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  • 40 minutes ago
चमगादड़ क्यों होते हैं रात के प्राणी? जानिए उनकी खासियतें

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00:00यहां ये भी समझने की जरूरत है कि चमगादर आम तौर पर नॉक्टरनल होते हैं यानि रात के प्राणी ऐसा क्यूं वो भी जाने हैं
00:09कहते हैं इनकी अलग चमडी के कारण सूरज की केर्णों से इन्हें बीमारी का खतरा होता है
00:15साथ ही रात में वो बिना किसी मुकाबले के खाना आराम से ढूंड सकते हैं
00:20एक दिल्चस्प जानकारी के अनुसार एक चमगादर एक घंटे में करीब एक हजार मच्छरों को चट कर सकता है
00:29रात में दूसरे शिकारी पक्षियों के नव होने से चमगादरों को खाना धूंडने में आसानी होती है
00:36बैट्स में जो एबिलेटी होती है वो बैस्ट होती है नाइट्स में देखने के लिए
00:44जिसकी वज़ासे उनको हम नॉक्टर्नल कहते हैं
00:47for example, they have a best for equalization system
00:51in equalization system में क्या होता है
00:53अलग लग types के वो sound waves transmit करते हैं
00:57जैसे we sound waves transmit करते हैं वो strike ho Command
01:00जिससे उन्का brain और उनको ear analyze करते हैं��角्स को
01:04और जिससे वो अपना path decide करते हैं कि हम नहीं तो निकलना है
01:08OR उनके wings था है दिवा इसकी चेह बड़ासे वह बहुत ही dirt
01:12टर्न लेने में बहुत कैपेबल होते हैं और वो बड़े होते हैं इसी वजह से उनको नॉक्टरनल का गया है वेको देड़ेंट है इन दा मॉनिंग इनके इतनी अबलीटी नहीं होती और नॉक्टरनल वो इस वजह से भी है सेकिंड की वो इतना ज्यादा है टेंपरेचर में �
01:42उड़ने में आसानी होती है चमगादर एको लोकेशन के जरिये उड़ते हैं यानि एक ऐसी तकनीक जहां वो अल्ट्रा सॉनिक तरंगे पैदा करते हुए उड़ते हैं तरंगे जब रास्ते में पढ़ने वाली किसी भी चीज से टकरा कर वापस आती है तो चमगादरों को �
02:12उसी प्रजाती के हैं या कोई और भारत में चमगादरों की करीब 128 प्रजातियां पाई जाती है इनमें ग्रेट इंडियन फ्रूट बैट या फ्लाइंग फॉक्स हॉस्शू बैट शॉट नोज फ्रूट बैट इंडियन फॉल्स वेंपायर बैट माउस टेल बैट और इं�
02:42जानकारू की माने तो बिहार के ख्षेतर में फ्लाइंग फॉक्स या ग्रेटर इंडियन फ्रूट बैट प्रजाती के चमगादर पाई जाते हैं
02:52इंडिया में लगबग 128 से लेके 135 परजातीयों के बैट्स पाई जाते हैं जिसमें कि कुछ बैट्स पेपें जो फूल को पीकर रहते हैं
03:12और कुछ ही बैट्स हैं जो ब्लट सख करते हैं जिससे कि इनकी जो टोटल पर जाती हैं वो 128 हैं और इसमें अलग-अलग पर जाती हैं किसी में किसी के कान बड़े होते हैं किसी कान छोटे होते हैं किसी के नाग का साइज अलग होता है कोई दिखने में बहुत छोटे होंगे �
03:42वाली लोमडी कहा जाता है ये सबसे बड़े चमगादर होते हैं जिनके पंखों का फैलाव पांच पीच से अधिक होता है इनका चहरा लोमडी जैसा होता है आखें बड़ी होती है ये परागन करने और वीजों को फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ये मु�
04:12लगभग 60,000 बीज गिरा सकती है ये तेजी से खाना खाते हैं और अपना भोजन 15-20 मिनिट में पचा भी सकते हैं ये चमगादर शाकाहरी होते हैं दिन की गर्मी इनके लिए डिहाइडरेशन का कारण बन सकती है जिससे इनकी मृत्यू भी हो सकती है और इसी लिए ये रात
04:42प्रण भी साथ लेगा ये बच्चा है उसका गिर गया है उसके इसको बापस छोड़ने जारे हैं उसमें अच्छा इसका छोड़ने गए अच्छा और अपने मा के पास साथ में उपर पीर के पास में बढ़िया अच्छा तो आप लोग एकदम खयाल रखते हैं आप लिए �
05:12पर बहुत लोग दरते भी आप लोग को लगता है आप लोग को लगता है इसके मा के साथ आलकी चमगादरों के बारे में जानकार ये भी कहते हैं कि ये कई तरह की बीमारीयों का स्त्रोथ हो सकते हैं और जब तक आप रशिक्षित नहों उन्हें नच हुएं
05:38अगर किसी चोटिल चमगादर की मदद करना चाहें तो किसी आनिमल रेस्क्यू से संपर्थ करें हालकी इस गाओं के लोगों का ये दावा था कि चमगादरों के होने के बावजूद उनके इलाके में किसी तरह की बीमारी नहीं हुई
05:52तो उस इलाके में नहीं था जैसे चमगादर वाला जो बेल्ट है इछपरा मेग जिसका पहले बादूर शपरा ही वह ऑनके दैसometers करता था तो इस CCP में नहीं नहीं था जैसे
06:22aja. लेकिन इस इलाके में जो चमकादर को
06:25बेल्ट बोला जाए उस इलाके में न Manufact Hair के जौए इस इलाके में
06:30न उतना मोट हुआ न फाइला हुआ उखलोंगों करोना हुआ जरूर नहीं था जी जी एस इऽ इलाके में नहीं था
06:39करोना के थरो केस जरूर आया, लेकिन हमारे रुआ में उनसे आपत इंदे विस्तती नहीं बनी।
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