00:00लिए नमस्ते मेरा नाम गजाला है और मैं दिली सही हूँ आचारी जी के साथ इस सट्र में जुड़े हुए मुझे 4 महीने हो गया है लगबाक 4 महीने
00:1617 से पहले मैं एक अध्यात्मिक संस्था से जोड़ी हुई थी और इस अध्यात्मिक चर्णी में पिछले आठ साल से हूँ
00:26इस चर्णी के दौरान मेरे मन में बहुत सारे प्रश्न उठे और जिसका समाधान मुझे महां पर नहीं मिल रहा था
00:34जैसे भक्ति क्या है पहले जो भी मैं अपने भावनाओं को भक्ति समझती थी या फिर समर्पन क्या होता है यह सारे विशयों पर और इसके इलावा भी बहुत सारे विशयों पर मेरे को सवाल उठने लगे थे उसका जवाब दूनते हुए मुझे आचारे जी यूट्यूब �
01:04से पहले और अचारे जी से जोड़ने के बाद मैं अपने भीतर बहुत ड्रास्टिक चेंज बहुत जादा बदलाओ एगदम से नहीं कहूंगे मुझे अभी चार महीं हुए है लेकिन फिर भी मैं कई सारे बदलाओ अपने अंदर देख पा रही हूं साहस मेरे भीतर पहले स
01:34ही गलत है कुछ मेरे साथ ही गलत है और जैसे जैसे मैं अचारे जी को जादर से जादर सुनने लगी तो मुझे वहां मैं इस आत्म संशय से निकलने में भी मेरी मदद हो रही है जो कि मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब दी है क्योंकि कहीं ना कहीं मुझे ऐसा लग रहा थ
02:04और उस समद्धान से बाहर भी जो भी आप करते हैं उस ज्यान से करें तो आचारे जी के सत्र एगवर्दान के रूप में है जन्यवाद
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