Humayun Kabir Net Worth: हुमायूं कबीर पर उठे विवाद ने बंगाल की राजनीति को गर्म कर दिया है। उन्होंने मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद जैसी संरचना की नींव रखने की घोषणा की थी, जिसके बाद उन्हें TMC ने निलंबित कर दिया। उनके 2021 के हलफनामे के अनुसार लगभग 3.07 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति दर्ज है, जिसमें जमीन, वाहन और व्यावसायिक मशीनें शामिल हैं। क्या वे आर्थिक रूप से मजबूत हैं? हाँ। लेकिन क्या मस्जिद बन पाएगी? इसका भविष्य कानूनी, प्रशासनिक और सामाजिक पहलुओं पर निर्भर करता है। यह वीडियो उन्हीं सभी सवालों का विश्लेषण प्रस्तुत करता है।
00:18हुमायू कबीर को लेकर विवायत उनकी उस खूशना से शिरु हो गया
00:22जिसमें उन्होंने 6 दिसंबर के दिन बाबरी मस्जित जैसी संरशना की नीव रखने की बात करी
00:27इस बयान ने पशिम मंगाल की राशनीती में हलचल तेज कर दी और तुरंट कारवाई करते हुए
00:35हुमायो को पार्टी से निकाल दिया, पार्टी से निलंबित कर दिया
00:39उनका दावा था कि मुशिदाबाद के बेलडंगा इलाके में तीम गुम्बद वाली मस्जित का निर्मान को शुरू करेंगे
00:45जसका स्वरूप बाबरी मस्जित की तरह होगा और नाम भी होगा बाबरी मस्जित
00:50उन्होंने जिस जमीन को बताया उस पर सच में कुछ लोगों की मौजूदगी और मंच तयार होने जैसी गतिवीध्या उस दोरान देखी भी गई थी
00:58लेकिन ये सवाल अभी भी असली रूप में मौजूद है कि क्या सर्फ नीव रखने से मस्जित का निर्मान वास्तव में संभव हो पाएगा
01:06किसी भी धार्मिक धाचे के निर्मान के लिए जमीन की कानूनी स्थिती, स्वामित्व, प्रशाशने का अनुमती, स्थाने समुदाय की सहमती और राजशनातिक महाल जैसी कई परते होती है
01:16इनमें से कोई भी बाधा निर्मान को रूख सकती है, जो कि खुद सरकार और पार्टी उनसे दूरी बना चुकी है, ऐसे में इलतावे का वास्तविक निर्मान में बदलना फिलहाल संदिक धलगता है
01:28इसका मतलब है कि राजशनातिक बयान और वास्तविक निर्मान दो बिलकुल अलग चीजें हैं और नीव रखने के घटना अगर पूर्ण हो भी चुकी है जैसा कि पूरे देश ने 6 दिसंबर को देखा पर निर्मान अभी पूरा तैम आना चाहे ऐसा कहना गलत होगा
01:45इस विवाद के बीच उनके आर्थिक स्थिती की चर्चा 30 है उनके 2021 के चुनावी हलाफ नामे के मताबिक हुमायू कबीर के पास खुल करीब 3.07 करोड रुपए की संपत्ती है उनके चल संपत्ती लगभग 97 लाख रुपए आंकी गई जिसमें बैंक बैलन्स, नकद, बीमा
02:15जो ये दिखाते हैं कि वे वेवसाइक स्थर पर कई कामू में लगे रहे अचल संपत्ती की बात करें तो मुर्शिदाबाद और कॉलकाता में जमीने और माकान उनके नाम पर है जिनकी कुल कीमत 2 करोड रुपए के आसपास है इन में कृशी जमीने, आवासिय संपत्ती, न
02:45बैंक जमा और साजा संपत्ती का कुछ हिस्सा भी है जिससे कुल पारिवारिक संपत्ती और अधिक हो जाती है इन सब जानकायों को समझने के बाद ये कहा जा सकता है कि हुमायू कबीर आर्थिक रूप से मजबूत तो हैं लेकिन उनके पास इतने संसाधनन नहीं है कि सीध
03:15एहम भूमी का निभाती है इसले मजब बन पाएगी या नहीं इसका कोई सुनिश्यत जवाब अभी तक तो नहीं मिल पाया उनकी घूशना राजनेतिक महाल को गर्माने वाली थी लेकिन निर्मान का भविश्या पूरी तरह अनिश्यत है मामले को आप कैसे देख रहे हैं �
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