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साहित्य आजतक में खूब जमा तीन तालियों का रंग; ताऊ, खान चा और गब्बर के संग, देखें
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00:00कैसे हैं आप लोग दिल्ली की सहावा में भी आप लोग बढ़िया हैं तो साहित आज तक के इस वज में तीन ताल की समेफिल में आप सब का बहुत बहुत शुक्रिया मेरे नाम जमशेट कमर सिद्धिर की है और मैफिल शुरू करने से पहले मैं चन्द बाते आपसे करना चाह
00:30जिनकी आपको जिनका इंतजार है एक जमाने भर कॉंटेंट क्रियेटर्स ने ये इलजाम रखा कि हम खराब कॉंटेंट इसलिए बनाते हैं क्योंकि सुनने वाले नहीं हैं लेकिन जब मीडियूम्स की बहुतायत हुई जब प्लैक्फॉर्म्स बढ़े तो हमने इस बात को
01:00जोरदार तालिया आप सब के लिए इससे पहले कि यहाँ पर हम लोग कुछ प्रोग्राम शुरू करें आप सब लोग इतनी दूर से तश्रीफ लाएं हैं हम आपको बिल्कुल खाली हाथ नहीं जाने देंगे कुछ गुडी बैक्स कुछ मर्चिंटाइज हमारे कुछ सामान
01:30तो आप लोग तयार है एक छोड़े से क्विज के लिए बढ़िया हमारी वॉलिंटे टीव में मानव अभी सब लोग समान हमारा मर्चिंटाइज समान रेडी है ठीक है तो भाई साब सवाल शुरू कर रहे हैं आप लोगों से और हाथ उठाईएगा ठीक है ना पहले वो ज
02:00हाँ बिल्कुल ठीक है तो एक सवाल कर रहा हूँ आप में से बताईएगा हाथ खड़े कीजेगा ताओ की फेवरेट फिल्म कौनसी है वाँ देखिए माइक में माइक में जो बोलेगा हो जीतेगा खड़े हो के अपना नाम बताईएग बीग बीग लिया बास की जोड़द
02:30है अगे या या लियो माइक में बोलना बाई बोसा और लियो ना लोगी यह झाल ठीक है आप गिप दीजियो ठीक है यह क्विज हम जारी रखेंगे फिलाल क्योंकि वक्ति कमी हम स्टार्ट कर रहे हैं शो को जोरदार तालियों में सौगत कीजे ताओ खांचा और सरदार का
03:00झाल झाल
03:30कहां कहां से आए हैं
03:41गोंडा, ओडिशा, अच्छा भी स्टेट वाइस पूछूँगा
03:49थोड़ी देर में मैं प्रदेशवार तरीके से पूछूँगा कि आप कहां कहां से आए हैं
03:54अपने पास समय कम है, हमेशा ही कम रहता है
04:00ये भाई साब मास पेंगे डिसका वेशा है
04:02दिल्ली से बाहर से कौन-कौन आया हाथ उठाईए
04:04कैसी लग रही है हवा
04:08टेस्ट आया कुछ
04:11पहले लॉस अंजलेस पूछता था तुम कौन हो
04:16अब हम पूछते हैं तू कौन है भे
04:20कैडमियम का सुबह आता है
04:24कैडमियम का
04:26बेंजीन तो नॉर्मल है हर जगह आता है
04:29पर अपने यहां जिस तरह के हेवी मेटल
04:32जैसा रेयर अर्थ मिनरल चाइना ने कबजा कर रखा है हमारी हवाओं में तैटा है
04:37बस कलेक्ट करने का इंतजाम करना है
04:41सुबह उठो यह मोशम मेरा फेवरिट है हम अच्छा
04:45हाँ सुबह शाम थोड़ी सी हलकी सी ठंडक रहती है
04:48आप
04:49अपने कुत्ते को लेकर निकलते हैं
04:52और एक कहीं जमीन से चंपा महक आती है
04:56और किसी पेड के पास से गुजरे तो रजनिगंदा हलकी हलकी
05:01ब्रैंड इंटिग्रेशन हो गया
05:05आज कल लगता है उस रजनिगंदा में किसी ने तुलसी मिला दिया
05:10क्या है यार मजा आया होगा वैसे
05:15बाकी जगहों पर सिर्फ हवा मिलती है
05:17हमारे यहां
05:19हवा में मजा है हाँ मिस्ट है भाई
05:23मर्करी लिक्विट मर्करी का मिस्ट
05:27सुबह उठो शाम जाओ
05:29वो देखे ताउ उदर भी खड़े एक
05:31यह मास्क का आइडिया किसका है भाई
05:34यार किसी के पॉकेट कार्ट दूब फस जाएंगे ताऊ है
05:37वो खान पीचे के ताऊ है वो देखो
05:39खान चा अरे वाँ
05:41मरवाओंगे
05:45फस आएंगे तो
05:47चलिए ओपचारी ग्रूप से शुरू करते हैं
05:50प्रणाम करता हूँ अपने उस पूरवज को
05:52आप लोग समझ जाएंगे कहां किसकी बात हो रही है
05:55प्रणाम करता हूँ अपने उस पूरवज को
05:58जो डाली के बिलकुल सिरे पर ऐसे बैठा है
06:01जैसे किसी पेड पर नहीं
06:04दुनिया के शिखर पर अपना जलवा ठोक रहा है
06:07वो जो अकेला है निरी ही है
06:09लेकिन भीतर से जानता है कि
06:12कहीं से एक मोटे चश्मे वाला पुरुष अवतरित होगा
06:15धोती में नहीं जीन्स में
06:18और आते ही सीना फुला कर कहेगा
06:21चिंता मत कर मैं हूँ तेरा वकील
06:23दुनिया सोचेगी कि ये वकील किसका है
