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मोदी-पुतिन की केमिस्ट्री! क्या बदलेंगे समीकरण? जानिए एक्सपर्ट्स की राय
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00:00:00नमस्कार आप देख रहे हैं आज तक आपके साथ मैं हूँ सईद अनसारी और आज दस्तक में हमारी साथ हमारी साथ ही सुमित चौधरी भी मौजूद हैं अभी आपने रूस के राश्पती व्लादिमर पुतिन का एक ग्लोबल एक्स्क्लोसिव सुपर एक्स्क्लोसिव इंट
00:00:30आज उनके बारे में दुनिया ने कितनी जादा बड़ी बाते और कई महत्मून बाते पता की होंगी सेई
00:00:36बिल्कुल ठीक कर रहे हैं सुमित आप रूस के राश्पती पुतिन की पस्नालिटी के बारे में कई तरह की बाते कही सुनी जाती हैं
00:00:43हमारे देश में भी लोगों की जिग्यासा पुतिन को जानने की है
00:00:47बिल्कुल और इंडिया टुड़े ग्रूप के चेर्मेन और एडिटेनी चीफ अरुन पूरी और वाइस चेर्परसन कलिपूरी ने पुतिन से मुलाकात का मौका मिला
00:00:56पुतिन ने देश के सबसे बड़े मीडिया नेटवर्क यानि इंडिया टुड़े ग्रूप से भारत आने से पहले चंद गंटे पहले ही यह मुलाकात किया सही
00:01:03इंडिया टुड़े ग्रूप के चेर्मन अरुनपूरी और वाइस चेर्परसन कलिपूरी ने पुतिन से हुई परसनल मुलाकात और इंटर्वी को लेकर क्या कहा है आईए हम आपको दस्तक मैप सुनवाते हैं
00:01:15對 कなん अरूरे विद्याल चेरे वीजा दूरेंसे हुड़ी के हुड़े हैं
00:01:21व और हमकिष ली इंटने से लुट गंटिए हम्याते हैं
00:01:26के मेग। चिज si बीसे हुड़िगाफयिक OFर अरूरत बारूह।
00:01:31है को एग वह है।
00:01:33कि मैब आपको स्थ पहिसे animals in a cari व
00:01:38ह मेरा रहा तुम काली से फिश�よね
00:01:40व्वाइ कर दार्मानली तुमारत से एक्ट्री तुमारत ठाम।न हरतμε
00:01:47प्याद छाद करे लुब करने र Mitch ared
00:01:48एक मेर थे इन्हें इसे एनौन कर वेंगा ज�해 अच्य कि अचुatorio
00:01:55that the interview was very global and its perspective we didn't just stick to our own
00:02:01problem of India and relations between India and Russia but you widen the perspective on what
00:02:06President Putin brings to the global stage and I think that really was a coming out ball let's
00:02:14say for an Indian media house to be talking about global issues because why should we be left
00:02:19behind we are on the global stage to be taking part and be invited to this high table and I
00:02:25think the two of you really did a fantastic job.
00:02:27So our executive editor-in-chief Kalipuri is saying that this is a great work for us because
00:02:32we have no matter what's the answer, no matter what matter, no matter what matter, no matter
00:02:35Russia, Ukraine, no matter what matter in all countries, all our country is talking about.
00:02:39Now our editor-in-chief Arun puri is the one for you. What was the highlight for you?
00:02:44Firstly it was a very important moment for the India-Trade group to get this interview so I'm
00:02:50really proud of both of you who did the interview and the rest of the team who put it all together
00:02:55प्युकिन को पोता है कर दोगार्व कि पीडियो, इन अपशचे उन सकते हो फिए जेता है।
00:03:02अजह भूम पूटिन, पूम पूटिन, पूमिक हैं पूरिध चपनोंगाझा ये कि विश्यू लूदरिन है चेजिके बार देखने हैं
00:03:15and changing world order
00:03:17and he came across as somebody who
00:03:20answered every one of your questions
00:03:22he didn't duck anything right
00:03:24and that was a experience to see that
00:03:28here's a man who was painted in a certain way
00:03:32but came across completely differently
00:03:35as somebody who would be ready to
00:03:38has his own view of history
00:03:39his own view of looking at the world
00:03:42but he was very clear on what he wanted to say
00:03:45and that was a great impression
00:03:47a moment of pride Kali
00:03:49I think one of the things was
00:03:51you know around any world leader
00:03:53the team is very strict about protocol
00:03:56and about the amount of time you can spend with the leader
00:03:59and they were very clear that you have 60 minutes
00:04:01but because the president was enjoying the conversation so much
00:04:05he was smiling and he was so charmed
00:04:07and he liked the questions
00:04:08the interview ran for 100 minutes
00:04:11and even afterwards he was very open to engage with us
00:04:15in an informal conversation
00:04:16I think that that was a testament
00:04:18to the interviewing ability of the two of you
00:04:21and of course the rest of the team
00:04:23and the entire research that worked behind
00:04:25I want to add to this that we were selected
00:04:29amongst all of the Indian channels
00:04:31by the Russian press team
00:04:34and they did that because of the impact
00:04:38that the India Today group brings
00:04:40for any big interview
