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Vande Mataram Controversy: आज़ादी के 75 साल बाद राष्ट्रगीत पर सियासत क्यों? | Oneindia Hindi
आखिर क्यों देश की आत्मा कहे जाने वाले 'वंदे मातरम' पर आज सवाल उठाए जा रहे हैं, इसके पीछे क्या एजेंडा है?
भारत को आज़ाद हुए 75 साल से अधिक का समय हो चुका है, लेकिन आज भी देश में Vande Mataram को लेकर बहस छिड़ी हुई है। यह सिर्फ एक गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा का एक अटूट हिस्सा है। हमारा राष्ट्रगीत (National Song) उस भावना का प्रतीक है जिसने गुलामी के दौर में सोये हुए भारतवासियों को जगाने का काम किया था।

This video analyzes the ongoing debate surrounding India's National Song, Vande Mataram. Despite 75 years of independence, questions are being raised about its significance. We explore the historical importance of the song during the freedom struggle against the British and question the motives behind the current political controversy.

#VandeMataram #NationalSong #IndianPolitics #OneindiaHindi

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Transcript
00:00जब हम वंदे मात्रम का नाम लेते हैं तो हमें उस पूरे एतिहास की याद आती है जो स्वतंत्रिता संगराम का एतिहास था
00:08वंदे मात्रम उस अधूनिक राष्ट्रवाद की अभ्यव्यक्ति है जिसने भारत के लोगों को एक राजनीतिक और नैतिक का कांक्षा से जोड़ा आज जिस विशय पे हम चर्चा कर रहे हैं वे केवल एक विशय नहीं है भारत की आत्मा का एक हिस्सा है
00:27हमारा राष्ट्रगीत उस भावना क्या प्रतीक है जिसने सोए हुए गुलामी में सोए हुए भारत के लोगों को जगाया
00:39जिसने उन्हें हिम्मत दी कि ब्रिटिश साम राज्य के सामने खड़े होकर वे सत्यों और हिंसा के नैतिक हत्यारों के साथ सामना कर पाएं
00:50आज ये चर्चा एक भावना के उपर है और जब हम बंदे मातरम का नाम लेते हैं
01:01तो वही भावना हमारे दिल में उजागर होती है जब हम बंदे मातरम का नाम लेते हैं तो हमें उस पूरे एतिहास की याद आती है
01:10जो स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास था, उसकी पीड़ा, उसका संघर्ष, उसका साहस, उसकी नैतिक्ता, उसका जो बल था, कि ब्रिटिश सामराजे उसके सामने जुका.
01:30अध्यक्ष महोदे, वन्दे मात्रमुसा धूनिक राष्ट्रवाद की अभ्यव्यक्ती है, जिसने भारत के लोगों को एक राजनीतिक और नैतिका कांक्षा से जोड़ा, जिसने भारत के लोगों को एक साजा नियति के उत्तर अधिकारी, एक साजा भविश्य के निर्माता के
02:00ये गीत देश की आत्मा का हिस्सा बन चुका है, देड़ सौ सालों से देश वासियों के दिलों में ये गीत बस चुका है,
02:1075 सालों से हमारा देश आजाद है, तो फिर आज इस बहस की क्या वशक्ता है?
02:19हमारा यहां मकसद क्या है? जनता से हमें दिया गया दायत्व, जनता का विश्वास, उनके प्रती हमारी जिम्मेदारी,
02:36हम किस तरह से इसका इस्तमाल कर रहे हैं, हमें ये सुचना चाहिए,
02:43क्योंकि अब इस मोड पर हम इस सदन में अपने राष्टगीत पर भी बहस करेंगे.
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