00:00अग्रीमेंस ना सही, जो अब ये विजिट हो रहा है, ये बहुत सारे मुश्किलों में, बहुत सारे सैंक्शन्स में घिरावा विजिट है, आप भारत में होंगे और एक ऐसे वक्त पर जहां पर 25% अडिशनल टारिफ्स लगा दिये हैं, प्रेजडिन ट्रॉम्प ने भारत �
00:30राजनीती का इस्तमाल कर आर्थिक हितों को साधने की कोशिश है, दूसरे शब्दों में कहें तो भारत के साथ हमारे अरजा सहीयोग पर इस तरह के अलब कालीन राजनीतिक दबाव का असर नहीं पड़ता, भारत के साथ हमारा अरजा समझोता बहुत पुराना और भरोसे �
01:00भारत में एक तेल रिफाइनरी का अधिगरहन किया है, ये किसी विदेशी कमपनी द्वारा भारती अरत्विवस्था में अब तक के सबसे बड़े निवेश में से एक है, यहां हमने 20 बिलियन यूएस डॉलर से ज़ादा का निवेश किया,
01:16हमारी कमपनी अपने साज़ेदारों के साथ इस रिफाइनरी पर सफलता पूरवक काम कर रही है, भारत मौझूदा दौर में यूरोप के बाजारों में बड़े स्तर पर तेल सप्लाई कर पा रहा है, क्योंकि वो हमसे सस्ती दरों पर तेल खरीद रहा है,
01:35लेकिन इसके पीछे हमारे दशकों पुराने सम्मन्द हैं, अंतराश्टिय स्तर पर ये बात बहुत से लोगों को चुब रही है, कि भारत रूस की मदद से तेल के बाजार का एक अगरणी सप्लाईर बन चुका है, और इसलिए वो भारत को नए नए राजनीतिक खतकंड़
Be the first to comment