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IIT दिल्ली से इंजीनियरिंग छोड़कर क्यों बने एक्टर, अमोल पाराशर ने बताया

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00:00अमोल इससे पहले कि पूझा आपसे सवाल जवाब शुरू करें एक सवाल है आइटी डेली में जाने के लिए न तरस्ते हैं लोग लिटरली कईयों के तो बस खावी रह जाते हैं लेकिन कैसे ये लड़का आइटी में गया भी पढ़ा भी जॉब भी मिली और फिर छोड़ द
00:30अब के लिए या आपकी लोग चाहते थे तो यानि हम यह कहें कि आपकी पहली मोहबद शुरू से अक्टिंग रही नहीं वह बाद में मिली तब था कि इस चीज में आप अच्छे हैं तो आप करते जा रहे हैं आपड़ाई में अच्छे होते हैं तो एंजिनेरिंग या ड�
01:00जाने के बाद, अब फ़नी बात है कि एंजिनेरिंग पड़ते पड़ते मुझे अक्टिंग मिली या स्टेज मिला थेटर मिला तो वो अगर मैं एंजिनेरिंग करने नहीं गया होता तो शायद मैं अटर नहीं होता
01:12तो वो किस दरह की आच्छली मुभबत मिली है ये पूजा उनसे जानेगी कि वो मुभबत दरहसल अक्टिंग में मिली वो फीमेल थी या फिर मेल थी या फिर मेल थी दाट आइड नो तो वो पूजा फाइंड आओ करेंगे पूजा के आवाज नहीं हारी है माइक टेस्ट कर �
01:43कि दो है थोड़ी सी आवाज जो शाय होना जाई हमो किया लइख लोगों थे फिस कि से लंट कर लिये在
01:51हो हैलो हलो तो जरू है लंट कर लिया उनको जोड से एक बार बोलना चाहिए हलो थैंक यू अश्ट शो
02:02आइ तिंक कल मैं शो कर रहा था डेली में एक लाइव शो तो मैंने अपने डिरेटर को यह बोला कि यह शुरू में ना लोगों को थोड़ा सा आवास अगर हो तो पीपल अलसो फिल फ्री लोगों को लगता है कि आवास करना अलाओ है नहीं तो ऐसा नहीं है कि सिर्फ चुप�
02:32अमोल दिलों में भी आते हैं अमोल लडकियों के सपनों में भी आते हैं अब यह मुझे पता दिए रहा पर बादलते रहते हैं लेकिन कैसी फीलिंग थी तो तो जाहिर है एसा तो होता होगा उसी के बारे में आपसे पूछना चाहूँ और नाशनल कर्ष का टाग जब यह �
03:02कि लोग आपके काम को तो पसंद करें ही,
03:04बट साथ ही साथ आपको भी पसंद करें.
03:07शुरू में ये सब समझ में नहीं आता है,
03:09बर आप समझ में आता है कि वो बहुत बड़ा पार्ट है,
03:11कि जितना आप करियर में आगे बढ़ते हैं,
03:14लोगों का आप से परस्नल लेवल पर कनेक्ट करना बहुत जरूरी है,
03:17और बहुत इंपोर्टेंट है,
03:19और जब वो होता है तो मज़ा भी आता है,
03:21अच्छा भी लगता है.
03:21जब डियेम देखते हैं तो कभी-कभी बहुत मज़ा आता है,
03:25कभी-कभी शरम भी आती है,
03:27क्योंकि,
03:28I think social media का दौर है,
03:30और यंग लोग जो मुझसे भी यंग है,
03:32वो तो हमसे भी ज़्यादा कुले हुए हैं.
03:35अच्छा, आपके पास,
03:36ऐसे DM आते हैं,
03:37डव से नहते हो या दव को खाते हो?
03:41मुझे,
03:41मुझे आते हैं,
03:42बहुत क्रिटिव भी आते हैं,
03:45मुझे लगता है कि लड़कियां जो हैं,
03:46वो ज़्यादा क्रिएटिव है,
03:47तो जो लड़कों का मेसिज है,
03:49वो तो ऐसा है कि,
03:51आरे, पांच रुपे की पेपसी,
03:52मेरा भाई सेक्सी,
03:53जो लड़कियां हैं,
03:56वो अच्छे से मन की बात,
03:57एक शेरो शायरी,
03:59एक उसमें सेंटेंस होता है,
04:00उसमें फुल स्टॉप होता है,
04:01उसमें कॉमा होता है,
04:02उसको पढ़के आपको बात समझ में आती है,
04:04यानि फीलिंग आपको भी अच्छी है,
04:05तो मुझे वो डिफरेंस में आता है,
04:07कि जब लड़कियां अपना प्यार जाहिर करने जाते हैं,
04:10तो मुझे लगता है,
04:11यह ऐसे थोड़ी करना होता है यार,
04:13लड़कियों से सीको,
04:15अपने एमोशन्स को कितने अच्छे से एक्स्प्रेस कर बाही हैं,
04:19लड़कियां एक बार अपने प्यार को एक्स्प्रेस कर दीजिया,
04:22शोर होना चाहिए,
04:24थैंक यू, थैंक यू, थैंक यू, देखा लड़कियां विजाच स्वीटर है,
04:27बढ़कों को च्छित्तर पड़ते हैं,
04:31अबोल जब आपने इंजिनेरिंग डॉप की,
04:33आपको बड़े चिततर, घर से सपोर्ट था?
