00:00मुर्ली का सार, सत्यता और पवित्रता की शक्ती को स्वरूप में लाते बालक और मालिक पन का बैलिंस रखो
00:08वर्दान, स्वैम को स्वैम ही परिवर्तन कर विश्व के आधार मूर्त बनने वाले श्रेष्ट पद के अधिकारी भव
00:16श्रेष्ट पद पाने के लिए बाब दादा की यही शिक्षा है कि बच्चे स्वैम को बदलो, स्वैम को बदलने के बजाए परिस्थितियों को, वह अन्य आत्माओं का बदलने का सोचते हो
00:26या संकल्प आता है कि यह salvation मिले, सहयोग वा सहारा मिले तो परिवर्तित हूँ, ऐसे किसी भी आधार पर परिवर्तन होने वाले की प्रालब्ध भी आधार पर ही रहेगी, क्योंकि जितनों का आधार लेंगे, उतना जमा का खाता shares में बंट जाएगा, इसलिए सदा लक्ष �
00:56अशरीरी व व विदेही स्थिती का अभ्याज बढ़ाओ, जैसे कोई कमजोर होता है, तो उसको शक्ती भरने के लिए ग्लुकोस चड़ाते हैं, ऐसे जब अपने को शरीर से परे अशरीरी आत्मा समझते हो, तो ये साक्षी पन की अवस्था शक्ती भरने का काम करती है, और
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