06:26किसकी तरफ से है
06:27किसके विरुद्ध है
06:29प्रणाम करता हूँ उनको
06:30जिनके मूड पर देश की जीडीपी निर्भर है
06:33उनको जो घर में पानी की समस्या पर
06:38आध्यात्मिक रूप से तरल हो जाने की सलाह दे सकते हैं
06:42जो उतने ही धोखे बाज हैं
06:44जितना मौसम विभाग के बारिश होने की संभावना का कथन
06:48प्रणाम करता हूँ उन्हें
06:50जिनोंने दुनिया के हर कोने में अपना
06:53ड्रोन कैमरा फिट कर रखा है
06:55जो हर उल्जन के जन्मजात प्रतिनिधी हैं
06:59और अपनी तिकोनी मुस्कान से हर समाधान को
07:02उल्जन में तब्दील कर देते हैं
07:05प्रणाम करता हूँ उन्हें जो कहते हैं
07:07दुनिया तुम्हें दबा नहीं रही
07:09दुनिया खुद हल्की होने की कोशिश कर रही है
07:12दोस्तों मैं आपके और हमारे ताउ को प्रणाम कर रहा हूँ
07:17उसके बाद प्रणाम करता हूँ उस अध पके आशिक को
07:33जिसका दिल कच्चे आम जैसा है
07:36जरा सा दबाओ तो रस नहीं दर्द टपकता है
07:39प्रणाम करता हूँ उस लगभग पके हुए वाइल लाइफर को
07:45जो शेर नहीं शेर की मूच में फसे चीटे पर डॉक्यूमेंटरी बनाना चाहता है
07:52और रात में उल्लू से आख मिलाने को डेटिंग एक्सपेरिमेंट कहता है
07:58प्रणाम करता हूँ दुग्ध संबंधित शब्द युग्म के वान्चित नरेश को
08:05प्रणाम करता हूँ लवा नदी के अघोशित मलाह को
08:19जो नाव नहीं चलाता लेकिन हर कहानी में नाव डुबो देता है
08:25प्रणाम करता हूँ प्रेमियों के प्रेम चोपडा को नहीं
08:29बलकि प्रेम के मुस्कीदार मार्वल हीरो हल्क को
08:33प्रणाम करता हूँ उस व्यक्ती को जो उड़ती चड़िया के पाख गिरने में
08:38उसके पंक गिनने में डॉक्टरेट धारी है और लाल रंग जिनके गालों का स्थाई श्रिंगार है
08:45प्रणाम करता हूँ उस माननेता प्राप्त विशेशग को जो खून से खत लिखने की कला में पारंगत है
08:55प्रणाम करता हूँ मिथुन प्रेमी आईशा जुलका भक्त उस आग्या पालक आत्मा को जो 90's के रोमान्स को भी आज भी वाइफाई पास्वर्ड की तरह याद रखे हुए है
09:10प्रणाम करता हूँ सियात्री को जो अपनी ही कलपना के हवाई जहाज में बिना टिकेट बिना पाइलेट बिना मन्जिल उड़ता रहता है और बीच बीच में तॉलिया को टिशू समझ कर खुद ही अपने आसू पोँच लेता है
09:25प्रणाम करता हूँ मुझे कोई देदे जहर गीत के प्रचारक खान चाको जो प्रेम में ब्रह्म में सपनों में और दुनिया को हिला कर रख देने वाली अपनी विनोधी आत्मा में इस ब्रह्मांड के सबसे अनोखे जीव हैं
09:45प्रणाम करता हूँ ना शोभते सभामध्धे हंसमध्धे बको कथा हंसों के बीच में बगुले का क्या काम
09:54इस श्लोक को प्रणाम करता हूँ जिसका अनुवाद ये है कि खड़ी पाई को उलट देने वालों के बीच जैसे नुखता शोभा नहीं देता
10:03वैसे ही इन दो काग भुशुंडियों के बीच एक बगुले का बैठा होना शोभा नहीं देता पर हमसे मिलने आए तीन ताल के सदस्यों को प्रणाम करता हूँ
10:13जाए हो इस कलपना के साथ की जरूर बेनाम खुआब ने हकीकत के परदे को जरा सा आड़ा जुका छोड़ दिया था
10:25बहुत सारे लोग पूछते हैं कि आपकी इतनी बड़ी कम्यूनिटी कैसे बन गई ये लोग इतने दिवाने कैसे हो गए
10:31इस कलपना के साथ की जरूर बेनाम खुआब ने हकीकत के परदे को जरा सा आड़ा जुका छोड़ दिया था
10:40कि तीन ताल का ये परिवार मिल गया जरूर शाम में अपनी चपल खोकर यूही नंगे पाउं घूम रही थी
10:49इसलिए आप से मुलाकात हो गई
10:51किसी बस टिकेट के पीछे छपी तारीख में
10:55कभी उंगलियों की थकान में
10:57कभी दो कपों में ठंडी हुती कॉफी के बीच
11:00कभी कपडों की सिल्वटों में
11:03एकांत में या कि उपांत में कहीं न कहीं किसी अद्रिश्य जगा पर
11:07कभी पुणे में, कभी लगनव में, कभी मेजर ध्यांचंद स्टेडियम में, ये मुलाकातें धीरे धीरे सांस लेती रहती हैं
11:15कभी ने लिखाए कि इतनी रेलें चलती हैं दुनिया में, भारत में, कहीं से भी आ सकते हो मेरे पास, और मेरे लोगों, आप लोग आ गए
11:26हम भी चले आए उसी रेल, उसी डोरी, उसी आवास के सहारे जो कहती है, ठाड़े रहियो, OTT स्टाफ, ठाड़े रहियो
