Maulana Mahmood Madani Interview: जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema e Hindi) के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने जिहाद, (Jihad) मुसलमान, (Muslim) आतंकवाद और सरकार समेत तमाम मुद्दों पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि जिहाद के कई मायने होते हैं लेकिन लोग इसे गलत तरीके से लेते हैं। वहीं अब इस पर मौलाना रजवी (Maulana Razvi) का बयान सामने आया है.
00:00मौलाना महमूद मदरी सहाब बार बार जिहाद की बात कर रहा है
00:04आज फिर उन्होंने जिहाद का नारा दिया और एक खतनाक बात ये कही
00:09कि इसकूल के पार्टी कर्मों में भी जिहाद को शामिल किया जाए
00:14अगर इसकूल के पार्टी कर्मों में शामिल किया जाता है
00:17तो ये बहुत खतना कितम होगा
00:19वो चाहते हैं कि हिंदु और मुस्लिमाणों के दर्मियान एक बड़ा टकराव हो जाए
00:24अगर ये टकराव होगा तो इसमें सरासल नुकसान मुसल्मानों का है
00:29वो नफरत की बीजबो रहे हैं
00:32वो भारत में हिंदु मुसल्मानों को बाटना चाहते हैं
00:35मौलाना मदरी ये कह रहे हैं जो लोग जिहाद के अफिरोत करे हैं वो गद्दार है
00:39गद्दार वो खुद हैं वो समाच को तोड रहे हैं वो देश को कमजोर करने वाली बाते कर रहे हैं
00:47भारत में मसलमानों को उक्सा रहें, बढ़का रहें, मुश्तौि ग्थार कर रहें, इसलिए वो गद्दार खुद हैं.
00:55मौलाना महमूद मदरी के दो चेहरे हैं भारत में कुछ कहते हैं और भारत के बाहर विरेश में जाते हैं तो कुछ कहते हैं तो इसलिए उनके चेहरे को पहचानना बड़ा मुश्किल काम है
01:07जमित रूलमा के अद्धश मौलाना महमूद मदरी सहाब बार बार जिहाद की बात कर रहे हैं आज फिर उन्होंने जिहाद का नारा दिया और एक खतनाक बात ये कही कि स्कूल के पार्ठीकर्मों में भी जिहाद को शामिल किया जाए अगर स्कूल के पार्ठीकर्मों में शाम
01:37चांती जैसे माहौल, खुशगवार माहौल को वो खराब करना चाहते हैं, वो चाहते हैं कि हिंदू और मुसल्मानों के दर्मियान एक बड़ा टकराव हो जाए, अगर ये टकराव होगा तो इसमें सरासर नुकसान मुसल्मानों का है, वो नफरत की बीजबो रहे हैं, वो भा
02:07भारत को दारुसलाम कहते हैं, दारुसलाम का मतलब ये है कि अमन और सलामती वाला देश, ये अमन और सलामती वाला जब देश है तो ना यहां पर जहाद जाइज है और ना यहां से हिजर जाइज है, इसलिए जहाद के शराइत हैं, जहाद के लिए ये ये शर्त जरूरी है
02:37लगा दिये गए हो जबकि भारत में ऐसा कहीं कुछ नहीं है आजादी के साथ मदरसे, मस्जिदें, खानकाहें, दरगाहें खुली हैं लोग रोजा, नमाज, हज, जखात, आजादी के साथ करते हैं मजभी रूसुमात आजादी के साथ अदा करते हैं इसलिए यहाँ पर ना �
03:07वो खुद है, वो समाज को तोड़ रहे हैं, वो देश को कमजोर करने वाली बाते कर रहे हैं, भारत में मुसल्मानों को उकसा रहे हैं, भड़का रहे हैं, मुश्ताइल कर रहे हैं, इसलिए वो गद्दार खुद हैं, वो खुद गद्दारी का काम कर रहे हैं, मुलाना मदली
03:37मौलाना महमूद मंदरी के दो चेहरे हैं भारत में कुछ कहते हैं और भारत के बाहर विदेश में जाते हैं तो कुछ कहते हैं तो इसलिए उनके चेहरे को पहचानना बड़ा मुश्किल काम है
03:52झसके हैं पूटे वीज़िए अब्सक्राइब कर वीजिए आपगा उस्टनोथ साथ और यंद थ्टारव च्टन खब्सक्राइब के जातन। सब्सक्राइब उनके भीजिए में डूटतों अधने अविएे उनके वीजिए श्रवणे ने से अज़ाइब चेहरे हैं झालत।
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