00:00तीन सालिया, कोई भी समझदार सीधा साधा इंसान शादी करता है तो लड़की देखता है, उसके गोण परिबार देखता है, लेकिन क्या हो अगर शादी की जाए लड़की की बेहने देखकर, देखिए जरा, तुमारे तो बड़े ठाट चल रहे, एक तरफ है घरवाली और �
00:30पूरा दिन ऐसे ही मज़े में निकल जाता होगा, दिन में साली, रात को घरवाली, हमको तो तुमसे जलन होने लगी है, यार जिन्दकी हो तो तेरे जासी, अच्छा, इतनी ही जलन हो रही है, तो तुम भी कर लो शादी, ढूण लो ऐसी लड़की जिसकी तीन-चार बेहने
01:00वक्त जी-जा-जी, जी-जा-जी कहा कर, तितलियों की तरह तरह तरह आसपस जो मंटराती रहती होगी, ये तो सचका, तुम लोगों ने शादी वाले दिन नहीं देखा, वो तीनों मेरा किस तरह खायाल रख रही थी, मुझे एक सेकंड के लिए भी अकेला नहीं छोड रह
01:30है, कैसा पती है, मन करता है कि इसको अभी जाकर बताओं, लेकिन नहीं कर सकती, नहीं तो मुझे इस घर से निकालतेंगे, और मैं तो यहां से बिलकुल नहीं जाओंगी, कितना बड़ा घर है, पर कोई ना, अगले दिन,
01:47जीजाजी, दी, दी, आप दोनों यहां, कितने दिनों बाद आप दोनों का इस घर में आना हुआ है, आईए, आईए, अंदर आईए, अरे जीजाजी आए हैं,
01:56आईए, क्यों नहीं, अब मेरी साली ने बोल दिया है, तो मुझे तो अंदर आना ही पड़ेगा, यलो, तुम सब के लिए तौफे, और बताओ, कहां जलना है सब को घुमने के लिए,
02:07जीजाजी, आपनों दुनिया के बेस्ट जीजाजी हो, अरे आप तुम तीनों अपनी बेहन और जीजाजी से वहीं सारी बात करोगी, या उन्हें अंदर भी बिठाओगी, जाओ, कुछ खाने पीने के लिए लेकर आओ,
02:20अंदर आईए जीजाजी, बाहर क्यों है आप, पती पत्नी दुनों मासे मिलते हैं, और सालिया अपना तौफा देखती है, जीजाजी ये क्या है, ये सेंडल्स तो मेरे पास पहले सी है, मुझे तो नेकलेस चाहिए था,
02:36अच्छा, सॉरी मुझे पता नहीं था, अगर तुम्हें ये पसंद नहीं आया तो चलो कोई बात नहीं, हम दोनों अभी मार्केट जाकर बदलवा कर आते हैं, नेकलेस भी ले ले लेना, ये कौनसी बड़ी बात है, तुम्हारे लिए तुम्हारे लिए तुम्हा कुछ भी
03:06अरे नईने सासुमा, इसके जरूरत है, ये मेरी साली साहिबा है, इनका हुकम सर आखों पर
03:12मा सही बोल रही है, वैसे इसकी कोई जरूरत नहीं, इनकी पास वैसे भी बहुत सामान है, ये लोग वहाँ जाकर सिर्फ आपके पैसे खर्चेंगे
03:22अरे तो क्या हुआ, ये उनका हक है, वैसे भी तो साली होती ही है आधि घरवाली
03:28जमाई जी, क्या मतलब? अब देखे, ये तीनों मेरी सालियां है, और साली भी तो आधि घरवाली होती है, तो हक तो इनका भी बनता है ना
03:39क्या हो बीवी साहिबा? पती के रंगेन मिजाज का तो बीवी को पता होता ही है, लेकिन पैसे वाले पती को कहती भी क्या?
03:49हाँ, सही बात है, अरे मा कुछ नहीं, ये बस मजाग कर रहे थे, आप लोग जाएए
03:54ऐसे ही पती अपनी तीन-तीन सालियों को खूब मज़े करवाता, उनको हमेशा अपने इर्द-गिर्द घुमाता, कभी शॉपिंग पर ले जाता, कभी खाने पर और कभी घूमने, लेकिन एक दिन
04:08जीज़जी, वहाँ चलते हैं न, लगता है कोई नई दुकान खुली है, एक बार वहाँ चल कर देखते हैं क्या
04:15अरे हाँ हाँ, क्यों नहीं चलो, मैं तो वहीं जाओंगा, जहाँ तुम कहोगी
04:19पती जैसे ही उस दुकान में घुस्ता है, उसे अपनी बीवी दीखती है, वो भी किसी लड़की के साथ हाथ पकड़े हुए
04:28अरे तीदी, तुम यहाँ, और ये कौन है?
