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  • 16 hours ago
मौलाना मदनी के बयान पर विवाद, कांग्रेस नेता कर रहे समर्थन

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00:00अलाना अर्शद मदनी के बयान पर बवाल बढ़ता जा रहा है।
00:03कांग्रिसी नेता और मुस्लिम धर्मगरू उनके बयान का समर्थन में उतरा हैं।
00:07वहीं बीजेपी के नेता लगाता है उनके बयान पर सवाल खड़े कर रहा है।
00:12देखिए हमेशा से इन लोगों का डूल करेक्टर रहा है।
00:16इस सब अर्शद मदनी साहब हों या इनके परिवार के लोग रहे हों।
00:22इन्होंने सिर्फ देश के मुसल्मानों को लूटने का काम किया है।
00:25गुमराह करने का काम किया है।
00:27और दूसरों के सर पर ठीक रहा फोड़ते हैं और अपनी दुकाने पूरी तरीके से चलाते हैं।
00:33और इंडिया मुस्लिम पर सल्ला बोर्ड किसका फाइदा कर दिया।
00:37पुरे देश के मुसल्मानों का क्या हश्र किया इन लोगों ने।
00:40हाँ मैं सपोर्ट करता हूँ। इसलिए आजम खान ने डुप्लीकेट पैन कार्ड पर्मानेंट का नंबर इंकम टेस्ट का रखा।
00:53ठीक है गलत है। यहां तो प्राइम मिनिस्टर की फर्जी डिग्री है। यहां लाखों बोर्टर्स हैं जिनका डुप्लीकेट बोर्टर्स हैं। लाखों आधार हैं। उनको भी जेल भेजा गया है।
01:08तो अब जिसे अल्फला इंवस्टी है मैं मानता हूं कि कोई गया गुपत रूप से टर्रेज्ट अक्टिविटीच किया है। उसको छमा नहीं करना चाहिए। टर्रेजम को छमा नहीं करना है। लेकि पूरी इंवस्टी को टार्गेट नहीं कर सकते हैं। बंद कर दें इन
01:38और इसके वक्त में आप सड़कों पे निकलते थे, लाखो लाखो लोग रामलीना मैदान में इकटा करते थे, आज क्यों नहीं निकलने हमारे जितने भी पेशवा हैं, जितने भी रहनुमा हैं, इन तमाम को आना चाहिए सामने, सड़कों पे निकलना चाहिए, ताके हम अ�
02:08सरकार को तो अगर मुसल्मान भी सड़कों पर नहीं निकलेगा और मदनी साफ जैसे लोग जो कौम के रहनुमा हैं वो सिर्फ टीवी पर भाशन देंगे अख़बार में बयान देंगे तो कौम आगे नहीं हा सकती
02:21सैकडो वाइस चांसलर स्कुल गुरू मुसलिम समाज से है पर इस तरह के भढ़काव बयान देकर ये मुसलिम समाज को भढ़काना चाता है ये व्यक्ति
02:31ये व्यक्ति मुस्लिम समाज के हित की बात नहीं करेंगे, उनके सिक्षा की बात नहीं करेंगे, उनके रोजगार की बात नहीं करेंगे, ट्रिपल तलाग जैसे कानूनों को जिस सरकार ने खतम किया, उस सरकार की बात नहीं करेंगे, जिस तरह जो वक्ष कानून के तहट मुस
03:01से दूर रहना चाहिए जो समाज को भड़काने का समाज को गलत रस्ते पर ले जाने की बात करते हैं
03:10कि विवाद गहर आया तो मुस्लिम धर्म गुरू इमाम उमर एहमद इल्यासी ने भी बयान को मौझूदा वक्त में गलत बताया है
03:17जिस तरह से उन्होंने अल्फ़ला यूनिवर्सिटी की हवाले से उनका समर्धन किया है
03:26तो कहीं न कहीं मुझे लगता है कि उन्होंने आतंकवाद का समर्धन किया है आतंकवादियों का समर्धन किया है
03:36और जिस तरह से तीन बड़े उसी अल्फला युनिवर्सिटी के तीन जो लोग पकड़े गए हैं वो उस अल्फला युनिवर्सिटी के ही लोग हैं
03:49जाँच अजिंसिया अपना काम कर रही है उन्हें काम करते रहना चाहिए लेकिन देश की सुरक्षा का विशह है
03:57it says, मुलाना को इस बात का ध्यान रखना चाहिए था, कि जब
04:01बं ब्रास्ट हुआ था, तो उन्हें आतंक वाद की विरोध में अपना
04:08बयान देना चाहिए था. उन्की जो जम्यत उल्मा हिंद है, उसको
04:14आतंक वाद की विरोध में परदशन करना चाहिए था.
