00:00मैं आपी को कोड़ कर रही हु, आपने कहा की नेटो का इस्टर्न एक्सपंशन, यानी नेटो का पूरब की तरफ विस्टार आपको स्वीकार नही है, और वही सबसे बड़ा खतरा है.
00:12लेकिन क्या वाकई नेटो से रशिया को इतना बड़ा खतरा है, या सिर्फ ये एक प्रिटेक्श्ट रहा, एक आधार बना, जो आपने यूक्रेन के खिलाफ कदम उठा है.
00:22देखिए नेटो जो है वो एक बिल्कुल अलग मसला है, रूसी भाशा, संस्कृती, धर्म, हम यहाँ पर कुछ भी असाधारन नहीं माग रहे हैं.
00:43रूसी संस्कृती, रूसी भाशा, धर्म, और यहाँ तक की शेत्रिय सवाल, यह सभी महत्वपून हैं, लेकिन यह सब एक अलग श्रेणी की बाते हैं, जबकि नेटो पूरी तरह से दूसरी ही चीज़ है.
01:00हम कोई अनोखी, कोई अभूतपूर्व मांग नहीं कर रहे हैं, एक मूल सिध्धान्थ है, किसी भी देश की सुरक्षा, दूसरे देश की सुरक्षा का उल्लंगन करके नहीं हो सकती.
01:12ये सिर्फ किताबों में लिखी लाइन नहीं है, अगर सुनने में कठिल लगे, तो मैं इसे बहुत सरल भाशा में कहूँगा.
01:20यूक्रेन समेथ हर देश को अधिकार है कि अपनी सुरक्षा कैसे करनी है, वो स्वयम तै करें.
01:26हम इस अधिकार को यूक्रेन से छीन नहीं रहे.
01:30लेकिन बात ये है कि यूक्रेन की सुरक्षा रूस की सुरक्षा की कीमत पर नहीं होनी चाहिए.
01:37यूक्रेन सोचता है कि नेटों में शामिल होना उसके लिए अच्छा है.
01:41पर हम कहते हैं कि अगर ऐसा हुआ तो ये कदम रूस की सुरक्षा के लिए प्रत्यक्ष खत्रा होगा
01:48इसलिए जरूरत है एक ऐसा तरीका खोजने की जिसमें आपकी सुरक्षा भी बनी रहे और हमारी सुरक्षा खत्रे में ना पड़ा
01:56हम कोई नई मांग नहीं कर रहे हम बस इतना कह रहे हैं कि जो वादे हमें किये गए थे उन्हें बस पूरा किया जाए
02:05ये कोई कल उठाया गया मुद्दा नहीं है ये तो तब तैह हुआ था जब मैं सत्ता में भी नहीं था
02:12उन्होंने खुद कहा था एक इंच भी पूर्व की और विस्तार नहीं होगा लेकिन उसके बाद भी नेटो ने कई बार विस्तार किया और अब वे यूकरेन को भी नेटो में शामिल करने की खवायत में थे यही कारण है कि असंतोश पैदा हुआ
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