04:32अरे सलोनी, तुम्हें भी मार्केट आना था, मुझे बता देती, हम लोग भी मार्केट आये थे, तुम भी हमारे साथ चली आती
04:39और ये कौन है? मुझे लगा तुम किसी लड़की के साथ आई होगी लेकिन, तुमारे तो रंग ठंगी कुछ और दिख रहे है
04:46ये, ये मेरा स्कूल फ्रेंड है, बहुत टाइम बाद मिल रही हूँ, और सुचा जब यहां तक आ ही गई हूँ, तो शापिंग भी कर लो, इसलिए बस अब मैं घर ही जा रही थी, चलती हूँ, ओके बाई
04:59ये बोलकर पत्नी और उसका बॉइफ्रेंड वहां से चले जाते हैं, शाम को
05:03कौन था वो, जिसके साथ आज तुम शॉपिंग पे गई थी, और तुम दोना का क्या रिष्टा है
05:09तुमारे चाल चलन ऐसे होंगे, ये तो मैंने सोचा भी नहीं था
05:13अरे, फिर मुझसे शादी क्योंकी
05:16अरे, मैंने बताया तो सही स्कूल फ्रेंड है, जोस्ट फ्रेंड, ओवर रियक्ट मत करो, हाँ
05:22चूट मत बोलो, फ्रेंड ही है या बॉइफ्रेंड, क्योंकि मैंने आज तक किसी को फ्रेंड का हाथ पकड़ कर, बाजार में घुमते नहीं देखा
05:32ना कटा कर रख दी मेरी
05:33अच्छा, ऐसे तो मैं भी बोल सकती हूँ, तुम वहाँ मेरी बहनों के साथ क्या कर रह थे
05:52बदलने की कोशिश मत करो, सच सच बताओ कौन है वो और कबसे चल रहा है, मैं जानता हूँ वो तुम्हारा बॉइफ्रेंड ही है, तुमारी बेहन ने मुझे सब कुछ बताया, तुम पहले उससे शादे करने वाली थी, लेकिन तुमारी मा नहीं माने
06:05हाँ, वो मेरा बॉइफ्रेंड है, और मैंने कभी उससे ब्रेक अप किया ही नहीं था, बस खुश, और बुलो क्या सुनना है, वो तो उसके पास पैसे नहीं थे, इसलिए माने उससे मेरी शादी नहीं होने दी, वरना तो
06:19वरना तो क्या, हाँ, वरना तो क्या, कितनी बेशरम हो रहा थो, अपने पती के होते हुए, किसी और लड़के के साथ चक्कर चलाते तुम्हें शरम नहीं आई, जब तुम उससे इतना ही प्यार करती थी, तो मुझसे शादी क्यों की, उससे से कर लेती
06:33मैंने तुम से शादी इसलिए नहीं की, कि मैं तुम से प्यार करती हूँ, बलकि पैसो के लिए मेरी मा मेरी शादी किसी बड़े पैसे वाले घर में कराना चाहती थी, इसलिए
06:44क्या
06:45तुमने मुझसे बस मेरे पैसों के लिए शादी की
06:49कितनी सेलफिश हो
06:51अरे शादी दो आत्माओं का मेल होता है
06:53पवित्र रिष्टा
06:54लेकिन तुम जैसे लोग क्या समझेंगे
06:57इतना शौक क्यों लग रहा है तुमें
07:01तुमने भी तो मुझसे शादी
07:03मेरे बेहनों को देख कर ही की न
07:05तुमें क्या लगता है
07:08मैं कुछ नहीं जानती
07:08इसलिए मैं तुमसे कह रही हूँ कि
07:11ये बात किसी को मत बताना
07:12बन्ना तुम जानती ही हो
07:14ये बात सामने आने पर
07:16बेज़दी मेरे ही नहीं तुम्हारे पी होगी
07:19तो बैतर यही होगा कि जो जैसा चलता आ रहा है उसे वैसे ही चलने दो
07:25पती बीवी की बात सुनकर हैरान रह जाता है
07:29कि उसके फोन बर साले का फोन आता है
07:31देखो तुमने तो मेरी बेहनों का नाम भी बीवी 1, बीवी 2 के नाम से सेव किया है
07:38अरे वो तो साली आदी
07:49आदे को भी नहीं आएगी मैंने तो सिर्फ मजाग किया था वो मेरा दोस्त नहीं दुर का भाई था तुम्हें सबक सिखाने के लिए मैंने किया था
07:57लिकिन लगता है कि ये बोलकर बीवी चुप हो जाती है
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