04:35नहीं, मैं मैं पूने में था,
04:38मैंने आइटी डेली से एंजिनेरिंग पढ़ी,
04:41उसके बाद मेरी जॉब लगी, मैं पूने चला गया,
04:44तो जो खबर मैंने माबाब को दी वो फोन पे दी,
04:47इसी खबरे इसलिए आप फेस टू फेस नहीं देते हैं नहीं तो फेस पेक लग जाता है,
04:52और आपको डर भी होता है कि सामने वाला किस तरह से उस न्यूस को लेगा,
04:57तो हमारी फोन पे ही बात हुई तो इतना मुझे सेफटी थी कि अगर कुछ भी हुआ तो फोन काट देंगे,
05:03जादा जादा गरम हो गई बादशीत तो फोन काट देंगे,
05:07बट और उतनी दूर से उन लोगों को भी गुस्ते से जादा चिंता थी,
05:12कियार ये कर क्या रहा है, क्यूं कर रहा है, क्या इसके दिमाग में फितूर चड़ गया है,
05:18या किसने क्या इसको कुछ जादू बंतर पड़ा दिया है,
05:22इन्डियन माबाप है उनको तो लगता है कि किसीने बिगाड दिया है,
05:26किसी ने इसको बिगाड दिया है किसी ने इसके दिल में दिमाग में कुछ गलत खयाल डाल दिया है कौन है वो असली संगत खराब है दोस्तों ने बिगाड़ा है माबाब को यह नी पता हो था कि दोस्तों को हम बिगाड रहे होते हैं यह वही दोस्ते जो अपने दोस्तों को �
05:56वो चाहिए होता है अशॉरेंस की यार ये समाल लेगा, ये अपना ख्याल रख सकता है
06:00नहीं तो बंबई शहर की जो इमेज है और इस प्रोफेशन की जो इमेज है वो तो वैसे ही बहुत खराब है
06:07तो माबाब बहुत चिंता में आ जाते हैं कि यार अपना लड़का है, सीधा साधा सा है, बोला भाला सा है, पढ़ाई बुड़ी करता था
06:14कहां बंबई जाएगा, कैसे सर्वाइब करेगा, इसको तो खा जाएगे वहाँ पर उतना, वहाँ तो सब पतारी जानवर है, कोई एलियन है
06:19लेकिन अमोल ने सर्वाइब कर लिया, बहुत अच्छे से, अमोल जो आपका कैरेक्टर था, चितवान का, और एक सरदार, उदम सिंग भगत सिंग का, असली अमोल कैसा है?
06:29असली अमोल आप मुझे दिरी दिरे ऐसा लगने लगा है कि कैसा भी नहीं है, इन दोरों में से कुछ नहीं है, मतलब वो एक फ्लुइड सी चीज है, जो समय के साथ, एक्सपीरियंस के साथ, चेंज होती रहती है, जो समय के साथ, बदलना ज़रूरी है, क्योंकि आप किसी �
06:59जो बहुत लोग जानते है
07:00ट्रिप्लिंग शो से
07:01यहाँ पे किस-किस ने ट्रिप्लिंग देखा हुआ है
07:03बाबा
07:04यू गाइस आ ब्यूटिफुल
07:07तो ट्रिप्लिंग का जो कारेक्टर है
07:09मैंने दस साल पहले पहला सीजन किया था
07:112016 में
07:13चितवन का कारेक्टर था
07:14और उसे बहुत प्यार मिला
07:16पहली बार उस तरह का प्यार मिला
07:18जहाँ पे लोगों ने आपको पहचाना
07:20जहाँ पे लोगों ने मेरे नाम को जाना
07:22जहाँ पे लोगों ने मेरे बारे में गूगल पे सर्च किया
07:25और वो चीज़े जानी जो शो के अंदर भी नहीं है
07:27तो वो ऐसे जो characters होते हैं
07:31वो दूसरों पर चाप छोड़ते ही है
07:33वो आप पर भी थोड़ा चाप छोड़ते हैं
07:36और चित्वन तो फिर मैंने तीन सीजन तक किया
07:38तीन सीजन कर चुके हैं शायद आगे भी करेंगे
07:41आगे करना भी चाहते हैं
07:43और वो ऐसा शो है क्योंकि वो फैमिली शो है
07:46भाई बहनों की कहानी है
07:47मैं सब को ही कहता हूँ कि यार ये तो चलता रह सकता है
07:50वो भाई बहन बीस साल के हो सकते हैं
07:52पचिस, तीस, पचास, सौ ये एक फैमिली की कहानी है
07:56तो वो खिष्टी रह सकती है
07:57लोग इसले उससे कनेक्ट भी काफी जयादा
07:59लोग इसले कनेक्ट करते हैं क्योंकि
08:00आई थिंक बहुत सारा
08:02जो कंटेंट था
08:04ओटीडी से पहले या तो टीवी पे था या फिल्मों में था
08:07जो टीवी के जो परिवार थे उससे
08:09बहुत सारे हम लोग उतना रिलेट नहीं करते थे
08:12हम ऐसा नहीं लगता था कि हार हम लोग ऐसे बात करते हैं