11:41शुरू करते हैं तीन ताल की, कमलेश ताओ, आसिफ खांचा और कुल्दीव सरदार के साथ
11:52जै हो, जै हो, जै हो
11:55अब बताईए दिल्ली वाले कितने है, बैठेंगे, सब लोग बैठेंगे, आचा, यहां बैठेंगे भी यार
12:06उत्तर परदेश से कितने हैं भाई साथ, ये दिल्ली और यूपी दोनों में हाथ उठा रहे हो क्या, मैयोर भी आर रहते हो
12:16अच्छा गाजियाबाद अच्छा ये बताएं कि पूरुवांचल से कितने आये हैं लखनव पार वाले वो ये बहुत सारे हाथ सब जगे से उठ रहे हैं बनारस प्रयाग राज वाले कितने हैं मद्य प्रदेश मद्य प्रदेश वाले भी दुद्धी भी से कोई आया बही है
12:46प्रताब गड़ से हैं छलिए आप सबसे रदेने अ जी कहां बिहार से बिहार वाले कितने आई राजस्थान से भी कोई है क्या हरे आना से कोई है क्या है पीछे भी है भाई साब आं है म्माराष्र से है यह पूरी पूरे की टीम है जो पूरे
13:10आई है नागपूर हैं लोग नागपूर से आये हैं ऐख हो आम्रावती से से एक बहन
13:16आई है मैं मैं मिलना उनसे आप सभी का बहुत बहुत शुक्रिया हमने मुंब� IA
13:21अचा तांक यू हम ने यह नहीं सोचा दा कि इतने दूर दूर के शेहरों से आप
13:25लोग आज आएंगे हमारा क्या है हम तो खाली रहते हैं अच्छा एक पंजाब से बोल रहे हैं अच्छा कुछ लोग मुझ चला रहे हैं मैं देख रहा हूं ओडियन्स में आप लोग मसाला खा रहे हैं कि आशीश विद्यारती का फूड ब्लॉग देखे आएं कुछ भोजन �
13:55हां तो थोड़ा अत्रिक्त साहेट तिक तो इस बार मैंने ताउ से ये निविद्यू कितने लोग बकवास सुनना चाहते हैं अ यह आप लोग बकवास सुनने के लिए आयो आर अपन बकवासी करते हैं भाई तो पेशेख धिद्मत है महान शहकार बकवास जिसके रचईता ह
14:25कौन खिलते हैं
14:29एपल की शाखों पर
14:33एपल ही मिलते हैं
14:36तुम्हारे हाथ में अनानास है
14:38क्या बख्वास है
14:40क्या बख्वास है
14:43बिल्ली में इसलिए
14:45आती जाती सांस के बीच
14:49एक अल्प विराम है
14:51बुद्ध कहते थे
14:52ये नया दुड़ा है ये वाज़ा
14:53आप वही हो जो सांस छोड़ने के
14:57और फिर सांस लेने के फिर छोड़ने के
14:59बीच में एक हलका सा पौद होता है
15:01आती जाती सांस के बीच
15:06एक अल्प विराम है
15:08असी तुसी तत्वमसी
15:12सब उसी का नाम है
15:13असी तुसी तत्वमसी
15:18सब उसी का नाम है
15:20बस सांस लेने की आस है।
15:27दुबररर आगा ओओओ आगा।
15:29आती जाती सांस के बीच एक अल्प विराम है,
15:33असी तुसी टत्वम असी सब उसी का नाम है,
15:37बस सांस ले सकने की आश है।
15:42बिहार में बहार है,
15:47नीतीशे कुमार है,
15:49टिकट दो करोड का, वोट दस हजार है, महंगाई का त्रास है, एक और, SIR वोट चोरी हाइड्रोजन बंफुस है,
16:07SIR वोट चोरी हाइड्रोजन बंफुस है, बाइज़त बरी होने पे एवियम खुश है,
16:14लोग तंत्र में सबका विश्वास है, फिर से, SIR वोट चोरी हाइड्रोजन बंफुस है,
16:32बाइज़त बरी होने पर एवियम खुश है, लोग तंत्र में सबका विश्वास है,
16:37मंत्री ने बोल दिया, तो इतनौल मिलेगा, मंत्री ने बोल दिया, तो इतनौल मिलेगा,
16:50पहले माइलेज, फिर इंजिन, आफ्टर आल ही लेगा, कार उदास है, बंदा बिंदास है,
17:01एक गिलास और, फिर एक गिलास और,
17:07एक गिलास और फिर एक गिलास और जितनी पीते जाते हैं बढ़ती है प्यास और होश रत्ती भर नहीं हवास ही हवास है
17:18क्या बखवास है और आशिकों के लिए तुम्हारा धम से आ जाना
17:23अराम चाराम चुताओ
17:25तुम्हारा धम से आ जाना छम से चले जाना हमारा भक से जल उठना और फिर जले जाना
17:42ये भक ये धकधक अनायास है
17:47और फाइनली रह्मन पानी राखिये बिन पानी सबसून
17:56रह्मन पानी राखिये बिन पानी सबसून
18:00पानी में जो दम दिये welcome to the moon
18:03चखना चंदरयान है गिलास में आकाश है
18:09क्या बकवास है
18:17आपकी बक्वास की फर्माईश पूरी हुई अब आगे बढ़ते हैं एक शब्द सम्राज आगे हम आपको और बक्वास करता है सुनाएंगे आज ऐसा ही है साहिते काई इतना कैप्टिव और्डियन्स मिलने पर कौन मानता है
18:32ये कविता सुनके मैं एकी शब्द कहूंगा बड़ी बड़ी हां अरंद सिंग एक शब्दी ये सम्राज कहता हूँ हो मोनुलॉक कर देते हैं वो किसी भी चीज़ का पर आप कैसा फील कर रहे हूँ इससे जादा क्या चाहिए है जिन्दिगी में देखो तो सही साम देए अभ