00:04:42and I'm very proud of that
00:04:43and I think they felt happy
00:04:44that they had made the right choice
00:04:46and that again is a good sort of way
00:04:51to end the year for us
00:04:52right we're like in December now
00:04:5420 days to end the year
00:04:56Mr. Puri
00:04:57I think the most interesting part for me
00:04:59was to see him
00:05:00see his sense of humor
00:05:02that came as a surprise
00:05:04because everybody has always portrayed him
00:05:06as this villain of the West
00:05:07that you were reporting
00:05:08or a very serious man
00:05:09you asked him a very interesting question as well
00:05:11yes I asked him
00:05:13I had the opportunity to talk to him off camera
00:05:15when I asked him
00:05:16you've been a top leader for 25 years
00:05:20over 25 years of Russia
00:05:22and do you have any regrets
00:05:25would you do something any different
00:05:26he kind of thought
00:05:28and you know
00:05:29kind of armed and awed
00:05:31and he said
00:05:32well
00:05:32I think he's a man
00:05:34who doesn't want to admit mistakes
00:05:36so he said
00:05:36I never looked back
00:05:38so that was the end of that
00:05:39thank you for the end of that
00:05:41thank you for the end of that
00:05:42thank you for the end of that
00:05:44thank you for the end of that
00:05:46global interview
00:05:46thank you for the end of that
00:05:48thank you for the end of that
00:05:50thank you for the end of that
00:05:52thank you for the end of that
00:06:22हैं जो कुछ ही समय में जुड जाएंगे और मेजर जनरल जाने की जनरल दयाल जो हैं वो रूस में रह चुके हैं काम कर चुके हैं कुल्दीब कुमार जी हमारे साथ यूक्रेन से जुड़े हुए हैं और सबसे पहले तो हम पुर्णिमा जी क्योंकि आपके नेता का इतना ब�
00:06:52जिश सर्फ ट्रम को जा रहा है भारत और रोस की इस दोस्ती से और आप इस इंट्रिव्यू को पुर्णिमा जी किस तरह से देखती हैं अमेरिका ट्रम आज इस इंट्रिव्यू को कैसे देखते हैं
00:07:07तरह सबस्क्राइब करें डाविन देखियें थाइज देखियें अभी वेस्टन मीडिया थुरा सा मेरा कान जाओंगी दुट्टन मीडिया इस तो पावफुल आप यॉर्पीन इसेशन के पियर्ट साब देखियें
00:07:35क्रिश्टिन कॉन्वर्शन के साथ से आप देए उन्फोर्चुनेटली इस बीच में आपको माफ कीजिए का आपको दो मिनिट के लिए रोक रहा हूं क्योंकि ब्लादमीर पुतीन ने प्रदान मंतरी मोधी के लिए कुछ बाते कही हैं जर आपने दर्शकों को पहले हो सुना
00:08:05हम आपसे पूछें आपने कई सारे भारतिय प्रदान मंतरियों के साथ काम किया ऐसा कौन सा मौका ऐसा कौन सा इंसिडिन्ट है या फिर ऐसे कौन से प्रदान मंतरी है जिसकी वजह से आज भारत और रोस के जो रिश्टे हैं वो इतने मजबूत है
00:08:22आपने मुझे से दूसरे देश के दूसरे नेताओं के बारे में बताने के लिए कहा है
00:08:27मुझे खुशी है, आप जानते हैं, मुझे नहीं लगता कि ये बहुत दूर की बात है
00:08:31अब हम भारत के प्रिधान मंतरी नरेंदर मुदी के साथ काम कर रहे हैं
00:08:36सच में हमारे बहुत भरोसे मंद और दोस्ताना संबंद है
00:08:39वो इस मामले में बहुत भरोसे मंद इनसान है
00:08:42मैं बहुत इमानदारी से बोल रहा हूँ
00:08:44भारत खुशकस्मत है
00:08:46वो हिंदुस्तान में रहते हैं
00:08:47वो भारत को जीते हैं
00:08:50मैं उनसे बात करता हूँ
00:08:51और मैं उन्हें जानता हूँ
00:08:52मुझे उम्मीद है कि वो मुझे से नाराज नहीं हूँ
00:08:55मैं बस वही कह रहा हूँ जो मैं देखता हूँ
00:08:57और जो मैं सोचता हूँ
00:08:58आप जानते हैं मुझे यकीन है
00:09:01कि ऐसे इंसान से बात करना मेरे लिए बहुत सुख़द है
00:09:04और ये एक बात है, दूसरी बात है, सच ये कि वो बहुत इमानदारी से भारत और रूस के सम्मंद को हर शेत्र में और खासकर रक्षा, अर्थ विवस्था, मानवी सहियोग और हाई टेक परमानु सामगरी के विकास जैसे महतुपून मुद्दों पर मजबूत करना चाहते है
00:09:34इसलिए मैं इस मीटिंग का इंतजार कर रहा हूं और मुझे यकीन है कि ये बहुत उप्योगी होगी।
00:10:04प्रापूरी कीजे माम, प्लीज.
00:10:34अमेरिकन की राइट है एंड ड्यूटी है क्योंकि हम सुपर है, हम सुपरीम है। आप उससे भी एक सो साल पहले चली जाये,
00:10:441823 की जो Monroe Doctrine है, जो Southern Hemisphere में एक डॉमिनेशन की एजेंडा चलाया गया है, वो उसको प्रोटेक्शन की हिसार से प्रोमोट किया है।
00:11:14हंडूरेंड ड्रग काटल को आप टेररर्स घोशना करके, आप एक हंडूरेंड प्रेसिडेंट को आप बेसिकली पार्डर कर रहे हो, जो तो हीपोक्रीशी का कोई लिमिट नहीं, उन्फोर्जिनली.
00:11:30बिल्कुल, पॉण्ठी बजी है, आप बिल्कुल आप कई बातों को बता रहे हैं, जिकर कर रहे हैं, लेकिन हम लगातार यह बता हुएं कि देखें, बलादմीर पूतीन के व्यक्नेट को लेकर, क्योनकि इन सारी चीज़ों को लेकर, किया चीज़ सामने है, यह सब сे महत
00:12:00कोशिश किया ब्लादमीर पुतीर ने इस इंटर्व्यू से कि देखे हम जंग नहीं चाहते हैं अपना काम कर रहे हम अपनी सुरक्षा के लिए काम कर रहे हमारा किसी से कोई बैर नहीं है ने कि उनकी चीन की यात्रा को एक मिनिट के लिए भूल जाएं तो भारत की जो उनकी �
00:12:30उनकी कोशिश है तो उनकी चाहत ही भारता है तो भारत की जो यात्रा है उनके लिए बहुत बड़ी एहम है और यह अच्छा किया उन्होंने इतना लंबा और इतना विशद इंट्रिव्यू दिया जिसमें भार्मिक और दार्शनिक और तमाम तरह के पक्षम में बात है कि �
00:13:00योरोप को लगता है कि चार साल की मेहनत से जो भी पूतिन के उपर दवाव बनाने की कोशिश की थी या उनकी घेरावंदी करने की कोशिश की थी वो उससे एक तरह से पूरी तरह से आजाद हो गए हैं और ये एक तरह से उनके जो चार साल की मेहनत थी उस पर पानी फिर र
00:13:30अंतिम चरंड पर है उसको अंतिम चरंड देने के कगार पर है इसी तरह से अमेरिका भी अंतिम चरंड देने के कगार पर है तो इस वक्त जिस तरह के भी व्यापारिक वारता है भारत में रूस और भारत के बीच होंगी तो वो मुझे लगता है योरोप अमेरिका दोनों को य
00:14:00नहीं है अगर आप सौधा नहीं करेंगे तो सौधा करने वाले दुनिया में और भी हैं तो जो है वो यह एक अच्छी चाल है और इसका मुझे लगता है भारत को फाइदा उठाना चाहिए और बात को फाइदा होगे शर्मा जी आपने बिलकुल ठीक का और देखिए इसलिए
00:14:30आज तक और इंडिया टुडेली किया उसमें दो महत्पूर्ण मुद्दे रहे एक तो अर्थ आर्थिक विशे व्यापार जिसकी बात आप कर रहे हैं और दूसरा रहा सर हमारी सैनिक शमता तो S-400 का जल्वा हम आपरेशन से दूर में देख चुके हैं पाकिस्तान को कितने
00:15:00से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने क्या कहा यह सुनवा देते हैं फिर आप लोगों से बात करें
00:15:05राज़पती पूतिन इस सवाल के तीन हिस्से हैं एक तो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की निरनायग जीप जो पाकिस्तान के खिलाफ रही उसमें S-400 जो एर डिफेंस सिस्टम है हमारा वो बहुत काम आया
00:15:22S-400 जो बाकी मिलने वाले हैं पांच वो कब तक भारत को मिलेगा S-500 जिसकी अब उमीद की जारी है S-500 को लेकर क्या चर्चा होने वाली है क्या फैसला होने वाला है और S-57 जो लड़ाकू विमान है फिफ जेनरेशन का
00:15:38को प्रोडक्शन, टेक्नोलिजी ट्रांस्टर इसके एक शेतर में क्या प्रस्ताव होगा आपका भारत के सामने आप तो इस फील्ड की एक्सपर्ड लगती हैं सच कहूं तो एक पल के लिए लगा जैसे मैं किसी उच्छ स्तरिये रक्षा सौदे की बैठक में बैठाँ
00:15:57लेकिन यहां मैं एक बेहद महतुपून बात कहना चाहूंगा
00:16:01भारत हमारे सबसे भरूसे मन साज़दारों में से एक है
00:16:07हम सिर्फ भारत को हतियार बेच नहीं रहे और भारत सिर्फ इन्हें खरीद नहीं रहे
00:16:13हमारे बीच का रिष्टा इस से कहीं उपर है, कहीं कहरा है
00:16:18हम पानी के जहाज, मिसाईलें और हवाई जहाज तक बना रहे हैं
00:16:24आपने सौ 57 का जिक्र किया
00:16:27लेकिन भारत कई तरह के रूसी बखतरबंद युद्धक वहनों का उप्योग कर रहा है
00:16:32टी नबे टैंक जनें भारत खुद बना रहा है, बेहद उतकरिष्ट टैंक है
00:16:37और ब्रमोस मिसाईल जो भारत और रूस ने मिलकर मेक इन इंडिया के तहट विक्सित की, उस पर भी हमें गर्व है
00:16:45इसी तरह क्लाशनी कोव राइफलें भी भारत में ही बन रहे हैं
00:16:49यहां हम उन्नत तकनीक की बात कर रहे हैं
00:16:52और आधुनिक युद्धों में इन हत्यारों के इस्तिमाल ने इनकी महत्वता कई गुना बरहा दी है
00:16:59और अब भारतिय रक्षा विशेशक भी रूसी सहीयोग के साथ इन बातों को गहराई से समझते हैं
00:17:06किस हत्यार को किस परिस्थिती में कैसे सबसे बہतर तरीके से इस्तिमाल किया जाए
00:17:13यही वो भरुछा है, यही वो साज़ेदारी है जिसने भारत और रूस दोनों को मजबूत बनाया है
00:17:21दिवेश कुमार जी हमारे साथ मौसकोह से जड़ाई
00:17:27दिवेजी एक बात बताईए हमेशा हम बात करते हैं कि
00:17:30people to people contact की हम बात करते हैं strategic partners की
00:17:33लेकिन रूस के साथ हमारे कई और ऐसे भी रिष्टे हैं
00:17:35खास्तों पर आप कहा दीजे space के अंदर हम बात कर रहे हैं
00:17:38हम लगातार दूसरे sectors में बात कर रहे हैं
00:17:40तो यह एक alliance ऐसा है यह strategic partnership ऐसी है
00:17:43जो ना सिर्फ दूर की सोचेगी visionary होगी बल्कि हर
00:17:47मोर्चे पर एक साथ खड़ी हो सकती है जी नमस्ते सायद जी
00:17:51नमस्ते लाइटर साइड में मैं बोलना चाहूंगा
00:17:56प्रेजिएंट प्रूती क्या message देना चाहते हैं उठेर को बने चाहे दुस्मन जमाना हमारा
00:18:06सलामत रहे दौसताना हमारा प्रेजिएंट पूठी पोड़ने बहुत सुंदर गाते हैं आप आपके आओब बहुत बहुत धन्यवाद
00:18:17President Putin ने बताया आपको कि हम सिर्फ people to people connect कि अगर हम बात करते हैं, आपने उन्होंने देखा yoga, meditation की बात की और मुझे बहुती कुछी महसूस होती है कि मैं रश्या मे रहता हूँ, और आप अगर देखेंगे जिस तरह से yoga और meditation को रुष्य लोग करते हैं, हम लोग शायद अच्छ
00:18:47ने लोगों के जीवन में value addition किया, value add किया, और इस चीज को रश्या समझती है, हमारी दोस्ती को, और अपकोस आप सब जानते हैं कि रश्या हम से सबसे पुराना दोस्त है, स्ट्रटिजिक पार्टनर्सिप की बात करते हैं, तो मिशायल की बात हम कर रहे हैं, अपकोस मिशा
00:19:17अपकोस मेरे पास अभी नहीं है, तो इसको हम कैसे बढ़ा सकते हैं, जिसमें अभी प्रेजिडेंट पुतिन ने दो डेर महीने पहले एक इवेंट में शोची में बोला कि हम भारत के साथ ऐसा कुछ करेंगे जिसे की age of doing business होगा, जिसमें हम भारत से खाद परदाजों की अ