08:14हम लोग ऐसे कपड़े पहनते हैं
08:16वो देखते थे बहुत लोग, और भी भी देखते हैं, पर बहुत सारा ओडियन्स ऐसा भी था, जो उससे उतना रिलेट नहीं करता था, तो I think 2016 में जब ट्रिप्लिंग आया, एक इस तरह की फैमिली अपने स्क्रीन पर देखी, जो आपको अपनी फैमिली जैसी लगी, और कही
08:46कि जब हम शो बना रहे थे, तो हमें लग रहा था कि यार ये यंग लोगों का शो है, ये यंग लोग देखेंगे, लेकिन बहुत सारे लोग पहले भी मिले, आज भी मिलते हैं, आज भी आकर बोलते हैं कि यार ये हमने मम्मी पापा के साथ ये शो देखा, या मेरी मम्मी आ
09:16बहुत सारी बातें जो शायद नहीं होती हैं गरों में वो बाते उन्होंने होते हुई लेखी, वो टॉपिक्स उठे होंगे, शायद तुम भी इसा करते हो किया, तुम्हारी लाइफ में भी कोई बॉइफरेंड गर्फरेंड चलता है, तो यह बाते हैं कई बार परिवारों क
09:46सब लोग बहुत टेंशन में थे लेकिन हम लोग आपका शो देखे सब एंजॉय करते थे साथ यह और वो बहुत स्ट्रॉंग में में हमारी है क्योंकि हमने उनको बहुत टाइम अधा हस्ते वे देखा या मुस्कुराते वे देखा अपने अपने काम से उन्हें खुष किया
10:16अपने बाल कर लिए यार बनाने के बाद हमें लगा कि चलो बन गया बहुत लोग है यहां पर जिरूने आम शुर मुल्टिपल टाइम्स देखा होगा बहुत लोग ले चितवन को देखे अपने बाल ग्रीन कर लिए थे एक मुझे दिख एंगा है मुझे इमाथरमा इड़
10:46अपने बाल अपने बैज में पयुकू बाल ग्रीन के सबस्ते कर को एड़ हूं बढ़्यू आप तो चेज में सुछले गयूज आता है कि लोग कितना स्ट्राउंगली करनेक्ट करे और या कितना अच्छे से मतना कोई बुरी चीज तो नहीं है बट हा लोगि इंस्पायर हो
11:16सेट पर आप कैसे होते हैं, एनरजी बूस्टर होते हैं, जिसे चितवान में हमने देखा हूँ, वही करेक्टर आप स्टेज पर आपका होता है, या फिर साइलेंट अब्जरवर होते हैं, मैं थोड़ा सा ऐसा सुनने में आया है कि मैं शान्त हूँ, सेट पे, दूसरे लोगो
11:46जितना अच्छा हो सकता है, जितनी मेहनत से हो सकता है, जितनी एनरजी के साथ होता है, उस सीन को परफॉर्म करना, तो बहुत बार मैंने नोटिस किया कि जब आप सेट पे, अधर वाइस, बहुत जादा हला हो लो और एंजोई कर रहे हो तो सीन में एनरजी फुस हो जाती ह
12:16तो मेरा पर्सनल अप्रोच यह रहा है कि यार ये मेरे लिए ऑफिस जाने जैसा है, ठीक है, ऐसा नहीं है कि मैं किसी को लेकर रूड हूँ, या मैं किसी से बात ही नहीं कर रहा हूँ, या ऐसा मूँ बना के घूम रहा हूँ, लेकिन फोकस इस बात पर है कि यार सबसे इं�
12:46यार, सीन अच्छा होना चाहिए, तो अगर सीन को एनर्जी को जब पचाता हूँ, बचा के रखता हूँ कि यार, यह जो मस्ती है, यह कोई नहीं देखने वाला है, सब सीन देखने वाले है, तो वो, I think मेरा अप्रोच द्रे-द्रे रहा है, तो उसकी वज़े से बहुत लोग
13:16करेंगे लंच करेंगे यह करेंगे गूमेंगे फिरेंगे पर हां पहली चीज मेरे लिए इंपॉर्टेंट है कि यार काम अच्छा होना चाहिए क्योंकि वो चीज लंबी रहती है वो मजाक मस्तिया भूल जाते हो पर वो सीन जिंदगी भर आपको देखना है उसको बदल भी �
13:46यार ये फिलिंग अच्छी नहीं है जब बाद में आप देखते हैं और बोलते कि यार मैं इससे भी और अच्छा कर सकता था तो क्यों नहीं किया तो अगली बार मैं चाहता हूँ कि ऐसा कभी ना हो कि मैं अपने आपको देखके बोलूँ कि मैं यार ये कर सकता था ये बोल
14:16यह प्यारे लोगों का थोड़ा सा मेकप भी है और थोड़ा सा I think अपना ख्याल रखना जरूरी हो जाता है एक्टर्स के लिए
14:25स्कीन केर रूटीन अगर मेरी लाइफ में कोई बड़ा खर्चा है तो I think इन क्रीमों का है जो आजकल बहुत मेंगी हो गई है
