हें जो कुछ भी करना है उन्हें समुदर पर ही करना है
00:07संसाधन ब्रिटेन के पास अपने बहुत कम है, उन पर जो हमला भी होना है, वो समुद्र का ही रास्ते होना है, उसी से उन्हें अपनी रक्षा करनी थी, उसी से उन्हें व्यापार करके समुर्धि पानी थी
00:18तो 15-16 शतादी में समुद्र में बड़ी होल्ड लगी हुई थी, जिसमें ब्रिटेन की पतियोगिता थी सबसे ज़ादा स्पेन और पुर्तगाल के साथ, जो कोई समुद्र पर राज करेगा, ये पक्का था कि वही व्यापार पर राज करेगा, लेकिन समुद्र में चलने के �
00:48आसान होता है, पूरत की स्थिति देख लो पता चल जाता है, वह आसान होता है, देकिन लॉंगिच्यूट पता करना मुश्किल होता है, तो अब अगर ब्रिटेन को अपने आपको सुरक्षित रखना है, सबसे पहले सुरक्षित और उसके बाद संपन, तो जरूरी है कि जह
01:18अगले 300 साल तक भारत की गुलामी बनी, एस्ट्रोनमी, एस्ट्रोनमी थी तक्नीक, ठीक जब हम होरोस्कोप से खेल रहे थे, ब्रिटेन टेलिस्कोप से खेल रहा था, और वही जो अंतर था होरोस्कोप वर्सेस टेलिस्कोप, वो भारत की कोलोनियल गुलामी बन गया, जो
01:48काल्टोग्राफी यानि मैप मेकिंग मानचित्रण के काम आ रही है और सारी टेक्नोलोजी के पीछे क्या है साइंटिफिक एटिच्यूट यह नहीं कि शनी और राहू और केतू सुचो कैसा होता बस एस्ट्रोलोजी की जगह एस्ट्रोनमी होती भारत में तो आज हम कैसे होते
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