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Annapurna Jayanti Katha 2025:इस साल शुभ दिन 4 दिसंबर 2025 को अन्नपूर्णा जयंती मनाई जा रही है. ऐसे में इस कड़ी में हम जानेंगे कि अन्नपूर्णा देवी से शिव जी ने भिक्षा क्यों मांगी थी ?

Annapurna Jayanti is celebrated on the full moon day of the month of Margashirsha . This year, the full moon date will begin at 8:37 am on Thursday, December 4th. It will end at 4:43 am on Friday, December 5th.

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Transcript
00:00एक बर भगवान शिव ने माता पार्वती से कहा कि संसार एक मिथ्या है यहाँ पर भूजन का कोई वास्तविक महत्व नहीं ये बात माता पार्वती को भाई नहीं और वो अप्रसन्न हो गई
00:15माता ने संसार को सिक्ष और शुब संदेश देने के लिए अन्न के एक एक कण को लुप्त कर दिया
00:21कुछी समय में पूरे संसार में भयंकर अकाल चागया भोग से लोग व्याकुल होटे और संकट से शिवजी भी नहीं बच पाए उन्हें अन्न की अभाव से कष्ट होने लगा
00:32तब शिवजी को माता पारवती ने अपने अन्न पूर्णा स्वरूप का दर्शन कराया और भीक्षा का पात्र बढ़ा कर माता से अन्न की याशन कर लोगों तब ये संदेश पहुँचाया कि शरीर के लिए अन्न कितना जरूरी है
00:44उसे दिवशन में माता अन्न पूर्णा ने शिवजी को अन्न की भीक्षा देकर उन्हें तृप्त किया
00:50साथ ही अपनी कृपाद्रश्टी संसार पर डालते हुए फिर से भोजन प्रदान करने लगी और पोशन और सम्रद्धी बरसाने लगी
00:58ये कथा संसार को एक बड़ा संदेश देती है कि अन्न ही जीवन का आधार है और अन्न का संबान हमेशा करना चाहिए यही सबसे बड़ा धर्म है
01:28कर दूए लून है अन्न का संसार कि कर दोन प्रदान करना बांटन का संद कर दोटका संसार करत दोटका है
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