00:19:47बफालो मीट है, मेडिसीन है, तो अभी हम लगता है कि जिस तरह से technology ट्रांसफर करके हम यहां पर बनाया है, अभी हमने ब्रहमोज बनाया है, उस तरह से फार्मा के सेक्टर में भी अगर हम देखे दूसरे सेक्टर में भी, यह एक्सपोर्ट इंपोर को छोड़के अभी हम
00:20:17हम इतना रीच कंट्री के येस तोगारा आते हैं आपके पास क्यूंकि आप ने इतना सुन्दर और इतना
00:20:46प्रासंगी गीत यहां पर गा दिया था तो हम सीधे मॉस्को से बीजिंग इस समय लिये चलते हैं लेकिन हम पुतिन से एक और सवाल पूशा हमारे दो साथियों ने वो आपको सुनवाएं उससे पहले अखिल जी बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा सलामत रहे दोस्ताना हमार
00:21:16और चीन की तरफ दिमेशी ठीक कह रहे हैं हम बिल्कुल है ना तो अब आप यह बताईए कि इस जबरदस्त दोरे पर और प्रतान मंतरी नरेंदर मोंदी ने खुद जाकर रिसीव किया गार्ड आफ ऑनर दिया गया गर्म जूशी से मुलाकात हुई क्या चीन को तकलीफ हु
00:21:46प्रतिकरिःयाज आ रही है काफि मिली जूली सी और सतर्क वाली प्रतिकरिःयाज आ रही है और मैंने यहां कि जैसे ऑनलाइन जो डिस्कोर्स है या इक जो सोशल मीडिया है उसको खंगाला तो उससे यह पता लगा कि द será आफ शीवर्शी मोधी और पुतिन की जो मुलाका
00:22:16तो यह दो लेयर में देखा जा रहा है और आप देखा होगा कि अभी चाइना की तरफ से इस बारे में कोई ऐसी प्रतिक्रिया नहीं
00:22:45यह ऐसा कुछ नहीं बताया जा रहा है कि मतलब ना तो विरोध है ना ही समर्थन है ना ही खुश फेमी है ऐसा कुछ नहीं है यहाँ पर इस समेंच चाइना का जो रुक है वह वेट और वाच की वह बिल्कुल बारिकी से नजर जरूर बनाए हुए है कि क्या किस तरीकी की डील
00:23:1557 जो फाइटल लेन है एस फाइफने डिफेंस है हाइपर सॉनिक मिसाइल है यह जो सिस्टेम है उसको कितनी गहराई से वह ओफर करेगा बिल्कुल कि अखिल बेके सबसे कमाल की बात तो हुए कि क्योंकि आपने ऐस यू 57 का जिक्र किया जब जे 20 से उसका कंपारिजन किया �
00:23:45जनरल विशंपर धयाल सर भी जुड़ है विशंपर सर भारत का एक विजन है खास्तों पर जब डिफेंस की आप बात करते हैं वह विजन ओफ ट्रांस्वोमेशन का हम एक बड़ा ट्रांस्वोमेशन करना चाहते हैं अपने डिफेंस सेक्टर के अंदर बाइंग नेशन से �
00:24:15देखिए रश्या की हमारी जो डिफेंस कैपिलिटी है जो 1971 से अगर आज तक की भी बात करें तो उसमें रश्या का बहुत बड़ा योग भान है और रश्या का हमारा जो रिलेशन्शिप है सिर्फ वो बाइंड सेलर का रिलेशन्शिप नहीं है दुनिया को मालूम आना चा
00:24:45जो हमने 1960s एंड में लिया था इन सब का अगर इत्यास देखें और आज का अगर इत्यास देखें और आज जो अगर आप देखें कि जो अभी अपनी जो दुबई में जो एर शो था उसकी साइड लाइन्स पर जो रॉस्टेक है जो सबसे बड़ी कमपनी है रश्या की जो �
00:25:15सू 57 कमप्लीटली उसको ट्रांस्टर आफ टेक्नोलजी भारत में मैनिफेक्ट्रिंग भारत में स्प्लाइचेंग बारत के अंदर एंजिन मैनिफेक्ट्रिंग कम्प्लीट उसको शेर करना चाहते हैं ऐसे इंडो-डॉस्यन मॉडल जिस तरह से हम एके टू-जिरो-ठी बन
00:25:45मैनुफेक्चर करने ना, जो 200 एरकाफ्स हैं, उसमें दो स्कॉर्डन लिये थे वहाँ से, उसके बाद यहीं पे SKD, CKD,
00:25:53Technology Transfer, Complete Documentation, सब कुछ यहाँ पर हो रहा है, ठीक इसी तरह जे अगर MiG Series के
00:25:59helicopters की देखें, तो पूरी की पूरी facility जो है, चंदीगर में, वो इंडो-Russian
00:26:06established है, मेरा मतलब यह है, Russia हमारा एक genuinely strategic partner है,
00:26:13genuinely, और time tested है, और देखें, एक बात समझनी पड़ेगी, Russia जब 1971 में
00:26:19हमसे दोस्ती कर रहा था, तो पूरी दुनिया को वो जहां दोस्ती करता था,
00:26:23माद communism spread करता था, उसके लिए वो charity देता था, उसके लिए वो अपने
00:26:29funds देता था, लेकिन इंडिया के साथ जो ट्रीटी थी, वो friendship
00:26:33treaty थी, equality की treaty थी, और यही चीज 2000 में reflect कुई, 2000 strategic
00:26:38treaty में, हमारी treaty जो है, equality, friendship की treaty है, जहां उसकी
00:26:43resources, उसकी technology को, उसको हमें, उस पर वरुसा है, और उसको
00:26:48हमारी, जो हमारी nation का growth है, उस पर वरुसा है, बिलकुल और देखे,
00:26:54बिशंबर जी बात यह कहते हैं कि चुनौतिया ही दोस्ती को मश्बूत करते हैं, और उसको
00:26:57इस थाबित करती है, कि आखिरकार असली दोस्त आशाद, भारत ने भी यूकरेन जुद के दोरान, रुस का जिस तरीके से
00:27:02साथ दिया, या फिर एक स्टैंड लिया, वो भी रुस के लिए बहुत आप कह सकते हैं, स्ट्रॉंग पोजिशन मिंटेन करने वाला ता, और बलादमीर पूतिन ने हमारे इस
00:27:09ग्लोबल एक्स्क्लोजिव इंट्रॉव में यूकरेन जुद को लेकर क्या कहा है, आई आपको वो भी सुनाते हैं
00:27:14वाकई रुस और यूकरेन के बीच में शांती होनी है, युद्ध खत्म होना है, तो एक समझोते की तरफ बढ़ना होगा
00:27:25आपकी नजर में क्या वो बिंदू है जिन पर सहमती बन जाएगी या जहां पर यूकरेन मान जाएगा तब ये युद्ध समाप्त होगा
00:27:35मतलब आपकी नजर में रश्या के लिए विजय क्या है, जीप क्या है
00:27:40पर इससे पहले आपने कहा भी है, और मैं आपको कोट कर रही हूँ, आपने ये कहा है
