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  • 2 days ago

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00:00मेरा सवाल जो हाली में इंडिगो का एरलेंस का खेयास हुआ, नुकसान जो है पैसेंजर्स को जेनना पड़ा, ऐसे में इन कमपनियों का कुछ तो एथिकल रेस्पोंसिबिलिटी होनी चाहिए।
00:1160-65% प्रतिशत शेर हैं इंडिगो का, आप इंडिगो को सजा दे दो आप बोल दो कल से इंडिगो की उडाने बंद, तो भारत की दो तहाई उडाने बंद हो जाएंगी, तो कौनसी रेगुलेटरी अथोरिटी अब इंडिगो को सजा दे सकती है, आप शिगायत कर सकते हो इं
00:41सत्ता कुछ मुठी भर लोगों के या इकाईयों के हाथ में जा रही है
00:46और अब भी ऐसे आगे जाते जाते हैं ऐसा हो जाएगा कि हर दिन ये नियूस आती जाती रहेगी
00:52लोग कितना मतलब ऐसे इसको कॉक्रोजस की तरह
00:54फ्लाइट कैंसेल हो गई तो जो पैसेंजर्स थे उन्होंने कर दीया
00:58ऐसे होती हैं क्रांथिया अरे तो पासव पाच हजार फ्लाइट कैंसेल कर दो हैं तो भी कुछ नग कर उने की
01:04जो लोग अज फ्लाइट पर चल रहे हैं यही वो हैं जो दस साल पहले तक
01:08ट्रेन में चलते थे और उसे 10 साल पहले ट्रेन को जेनेरल डिबबे में में चलते थे
01:11और उसके और 10-20 साल पहले है और चले जाओ तो बस में भी लटक कर चलते थे
01:16यह वही हैं सब जो फ्लाइट में चल रहे entire होगा तो इनको यही बहुत बड़ी बात लगती है कि
01:21हमें एएरपूर्ट में घुसने को मिल गया यहां ऐसे क्रांति वगरा कुछ नहीं होने की क्रांति बस वही कर सकता है
01:26मेरा नाम सागर है मैं पिछले डेट साल से सत्रों से जुड़ावाऊं मेरा सवाल जो है जो हाली में इंडिगो का एरलेंस का जो खेयास हुआ
01:42उसके बारे में हैं उस केस में हमने देखा कि कहने को तो रूल्स और कंपलाएंस फॉलो किये गए थे लेकिन नुकसान जो है पैसेंजर्स को जिलना पड़ा और यह एक लौता मामला नहीं है हर बार यहासा ही होता है और बाद में जो मैटर जो है कॉम्पनसेशन और अपलोज
02:12तो ऐसे में इन कंपनियों का या फिर जो सब्सक्राइब सर्वीस प्रवाडर से अपने सब्सक्राइबर्स के प्रती एंवार्नमेंट के प्रती कुछ तो एथिकल रेस्पॉंसिबिलिटी होनी चाहिए क्योंकि यह जानते है कि मामला बिगड़ने वाला है फिर भी यह बि�
02:4260-65 प्रतिशत शेहर है इंडिवों का इसलिए वो यह सब कुछ कर पा रहे हैं और इतना तब ही हो पाता है जब समाज खुला हुआ ना हो
02:57जहां बंदिशें लगी होती हैं जहां सीमाएं बनी होती हैं और उन सीमा बद्ध क्षेत्रों में किसी का प्रवेश अनुमत होता है और किसी का नहीं
03:15तब ही इस तरह की जो मुनोपुलिस्टिक डॉमिनेंस है उसमभव पाती है
03:21जब इतना बड़ा किसी भी ख्षेत्र है भारत में तो हर ख्षेत्र में टेलिकॉम में है सीमेंट में है इवियेशन में है और कई तुम हां
03:33पोर्ट्स में है
03:36तो
03:38जब भी किसी क्षेत्र में इस तरीके
03:42किसी
03:44की सत्ता वर्चस हो जाता है
03:46तो फिर आप उसमें
