00:00मीठे बच्चे, सबको यह खुशखबरी सुनाओ कि अब डीटी डिनैस्टी स्थापन हो रही है, जब वाइसलेस वर्ल्ड होगी तब बाकी सब विनाश हो जाएंगे
00:09प्रश्न, रावण का श्राप कब मिलता है? श्रापित होने की निशानी क्या है?
00:15उत्तर, जब तुम देह अभिमानी बनते हो तब रावण का श्राप मिल जाता है? श्रापित आत्मा एक कंगाल विकारी बनती जाती हैं, नीचे उतरती जाती हैं, अब बाप से वर्सा लेने के लिए देही अभिमानी बनना है, अपनी दृष्ठ वृत्ति को पावन बनाना है
00:45छोड नहीं देना है, दूसरा, ऐसी चलन नहीं रखनी है जो कोई कहे कि इन्होंने तो मुख मोड लिया है, रहम दिल बन सब का कल्यान करना है और सब खैला छोड एक बाप की याद में रहना है, वर्दान, सत्यता, स्वच्छता और निर्भैता के आधार से प्रत्यक्षता
01:15किभी किसी भी प्रकार की अस्वच्छता, अर्थात, सच्चाई, सफाई की कमी है या अपने ही तमोगुनी संसकारों पर विजई बनने में, संसकार मिलाने में या विश्व सेवा के क्षेतर में अपने सिध्धानतों को सिध्ध करने में भय है, तो प्रत्यक्षता नहीं हो
01:45अशरीरी वा विदेही स्थिती का अभ्यास बढ़ाओ।
02:15चेक करो अंदर कोई भी विकार छिपा हुआ तो नहीं है। ओम शान्ती।
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