00:27:45कि जब तक ऐसे तमाम शेत्र जहां पर अब रूस का वर्चस्व है, वहां से कीव की सेना यानि यूकरेन की सेना पीछे नहीं हट जाती है पूरी तरह से
00:27:56तब तक युद्ध समाप्त नहीं होगा, क्या है इसक्राइट, कौन से वो इलाके हैं सब, जहां पर आप रूस का वर्चस्व चाते हैं, उसका डॉमिनन्स चाते हैं, और मानते हैं कि अब वो यूकरेन का हिस्सा नहीं होकर रूस का हिस्सा बन जाए
00:28:11आप जानते हैं, जैसा कि आपने कहा, बात जीत की नहीं है, बात इस बात की है कि रूस अपनी रक्षा कर रहा है और करता हैगा,
00:28:29हमारे हितों की और उन लोगों की जो बहार रहते हैं, ये हमारी परंपरागत मूल, रूसी भाशा और संस्कृती की रक्षा की बात है, साथ ही ये धर्म और आस्था की भी रक्षा है, जो सदियों से उन छेत्रों में मौजूद रही है, आप जानते हैं कि यूकरेन में रू
00:28:59मैं तो यहां रूसी भाशा पर प्रतिबंद की बात भी नहीं कर रहा। यह एक जटल और व्यापक मुद्दों का समू है। मैं आपको एक बार फिर याद दिलाना चाहता हूँ कि हम युद्ध शुरू करने वालों में से नहीं थे। पस्चिम ने यूकरेन के साथ मिली भगत
00:29:29शांती पून तरीकों से इस मुद्ध को सुलजाने की कोशिश कर रहे थे। हमने इसे मिंस्क समझवतों में शांती पून सेटल्मेंट के रूप में दर्च किया इस उमीद में की इसे शांती पून तरीके से हल किया जा सकेगा। बाद में हमें पता चला कि जो पश्चिमी �
00:29:59और हमारे खिलाफ सशस्तर संगर्ष जारी रखा जा सके। तो हमें आठ साल तक डोनबास में रहने वाले लोगों के मारे जाने के बाद जिसकी याद पश्चिम में कोई नहीं रखता पहले उन गनराज्यों को माननेता देनी पड़ी और दूसरे उन्हें समर्थन देना प�
00:30:29की असलियत है यही विवात की जड़ है और हम इस युद्ध को तब खत्म करेंगे जब हम तै करेंगे कि हमने वो लक्षे हासल कर लिये हैं जो हमने विशेश सैन अभियान की शुरुआत में नरधारित किये थे उन क्षेत्रों को मुक्त करने के लिए
00:30:44जरनल दयाल आपने पुतिन की ये बात सुनी होगी और ये एक दम से बिलकुल अलग एक बात है एक पर्सपेक्टिव है क्योंकि जरनल दयाल आपने रूस में काम किया है मौस्कों में रहे हैं बहुत अच्छी तरह से आपने देखा समझा है
00:31:05मैं चाहूंगा कि इस पर एक टिपणे आप जरूर करें लेकिन हमारे साथ ही संदीप उनितन हमारे पेंडिया टुड़े के कंसल्टिंग एडिटर भी हमारे साथ जुड़ चुके हैं
00:31:13संदीप इस पूरे इंटर्व्यू को अगर हम समराइज करना चाहें तो संक्षेप में आप कैसे देखते हैं वन टू त्री फो फाइफ पॉइंट्स आपके लिए सबसे इंपॉर्टन क्या है
00:31:25सहीद मेरा यह सबसे बड़ा जो टेक वे इस इंटर्व्यू का यह है यह पहली बात यह है कि प्रेजिड़न पूटिन जो है बहुत कम इंटर्व्यू देते हैं और खासकर कि फॉरण चैनल्स को और इससे पहले एक ही इंटर्व्यू शायद उन्होंने दिया जो इतने लं�
00:31:55है आज तक और इंडिया तुड़े को और उसमें मेरा सबसे बड़ा जो टेक वे यह है कि रश्या को हमेशा माना जाता है कि यॉरप में भी है और एशिया में भी है यह एक बहुत ही एक विशाल एक देश है एक राश्ट है जो दो कॉंटिनेंस में इसकी स्प्रेड है लेक
00:32:25यह है कि रश्या जो है यॉरप को छोड़के अब एशिया की तरफ आ गया है और चाइना और इंडिया की तरफ वो आ रहा है हमने देखा कि किस तरह के उनके घनिश संबंद हो गए चाइना के साथ शी जिन पिंग के साथ और अब प्राइम मिनिस्टर मोदी के साथ वो इस �
00:32:55देखने को मिलेगा
00:33:25अब किसको कैसे समझेंगी देखे ब्लादमीर पूती इस समय ऐसे नेता के तोर पर जाने जा रहे हैं देखे सुबित उनके जो बॉडी लैंगविज अगर आप देखोगे तो बहुती रिलाक्स थे बहुती कॉन्फिडेंट थे कोई तनाव कोई टेंशन उनके शरीर पे य
00:33:55जो भी वो कह रहे थे अंजना और गीता को और बड़े कॉन्फिडेंट से उन्होंने सारे सवालों का जवाब दिया बिल्कुल नहीं हिचके चाहे एक बार भी उन्होंने स्टॉप नहीं किया या अपने आपको करेक्ट करनी की कोशिश भी नहीं की तो एकदम कॉन्फिडे
00:34:25कवर के आपको पता है जादा कि किस तरह से आज के दौर में दोहजार पचीस के एंड में रश्यन फोर्स अभी सारे फ्रंट्स पे अडवांस कर रहे हैं और एक इस तरह की जो कॉन्फिडेंस है इस बैटल फिल्ड विक्ट्रीज की जो कॉन्फिडेंस है उनके चेहरे पे �
00:34:55युक्रीन का जो युद्ध है उसमें युक्रीन का सबसे बड़ा सही होगी अगर कोई है तो नेटो है अमेरिका के साथ और नेटो देश बिलकुल नहीं चाहते हैं कि युद्ध खत्म हो बलकि वो चाहते हैं कि रूस पर हम जबरदस्त हमला करें रूस को हम सबख सिखाएं
00:35:25उनको प्रॉमिस किया गया नेटो मेंबर्शिप यू मेंबर्शिप लेकिन ऐसा अब तक कुछ हुआ नहीं है आपको क्या लगता है नेटो मेंबर्शिप कभी भी ऑन दे टेबल था यूक्रीन के लिए जिलेंस्की के लिए
00:35:38जब जिलेंस्की सत्ता में आये तो उन्होंने कहा था कि वो हर हालत में शान्ती की कोशिश करेंगे भले ही इसके लिए उन्हें अपना करियर दाओ पर लगाना पर है
00:35:56अब देखिए सब कुछ दूसरी तरह से दिखाई पड़ रहा है अब वो छोटे से समूँ नैशनल रेडिकल फासिस्ट की मदद से हल निकाल रहे है ये सरकार अपनी सोच से न्यूनाजी है इनके राश्टरवाद और न्यूनाजी की परिभाशा एक ही है और इसी वज़ा स
00:36:26उनके लिए सबसे जरूरी है ये समझना की शांती पून वारता से ही हर समस्या का हल मुम्किन है और यही बात हम उनको साल 2022 से समझाने की कोशिश कर रहे हैं जो वो करना चाह रहे हैं वो तो वही बता सकते हैं
00:36:56बाद्मीर पूती ने गेंद उनके पाले में फैक दिये लेकिन नेटो हमेशा ऐसा क्यों करता है कि वो इस बात को मानने के लिए राजी है नहीं होता
