Skip to playerSkip to main content
Bareilly News: 25 साल पहले गायब Om Prakash कैसे बना Salim? SIR ने खोला राज! | UP News
25 साल पहले परिवार जिसे मृत मान चुका था, वो अचानक वापस लौटा लेकिन ॐ प्रकाश नहीं बल्कि सलीम बनकर। जानिए यूपी में SIR की प्रक्रिया ने कैसे एक बिछड़े बेटे को घर मिलाया। उत्तर प्रदेश में चल रही विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया के दौरान बरेली (Bareilly) से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। 25 साल पहले, महज 15 वर्ष की आयु में घर छोड़कर भागे ओम प्रकाश (Om Prakash) को उनके परिवार ने मृत मान लिया था। लेकिन गुरुवार को वो अचानक अपने गांव काशीपुर लौट आए। गांव वालों और परिवार के लिए यह किसी चमत्कार से कम नहीं था।


In a shocking turn of events from Bareilly, Uttar Pradesh, a man named Om Prakash, who went missing 25 years ago, has returned home during the SIR (Special Intensive Revision) survey. Living as 'Salim Hussain' in Delhi for decades, he faced documentation issues that led him back to his village. This video covers his emotional reunion with his family, his life as Salim, and his decision to reclaim his original identity.

#BareillyNews #UPSIRSurvey #GharWapsi #OmPrakashStory #OneindiaHindi

~HT.178~GR.122~

Category

🗞
News
Transcript
00:0025 साल पहले 15 वर्ष की आयू का एक लड़का ओम प्रकाश नाराज होकर अपना घर छोड़ कर कहीं चला जाता है
00:06सालों बीर जाते हैं ओम प्रकाश वापस नहीं आता है परिवार जो उसे वृत मान लेता है धीरे धीरे उसे भूल कर आगे बढ़ने लगता है तब तर साल 2025 आता है और उत्तर प्रदेश में SIR यानि विशेश गहनपून इरिक्षिन की प्रक्रिया चालू होती है फिर कुछ �
00:36कि सलीम हुसेन बनकर वापस आता है कहानी यहीं खतम नहीं होती है यहां तो शुरुवात होती है सलीम अपने पिता का नाम ताहिर हुसेन बताता है और ऐसी ऐसी बाते बताता है कि पूरा गाव सक्ते में आ जाता है हां इस पूरी कहानी में SIR ने एक बड़ी भूमी का नि�
01:06उत्तर प्रदेश में S.I.R की प्रक्रिया जारी है
01:13इस दोरान अलग-अलग जिलु में तहरे-तहरे की खबरे सामने आ रही है
01:17वहीं बरेली से जो खबर आई है वो हैरान कर देने वाली है
01:2025 साल पहले घर छोड़ने वाले ओम प्रकाश जो दिल्ली में सलीम नाम से जिंदगी जी रहे थे
01:26वो बीते गुरुवार को अपने गाउं वापस लोटाए
01:29पहचान, संकट और दस्तावेजों की उल्जन ने उन्हें अपने गाउं लोटने पर मजबूर कर दिया
01:36ओम प्रकाश जैसे ही काशिपूर गाउं पहुँचे तो गाउं के लोगों ने फूल माला और गाजय बाजय के साथ उनका स्वागत किया
01:4315 की उम्र में घर से नाराज होकर निकल गये थे ओम प्रकाश
01:47जिले के शाही थाना छेत्र के काशिपूर निवासी ओम प्रकाश 15 साल की उम्र में घर से नाराज होकर निकल गये थे
01:55सालों बेट जाने पर भी वो जब घर नहीं लोटे तो परिजनों ने उन्हें मरा हुआ मान लिया
01:59लेकिन जब 25 साल बाद अपनी बेहन चंद्रकली के साथ वो गाउ पहुँचे तो पूरा गाउ हैरान रहे गया
02:06गाउ के लोगों ने उनका स्वागत ही नहीं किया बलकि उनके बेटे जुमन को भी गोध में उठा कर प्यार जताया
02:12ये द्रिश्य किसी लोटे हुए परदेशी के बेटे के घर जैसी बापसी से कब नहीं था
02:17हर किसी की आखों में आसू थे कुछ दिन में बरेली में मजदूरी फिर दिल्ली चले गए
02:23उन्प्रकाश ने बताया कि घर छोड़ने के बाद उन्होंने बरेली में कुछ दिन मजदूरी की और फिर दिल्ली चले गए
02:29वहाँ पर उनके पास कोई आईडी नहीं थी स्थानिया लोगों ने उनका नाम सलीम रख दिया
02:34और पिता का नाम ताहिर हुसेन कर दिया गया वोटर कार्ड भी इसी नाम से बना दिया गया उन्होंने फिर मुहले के मंगल की बेटी शाहर बारों से निकाह कर लिया जिससे उनको चार बेटिया और एक बेटा हुआ उन्होंने अपनी तीन बेटियों की शादी भी कर लिया
03:04ज़ताया है कि वो वापस उनप्रगाश बन जाते हैं यानिरिंगरे शुद्धी कारन भी करवा जाता है आप ये भी जान назв ने गाउंवालों के सामने आलान किया कि अपनी असली पहच्चान के साथ जिंदकी कुजारेंगे
03:21साथ ही ये भी वादा किया
03:23कि सभी दस्तावेश गाउं के पते पर ही बनवाऊंगा
03:25उनके वापस लोटने पर
03:27उनके भाई रोशनलाल, भतीजे, कुवर सेन
03:29और बाकी सब जो घर के और आज पर उसके लोग थे
03:32सेगरों ग्रामीनों ने खुशी जताई है
03:34गाउं में बस उन्प्रकाश की ही पाते हो रही है
03:37तो ये थी उन्प्रकाश की कहानी जो कैसे उन्प्रकाश से सलीम बनता है
03:42और फिर सलीम से वो वापस उन्प्रकाश बन जाता है
03:46इस कबर में इतना ही लेकिन SIR जहां
03:48दस तरीके की अजीवो गरीब गुरी दुखुदाई खबरे ला रहा है
03:52वहीं इसी SIR से एक ऐसी अजीवो घटना निकल करान आपने आप में ही अपचर्चा का विशय बना हुआ है
03:58इस पर आप क्या सोचते हैं? मैं कमेंट करके ज़रूर बताएं
04:01और बाकी खबरों के लिए देखते रही है One India Hindi
Be the first to comment
Add your comment

Recommended