19:02और मैंने पहली बार देखा, मैं भी क्या था मैंने पैसे नहीं देते पास था मेरे फास अच्छा था भी गए थे हैं बहुस पहली बार में ने देखा, पूरे स्टेडिएम में बढा करके 10-12uted हम भी हtrans &
19:16और जो बंदा
19:18स्टैंड अप कमेडिक कर रहा था वह मम्मी पापा किया वदा सब का मा बहन इतनी गंदी गंदी गालियां कि कान से खून फिक ले अच्छो उने पैसा नहीं देखता हूं अपना पैसा लगा करके मुहबबत प्यार टीटी स्टाफ वह बहुत चोटा लगा मेरे को बहुत चो�
19:48ना कोई साथी है तो अपने को वह फर्क देखना हूं मिला उस दिन मैं ताओ बैटेते बहुत ताली बजरी थी जब वह गाली बक रहे थे आपको यह बक रहे थे और लोग ताली यां पेट रहे थे अच्छा नहीं लग रहता हूं फिर अपन जब वापिस आ रहे थे हम एक
20:18आप लोग जाय हो करके मिलते हैं इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है यार तैंक यू यह ऐसा से मेरा कुल दीव
20:23खांचा एटीज गए हैं इनको गालियों का सौंदर पता नहीं है क्या होता है बहुत सारे लोग ऐसे हैं जिनको कोई गाली नहीं देता दरते हैं उनसे लोग घर में बहुत सारा स्टाफ होता है वो कोई गाली नहीं देता उनके दफ्तर में बहुत सारा स्टाफ होता है वो
20:53कि हर आदमी तो मिनिस्टर नहीं हो सकता ना कि पब्लीक दे कि भिहार से न याद है आप लोग बिहार का जिक्र कर रहे थे खांचा चुनाव लड़ जाते अगर वह शराब बंदी नहीं होती तो यह यह यह इंका प्लान था पूरा भाई अपन पंदरास वर पे जीते थे पां
21:23पैले पैदा हो ना कोई अपलबदी नहीं होती है भाई तो मै ने इंको एक ऑजार दिया मैननी को सको रङए तो यह जानों के बंदी नहीं होती और जो Πाई हो स्टें जो टेंसे चलताई पर होता
21:33पहले पैदा होना कोई उपलब्दी नहीं होती है भाई तो इसके बाद ये घर आये तो मैंने इनको एक ओजार दिया मैंने का इसको बताओ क्या है ये तो ये कन्फीज हो गए बच वह है उसी तरह की चीज़ तो इनों गाना गाया तो ये जो तीन ताल जो स्टेज पे होता है
22:03मैं खुद नाम बूल गया हूं उसको हां और जाएगा दुआ करो कि क्विज खिलाने के लिए मुझे कहा गया है कि आप लोग थोड़ा क्विज खिला दीजे अभी जमशेद खेल रहे थे हां कि बहुत सारे लोगों ने ये कहा कि टी-शिर्ट धोला नहीं मिलता है लेकिन �
22:33जाएग नहीं ले जाएगे पर साहित्ति के मामले में खांचा जैसे आपका आपका साहित्ति का जो वह साहित्ति का एक रूफ है प्रेम और मुझे पता नहीं आपने लिखा कितना पर जिया तो बहुत है
22:51तो जब साहित्य की बात होती है और उसमें प्रेम आ जाता है तो उसकी इंटर्प्रेटेशन उसकी व्याख्या आपकी अपनी कैसी है यार प्यार साहित्य है प्यार म्यूजिक है प्यार जिंदगी है प्यार नहीं तो कुछ भी नहीं ना जैसे कई ऐसा होता है कि कोई पंग्�
23:21अब जो है ना कि खांचा इसलिए भी मतलब शुक्र गुजारों की सर्दियां आ गई हैं और इनके मासुम सवाल चलते रहते हैं कहते हैं कि अच्छी बात है शुक्री आ गई है अब जो है ना हाथ नहीं जलेगा
23:39इनकी प्राइरिटीज जो है क्लियर पैट जाएए प्लीज थांक्यू जो लोग आगे पीछे खड़े हुए अगर बैठना चाते हैं यहां सामने बढ़ एकदम सामने ना बैठें कोने में या इस तरफ बैठ सकते हैं हाँ
23:53तालिबान पर ताउने कौन सा दोहा मारा था किसी को याद है तालिबान पर मैं भी भूखा ही मरूं साधू भी भूखा जाए तो देशी इनको जो है फिर यह देख करके खांचा ने जो मारा वो मैं बता रहा हूं मैं उसे ताकता रहा जैसे हारा हुआ प्रत्याशी ताकता
24:23और मैंने जले पर नमक छड़कने के लिए एक दिया कि वो फिर आएगी, वो फिर आएगी जैसे बार-बार हांकने के बाद भी वापस आ जाती है नील गाये.
24:38एक इससे घटिया कुछ पढ़ दीजिए.
24:43जाएगा? इससे घटिया कुछ पढ़ दीजिए.
24:45बहुत जाएगा.
24:47मैं लिखा हुआ है बिहारियों के लिए कुछ?
24:51हाँ.
24:55बिहार के जो लोग हैं उनको धौर मर्दे कितने लोगों को आता है?
25:05उसके तीन रूप होते हैं.
25:09धौर मर्दे, धौर मर्दे इंतन,
25:13और धौरे मर्दे,
25:16तीनों के अलग-अलग विन्यास हैं.
25:21नीचे गिराओं?
25:23और और और और.