00:37:13इसे पहले भी ब्लादमीर पूतिन न कई बार का कि वो लिक्कर देने को तयार है कि वो युद नहीं चड़े कि लेकिन नाटो क्या इस युद को खतम ही नहीं करने देना चाहता ह।
00:37:20ने कि नेटो की सबस्टवरी समस्या यह है कि नेटो उक्रेइन को पूतिन के भरो से छोड़ करके पीछे नहीं अच से करने तो यॉक्रेइन पूरा-पूरा पूरा रुस के पास चला जा जायएगा जो नेटो नहीं चाहता है चाहे जितने इसहमतियां हो राष्ट पती पूत
00:37:50एक स्वतंतराष्ट है, रूस ने ही उसको स्वतंतराष्ट बनाया है, तो उसको स्वतंतराष्ट रहना चाहिए, यह अंतराष्ट्री परंपरा भी है, अंतराष्ट्री कानून के तहर भी ठीक नहीं है, कि आप दूसरे राष्ट को हड़ब चाहिए, दूसरी बात है कि एक द
00:38:20ये भी दुखती रग है क्योंकि स्लाव देश है वैसे तो बहु जाती देश है रूस लेकिन वहां सप्ता पर स्लावों की प्रमुफता रही है हमेश और स्लाव अपने आपको योरोपी ही मानते हैं और ये जो सारा जगडा है ये जो यूकरेन के जो स्लाव है और जो रूसी �
00:38:50तक स्लाव है जब तक उनका कबजा है रूसी सक्ता पर तब तक रूस जो है वो अपने आपको एशिया देश नहीं बनाएगा ये वो जो है ये ये ये ये बात अलग है परिस्थितियां बदल गई है तो अब उनको दूसरे रास्ते सोचने पड़ रहे हैं दूसरे विकल्�
00:39:20तो हम आपको बताएं कि ऐसा एहसास होता है और संदीप ने भी जिस बात का उलेख किया क्या आप पुर्णिमा जी एक बदलता हुआ वर्ल्ड और दुनिया में आज देख रही है देखे इंटर्व्यू में एक क्वेशन पूछा गया था बीच में ब्रिक्स के बारे में औ
00:39:50के चेंज इस अब आपके चेंज इस दो इस डॉनिन स्वा करता है उसे पहली यहरो थे बिटिश करनेंसी एक्सेट्रा अभी आछ देफिन यहरो कि आंट सब्सक्राइब आपके अच्छार्ट जो रूपी और रूबल का बारे में क्वेशन हो रही थी उसमें इनने स्पेसि
00:40:20कहा था कि उसमें कोई प्रॉब्लम तो रहे नहीं अब ओविस्टी चेंज इस तो एक चीज बताया गया था जो मुझे बड़ा अच्छा लगा कि रश्या की सोविट यूनियन की पतन के बारे में उन्होंने स्पेसिफिकली कहा था कि राज्य इतना बड़ा था इतना बड़ा
00:40:50करके देखिए काफी सारे स्टेट ऐसा है जो उसी रास्ते में चल रहे है बैसे कि घमन प्राइड ऐरोगेंस उसके बार में बात कर रहे थे तो इस इग्साक्ली वेर इट कमस डाउन तू आपने नेटो के बार में बात किया था नेटो एक्सपांशन इस नॉट और एक्सि�
00:41:20कहते के हम फंड जादा देते तो हम उसको डॉमिनिट करेंगे उसको इसको इसको इनुट करेंगे बाकि हम पॉलिशी लिखे हैं आप लोग फॉल्वर है और यू नॉ उस चमांद से रिस्पेक्ट बेगाशन इस वाइट इस दिफिकल पर अमेरिका अमेरिकान जो लिटरली
00:41:50कि अधिकल करेंगे आप सवाल कुछी लेकिन उनने एक्सिप्ट किया कि हां वोल्डॉर तो बदल रहा है लेकिन किस किस बेसे के ओपर बदल रहा है बाज़ सईध यह विस अब्से इप्रट है सदीप आप यह बहुत अच्छे से समझाते हैं समझते भी है कि तेगए भारत
00:42:20पहरत को कहीं और से नहीं से बिल सकता है तो अभी खास्ट और पर अभी की स्टेजिस को आप देखें है वी के जो माजूदा हाला था उनको देखे तो रूस कैसे भारत के साथ खास्ट आप आगे बढ़ सकता है इस पूरी विजन के उप�с़ॉपर
00:42:33बिल्कुल सुमित और आज का डेट जो है चार दिसमबर है और यह आज नेवी डे भी है और पचास साल से जादा 1971 वार की जो अनवर्सरी है वो आज शुरू हुई थी जंग और इस नेवी डे को अंजाम दिया था रशिन मिसाइल्स ने जो कराची पे जो हमला हुआ था वो प
00:43:03यूज किये गया और इस बात का ये सबूत है कि जब भी हमें कोई जंग जीतनी हो तो हम रशियन हत्यार यूज करते हैं और हमने देखा है ऑपरेशन सिंदूर में अगर ब्रमोस मिसाइल और एस फोर हंडर्ड लॉंग रेंज मिसाइल हमारे पास नहीं होते तो शायद कु�
00:43:33चेंजिंग या वार विनिंग एक्विपमेंट है वो हमेशा हमें रशा से ही मिलता है और इस बात में इस इंटर्व्यू में भी उन्होंने प्रेजिड़न पूटिन ने भी ये बात का जिक्र किया कि कैसे हो एके टू-0-3 हम को प्रेड्यूस कर रहे हैं टी 90 टैंक्स की बा
00:44:03है और जब भी वो देते हैं उसके साथ वो क्या कहते हैं जैसे अंग्रीजी में कहते हैं स्ट्रिंग्स अटाच्ट के साथ हमें देते हैं और रश्या का ये है कि एक बहुत ज़्यादा ट्रस्ट फैक्टर है हमारा और रश्या के बीच में ब्रमोस जैसे मिसाइल जो रश्य
00:44:33पूटिन नहीं होते तो शायद हमें ब्रमोस मिसाइल नहीं मिलते
00:44:36अच्छी बात है और मैं बार बार जनरल द्याल के पास आना जा रहा हूं सर शमा दिवेशी और अखिल जी आप से भी हम बात करेंगे
00:44:46लेकिन इस इंटर्वियू में हमने हमारे दोनों साथियों ने अंजना और गीता ने सिर्फ हमारे देश रूस और भारत के संबंदों पर बात नहीं की
00:44:58हमारे आर्थिक आदान प्रदान और व्यापार पर बात नहीं की
00:45:03सेन एक्षमताओं को बढ़ाने पर बात नहीं की बलकि पूरी दुनिया पर बात किया
00:45:08और उस दुनिया में सबसे बड़ी बात इस समय यह है
00:45:10रूस यूकरेन युद्ध को लोकर अमेरिका से रूस की बाच्चीत को लेकर भी
00:45:15रूस की राजपती व्लादिमेर प्रतिन भारत के दौरे पर हैं दो दिन के वाज़ पहुंच चुके हैं
00:45:20कल उनके बहुत सारी करिक्रिक्रम हैं और व्यापारिक और सैन्ने समझाते होने की उमीद है
00:45:26ये तब है जब टरंप ने रूस से हमारे रिष्टों के बाद हम पर जबरदस्त टारिफ लगाया है
00:45:34हमारे दो साथी सुमिछ चाधरी और संदीप उनितन हमारे साथे सुमिछ