04:19दरसल ये पहला मोका नहीं है कि जब मौलाना अश्रद मद्नी के बयान पर विवात छड़ा हो
04:23साल दोहजरतेश में मद्नी ने उस बयान पर भी काफी बखेडा खड़ा हो गया था
04:27जिसमें उन्होंने कहा था कि अल्ला और ओम को एक वताय गया था
04:31उन्हों ने कहा था कि देखे मौलाना मद्दी ने कहा था कि बहु संक्यक समाज के पूरवज हिंदू नहीं बलकी मनू थे और वो ओम यानी अल्ला की पूजा करने वाले थे
04:41और चरिए खबरों के सलसले में आगे बढ़ते हैं बात करते हैं दिल्ली बलास्ट को लेकर दिल्ली बलास्ट की जाँच के बीच एक बड़ा सवाल यही है कि अल्फला यूनिवस्टी को ही आतंक्यों ने अपनी पनागा क्यों बढ़ा है क्यों पाकिस्तान के आतंकि संगटन
05:11क्या अलफवला युनिवरसिटी के फंड का स्थमाल आतंकी गतिविधियों में हुआ
05:24क्या युनिवरसिटी की आर्मे आतंकियों की मदद की जा रही थी
05:30क्या शेल कंपनियों के जरिये साजिश रची जा रही थी
05:36दिल्ली धमाकी के बाद जाच एजनसियों की रडार पर आई अलफवला युनिवरसिटी को लेकर कई सवाल
05:43सबसे बड़ा सवाल ये कि कैसे एक युनिवरसिटी आतंकियों का सुरक्ष ठिकाना बन गई है
05:51कैसे युनिवर्सिटी से जुड़े डॉक्टरों ने आतंग की इतनी बड़ी साजिश रची
05:56युनिवर्सिटी से जुड़े डॉक्टरों के टेरर नेटवर्क की परतार जारी है
06:01इस बीच युनिवर्सिटी की फंडिंग को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं
06:05एजेंसियां अलफ़ला युनिवर्सिटी का एक एक सच खंगालने में जुटी हैं।
06:12इसी एक्षन की बीच अलफ़ला के फाउंडर और चेर्मैन जावेद एहमद सिद्धिकी को गिरफतार किया गया और कोट ने जावेद को 13 दिनों की ED की रिमांड पर भेज दिया।
06:21मामला मनी लॉंडरिंग से जुड़ा है और एजेंसियां 415 करोड के फंड की परताल कर रही है।
06:51मामला मनी से तरक्की की और एक पड़ा सैक्षिक संस्थान बन गया।
06:55हाला कि ग्रुप की विद्धिय स्थिती और उसकी संपत्यों के बीच बड़ा अंतर है।
06:59एडी ने खुलासा किया है कि जावेज सिद्धिकी का परिवार खाडी तेशों में बसा है और वो विदेश भागने की फिराक में था।
07:05अगर उसे गिरफतार नहीं किया जाता तो वो विदेश भाग कर जांत से बच सकता था, तबूर मिटा सकता था।
07:35अपक जवाद एहमस सिद्धिकी ने किये। एडी की माने तो अपनी नौ फर्दी कमपनियों के जरीए जवाद एहमस सिद्धिकी इन 415 करोड उपे को इधर से उधर घुमा रहा था।
07:45अब एडी या जाच कर रही है कि क्या इन्हीं पैसों का इस्तमाल कहीं इस आतंकी गत्विदियों को अन्जाम देने के लिए तो नहीं किया गया।
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