25:25धौर मर्दे, धौर मर्दे इंतन, धौरे मर्दे,
25:29मन बढ़ हुआ के बढ़ गईले मन, धौरे मर्दे,
25:34बोली सूरत धोखा खाने को काफी है,
25:37उसके उपर ये बोलापन, दौर मर्दे,
25:43दंगल है इस बात पे जंगल राज बहुत है,
25:46समझ रहे हैं दंगल है इस बात पर जंगल राज बहुत है मंगल मंगल कब था ये बन दौर मर्दे
25:57दफा करो बेवफा भला क्या रफू करेंगे सदियों से सब्चाख है दामन
26:09वैसे ही जिनकी नाच नचावे है दिन रात और सचमुच में टेड़ा आंगन
26:22बूखे नंगे बच्चों से उम्मीद बहुत है थोड़ा सब नीचे जाएगा जोखे नंगे बच्चों से उम्मीद बहुत है
26:36उच्च विचार और साधा जीवन और अच्छे दिन जब आएंगे तब देखेंगे अच्छे दिन जब आएंगे तब देखेंगे
26:50दिवा स्वप्न में दीवाना पन अब हमको सब हरा हरा ही लवके है लवके समझते हो नगे अब हमको सब हरा हरा ही लवके है
27:03लौके हरी ही होती है
27:05आखें आखें देकर भागा सावन
27:11दोर मर्दें तन दोर मर्दें
27:15वाव भाव
27:17वाथ बढ़िया
27:18आज खिलेले
27:21अभी एक दो और आएगा
27:22खिलेले कैसन कैसन फूल आज बागी में
27:24हाँ आज में दिल्ली सरकार ने फूल वालों की सहर रद्द कर दिया इस साल
27:30क्योंकि आप यही आज यही हो गया है
27:33फूल प्रदर्शनी अच्छा दूर तक दिखनी रहा होगा
27:36ताओ की शट पे
27:3917,000 फूल है
27:41हर आदमी में होते हैं दस्वीस आदमी
27:49है ना इसमें तो बहुत सारे फूल है पर हर आदमी में होते हैं
27:54दस्वीस आदमी जिसको भी देखना हो
27:57दस्वीस बार देखो
27:59आपको
28:01आदमी क्या है
28:01अच्छा आदमी पर आगे आदमी
28:03आदमी क्या है
28:05साहिद दिका मन्चा इसलिए मैं
28:08आदमी खिलोना है
28:10आदमी बुलबुला है पानी का
28:13क्या भरोसा है जिन्दगानी का
28:16उसको वो गुलजार बड़े अलग तरीके से कहते है
28:20बताओ
28:22क्या
28:23आदमी बुलबुला है पानी का
28:26गुलजार कैसे कहते है इसको
28:29तुम बताओगे न तुम ही तो गुलजार की मिमिक्री करते हो
28:31अच्छा अच्छा आवाज बाई आदमी आदमी क्या है आदमी अरूजे आदमे खाकी से अंजुम सहमे जाते हैं कि ये तूटा हुआ तारा महे कामिल न बन जाए और आदमी क्या है
28:52भीड तनहाईयों का मेला है आदमी आदमी अकेला है आदमी क्या है अजीज मिया कहते थे आदमी है बेनजीर जो फैक्चुली रॉंग है बेनजीर एक औरत थी भुटो थी
29:11नजीर अकबरावादी आदमी थे उन्होंने आदमी नामा लिखा था यहां आदमी पे जान को वारे है आदमी और आदमी पे तेग को मारे है आदमी पगड़ी भी आदमी की उचारे है आदमी चिला के आदमी को पुकारे है आदमी और सुन के दोड़ता है तो है वो भी आ�
29:41यहाँ
29:44मस्जिद भी आदमी ने बनाई है यामिया
29:47बनते हैं आदमी ही इमामा और खुत्वखाँ
29:51पढ़ते हैं आदमी ही गुरान और नमाजिया
29:54और आदमी ही उनकी चुराते हैं जूतिया
29:57जो उनको ताड़ता है
29:59सो है वो भी आदमी
30:01आदमी क्या है
30:02अदम में आकर दम हुआ, ये खाक से आदम हुआ
30:07आदम में जब तक दम न था ये खाक था
30:12आदम न था, आदम में आकर दम हुआ, ये खाक से आदम हुआ
30:16ये दम आता रहा, ये दम आता रहा, आदम आता रहा
30:24सलिल सर आपकी नजर आईए ये दम आता रहा आदम आता रहा ये भेद सारा दम का है ये दम बकाडी रम का है
30:35आदमी क्या है
30:42अब मेरी तरफ से इतने सारे शेर सुने तुमने इनका माइक आफ करवा दूँ
30:49माइक नहीं ये प्रोड़क्ट इंटिग्रेशन नहीं था ये दम एट पीम का है
30:57ये जब सब पड़ी रहे हैं तो मैं भी कुछ अपना पड़ देता हूं भी लिखा लिए लेते हैं कुछ
31:05मतले वैसे हम लोग तीन ताल में ये करते नहीं आप जानते हैं पर साहित का मंच है और ताउ ने दो पड़ दिये
31:12बनता है तो ये 2011 औरा में लिखा गया था तो उतना ही बचकाना हो सकता है और तब मैं एक मीडिया संस्थान में काम करता था जहां मेरी
31:28नाइट शिफ्ट भी लगा करती थी नाइट शिफ्ट में काम करने के बाद सुभा बस से घर लोटते हुए एक साड़े बीस साल का लड़का यी लिख रहा था
31:38दूर से देखा तो दुपटे से ढखा था मूँ
31:48रुखसार जिल मिलाए यो मुस्कुराई मुझे देख के वो
31:53पर अब भी आँखों पर टिका था मेरे आकर्शन का आकाश
31:57काजल ही में फसा हो जैसे लंगर कोई
32:00तिलिस्म हावी हुआ मुझ भे एक अरसे के बाद