14:32और यह जो डॉक्टर लोग रेक्वन करते हैं वो तो बहुत ही मेंगी होती है मैं तो पहली बार इतनी मेंगी क्रीम लगा यह मुझे लगा गया यह तो
14:40मतलब इसमें अगर कुछ नहीं हुआ तो फिर सब बरबाद है मतलब इतने हजारों रुपे की क्रीम लगा रहा हूँ इसमें तो शायद मेंटली अपने आप ही इसकी नच्छी हो जाएगी प्रेशर में आके
14:50कि यह क्रीम बेस नहीं चाहिए और मैं लोगों को बोलता हूँ कि मेरे अभी कुछ ऐसे बहुत जादा महेंगे शौक नहीं है अभी अभी तक नहीं है आगे हो सकते है कि मैं कुछ पाल लो तो बहुत सारा मेरा जो खर्चा है वो इनी चीजों पर है कि यह चीज इन्वेस्म
15:20सबको करना भी चीज़े धोर में अब तो एक आप खर्ची टुझू पता जब कर संप्जी ट्रचाह अँ चुपर के करा ती आपको यह घोखे क्रीम तो पर अई बहुता है कि मैं अर अच्छा भी लगटा है जब लगटा है कि वह चीज कराती है शुपर ए तो आपको रु�
15:50कोई कर बोलते हैं कि तो आप अच्छे औा आप अच्छे रहे हो य hm भॉट दिख रहे हो आप मुझे पसंद लगता है
15:56तो अजल के लिच खड़ंगा कि लिच की अऑफ तो चाईद
16:01टो शायद मैं ऐसा नहीं दिख रहा होता क्योंकि एक्टर बनने की वजह से
16:06इसे चीजों का इंपोर्टिंस थोड़ा सा बढ़ा लाइफ में.
16:10मैं भी एंजिनेरिंग कॉलेज में था यार,
16:11भॉस्टल में था, भॉस्टल में मतलब अब बोल सकता हूं कि
16:15काह तीन तीन चार चार दिन नाते हैं लोग होस्टल में.
16:18इसे पढ़ेते हैं, दाली गाठी नहीं कुछ था,
16:21मम्य मान देखकर कोपते क Evangelica we go back all day?
16:25�הहीरे साफ तो कुं थे रहते हैं.
16:27इस तरह है कि सारे कटक्ष मम्य मारती운 मारती,
16:29कि कुं था, बीन्य पूच सी साफ एर बेढ़ेता है,
16:32और तुम लोग ऐसे ही पड़े रहते हो तो इस तरह की बाते सुनी है ऐसा नहीं कि नहीं सुनी है पर आइ थिंक अब वो जब मैंने एक प्रोफेशन चूज किया और वही वाली बात है कि वह आप करते हो फिर आप अपने आप को देखते हो और बोलते हो कि यार मुझे इस ची
17:02बात जाल दुछा जा थो उसके लिए उस एमोशन आपके कांट्रोल में रहे यह बहुत ही साइक प्राक्टिस लगती है कि फट से रहे रोने का सीन कर दिया फट से गुस्से का सीन कर दिया फट से रोमांस कर दिया सुभ उसी इंसान पर जा चिल आ रहे थे किसी सीन पर लं�
17:32फिजिकल फिटनेस, इमोशनल फिटनेस, मेंटल फिटनेस, यह बहुत ज़रूरी है, क्योंकि अगर वो फिटनेस नहीं रहेगी, तो यह चीजें आपके चंट्रोल में नहीं रहेगी, आप बहुत जल्दी ठक जाएंगे, आप एक सीन, एक गुस्से का सीन करेंगे, आपको ज
18:02मैं के साथ सीखी कि अगर मुझे अपना काम अच्छे से करना, I think मेरे लिए सबसे आदा इंपॉरंट है कि इस काम से मैं बहुत प्यार करता हूं, इस काम के लिए मैंने आइट की डिगरी पीछे रख दी, नौकरी छोड़ दी, माबाब को इतना परेशान किया, उनकी रातो
18:32इस चीज़ पर काम करूंगा, यह बहुत अच्छा मेसेज अमोल ने दिया है, हमारी ओडियंस को भी सीख लेनी चाहिए, कि अगर कोई भी काम आप चाहते हो, जो आपका पैशन है, उसके लिए महनत जरूर करें, महनत जरूर ही है, हम चाहते हैं, हम चाहा बहुत एजली ले
19:02हमने महनत की की नहीं, मैंने, मैं सब कोई बोलता हूँ कि यार, मुझे बहुत चीज़ें चाहिए हैं लाइफ में, as an actor, as an insan, बहुत चीज़ें मैं चाहता हूँ, पर मैं यह भी चाहता हूँ कि जो भी मैं चाहूँ, वो मैं डिसर्व करूँ, सिर्फ इसले नहीं कि हां मु�
19:32कोई जुगार नहीं है, वो एक ऐसा एक्जाम है, ऐसा ऐसी परिक्षा है, जिसका और कोई तरीका रहें, कोई पापा किसी को फोन करेंगे, कहीं कोई डोनेशन होगी, कहीं किसी का जुगार होगा, कुछ भी नहीं है, जीरो है, so I think जब आपकी ट्रेनिंग वैसी हो, जब आ