03:48आप रेगुलेटर किसी को बना भी दो
03:49तो रेगुलेटर
03:52के पास बहुत दम नहीं रह जाता ना
03:53क्योंकि
03:56अब आप
03:56अगर जो सर्विस प्रोवाइडर है
03:59उसका हाथ मरोडोगे
04:01तो जो पूरा
04:04की नैशनल इंफरस्ट्रक्चर है
04:05वही उस सर्विस प्रोवाइडर
04:07ने दबा रखा है
04:09आप सर्विस प्रोवाइडर को सजा दोगे
04:11तो जो नैशनल इंफरस्ट्रक्चर
04:13उसको सजा मिल जाएगी
04:14आप Indigo को सजा दे दो
04:18आप बोल दो कल से Indigo की उड़ाने बंद
04:19तो भारत की दो तिहाई उड़ाने बंद हो जाएगी
04:24तो कौन सी regulatory authority अब Indigo
04:27को सजा दे सकती है
04:30लेकिन
04:33जहाँ
04:35जहाँ मामला
04:37इमानदारी का होता है
04:39जहाँ एक
04:41level playing ground होता है
04:43जहाँ समाज नहीं
04:47दीवारे नहीं खड़ी कर रखी होती
04:48वहाँ इतनी बड़ी
04:50dominance किसी
04:52एक player की होने ही नहीं पाती है
04:56हो यह नहीं सकती
04:57यह तब तभी हो पाता है
05:02जब समाज ही ऐसा हो
05:03जहाँ पर अब धारन के लिए
05:05जैसे जाती की बात है
05:06वो क्या है वो यह ही तो है
05:08कि एक शेत्र है
05:09वो कुछ लोगों के लिए आरक्षित है
05:13एक दूसरा शेत्र है
05:14वो किसी और के लिए आरक्षित है
05:15तीसरा शेत्र हो किसी और के लिए आरक्षित है
05:17यही तो मतलब है ना
05:19यह वाला काम यही तो चला है पूरे सदियों से इतिहास में जाती ही का यही तो मतलब रहा है यह वाला काम तुम लोग करोगे यह तुम करोगे यह तुम करोगे यह तुम करोगे
05:26तो समाज ही ऐसा रहा है जिसने इस तरह की सीमाओं को प्रश्रह दिया है
05:31समाज ही ऐसा रहा है
05:34आप फलाने परिवार से हो तो आप राज निता बनोगे
05:38तो अब इसमें फेर प्ले नहीं है
05:42इसमें यह नहीं हो सकता कि जो भी कोई आना चाहे
05:45जो भी कोई एंट्री करना चाहे वो कर सकता हो
05:47आप अगर अभी निता के घर से हो तो आपके लिए फिल्म इंडस्ट्री में काम पाना बहुत आसान हो जाता है
06:02आप राजनीता के यहां से हो तो देखिए आपके बच्चों का जो करियर है वो राजनीत में पहले से ही निश्चत हो जाता है
06:10एक व्यक्त को या एक आई को या एक संस्था को अपनी प्रतिभाः अपने श्रम अपने मेरिट के दम पर प्रवेश करना बड़ा मुश्किल पड़ता है
06:28आप शिकायत कर सकते हो, इंडिगो ने ऐसा कर दिया वैसा कर दिया
06:32पर आप इंडिगो की टक्कर में अपनी कोई एरलाइन थोड़ी खड़ी कर लोगे
06:36एंट्री बेरियर हैं बहुत बड़े-बड़े
06:40और एंट्री बेरियर सिर्फ कापिटल के नहीं है
06:45बहुत सारा एंट्री जो बेरियर है वो सिस्टेमेटिक है और पुलिटिकल है
06:49जब भी कभी समाज खुला हुआ नहीं होगा
07:01समाज न्याय संगत नहीं होगा
07:08तब आप पाओगे किसी भी क्षेत्र में ताकत सत्ता कुछ मुठी भर लोगों के या इकाईयों के हाथ में जा रही है
07:21और जिनके हाथ में जाएगी आप उनका कुछ हसानी से बिगाड़ नहीं पाओगे
07:28वो कब्जा करके बैठ जाएंगे