32:04बाद मुद्द के आज बस में मिल गई थी वो
32:12किस्सा आगे का थोड़ा सा अभी बाकी था
32:15पास थी वो मेरे बस टॉप अभी दूर ही था
32:18जर्द एक सफहे को दबाए रखना था उसे
32:21मुझ को शिकुओं से बचाए रखना था उसे
32:25फिर कंधे पे रखके हाथ वो दोस्ताना हुई
32:28काट के चुटकी मुझ से यों बोली
32:31क्या बात है ईद का चांद हुए जाते हो
32:33क्या बात है
32:35काट के चुटकी मुझ से यों बोली
32:37क्या बात है जो ईद का चांद हुए जाते हो
32:40तुम्हारी बोसी दर रिकॉर्डिंग सुनती हूं तो आते हो याद आते हो
32:45बढ़ा लिये हैं बाल, हस्ती कुछ आबाद भी है
32:49बढ़ा लिये हैं बाल, हस्ती कुछ आबाद भी है
32:53फेस्बुक पर कब लाई किया कुछ याद भी है
32:56क्या बात है उस समय फेस्बुक था तब इंस्टाग्राम का भूम नहीं था तुम नए जनेरेशन को नो वहीं फेस्बुक पर कब लाई किया कुछ याद भी है हम कहते ही क्या काजल में जो उलजे थे कुछ हरारत थी रात दफतर में जो उलजे थे बात मुद्दत के आज बस म
33:26कुल दीप जितना कूल है उतना है डीप है कुल डीप है कि जाएगा और जाएगा अचा शादी विया का सीजन चलना है आप में से कौन-कौन बचा हुआ है कि ए भगवान कि मतला 50 परसेंट है अल्मस बाकी लोग को कुर्वान हो चुके हैं अचा कोई ऐसा है हमारे तीन था
33:56लाए जाओ शेकील ड़ा भाई हाथ अच्टा रहे ए और कि मुटम पर शेकील भाई आ और लोग इन का नाम सुनते रहते हैं
34:05आपलोग अक्सर तीन ताल मैं शेकील भाई को केम डरा के पीछ पीछे देख ते हैं और हमभश करते रहते हैं कि
34:10करो कि अधिर अरे मोदी जी ने है शखील इंडिया कर एक प्रोग्राम लॉंच किया हुआ है जाकी शाकिल तुमने हाथ उठाये था क्या तो शाकील भाई एक बार हाथ उठा दो यह हमारे शाकील भाई हैं तीन ताल के सारे कैमरा सब कुछ यहीं शूट करते हैं और इन अध�
34:40मैं मुझे जानके खुशी हुए कि आप लोग पॉल्यूशन के समवे में पब्लिक ट्रांसपोर्ट इस्तमाल कर रहे हैं
34:48कैब या गाड़ी से आने वाले हैं
34:52यह यह भी ठीक थी बात है
34:55ट्रेन से भी आएं क्या कुछ
34:58ट्रेन से भी आएं तीन चार पाँच लोग
35:00इतना असपास कोई नहीं रहता होगा इतना डर्ने की ज़रूरत नहीं है
35:05हाम हाम
35:06पॉल्यूशन से मैं खास रहा हूं
35:09इवोल्यूशन ने यह शोर कर दिया है कि आप जब सांस लेंगे तो अक्सिजन ही लेंगे
35:14कि नो मेंटर वाट नेचर थ्रोज़ एट यू
35:19इसलिए चिंता मत कीजी हवा में क्या क्या है गट करीजी हाइडरोजन लेते हैं
35:28हाँ बाकी तो सबको अक्सिजन ही लेना पड़ता है मजबूरी है पर इसलिए डरिये मत
35:37यह लंग्स को मजबूत करने के लिए है जब न्यूक्लियर विंटर आएगा आप हर तरह के मिटल से हेवी मिटल से तैमूर लंग हुए पड़े होंगे
35:48होंगे अरे सैफ करीना ने बच्चे का नाम तैमूर रखा इस देश में पागलपन चा गया जबकि तैमूर का सिंपल मतलब होता आयरन
35:58सांस लेते रहिए दिल्ली में आपके लंग तैमूर होंगे इसलिए टेंशन नहीं है नेता लोग काम कर रहे है इस पर ऐसा नहीं है कि लीडर्स के पास विजन नहीं है अभी 200 मिटर की विजिविलिटी यहो क्या करेंगी
36:13सच्चा मित्र आजकल वही है जो दिखाई पड़ जाए और गाड़ी चलेगी तो हवा लगेगी हवा चलेगी तो प्रदूशन हट जाएगा पर गाड़ी नहीं चल रही है क्योंकि ग्रैप्त्री लगा हुआ है
36:34अच्छा नवरंगी इतने में पालगी कि नोसं ना चाँते है अदय में पॉलुशन इस पोडूरंगी तुना यह लिए नहीं पूलुशन
36:38भूजूर्ट को पोल्तेम क्या है मैं सचता है हों कि ये प्रउबल्बलम ही नहीं है यॺ
36:57पुलूशन is the solution अब इसका कुछ नहीं कर सकते na
37:02आप है अभी आएगा आएगा आएगा आएगा माइक परेदो शाहिए
37:08तब थ में भूलूशन जो है न वो आय ने धूर का है अब ही अपने प추 इसी में रहना
37:14आप इसका कुछ नहीं कर सकते हैं यह जो आइडियाज लोग दे रहें ना कि बहुत डिस्टोपियन लग रहा है उटोपियन गया है जब से तब से और डिस्टोपियन हो गया है पर ऐसा ही था ऐसी ही थी दिल्ली आप अपने लंग्स को तैयार करिए बुरे वक्त के लिए और
37:44वो एंड से कम होगी हां 95 तो तो 90 में मर जाओगे ठीक है यार तो गुट एनफ यंग वला रहेगा पूरा एंड से कम होगा अभी अभी जवान हो तो जवान ही रहोगे डूंट वरी यह कविता कुछ पढ़ेंगे या ने ने पॉलूशन पर कविता नहीं पढ़ते हैं अप