20:02वैसे टेड़े मेरे तरीके से मुझे नहीं चाहिए, यह जो स्टेज शो है, बेशरम आदमी, उसकी बात करें, उसकी चाहत कब आई, कब आपने सोचा, और टाइटल बेशरम आदमी ही क्यों रखा किया, तो मैंने अक्टिंग की शुरुआत तो स्टेज से की, जैसा कि मैंन
20:32स्टार बन जाओंगा, मैं टीवी पे आओंगा, वो चीजे मैंने वहाँ जाके डिस्कवर की, मैं तो गया था थेटर करने, मैं गया था नाटक करने, और मैंने खूब नाटक किये पहले 3-4 साल मुंबई में, फिर धिरे-धिरे ओडिशन भी देने लगा, फिर ओडिशन दे
21:02थेटर भी मैंने थोड़ा सा काम कर दिया, मेरा भी मन सा भर गया था, तो लास्ट नाटक मैंने शायद 2015 में किया था, उस बात को हो गए 10 साल, और बीच में 2020 मैंने एक चोटी सी कहानी परफॉर्म की थी, एक स्पोकन फेस्ट करके फेस्टिवल होता है मुंबई में, उसमें
21:32बहुत सारे लोगों को छू जाएगी, क्योंकि वो कहानी एकदम वाइरल चली गई, यूट्यूब पे, उसके कुछ देड़ करोड़ दो करोड़ व्यूज आ गए, मुझे पता नहीं, यहाँ पर भी शायद किसी ने देखी है कि नहीं देखी है कहानी, आप मुसकरा रही है
22:02वो वीडियो यूट्यूब पे चला गया, और अच्छा है, बहुत पसंद आया लोगों को, पर यह तो एक बार करके खतम हो गया, तो क्या जो चीज मैं 15 मिनिट तक कर रहा हूँ, क्या मैं उसको एक घंटे का एक शो बना सकता हूँ, क्या मैं उस एक घंटे के शो को लेके �
22:32तो मैं दूसरी बार उसे मिल रहा था लाइफ में, उसने बोला कि मैंने एक कहानी लिखी है, और मैं आपको सुनाना चाहता हूँ, एक वन मैन नाटक है, एक ही अक्टर स्टेज पे, तो मैंने का यार यह तो exactly मैं यही ढूंड रहा हूँ, और ऐसी चीज मैं करना चाहता हू
23:02चाहिए वो हूँ चैलंज भी करेगा, और कही नखी उसमें एक प्रो गूरेषिव मैसिज भी है, एक शोसिल मैसिज भी है, जेंडर इक्वालिटी का मैसिज है, कि आजकल की जो शादिया है, आजकल की जो डिशनटी पर हैं, एक्वालिटी प्सक्षत है और बहुत जादा �
23:32जैसे कि सडक पे थूकने से, या सुसू करने से, या कुणा फेकने से, या टैक्स चोरी करने से, या कुछ और दोकाद़ी करने से, जिन चीजों से हमें शरम करनी चाहिए हैं, उनसे हम आदमी लोग शरम नहीं करने हैं, पर जिन चीजों में शायद अब शरम की ज़रुवत न
24:02इस बात पर आपको शरम आ जाती है, नहीं नहीं, पागल, कोई देख लेगा, ऐसे कैसे मेरी मर्दानगी पर सवाल ओड जाएगा, तो पॉइंट हमारे नाटक का ये है कि जिन चीजों पर शरम करनी चाहिए, उन चीजों पर नहीं कर रहे हैं, और जिन चीजों पर शरम की जर
24:32प्यार में तो बेशरम बने हैं, प्यार में तो बेशरम होना चीजों नहीं, यही हमारा मैसिस है, इकॉलिटी हो, और प्यार करने में शरम नहीं या प्यार दिखाने में शरम नहीं, ऐसा नहीं कि यार, मैं अकेले में तो बहुत प्यार दिखाता हूं, बड़ दोस्तों के स
25:02पती तो बेचारे सब बेचारे है, पत्रियान सब को ऐसा कंट्रोल में रखा हुआ है, उंगली पे नचा रही है, वो सड़नली बाहर जाके इस तरह के जोक्स बन जाते हैं, क्योंकि ये आदत हो चुकी है, ये हम बच्पन से ऐसे मजाक, ऐसे जोक सुनते आ रहे हैं, तो हम उ
25:32ये था कि यार ऐसा नहीं है कि कोई हमें प्रवचन देना है, या भाशन देना है, एक लड़के के पॉइंट अव्यू से ही, कि वो चाहता है, वो चाहता है एक अच्छा पती बनना, एक अच्छा बॉइफरेंड बनना, और वो चाहता है कि उसकी गर्फ्रेंड, उसकी वा�
26:02netsi
26:24हogle
26:25अपनी रिलेशन्शिप को
26:27हिस बनाने का मैसिज है
26:29इस जह शो का नाम
26:31आइनो वो शुनने में लगता है कि यार ये किस तरहें का बेशरम पर वही कुरॉसिटी है I think उसी कुरॉसिटी की वज़ए से फिर लोग देखने आते हैं हमारी भी थोड़ी टिकेट बिग जाती है