07:32सोजब आ रही बात यह है
07:38पर सर यह जो मोनोपली जैसे जैसे हर एक शेत्र में बढ़ती जाती है
07:52तो जब ऐसे कोई मामले आता है तो माली जी इस केस में 10,000 लोगों को कुछ एफेक्ट हुआ तो वो लोग उस वक्त परिशान हो जाएंगे
07:59तो ऐसे में हर बार हर तपका जो है वो एफेक्ट होता रहते है और वो लोग कुछ उस वक्त के लिए अपना भडास निकाल लेते हैं
08:09और अब भी ऐसे आगे जाते जाते है ऐसा हो जाएगा कि हर दिन ये नियूस आती जाती रहेगी और जब तक बात अपने धर्वाजे पर नहीं आती है बात सिर्फ नियूस बनके रह जाती है और इसी इसी चीज में ये किसी लेवल पर आके गुटन तूटना चेन लिख लो
08:39उड़ाने रद दो गई कुछ हजार उड़ाने किसे दिन पांथ सो किसे दिन आठ सो कुल मिला करके कुछ हजार का फ्यू थाउसंट उसमें कितने आत्रियों पर बहुत असर पड़ गया और भारत की आबादी ये नुपात में कितने है उन पर कुछ नहीं होने का वो सब मध
09:09कि वहाँ एरपोर्ट पर थोड़ा शोर शराबा कर देंगे उसकी रील बन जाएगी वाइरल हो जाएगी इस ज्यादा कुछ नहीं करने वाले है
09:15मेरे लिए बात सुनने में बड़ी विचित रहे कि
09:19फ्लाइट कैंसिल हो गई तो जो पेसेंजर्स थे उन्होंने करांती कर दिया ऐसे होती है करांती है
09:24ने मतलब एक बार होती तो ठीक है बट अभी हर कोई मामला हो ऐसे ही
09:32अरे तुम पांच हजार फ्लाइट कैंसिल कर दो यहां तो भी कुछ नकरांते होने की
09:37जिस यह वर्ग है ना जो फ्लाइट पे चलता है
09:44इसको अब कुछ मिल गया है
09:51पहले तो सभी गरीब थे भारत में
09:55ठीक है जो लोग आज फ्लाइट पर चल रहे हैं
09:59यही वो हैं जो दस साल पहले तक ट्रेन में चलते थे
10:02और उससे दस साल पहले ट्रेन की भी जनरल डिबे में चलते थे
10:04और उसके और दस बीच साल पहले चले जाओ तो बस में भी लटक कर चलते थे
10:09यह वही हैं सब जो अब फ्लाइट में चल रहे हैं
10:13तो इनको यही बहुत बड़ी बात लगती है कि
10:15हमें एर्पोर्ट में घुसने को मिल गया
10:17ज्याधातर, ज्याधातर
10:18अप वाध होंगे कुछ
10:19नब ज्याधातर लोगों के लिए यही बहुत बड़ी बात है
10:22एर्पोर्ट पर आ गए, हाँ फलाइट कैंसल होती है
10:25सबको बुरा लगता है तो बुरा लगेगा तो एक दो घंटा थोड़ा बुरा मानेंगे ये करेंगे वो करेंगे फिर रिफंड आ जाएगा यह एरलाइन क्या देगी कि होटल का बंदुबस्ट कर दिया है आप रात में होटल में रह लीजिए फ्री मील्स ले लीजिए ये स�
10:55इस बारा चलाएंगे यह ऐसे क्रांति आगे अधरा कुष नहीं होने की तो फूर को परेशान दोbrand
11:04हिए हुआ होता है हर एक मामले को दिखने हे इस बंभी गुंट हम्हेंच क्ल की बदार ah
11:19जा रहे हैं वहाँ बुलाया है आई टी वालों ने अब जा रहे हैं तो ये पूरा सब लाव लशकर भी जाना है
11:27equipment सारा लोग जाने है एक दरजन सोचो संस्था कि कितने पैसे लग रहे होंगा है यहां से पंबई जाने में कि फ्लाइटे तो सारी कैंसल हो रही है
