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  • 2 days ago

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00:00तीन आख वाली बहु घंशाम और सुनिता को एक बेटा और बेटी थे। दिन में सोना तो जैसे उसने कभी सीखा ही नहीं था।
00:20रात को भी सोती तो ऐसी कि नेंद की जरा सी आहट पर जाग जाती।
00:25वो क्या है ना, अदिती को घर की सब लोगों पर नजर रखने की बुरी आदत थी।
00:31इसलिए उसका दिमाग हमेशा कुछ न कुछ खुराफात सूचता ही रहता था।
00:35घर में चाहे कोई कुछ भी करे। लेकिन अदिती को उस बारे में पता रखना, फिर उस पर कमेंच करना, इन दोनों ही बातों का बड़ा शौप था।
00:44इसकी वज़न से बिचारे घर वाले बुरी तरह से परिशान थे। कोई भी काम करते हैं तो डर डर कर किया करते।
00:51यह सोचकर कि पता नहीं अदिती को पता चल गया, तो वो क्या-क्या सुनाएगी।
00:57हाँ यार, आज कॉलेज छोड़कर मूवी देखने चलेंगे।
01:01नहीं, नहीं, मैं घर में किसी को कुछ नहीं बताऊंगी।
01:04हाँ ममे से कहूंगी कि कॉलेज में एक्स्ट्रा क्लास है और बस उसके बाद सीदे मूवी और बाहर कुछ खापी करी घर आएंगे।
01:12तब ही पीछे से अदिती बहाँ पर आ जाती है।
01:16कहां चानी का प्लान बन रहा है खुश्पू मैडम। और वो भी घर वालों को बताएं भी न।
01:21अरे भाबी आप।
01:24हाँ मैं यहाँ और मैंने तुम्हारी सारी बाते सुन ली है।
01:28कॉलेज के बहाने पिक्चर चानी का प्लान बना रही हो न तुम।
01:32भाबी अब आप से तो कोई नहीं बच सकता।
01:36मुझे लगा कि आप घर पर नहीं हैं इसलिए छुपकर अपनी सहली से बात कर रही थी।
01:42आप बिना कहीं से भी टपक जाती हैं।
01:45ठीक से बात करो मुझसे।
01:47अभी जाकर मम्मी पापाजी को बता दूँगी कि आपकी बेटी कॉलिज की बहाने अपने दोस्तों के संग फिल्म देखने चली है।
01:54आरे नहीं नहीं पापी ऐसा प्लीज मत करना।
01:57आप जो बोलेंगे मैं वो करूँगी लेकिन प्लीज ममी पापा को कुछ मत बताना।
02:03अगली दिन सुपा के बात।
02:05क्या बात है पापा? इस तरह चुप-चाप क्यों बेटा है? आपकी तब्वित तो ठीक है ना?
02:10अब क्या बताओ बेटा? इस सुम्र में घर पे पड़े मन नहीं लगता।
02:17रिटार्ड हो चुका हूँ, अब तो कोई दोस्त भी नहीं है।
02:21ये बात तो सही है पापा, इस सुम्र में मन लगाना वाकई में बहुत मुश्किल होता है।
02:26आप कहें तो मैं आपको कहीं घुमाने लेकर जाओं।
02:31क्या पापाजी, अब अपने बेटे से तो जूट मत बोलिये।
02:35मतलब मैंने क्या जूट बोला।
02:39मैंने देखा था पापाजी, सुबर सुबर जब आप मॉनिंग बॉक करने जाते हैं।
02:43पार्क में कम से कम दस से पंदरा दोस्त हैं आपकी।
02:46किस तरह हसी इठी ठोली कर रहते आप सब।
02:50सब देखा था मैंने।
02:52आदेदी ठीक है।
02:54बिटा है मेरे दोस्त, बहुत सारे दोस्त हैं।
02:57मैं तो बस ऐसे ही उदास बैटा था।
02:59तोड़ा सर में दर्द हो रहा था ना इसलिए।
03:03मेरी नजरों से कुछ नहीं बच सकता पापाजी।
03:07सब जानती हूं मैं।
03:09मेरी न तीनों आँखी खुली रखती हूं।
03:12लेकिन बेटा, वो सारे दोस्त सुबह के वक्त मिलते हैं।
03:17उसके बाद तो सारा दिन बोर हो जाता हूं ना मैं।