00:45:40बलकल और देखे यही बात की जा रही है कि कल क्या होने वाला कल का दिन बहुत जादा निर्णा है
00:45:45कि बहुत जादा इंपॉर्टन्ट होगा अला कि देखे आज भी हमने देखा कि बलादमीर पुतीन और प्रदानमंत्री मूदी की जो किमिस्ट्री नजर आई या फिर जो आप कह सकते हैं कि उन्हों ने रिसीव किया उसके बाद दोनों प्रदानमंत्री अवास पर गए तो
00:46:15बहुत बारत के नजरे से आप देखते हैं कि यह होता है तो हमारे लिए आने वाले वक्त में ये बहुत बैतरी न कदम होगा
00:46:21प्रैक्टीकल होना पड़ेगा हमें हमारे इसे बिफेंस मिनस्टर की जो बझेर जो हमारी इसलिए दोनों एग बात हो गी उन्हों में
00:46:32इंट्र गौर्मेंटल इंडो रश्या जो कमिशन्ज है उनमें जो working groups हों है उनमें
00:46:37defense जो है सबसे active working group है और इसलिया आज defense ministers की जो
00:46:41पाँच बजे जो हमारी meetings हुइं धनों की उनमें बुद्दों पर बात हुई होगी
00:46:45लेकिन ऐसा नहीं हो सकता कि कल सुखोई सू फिफ्टी सेवन पर कोई डील हो जाया है या या या फाइव अंडर पर ये सब चर्चा के विशे हैं जिन पर कुछ सैम्टी बनेगी कि किस तरह अंफोर्ड होगा लेकिन हमारे लिए डिफेंस की जो डील्स है इनके साथ ओन्गो�
00:47:15ग्रेड्ज ओवर हॉल्स जो है और जैसे की एंजिन की जो मुही में हमारी थाउजन होस्पार तर्टीन होस्पार टेंक एंजिन की उन सब पर जो बहुत कॉन्फिडेंशली जिन पर बात चल रही है बहुत दिन से उन वो कुछ निर्ने लिये जाएंगे जो मैं समझता हू�
00:47:45जब तक पुटिन साब प्राइम मिनिस्टर नहीं बने थे रश्चा के जब मुलायम सिंग जी हमारे रक्षा मत्री थे तब 28 फेवरी 1997 में रश्या मसाय में थी 26 या 28 फेवरी को और पूरी की पूरी वेल्ट शेफ थी जो प्रेजिड पुटिन के आने के बाद इसमें जो ज
00:48:15इंडिया में लोकेटिड है जो रश्या में इसका पूर्शन लोकेटिड है वो डिफरेंट हाइपरसोनिक सुपरसोनिक जो मिजाइज है जो जो मिजाइज है वो मिलती जुलती है लेकिन इसका जो सीकर है वह बहुत डिफरेंट लेवल का है जो कि यह यह सक्सेस्पुल है �
00:48:45तेकिंग जो रूप है वो उबर के आएगा जहां तक डिफेंस की बात है डिफेंस की मुद्व की बात है देखिए यह चलते रहते हैं हमारे रश्चा के बीच में क्योंकि थर्टी एक पसंट ही हमारा सिक्स्टी फाइब
00:48:57तो अप्ग्रेड्ज और ओवर्हॉल्स और जो जो जो ओंगोई प्रोजेक्ट से उन पर तबज्यों दीजाएगी एस पोर अंडड़ पे दो बैटरी अभी दो स्कॉर्डन जाने हैं तीन स्कॉर्डन शाद और साइन हो जाएं वह हमारी नेस्सिटी है हमारी रिक्वाइमें�
00:49:27एक्चुल में ये मुद्धे पब्लिक डुमेन में बहुत देर माएं ये क्योंकि इनकी कॉन्फिडेंशलिटी है एक और बात मैं कहने चाहूंगा कि जहां तक युक्रेन की वह हो रहें देखिए जहां तक रश्या की बात है ना वो एक बहुत जस्ट कॉज पे अगर 1990s में
00:49:57नाटो तो एक एक कह सकते हो उसका एक नेम था एक्चुल पावर वस यूएस एंड सोवेट उनियन में रश्या जो एग्रिमेंट थी उसके तहप कहीं भी जो एक बेसिक स्टेटेड एग्रिमेंट थी हुए था नाटो विल नॉट एक्सपेंड इस्ट वर्ड पोलेंड भी
00:50:27जब सोवयेट उनी ना कोल वर खता होगी तो नाटो किससे कर रा था?
00:50:32कोई चाना से कतरा था, कोई इंडिया से कतरा था. यह कि एक एसा security श्यू था कि रस या को घेर्लो श्या की जो रस्या की नाच्रि Richards is उसे जो रस्या की यास एफ्लिव दुनिया बरके
00:50:48वो कहीं ना कहीं यौरप की अमेरिका की लालची नजर रहती है और प्रेज़ेंट पुटिन आने वाले वक्त तक सिक्यूरिटी प्रोवाइड करके जाएंगे रश्याद।
00:51:18बन चार साल बाद यहां पहुँच चुके हैं इसको लेकर क्या लोगों का रियाक्शन खास आप भारतियों का
00:51:23सुमिज जी बहुत बहुत धन्यवाद फिर से मेरे से बात करने के लिए रूस में भी सभी लोग बहुत ही एक्साइटेड हैं और अपकोर्स इंडिया के बारे में जब भी हम बात करते हैं तो हमारी दोस्ति बॉलीवूड की चर्चा करते हैं बॉलीवूड के गाना पसंद
00:51:53तो इसकी लेवर उनको चाहिए और जो कि लोग जा भी रहे हैं इंडिया से काम करने के लिए भारत में रश्या में बट अभी और ज्यादा उनको फिलफोर्श चाहिए सब उम्मीद कर रहे हैं कि सायद हम कुछ
00:52:03प्री ट्रेड एग्रीमेंट साइन कर पाएं जिससे कि दोनों देशों के बीच ब्यावसाई और बढ़े लोग और भी उमीद कर रहे हैं कि आज के डेट में जो टुडिजम इंडस्ट्री है जिसमें भारत से रश्या लोग जाते हैं रूस से जो लोग इंडिया आते हैं उनक
00:52:33आएंगे तो वो कार्ड यूज कर पाएंगे ज़र अश्या के लोग इंडिया आएंगे तो कर पाएंगे तो यह सारी उमीदे हैं उनके पास और वो सभी एक्साइटेड है कि कुछ नया होने वाला है और सब सब की निगाहें कल के सारे एग्रीमेंट एनाउसमेंट पर ठीक
00:53:03दोरे के बाद और बढ़ेगा तो चीन से हम थोड़ा सा पीछे होंगे पीछे कदम खीचेंगे तेखिए रश्या और इंडिया जो संबंद है वो डिफरेंटली और मजबूत होंगे इस मिटिंग के बाद से लेकिन ऐसा नहीं है कि रश्या और चैना के संबंद में कोई अं
00:53:33दोनों को एक उसे की के इंटरस्ट है दोनों को एक उसे पर डिपेंडेंसी है तो इसलिए वो बने रहेंगे बट बात यहां यह आती है कि जो आर आई सी की बात चल रही है हमने इस 2025 में जो समिट के टाइम तीनों नेताओं को जब एक साथ देखा तो उस पर बातचीत अब
00:54:03लेकिन देरे-देरे क्योंकि चाइना और इंडिया की बीच में जो सीमा विवाद हुआ टेंशन है विश्वास की कमी है उसकी वज़े से आर आई सी का जो गुट है वो उतना ज्यादा मिजबूत हो नहीं पाया लेकिन जो यह तीनों नेताओं की जो एक फोटो एक साथ आ�
00:54:33बढ़ा मैनुफेक्ट्रिंग हाब है रश्या जो है वो एनरजी में नैचनल रिसोर्सिस में हतियारों में बहुत एक मजबूत देश है भारत जो एक बहुत बड़ा कंज्यूमर हम है तो तीनों देश जब एक साथ आ जाते हैं तो डफिनेटी इससे पुरी दुनिया पर ए
00:55:03मैं मुझे लगता है कि क्योंकि अब वो चाइना और इंडिया के भी संबंद में सुधार आ रहा है और डारेक्ट स्वाइटी भी स्टार्ट हो गई है इंडिया चाइना के बीच में और जिस तरीके से ग्राइंड वैलकम किया गया था प्राइम निशनल मोदी का चाइना मे
00:55:33पूरी दुनिया में उसके लिए फाइदा मन रहेगा तो मैं उसको काफी एक पॉजिटिव वे में ले रहा हूं
00:55:40बलकुल और देखे यही बात है कि कई पॉजिटिव वे में तो पूरी दुनिया ले रही है
00:55:44और खास बात है कि पूरी दुनिया की नजरे इसलिए भी होगी देखे
00:55:46आउटकम क्या निकलेगा ये दोस्ती और कितनी जादा गहरी होगी
00:55:50और क्या इसमें और आपके सकता है इंपॉर्टन बात होगी
00:55:52अभी हमारे साथ शिफ कांजीब जब हम वेस्ट की बात करता है
00:55:57क्योंकि ब्लादवीन पुतीन ने खास बात करते हैं वेस्ट का जिकर
00:55:59हमारे इंटर्विव में भी किया गया उन्होंने ये यूरोप इन यूनियन को लेकर भी बातचीद किया
00:56:04इन सारी चीजों को लेकर क्या रियाक्शन आ सकता है खास बात करते हैं
00:56:08लिए बड़ी खबर अपने दर्श्कों को बता दे कि पीम मोदी ने पुतीन को
00:56:12रूसी भाशा में गीता गिफ्ट की है खास्तों पर ये एक महत्पूर्ण क्योंकि ये तस्वीरे भी इसकी हम आपको तोड़ी दिर में दिखाएंगे कि
00:56:19कैसे प्रधान मंतरी मोदी ने पीम आवास में रूसी भाशा में लिखी गीता भेट की है राश्पतीन को
00:56:25बड़ी खबर इस समय की है तस्वीर महत्पूर्ण है तोफों का आदान प्रधान होता है और जब कोई महमान आता है
00:56:33तो हमारी संस्कृती है सब्धिता है तो प्रधान मंतरी नरेंद्र मोदी ने रूसी भाशा में लिखी ये गीता भी दिखाएंगे
00:56:42अब यह पहली बार नहीं है सई प्राम मिनिस्टर मोदी जो है हमेशा सोच समझ के अपने जारे जो तौफे देते हैं और इससे हमें एक बहुत सारे टेक वेज़ आसकते हैं कि गीता का क्या संदेश है वो भी हम उस पर भी बात कर सकते हैं
00:57:04क्या प्राइम मिनिस्टर मोदी
00:57:06पूटीन को
00:57:07प्रेजडेंट पूटीन को
00:57:08कुछ एक गीता का संदेश
00:57:11देना चाहते है इस वक्त पे
00:57:13जब कि वो लड़ रहे हैं
00:57:15दोनों अपने अपने
00:57:16शेतरों में
00:57:18लड़ रहे हैं
00:57:19अपने अपने �पने
00:57:20struggles कर रहे हैं, President Putin जो है, यूरोप में अभी उनके जंग शेत्र में है, मैदाने जंग में लड़ रहे हैं, Prime Minister Modi जो है, अपने खुद के
00:57:36economic जंग में लड़ रहे हैं, United States के साथ, tariffs के तोर पे, तो दोनों जो leaders हैं, अपने अपने जो हैं,
00:57:46जंग लड़ रहे हैं, और इसमें हो सकता है, गीता का जो संदेश है, दोनों नीता बिल्कुल आपस में बात कर सकते हैं, इस बारे में, शर्वा सर, आप सुमित के सवाल का जवाब दीजे, लेकिन सर, हम समाप्ती के तरफ बोड़ रहे हैं, एक मिनिट आपके लिए पोड़ि
00:58:16मतलब जैसा पहले कहा गया कि चीन, भारत और रूस एक नई धुरी बना सकते हैं, विश्व दिवस्ता की, तो निश्चित रूप से अमेरिका को तो इसकी चिंता होगी, और योरोप को भी इससे चिंता होगी, लेकिन भारत को भी कोई ये सहज रूप से स्विकाद नहीं कर
00:58:46अगर बहुद रूवी अगर विवस्ता बनी रहे, जो है वो अपने अपने हितों के हिसाब से तो भारत के लिए जादा अच्छा होगा, जहां तक भारत और रूस के व्यापार का चीन पर फरक पड़ने की बात है, एक सो पंदरा बिलियन का निरियात चीन जो है वो रूस क
00:59:16सर मैं एक एक एग्जांपल लेना चाती हूँ, 1991 में, USSR fell and NATO expanded. It was not an accidental strategy.
00:59:26Dependency, Europe actually disarmament के हिसाब से US के उपर completely dependence हो गया, अब United States की basis हो, military equipment हो, missiles हो, jets हो, everything was provided to NATO.
00:59:41NATO is American power and that's exactly what is, you know, we are witnessing today.
00:59:49कल की न्यूस में मैंने देखाया के नेटो के जो top folks, they're actually saying they're going to spend 1 billion per month in Ukraine to fight Russia.
01:00:00किसके लिए, पहले जब expand कर रहे थे तब Russia आपका दुश्मन था, ना China दुश्मन था ना India.
01:00:06It's the same thing sir with India also, India has been surrounded by all these regime changes.
01:00:11इंडिया is surrounded, इंडिया is also epicenter है इस समय, आप कह सकते हैं, पूरे दुनिया के अंदर उस geopolitics का जिसमें अमारिका है, रशिया है, यह सारे बड़े बड़े, आप इने super power कहते हैं, उनके लिए इस समय भारती एक बड़ाएपिजा.
01:00:28आप सभी मैमानों का बहुत बहुत शुक्रिया हम लगातार, exclusive cover जारी रहेंगे और हम अपने दश्कों को वो global exclusive interview भी दिखाते रहेंगे, जिस पर आज पूरी दुनिया ने जिस interview पर आज अपनी निगाए बनाई रखे दे.
01:00:39आज तक पर खबरों का सलसला लगातार जारी है, आप सभी का बहुत धन्यवाद, आप प्लीज अपना बहुत ख्याल रखेगा शुबरात्री, देखते रहेंगे आज तक.
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