11:39उसका फाइदा उठा करके बाकियों ने कोई 50,000 का टिकेट कर रखा है त्रेन भी सब दना दन बुक चल रही है तो यह लोग लगा कर बैठे थे कि ततकाल में कराएंगे
11:55मैंने का तुमारे सोते रह जाओगे ततकाल के भरों से पहुँच भी नहीं पाएंगे
12:01ततकाल कराने के लिए उठेगा कौन तुम में से
12:07यह सब होने के बाद भी बहुत अच्छे से पताएंगे यह सब
12:15हम बहुत मुटी चमुडी के लोग है और बाहरी इस्थितियां कभी इतनी खराब नहीं होने वाली
12:24कि तुम बाहरी इस्थितियों के कारण करांते कर दो आग थोड़ा भीतर होनी चाहिए
12:30बाहर जब भी कुछ बुरा होगा तुम अपने आपको बोलोगे पर यह उतना बुरा तो नहीं नहीं जितना बुरा हो सकता था
12:42फ्लाइट मिसी हुई यह क्राइश थोड़ी हो गई जो मेरे साथ हो रहा है बुरे से बुरा उससे बुरा भी तो कुछ हो सकता था सदा अपने नीचे वालों को देखा करो
12:51संतोश बना रहता है यह हमारा सूतर है हमारा ऐसे कुछ नहीं होता है
12:59जब जीवन में गीता आती है न तो जीवन में गरिमा आती है फिर इन्सान कहता है कि मैं मैं आकाश हूँ
13:10मुझे धरती पर यह तिल्चटा और क्याचुआ केंग बनाया जा रहा है
13:16मुझे मिट्टी में क्यों गाड़ा जा रहा है
13:20फिर उठती है क्रांती भीतर से
13:26नहीं तो दिन भर आप पददलित ही तो रहते हो
13:36जहां जाते हो वहीं आपकी गर्मा का रास होता है
13:42सरगारी दफ्तर में काम कराने चले जाओ
13:44वहां भी यही होगा
13:45प्राइवेट ऑपरेटर्स के पास जाओ
13:48वहां भी वही होगा
13:49खड़े हो ट्राफिक में पीछे कोई बेवजा होर्न मार रहा है
13:55यह इंडिग्निटी ही तो है
13:58यह सीधे सीधे
14:04बत्तहजी भी है
14:07आप खड़े हुए हो और सामने लाल बत्ती है
14:09कोई पीछे से हॉर्न मार रहा है
14:11यह सब होता रहता है
14:13हमारी बहुत मोटी चमणी हो गई
14:14हमें कोई फर्क नहीं पड़ता
14:15तो यह बहुत छोटी बात बोली मैंने
14:25भूतों को तो यह बुरा लगेगा भी नियों
14:27खुदी हॉर्न मार रहे होते है
14:28नजाने क्या-क्या हो रहा होता है
14:31हमारे साथ
14:31दिन रात हो रहा होता है
14:36जिसे स्वार्थों की लत लग गई
14:43वो अपने टुच्चे स्वार्थों की पूर्ती के लिए भी
14:47किसी से भी लात खाना स्विकार कर लेता है
14:51स्वार्थ
14:52और गरिमा एक साथ नहीं चलते
14:55क्रामति बस वही
15:01कर सकता है जो निश्काम हो
15:03निश्वार्थ हो
15:13तो सर
15:14तो हम जैसे जी रहे हैं
15:16हम लोगों तक
15:19मतलब गीता पहुचाने का
15:20मतलब प्रयास
15:21जैसे कि आप खुद ही कहते हैं
15:26कि हम लोगों तक लाना ही
15:27एक गुना है
15:28मतलब किता लाना
15:29देखो मैंने तुम्हें बहुत समझा दी
15:36अब तुम्हें इतनी समझ
15:37आ गई होगी कि तुम्हें क्या करना है
15:40है ना
15:43डूंट मिस्ट रियल फ्लाइट
15:50झाल
15:52अबूद जग।
15:57जदो
16:02मतलब प्र होगीं
16:05जडीन
16:06मतला है
16:07झाल
16:08कर दो
16:12अो
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