03:21पापाजी मैं बताती हूं आपको क्या करना चाहिए।
03:23किसी NGO से जुड़ जाए और उनके साथ काम करिए।
03:27इस तरह घर में सारा दिन खाली बैठे रहने से क्या होगा।
03:30लेकिन अतिती अगर पापा को NGO के साथ काम करने में कोई इंट्रेस्ट नहीं है तो वो क्यों करेंगे।
03:36मैंने कहा ना पापाजी के लिए वही बेस्ट है।
03:40मेरी जान पहचान का एक NGO भी है।
03:42मैं महाँ पर बात कर लेती हूं।
03:44पापा जी आप कल सुबह उठकर वहाँ चले जाना आपका मन लगा रहेगा।
03:49कुछ दिनों बाद।
03:52मा वो मेरी कॉलेज में न अन्यूल फंक्शन है तो मुझे एक नया ड्रेस खरीदना था।
03:58प्लीज मुझे कुछ पैसे दे दीजिए।
04:00खुश्बू, अभी पिछले मही नहीं तो तुझे इतना सुन्दर ड्रेस दिलवाया था।
04:08वही पहन ले बेटा।
04:09मम्मी वो ड्रेस तो मैं अपनी दोस्तों की सामने पहले ही पहन चुकी हूं मेरी फ्रेंड की बोड़ी में।
04:15अब फिर से अनियल फंक्शन पे वही ड्रेस पैरूंगी तो अच्छा लगीगा क्या।
04:20तो बहुत बिगरती जा रही है। मेरे कोई बात नहीं सुनती खुश्बू।
04:26मम्मी जी मैं तो कहती हूं खुश्बू का थोड़ा ध्यान रखी है।
04:29कहीं ऐसा नहों कि आपकी बेटी बिगर जाए।
04:32लेकिन भाबी मैंने ऐसा किया भी क्या।
04:35ड्रेस खरीदने से बिगरने का क्या कनेक्शन है।
04:38चलो ड्रेस खरीदने से ना सही।
04:40लेकिन छुप छुप कर मूवी देखने जाने से तो कनेक्शन है न।
04:45क्या कहा तुमने कौन जाता है छुप छुप कर पिक्चर देख रहे हैं
04:50आपकी वेटी खुश्बू और कौन पापा जी और क्या पता ये नया ड्रस किसलिए खरीद रही है
04:57हो सकता है आप लोगों से जूट बोल कर कल को शेहर के बाहर पिक्निक बनाने भी चली जाए
05:02भाबी ये आप कैसे बाते कर रही है और वैसे भी ये मेरी लाइफ है
05:07कॉलेज लाइफ सबकी जिन्दगी में एक बार ही आती है अगर मैं उसे एंजॉई करना चाती हूँ तो इसमें गलत क्या है
05:14वो सब छोड़ो खुश्बू साफ साफ बताओ क्या तुम हम लोगों से जूट बोल कर फिल्म देखने गई थी
05:22नई मम्मी ऐसा कुछ भी नहीं है भाबी तो कुछ भी बोलती है
05:26अच्छा मैं कुछ भी बोलती हूँ
05:29एक मिनिट रुकिये मम्मी जी मेरे पास ना असबूत है इस बात का
05:34अधिती अपने फोन में खुश्बू और उसकी सहलियों का फोटो दिखाती है जिसमें वो फिल्म देखने गए थे
05:40लेकिन भाबी आपको ये पिक्चिस किस दे थी
05:44कौन देगा उस दिन मैं तुम्हारे पीछे पीछे गई थी तुम पर नज़र रखने के लिए क्या आखिर जाती कहा हो तुम
05:51बहु माना कि खुश्बू अपनी सहलियों के साथ फिल्म देखने गई थी
05:56लेकिन इस तरह उसका पीछा करके उसकी जिन्दगी पर नज़र रखना ये तो अच्छी बात नहीं
06:02हाँ बेटा तुम सब लोगों के जिन्दगे में इतनी दखल अंदाजे क्यों करती हो
06:08तुम्हें क्या लगता है तुम सब को कंट्रोल कर सकती हो
06:12कंट्रोल नहीं इसे नज़र रखना कहते हैं पापा
06:16मैंना अपनी सारी यांकी खोल कर चलती हूँ
06:20अरे कल को कोई गडबर ना हो पस इसलिए
06:22हाँ आप लोगों को तो हर बात का बुरा लगता है
06:25कुछ दिनों के बाद अक्षय अपने ओफिस से काफी देर से लोट कराता है
