00:00जैन्जी से जोड़ा मेरा एक सवाल है राश्यपती पुतिन कई जगों पर हमने देखा कैसे अलग-अलग देशों में जबर्दस्ट दिरोध प्रदशन हुआ युवाओं का जैन्जी का और वहाँ पर तखता पलट तक की नो बताई
00:12आप अपने देश में जैन्जी में और मैं आपके उमर पर कोई है टिपणी नहीं कर रही हूँ आप अपने देश में जैन्जी से यूद से कैसे कनेक्ट करते हैं
00:21यहाँ यह सब नया नहीं हैं आप जानते हैं कि साहित्ते और कला में हमेशा विरोधा बासों की बात होती रीच है
00:42पुरानी और नई पीडी के बीच, पिता और बेटों के बीच, हमारी पुरानी रचनाओं में भी ये बातें और ये चित्र हमेशा से मौजूद रहे हैं
00:52सभी को ये जानने की ज़रूरत है कि यहाँ कुछ भी नया नहीं है
00:56आप जानते हैं नया क्या है
00:59नई है टेकनालोजी, मेसंजर, टेलिग्राम वगएरा
01:04जिनका इस्तमाल सक्रिय रूप से आज भी युवा पीडी पर असर डालने के लिए किया जा रहा है
01:10ये पीडी कमोबेश वही युवा लोग हैं जो मुबाइल का जादा इस्तमाल करते हैं
01:16और जादा कटर है
01:17युवा पीडी सोचती है कि सिर्फ वो ही अन्याय का सामना कर रही है
01:22और उनसे पहले किसी ने ये सब देखा ही नहीं
01:24युवा ये सब देखते हैं
01:27और अपने आस पास के सभी लोगों को बताते हैं
01:30उन्हें लगता है कि इससे निपटना बहुत आसान है
01:33इसे आसानी से सुलजाया जा सकता है
01:35लेकिन जब व्यक्ती जादा समझदार हो जाता है
01:38और खुद कुछ बदलने की कोशिश करता है तो
01:41उसे पता लगता है कि जिसका हल ढूनना वो आसान समझ रहे थे
01:45वो उतना आसान है नहीं
01:47जितना पहली नजर में लगता है
01:49इसलिए हमें लोगों के साथ उस वक्त काम करने की जरूरत है
01:54जब हम कह सकें कि अभी आप बस युवा हैं
01:57आप कुछ नहीं समझते
01:59आप बस अपने घरों में बैठे हैं
02:01ये ऐसे ही हो सकता है
02:06आपको हमेशा युवाओं के टच में रहने
02:09और उनके टूल्स उन तक जानकारी पहुँचाने के तरीकों
02:13सोशल नेटवर्क वगेरा में
02:15फीडबैक का इस्तमाल करने की जरूरत है
02:17आपको वहाँ काम करने की जरूरत है
02:20और मुझे यकीन है कि आप कुछ हग तक ऐसा कर रहे हैं
02:23मैं आपको हर सफलता की शुब कामना देना चाहता हूँ
02:27प्रेज़ट पूर्टिन आपने मजहब की बात की
02:37तो जाना चाहेंगे कि ये धर्म कितना इंपॉर्टन्ट है
02:47आपकिस तरीके से स्पिरिच्वालिटी का रोल देखते हैं
02:50ये वो नीव है जिसे मैंने कई सालों में महसूस किया
02:57हम हमेशा अपने पारम पर एक मुल्यों की ओर लोटते हैं
03:02जिनका हम जिक्र भी करते हैं
03:05इसका मतलब ये नहीं कि हम इन मुल्यों का सहारा लेकर बेपरवा बैठे रहें
03:10बलकि ये हमारे लिए एक ठोस बुनियाद है
03:13लेकिन स्वाभाविक रूप से हमें आगे भी देखना है
03:17हमें विक्सित होना है
03:19और विकास के सभी आधुनिक साधनों का इस्तमाल करना है
03:23अपने आधारभूत मूल्यों और भविष्चे के दृष्टिकोन को साथ लेकर
03:28हम उन लक्षियों को प्रभावी ढंग से हासिल कर सकते हैं
03:32जिने हमने अपने लिए निर्धारित किया है
03:35हम इसी तरह काम करते हैं
03:37हमारा मूल लक्ष राश्ट्रिय विकास है
03:40तो मैं हकीकत में चाहता हूँ कि
03:42रुस्त के राश्ट्रिय विकास के लक्षे
03:45और भारत के लक्षे
03:46जो भारत सरकार और पधानमंतरी मोदी ने तैग किये हैं
03:49एक दूसरे के अनुरूप हो
03:52ताकि हम संयुक्त प्रयास कर सकें और अधिक्तम नतीजे हासिल कर सकें
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