38:14पढ़ेगा हाँ थोड़ी दिर में समय किसी हमाय मताने लगेंगे हां यह पढ़ने क्या नया सुनो जान के ड्क्नी वाला सुनो अ दक्नी दक्नी शैली में गजल सुनिये गा यह खामखा गौष खामखा की जमीन पे मैंने कुछ उगाई है तो मैं पेश कर रहा हूं कि दूर
38:44के डोल सुहाने बज रहे कुछ भी नहीं है क्या भी नहीं है लोग आए के गासिप कर रहे है कुछ भी नहीं है क्या भी नहीं है इस्क में हमरे मर के देखो जन्नत को दीदार मिलेगा जन्नत तो इस्क में हमरे मर के देखो जन्नत का दीदार मिलेगा इस्क में हमने मर के देख
39:14पांच साल तुम देखे देखो अच्छे दिन हम ले आएंगे
39:20पांच साल तुम देखे देखो अच्छे दिन हम ले आएंगे
39:26ग्यारा साल से देख रहे हैं
39:28इश्क महबबत पाटी शाटी बेटर है हम गुईयां चीले
39:41इश्क, मुहबबत, पाटी, शाटी, बेटर है हम गुईयां चीले, प्याज के छिलके छिलते जा रहे
39:50अब गाउं के लोग शहर को भागे हैं, शहर के लोग गाउं को ताके हैं
39:58अभी लोग कह रहे है कि कैसे बिजिल्ली से शिप्ट हो जाओ, प्ठाड consultants
40:03जो गाउं के लोग शहर को भागे हैं, शहर के लोग गाउं को ताके- अंदर-ंदर क्या का
40:12है, कुछ भी नहीं है। क्या भी नहीं है। इससे सल्यूशन
40:18अब ओडिन्स और चलते हैं मेरी चाहता हूं ज्यादा सब्सक्राइब करें करें और अदिन्स मेरी कविताओं के श्रिंखला भी खतम नहीं हुए एक ताउगा और रहता है जो सबसे घराब है वह अलग रखा है वह पेश करें माइक्स हैं माइक्स आप लोग के पास जो भी क�
40:48जाए वह नहीं कुछ जाएगा आप पहुचे जी जी हां दिजी अलग अलग कोनों में पहुच जाएगा जो साति हमारे माइक वाले हैं और अगर माइक जल्दी जल्दी चाहिए तो 500 को नोट निकालें माइक सबसे पहले आपके पहुच जाएगा यूपिश जाएगा पह�
41:18मोई अर मुझे बस इतना बताना है खांचा को च गाडी में इंद्री पड़ियए तो आब मिलो मिले मिलू मिलू
41:30थैंक यू यू यार वकत ना कम है चोकि एक हमारा इएंट है, साही थ्याज कर एक तो इक गट गन्टे कर्था
41:37और बाकी तो तीन गंटे काम करती ही रहते हैं, तो आज इतने से काम चलों, मज़ा दो बहुत ताव ने दिया आज.
41:42हमारा संगत ही न्याए है.
41:44क्या बात है, आजी?
41:50एक एक करके जिर्वाइस.
41:53इसरी इंद्री खुल गई भाई.
41:55नमस्कार तीनों तालियों को, मेरा नाम द्वारिका है और मैं बुलेंशर उत्तर प्रदेश का निवाशी हूं.
42:03आजी बड़े.
42:04अभी मैं सौरभ दुमेदी ने खाये थे वो, स्वाच चखाता उनोंने.
42:09इनोंने भी खाये थे.
42:11फिर कुछ खाने की तमना नहीं रही.
42:14दो दिन दफ्तर नहीं आये थे.
42:16तो मेरा सवाल यह है कि जैसे मैं भी विद्धारती हूं दिल्ली विश्विटाले से भी मैं पॉलिटिकल साइंस ओनर्स कर रहा हूं.
42:25तो मेरा सवाल यह है कि जैसे ताउ को बहुत सारे जो अभी किस्से चल रहे होते हैं,
42:31पॉलिटिकल और काफी जो किस्से होते हूं एकना मुझवान ही याद रहते हैं.
42:35और कुल्दीर सरदार को कोई भी शायरी ले लो,
42:38जो उनोंने काभी पहले पड़ी है वो अभी भी याद रहती है एक्दम.
42:43और खांचा के बारे में तो क्या ही गए उनके आश्की के किस्से,
42:48वो तुरंट एक्दम इनको जादा याद रहती है,
42:52इनको कई बर कहना बता है नाम नहीं लेना या नाम.
42:55गटनाओं के ब्योरे बारीक याद रहते हैं इनको.
42:59तो मेरा सवाल इंटा कि एक विद्यार्ति के जीवन में ऐसी क्या चीजे वो कर सकता है
43:05जिससे उसको अपने पाथे करम का भी चीजे याद रहें,
43:10मतलब क्या आप अपने विद्यार्ति जीवन में क्या चीजे उपनाते थे याद करने की कोशिश छोड़ दीजिए,
43:27तो याद हो जाएगा.
43:28बाकी ताओ इस पर ज्याद अच्छा ग्यान देंगे पढ़ाई के बारे में?
43:31नहीं, यह इसको याद रहता है, यही देगा, मैं तो बहुत भूलकड आदमी हूँ.
43:36नहीं मैंने बस यह का, याद करने की कोशिश जब हम किसी चीज को करते हैं, करने लगते हैं,
43:41तो एक conscious effort लगने लगता है उसमें,
43:44पर वो चीजें जादा याद रह जाती हैं, जिनको आपने बहुत जादा समय और मन दे करके पढ़ा होगा,
43:51जो आपको अपील कर गई है, टच हो गई है, अरे वाद, थैंक्यू.
43:56भूलने की कोशिश करो, तो याद होगा, तो याद हो जाएगा.