06:30क्या बात है रात के दस बजगे वैसे तो आप छे बज़े तक आ जाते हैं
06:36अज इतना लेट कैसे होगे
06:37कुछ नहीं अदिती वो बस ओफिस पे थोड़ा काम ज्यादा था
06:41इसलिए देर तक रुपना पड़ा
06:43कोई बात नहीं भाया कभी कभी चलता है
06:46वैसे भी ये आपकी लाइफ है
06:48अगर आप काम के अलावा भी अपने लिए कुछ करें
06:51तो इस पे प्राब्लम नहीं होनी चाहिए किसी को
06:52हाँ हाँ खुश्बू
06:55तुम तो अपने भाई की साइड लोगी ही
06:57क्योंकि तुम भे तो यही सब करती हो ना
06:59भाभी मेरे कहने का वो मतलब नहीं था
07:03और वैसे भी अब क्यों नाराज हो रही है
07:05भाया ओफिस से काम करके सिदे घर ही तो आ गया है ना
07:10वो क्या है ना खुश्बू
07:11तुम्हारे भाया मुझे पागल समझते हैं
07:15मुझे सब पता है
07:16ये अपने दोस्तों के साथ
07:18पिछले तीन घंटे से आवारा गर्दी करके घर आ है
07:20और यहां मुझसे जूट बोल रहे हैं कि आफिस में काम ज्यादा था
07:24मैं जूट नहीं बोल रहा हूँ
07:26हाँ ये बात सही है कि 9 बजे फ्री हो गया था
07:30उसके बाद कुछ देर अपने दोस्तों से बाते करने लगया
07:33और हम लोग काफी पिने चले गया थे बस
07:35इसी को तो अपने दोस्तों के साथ आवारा गर्दी करना कहते हैं
07:40बीवी से जूट बोलकर दोस्तों के साथ घूंती हो आप
07:44लेकिन अधिती तुम्हें कैसे पता चला
07:47कि मैं अपने दोस्तों के साथ कॉफी पिने गया था
07:51अरे पता कैसे नहीं चलता
07:52आपके दोस्त को फोन करके सारी खबर ले ली थी मैंने
07:56आप पर पूरी नजर रखती हूं मैं
07:59मुझसे कुछ भी छुपाने की कभी भी कोशिश बंद करना
08:02अधिती माना के मैं तुम्हारा पती
08:06लेकिन मेरी भी कोई पर्सनल लाइफ है
08:08इस तरह नजर रखने का क्या मतलब है
08:10अब आप इसे कुछ भी समझे
08:14बस ये आदत है मेरी
08:16और सुनो अगली बार से ओफिस से सीधे घर आना
08:19समझे
08:20घर में एक बीवी भी है जो तुम्हारा इंतजार करती है
08:23आए बड़े दोस्तों के साथ कॉफी पीने वाले
08:26इतना कहकर अधिती वहां से चली जाती है
08:29उसके जाने के बाद
08:30भाईया आपको नहीं लगता
08:33भाबी हम सबकी लाइफ को कुछ ज्यादा ही कंट्रोल करती है
08:37मेरा मतलिब आप और मैं तो क्या
08:40लेकिन उन्होंने तो पापा को भी नहीं छोड़ा
08:43वही तो मैं भी परेशान हो गया हूँ अधिती की सादत से
08:48हर बात पर नज़र रखती है
08:50क्यार मेरे किसी दोस्त का कॉल आया
08:52मैंने उससे बात क्या कर ली
08:53मैं कहां जा रहा हूँ
08:55क्या खा रहा हूँ
08:57ऐसा लगता है जैसे मेरी पोर्सल लाइफ तो है ही नहीं
08:59और मैं अपने बारे में क्या बताऊं भाईया
09:02भाई की नज़रों से तो बचना बहुत मिश्किल है
09:05अपनी किसी सहली से फोन पर बार भी करती हूँ न
09:08तो उसकी सारी डीजिल भाई को पता होती है
09:11जानते मेरी सारी सहलीों की नंबर
09:14अपनी फोन में सेव करके रखती है
09:16और कभी भी किसी से कुछ भी पूछ लेती है
09:19वा कई मैं, मेरी बीबी से तो भगवान ही बचाए
09:23और फिर कुछ दिनों की बार
09:25बहु, मैं ज़रा अपनी सहली को मिलने जा रही हूँ
09:30दो घंटे में लाटाओंगी
