जब रीणू और रचना देबनाथ 2020 में पुणे पहुँचीं, तभी भारत में कोविड लॉकडाउन लग गया। ट्रेनें बंद हो गईं, होटल बंद हो गए, और परिवार एक अनजान शहर में फँस गया। उनके पिता पुणे में एक छोटा सा ढाबा चलाते थे, और बहनें अपने माता-पिता के साथ कुछ हफ्ते बिताने आई थीं, फिर वापस शांतिपुर लौटना था—जो अपने हैंडवोवन साड़ियों के लिए मशहूर है।
00:00आज हम आपको एक ऐसी लड़की के बारे में बताने जा रहे हैं जो इनकी उम्र बस एक नंबर है लेकिन प्रतिभा जुनून और होसला ऐसा कि बड़े बड़े रेसरों को भी पचार दे आप सोच सकते हैं कि 10 साल का बच्चा क्या कर सकता है खेल सकता है पढ़ सकता है लेकिन
00:30पांस विजेता है और इसी के साथ एफ़ोन अकैडमी में इनका चौयन भी हुआ है तो आखिर कौन है ये लड़की और इनके परिवार में कौन-कौन है और ये कहा की है चले बापको आगे की वीडियो में हम बताते हैं लेकिन उससे पहले नमस्कार मैं सुतोष राबोल्ट
01:00जो कि 2000 में भारत के पहले राष्ट्रिय कार्टिंग चैंपियन थे और फॉर्मूला इशिया में प्रतिसपरधा भी कर चुके हैं वह आपको बताते हैं कि अतिका ने केवल पांच साल की उम्र में रेसिंग शुरू कर दी थी जब उन्होंने मौल में एक एलेक्ट्रिक कार्
01:30में कई रिकॉर्ड्स अपने नाम बना हैं जैसे एफवन अकादमी के डिस्कवर योर ड्राइफ प्रोग्राम में चुनी जाने वाली पहली भारती बच्ची बनी हैं वहीं ले मांस काट इंटरनेशनल सरकिट पर जीतने वाली पहली एशियाई भी बनी हैं उनके पिता जो �
02:00चैंपियोंशिप जितने वाली पहली भारती महिला बनकर इतिहास भी रचा था वह अतिका के सोशल मीडिया की बात कर ले तो वह इंस्टाग्राम पर काफी एक्टिव रहती हैं और अभी फिलाल उनके इंस्टाग्राम पर 32.3 के फॉल्लोर्स भी हैं वहीं अतिका की इंस्�
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