26:41कि अमोल है लड़की के कफड़े हैं बेशरम आदमें कुछ तो मज़ा आएẹं कि अपको मज़ा आए क्योंकि आप घर से आये हैं
26:52आपने टिकेट खरीदा है आप दियए जैसे आभी बैठें तो हम चाहते हैं कि आपको मज़ा आए
26:59आप घर जाके बोलें कि हमने अमोल का शोव देखा, हमें मज़ा आया, अपने दोस्तों को बताएं, अब हम अगले हफते अलग लग शहर जा रहे हैं, तो ऐसे ही हमारी टिकेट बिक देखे हैं, हमारे पास को मार्केटिंग बजट को हैं, मैं भी जरूर आउंगे आप जरूर
27:29माइक दे दीजे प्लीज और ऐसे लगना है को सीरियस सवाल लने वाला है, नहीं कोई सीरियस सवाल नहीं है, मैंने आपकी रिसेंटली वेब स्रीज देखी थी, कुल, उसमें आपका चारेक्टर बहुत डाग था, बेसिकली मैंने वो रिदी डोगरा के वज़े से लेकी थी
27:59अपने प्ले किया उससे आपने में मिल्या अपक्या एड़ करना चाहते हैं, यद कोई नेगिटिव चीज जो आपको लगने कि हाँ वो नव पोजिटिव लोग ले सकते है उस चीज को, क्या नाम है आपका? अमुल्या, अमुल्या, आपको यदि तो अमुल्या यार मुझे
28:29जो नहीं होना चाहिए, उसमें सारी कमिया हैं उसमें, मैं सबको यही बोलता था कि यार वो कारेक्टर, शायद मेरी लाइफ का अप तक का सबसे बुरा इंसान है, जो मैंने प्ले किया है, पर बहुत लोगों ने मुझे यह भी बोला कि हाँ, हमें उस पर गुस्सा आता है, हम
28:59लेकिन मेरा मानना है कि यार बचपन से कोई पैदा होते ही बुरा नहीं होता है, कुछ चीजें उनके साथ होती है, अच्छी बुरी, कुछ किस्मत खराब होती है, कुछ आजपास के लोग प्यार नहीं दे पाते हैं, या कुछ बुरे खादसे हो जाते हैं आपके साथ, तो
29:29तो उसको react करने के दो तरीके, एक है कि आप बोलो कि यार अब मैं बदला लूँगा, अब मैं भी बुरा बन जाओंगा, और मैं इन सब को देख लूँगा एक दिन, और उस देख लेने में आप भी बुरे बन जाते हैं, दूसरा चोईस, दूसरा रास्ता ये है कि यार रहल क
29:59कि यार ऐसा ना करो, अभी मन्यू जैसा ना करो, कि आप उस चीज को इतना पर्सनली मतलो, कि आप मतलब इतने नेगिटिव हो जाओ, इतने, कि मतलब आप किसी से कोई connection नहीं बचा है उसका उस शो में, किसी से प्यार नहीं करता हूँ, इतना selfish हो चुका है, इतना जूड ब
30:29आपको उससे उपर उठना होगा, और अच्छा करने की कोशिश करनी होगी, तो मतलब उसकी गल्तियों से मैं सीख रहा हूँ, उससे मैं नहीं सीख रहा हूँ, उससे मैं नहीं सीख रहा हूँ, उसकी गल्ति से सीख रहा हूँ कि यह गल्ति जो उसने की मैं नहीं करना चाता
30:59dream are made up of
31:00congratulations to you
31:02thank you so much
31:02you deserve every bit of it
31:04so my question is
31:05as we all know
31:06that our Indian society
31:07is deeply rooted
31:08with misogyny
31:09and patriarchy
31:10and we have
31:11lot of misconception
31:12about masculinity
31:13and we don't often
31:15discuss awkward
31:16conversation with our
31:17family
31:18so luckily we have
31:19celebrities like you
31:20and we have seen
31:22your script
31:23choosing the
31:24dollikiti ke china
31:25kate sitare
31:26and now
31:27basharam admi
31:28So how do you see this concept and how it is affecting these stereotypes,
31:33how these stereotypes are affecting the integrity of our society?
31:37How do you see it?
31:38नहीं है मतलब मैं भी यार मैं भी इसी समाज में पड़ा हूँ, मैं भी बड़ा हूँ.
31:44मैंने भी शायद ग्रोइंग अप कुछ ऐसी चीजें की होंगी या ऐसी सोच होगी मेरी जो शायद परफेक्ट नहीं थी.