09:32ठीक है ममी जी जल्दी आईएगा
09:34फिर शाम का खाना देर से खाते हैं
09:36तो प्रॉब्लम हो जाती है न आपको
09:37अचा अचा ठीक है, जल्दी लाटाओंगी
09:40शाम के वक्त
09:42ममी जी, आपने तो कहा था
09:46कि आप अपनी सहली को मिलने जा रही है
09:48हाँ, तो सुनी तो अपनी सहली को ही मिलने गई थी
09:52और कहा जाएगी वो
09:53पापा जी, आपको नहीं पता
09:56ममी घर से जूट बोलकर
09:58सीधे अपनी सहली के साथ
10:00पार्टी मनाने चली गई थी
10:02अरे बहु
10:04तुमने क्या हम सब के अदर
10:06सीसी टीवी कैमेरा लगाया हुआ है
10:08तुम्हें कैसे पता
10:10मैं किसी पार्टी में गई थी
10:12लेकिन ममी अगर आपको
10:13किसी पार्टी में जाना ही था
10:15तो आपने घर पर हम लोगों से जूट क्यों बोला
10:17इसलिए जूट बोला है
10:20ममी जी ने, ताकि कोई ये न कहे
10:22कि इस सुम्र में भी उनको
10:24पार्टी करने का शौक है
10:25उने तो अपनी 130 आवित्री वाली इमेज बना कर रखनी थी ना
10:30क्यों ममे जी सही कहाना मैंने
10:32आरे नहीं नहीं बेटा ऐसे कोई बात नहीं है तुम गलत समझ रही हो
10:37ममे जी आपने जो किया वो ठीक लेकिन अगली बार से ध्यान रखेगा
10:43शाम के पांच बजे तक घर आ जाया कीजेगा
10:46वो क्या है न शाम को मुझे भी तो पार्क में घुमने जाना होता है
10:50और फिर देर से खाना खाकर आप परिशान होती है
10:53राद पर पेट में दर्ध होता है और बार बार मुझसे दवाई मांगती है
10:57इसलिए अगली बार ध्यान रखिएगा
11:00अरे बहु तुम तो जासूस की तरह नज़र रखती हो
11:05एक बार मेरी बात तो सुन लो अपनी ही कही जा रही ही हो
11:09अरे इसमें नज़र रखने वाली क्या बात है
11:12मैं तो आप सबका खैल रखती हूं
11:15ताकि कल को कोई प्राब्लिम ना हो
11:16देखो बहु मैं अपनी सहली से मिलने जरूर गई थी
11:21लेकिन मेरी सहली के घर पर पार्टी थी
11:24इस बात का मुझे अंदाजा नहीं था
11:27अगर वहाँ पर पार्टी शुरू हो गई और उसने मुझे रोक लिया
11:31तो इसमें क्या परिशानी है
11:33देखा अदिती ममी ठीक कह रही है
11:36इस तरह सबकी लाइफ में इतना ज्यादा इंटर्फियर करना अच्छी बात नहीं है
11:41और जिसे जो करना है वो करेगा न तुम सबकी जिन्दगी कंट्रोल नहीं कर सकती
11:46अरे इसे जिन्दगी कंट्रोल करना थोड़ी न कहते हैं
11:49इसे तो कैर करना कहते हैं
11:52भाबी कैर करना उसे कहते हैं जिससे सामने वाला इंसान भी खुश रहे
11:56लेकिन आप जो करती है न उसे प्राइवसी में दखल अंदाजी करना कहते हैं
12:01और एक बात ध्यान रखेगा भाबी
12:03कोई भी इंसान किसी दूसरे की लाइफ को कंट्रोल नहीं कर सकता
12:07तो आप भी वो कोशिश मत करिए
12:10क्योंकि अगर आप ऐसा करेंगी न तो सिर्फ रिष्टे खराब होंगे
12:14खुश बूठी कहती है
12:17तुम बहुत अच्छी हो अदिती
12:19बस ये सब लोगों पर अपनी नजर रखना
12:22और उनको बाद बाद पर टोकना बंद कर दो
12:25अब अदिती की आँख खुल जाती है
12:28अपनी इस आदत की वज़ज से
12:31सब लोगों के मन में अपने बारे में ये सोच देखकर
12:34वो अपने आपको बदलने का सूच लेती है
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