44:00ये मैं बता देता हूँ, सबको दिखेगा नहीं, ये एक तस्वीर है, मैं हूँ, मेरी पत्नी है, जो सामने बैठी है, प्रतीक्षा, और मेरा बेटा है, टुकुर।
44:11टुकुर साब, बहुत ही खुर्चुरत है, थैंक्यू, जी,
44:18मेरा नाम निशान मिस्त्रा है, कहां से बुल ले, अच्छा, मिदल, बीच में है, मिदल में, आइए, इसी आइए की तरह जो एक किस्ता दूना चाहूंगा, मूलता बैं प्रताबगड से हूँ, तो प्रताबगड में जैसे इलावाद से बस पकड़ी जाती है, पिर गाउं
44:48है बुला, तो जब बस जाती है, तो गाउं गाउं से होते हुए जाती है में रोट पे, तो कई-कई लोग जो है, बस का इंतजार करते हुए अपनी चकरोड के आगे खड़े रहते हैं, बस आती है, बस रुकती है, बस रुकती है, बस रुकती है, बस रुकती है, बस रुक
45:18अब बुछा इन विश्या सुना नियो डा, नियो डा, नियो डा, नियो डा, हाँ जी, प्रशन, माइक पहुचा दीज जो भी हो, जहां भी, ताओ, ताओ इसे, जय हो, जय हो, ताओ मैं, इनर, इसे, इसे, चोटा हूं थोटा, हाँ, यह सब मत बोला गरो, उसने, कीपर ने ब
45:48वड़ा जोर से बूलेंगे, मैं ग्राफिक डिजाइनर हूं तो नाइक में काम करता हूं थोड़ा बोर, तो मेरी वाइब कहती है, आप क्या देख रहे हो, और बार बार कहती है, तो बार बार कहती है, तो एक बार मैंने उन्हे सुनाया था हूं कुछ उन्हे नोमन राधा �
46:18और ताव, एक छोटी सी रिक्वेस्ट है आप तीनों से, कि प्लीज एक फोटो आप ले लिजेगा मेरे साथ, मुझे एक फ्रेम करा के अपने वर्क स्टेशन पे रखनी है, अभी इसके बाद आपन फोटो करेंगे, तैंक यू, तैंक यू, जै हो, आगे भी माइक ले आए
46:48जबानों की सकारत्मा की उर्जा मिल रही है, मुझे मेरे पुराने NCC-DK कैंप की यद दिला रही है, तो बस आप सबको एक तारीफ का एक क्षब कहनाता है, तैंक यू, जै हो, तैंक यू, तैंक यू, तैंक यू, सौ मच, नौरंगी जी हमारे आदर्शे है, आठील
47:04पुल्डीप आपके बहल से बिलॉंग करता हूं क्या नाम है यहां पे मैं हलागी साइकोलजिस्ट हूं बट अपने आपको नाम नहीं देना चाहता हूं तो मैं अलग से साइको शोसल काउंसलर एक नाम दूट लिया है ताहू जैसे कहते हैं एथीष्ट के सारे उसमें फीड�
47:34करता हूं और वहां पर कांसलर मुझे प्रॉब्लम दो दिखती है कि किस तरीके से बेस लिवल पर प्रॉब्लम है वो डिसकत नहीं हो रहा है
48:04हर चीज जो है उसी अब जैसे मेंटल हेल्थी सुरी मैं थोड़ा सा बोलूंगा कि जैसे मेंटल हेल्थ एक ऐसी इंडर्स्ट्री है जो मैं देख रहा हूं कि जहां पर बीमारियां आजकल पहले आ जा रहे हैं दवाबाद में बन रहे हैं क्योंकि उसमें कैपिटलिजम का �
48:34इस पर आपको क्या विचार हैं क्या करें हम देख रहे हैं मतलब इसको इंगाइप कैसे करें अपने अंदर मतलब मुझे यह नहीं समझने आता है आप जो कि अच्छ तकर है थांकि यू सो मच देखते रहे हैं और बचिये और कोई तरीका नहीं है सब से भाई सामय की सीमा �
49:04I am from Delhi and thank you Radio Ashtuk for putting this together I am a big fan of you three it's feel like I'm sitting with my old friends and discussing random topics about life so just a quick suggestion you've covered various topics across from politics to nostalgia
49:20could you speak a bit louder yeah I am audible now yes yeah so thank you for putting this together my name is Sarthak I am from Delhi and I said it when I feel so connected to three
49:34of you whenever I see you together it's like I'm sitting with my old friends having old wine and just discussing random topics which is beautiful and rare and I just have a suggestion with the holiday season coming up so can we go a little lighter on topics like we've covered various topics but can we discuss about maybe holiday traditions or something supernatural paranormal anything which is different and not being done and not expected out of you three so thank you
50:00thank you thank you Chutti Chutti पे discussion होगा हमारा फेवरिट टॉपिक है भाईसाब समय के लिए हमे इशारा किया जा जा चुका है तो
50:09हाँ हाँ हाँ सेल्फी तू लेंगे पर एक ताउ का जो एक आखरी है जो उन्होंने वादा किया था वो सुन लीजिए वो नया है हम पूरा कर देते हैं और मैंने जब पहली बार सुनना था तो मज़ा आ गया था पर मैं आपको एक बात बता देता हूं उसके पहले वो जान
50:39मैं बहुत चोटा करके सुना देता हूं वादा किया है तो उसको निभा के जाओंगा आओ भाई सब आभी गए राजीव जी और बहुत ही नीचे की है इसलिए मुश्किल नहीं होगी मैं तो बस आप ही से डरता हूं मैं कहां कब किसी से डरता हूं मेरी दुनिया है रोशना
51:09मेरी दुनिया है रोशनाई मैं इसलिए रोशनी से डरता हूं जब तेरा अक्स याद आता है मैं बहुत सादगी से डरता हूं वसल की बात पर खमोशी भली हां से भी और नहीं से डरता हूं
51:32और जो सिकरेट पीने वाले है उनके लिए के गम का बारूँध चुपा सीने में फिर एक शोला जबीं से डरता हूं तेरे रुखसार पे एक नई जजल जो लिखी है उसी से डरता हूं सास गिन्ती की ही बची है मगर घर में तेरी कमी से डरता हूं
52:02क्या बात है
52:03साकिया चश्मे करम कायम रख
52:08होश में भी तुमी से डरता हूँ
52:14और जब से सब हो गए इमावाले
52:18मैं हर एक आदमी से डरता हूँ
52:26का किसी से कहें
52:29का किसी से कहें के का किसी खुद ही
52:34हूं का किसी और का किसी जडरता हूँ
52:39शुकर्या आप सभी का बहुत शुक्रिया एक सेल्फी लेने के लिए कहा गया है तो हम ले लेते हैं ताओ के बास अच्छा वोन थे
52:46तीन तालियों क्षमा करना मारे भी मजबूरी है लेकिन जो ये रिष्टा है ये बना रहेगा यूँ ही बना रहेगा देगा फिर से दोड़ा तालिया होना है मारे तालियों के लिए
53:16प्रोड़ाो प्रोड़ा फिर से डालियों के लिए बना रहोुशना है उे बना रहो डालियों के लिए रहो त're I
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