31:52पर हाँ कोशिश ही रही कि यार अपने आपको बेटर करते जाना है, जीवन का क्या मकसद है अब किसी को पता नहीं है, हम सब अपना-पना मकसद ढूंड रहे हैं, मुझे लगा कि यार ये एक अच्छा तरीका है जीवन बिताने का कि आप अपने आप पे काम करते जाएं और �
32:22कितना अच्छा हूँ और तुम कितने बुरे हो, आओ, मैं तुम्हें सिखाता हूँ, मैं भी उन्हीं लोगों से बना हूँ, जो मेरे आसपास रहे हैं, उन्हीं से सीखा है, उनकी अपने कान खुले रखे हैं, और समझने ही कोशिश की है कि यार बहतर कैसे बना जा सकता है,
32:52बोलों तो यार, मुझे जेन्मिन बिलीफ है कि हर इंसान अच्छा इंसान ही होना चाता है, लेकिन उसको वो रास्ता कोई दिखाने वाला हो, वो इंस्पिरेशन कोई देने वाला हो, वो कोई इक्जामपल होगी, हाँ यार, ऐसा भी हुआ जा सकता है, वो इक्जामपल साय
33:22जब लड़कीयां बतारी उने क्या पसंद है तुम उनकी नहीं सुन रहो।
33:25तुम फलाना किसी और लड़के की सुन रहो।
33:28मैं बताता हूँ लड़कियों को कैसे पताया जाए।
33:31जिसको खुद कभी शहाएं प्यार मिला नहीं।
33:34तो जो खुद कोई कहानिया बना के घुमरा किया रहे हमारे के जमाने में तो हमने पता ने कितनी गलता है।
33:40आपको समझ में आता है कि भाई आपको देख के लग नहीं रहे कि ऐसा कभी हुआ है आपके साथ।
33:44So I think that is just me trying to give an example कि यार, be more logical, right?
33:51और कहीना कहीन सब को वो प्यार चाहिए, कहीना कहीन सब को सब अच्छा इंसान ही होना चाहते है, ideally.
33:55मुझे ऐसा लगता है, but it's just that कहानिया, फिल्मे, ये मेरा प्रोफेशन है, तो मैं कोशिश करूँगा कि यार, अपनी कहानियों के थुरू, अगर मैं कहीना कहीन किसी के मन में कोई बात छोड़ पाऊं, तो ठीक है, अच्छी बात है, जब हमने राजकोबार हिरानी सर की फि
34:25सुसाइटी में, जो यूस किया जा सकता है, entertainment भी है, yes, but कहीना कहीन एक inspiration भी हो सकती है, not every कहानी, but कुछ कहानिया inspiration हो सकती, so मैं कोशिश करूँगा, या करता रहूँगा कि यार, बीच-बीच में, अगर कोई ऐसी कहानी मिलती है, या ऐसी कहानी नजर में आती है, जो लोग
34:55मैं भी दूसरों से इंस्पायर हो के कुछ किया कि ऐसा भी बना जा सकता है, so मैं चाहूँगा कि, I would want to be a good example, right, अगर कोई या लड़के तेखे, तो बोले यार, मैं भी अमोल सर जैसा बना चाहता हूँ, and that will be sweet, and then, but उसका क्या उसका उसका उसका उसका उसका उसका उसका उ
35:25मैं तो डांस करने में, अरे, नहीं, आप अच्छा डांस करते हैं, नहीं, मुझे रियर्सल लगती है, दो-तिन दिन की, थीन दिन बात करेंगा, और कॉंसा डांस है, कॉंसा गाना, ये भी मुझे पता नहीं, क्या, अरे बाबरे, आप सेब करेंगे, और मैं फालो करूँग
35:55वो यार हैं जो खुशवू की तरा, जिसकी सुष्मा उर्दू की तरा, मैरी शाम, रात, मेरी खाय नत, वो यार मेरा सहया
36:17चल जया, चया
36:31क्या आप एसी कह रहे थे मुझे डांस नहीं आता आपने तो बहुत अच्छे से डांस किया
36:35बहुत नवस्ता में, बस चकल पे मुस्कान थी, नकली वाली, बट बहुत नवस्ता में, बट थैंक्फुली उन्होंने थोड़े सिंपल स्टेप भी किये, ज़ी चहिया चहिया बजा, मुझे लगा कहीं घुटनों पे गिर के, और एसार के की एनरजी लानी पड़े की, तुम
37:05थैंक्यू, मेरा चरियर बचा लिया अपने, अमूल, अगर स्टेज शू नहीं हो, एक्टिंग नहीं हो, इन सब चीजों से थोड़ा ब्रेक लेना हो, तो अमूल क्या करना चाहेंगे, दान्स, यार चाहेंगे तो बहुत कुछ, बट चक्कर हो जाता है कि रीलों देशने मे
37:35कालियों के अराउंड ही बहुत सारे सपने हैं, अलग-अलग फॉमेट्स हैं, नाटक बनाना चाहूंगा, लिखना चाहूंगा, कितार लिखना चाहूंगा, शो लिखना चाहूंगा, फिल्म बनाना चाहूंगा, शायद आज से पांच साल, दस साल बाद, डिरेक्ट करना च
38:05कि प्यारतू जुकाम की आब खार बन लगते मैं प्लैन लेखा है के रहा है करते है
38:09कर दो खुल के जिला घर चलहिइं अब में सकते हैं
38:14अब हुआ है कह सकते हैं
38:18अचिह अजा आपने बोला कि जिस से झाय के बास को श्रूपन, नहीं करके जिए आप
38:24अब ही मैं बोलूगी ना हाटब्रेक हुआ है।
38:26मैं घर के अनलर भूत प्यार गर रहा ह।
38:28जाय बना के पिला रहा हू।
38:29ठीके बट वही है कि आप कई बार आप उस और जरूरी नहीं है की
38:34मतर तो प्यार करने में शरूम नहीं है।
38:36पर हाँ, लोगों के साब में ऐसा बोल देने में शरब है, वो थोड़ा सा डिफरेंस है वहाँ पर, आप क्या चाते हैं, पार्टनर में क्या देखते हैं, यहर, मैंने यह भी नोटिस किया है, कि आप लिस्ट पनाते हैं, कि मुझे यह यह यह पसंद है, और फाइनली जब होत
39:06मतलब मुझे लगता है कि मुझे समझदारी पसंद है, I think सब को ही समझदारी पसंद है, ना समझी किसको पसंद है, पर मुझे ऐसा लगता है कि जिसके साथ मैं खुल के बाद कर पाऊं, हर वो बात, जो मेरे जहन में है, मेरे दिमाग में है, मेरे दिल में है, वो मैं अगर क
39:36इस से पहले भी बता है आपने अपने मन की बाते अपने कुछ अच्छी बाते बुरी बाते शिकायते नहीं बोल पा रही तो वो मुझे रगता है
39:56तो अपने मन की बाते जी रहे है तो जूट सा लगता है बहुत यह अधूरा सा लगता है
40:17अ जब होता है कि यहां मेने कुछ गंज़ गरत किया उस चीज कोды अगणे को अगर आप एक्सेप्ट कर लो
40:24तो वहां कही ना कही वो प्यार का जो रूट है वो स्ट्रॉण बनता है
40:31और एद अधा सेम टाइम सामने वाला अगर कुछ आपको बता रहा है
40:36इमानदारी से अपना दिल हलका करना चाह रहा है
40:39या कोई ठेड़ी मेड़ी चीज यो बता रहा है वो शेयर कर रहा है
40:42तो मैं ये भी बोलता हूँ कि दूसरे वाले की भी responsibility है कि वो उस चीज को कितनी भी मुश्किल हो
40:48कई बार समय लगता है चीजों को accept करने लेकिन उसको accept करने ही कोशिच करे
40:52मुझे ऐसा लगता है कि प्यार का मतलब कहीं ना कहीं acceptance है
40:55जब आपको लगता है कि यार मैं जो हूँ मैं जैसा हूँ मैं इस घर के अंदर accepted हूँ
41:00ये इंशान मुझे accept करता है मेरी अच्ची चीजों को बुरी चीजों को ठीक है बुरी चीजों को मैं बहतर भी करूँगा
41:06वो acceptance आपको feel कराती है कि प्यार मिल रहा है
41:10कि अब समय क्योंकि हो चुका है अमोल बस एक चोटी सी advice जो आप audience को देना चाहेंगे जो आपकी तरह acting करना चाहते है
41:18चित्वान साइब
41:19acting advice
41:20मावा मैं बस इतना बोलूँगा कि
41:25जो acting है वो एक तो craft पार्ट है कि आप acting पे काम करते हैं
41:32अपने craft पे काम करते हैं अपने acting को सुधारने पे काम करते हैं और दूसरा है actor बनना
41:40मुझे मैं सबको ही बोलता हूँ कि यह दो अलग अलग चीजे है
41:44acting में better होना एक यह थोड़े सी अलग focus है और एक acting का career बनाना वो थोड़ी अलग focus है
41:52और कही ना कही हम इन चीजों को समझते नहीं है तो बहुत हम समय इस चीज में वेस्ट करते हैं कि यार मैं ऐसा कर रहा हूँ ऐसा कर मेरा कुछ हो नहीं रहा है
42:02but you have to be smart about the business of acting also अगर आपको career बनाना है
42:07बहुत सारी चीजें मैं बोल पा रहा हूँ मुझे 15 साल हो गए है करते हुए
42:11तो अब जाके सीख रहा हूँ मैं तो यह लंबा सफर है यह 6 माईने एक साल दो साल का सफर नहीं है
42:19हो सकता है किसी के साथ हो किसी किसमत अच्छी हो कोई फट से कोई चीज निकल जाए
42:23लेकिन बहुत पेशेंस अक्टिंग का क्राफ भी पेशेंस मांगता है और अक्टिंग का करियर तो बहुत जादा पेशेंस मांगता है
42:31तो पेशेंस के साथ लगे रहे है जुटे रहे है विकेट से हटना नहीं है रन अपने आप बन जाएंगे
42:38Thank You
42:38Thank You so so so much
42:41Thank You everyone
42:43जोर्दार तालिया हो जाए
42:44थाइंक यू
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