केरल के बोडिमेट्टू दर्रे की खूबसूरती यहां आने वाले सैलानियों के लिए जन्नत का नजारा पेश कर रही हैं. चारों ओर हरियाली, पहाड़ों के बीच बादलों की लुक्काछिपी और सन-सन चलती सर्द हवाएं.. मानो ये अद्भुत नजारा सैलानियों को बोडिमेट्टू आने के लिए न्योता दे रहा है. बोडिमेट्टू दर्रा केरल के इडुक्की को तमिलनाडु से जोड़ता है. इडुक्की की चोटियों से लेकर तमिलनाडु में धूप से सराबोर मैदानों तक बोडिमेट्टू-बोडिनायक्कनूर दर्रे तक की सुखद यात्रा यहां आने वाले सैलानियों को हमेशा याद रहती है. इस रास्ते में 17 घुमावदार मोड़ हैं और हर मोड़ पर आंखों में समां जाने वाले नजारा दिखाई देता है. सुबह की धुंध नीचे तक घाटियों को ढक देती है. दोनों तरफ खड़ी ये चट्टानें यहां आने वाले सैलानियों को खूब रिझाती हैं. इस दर्रे की कहानी एक सदी से भी ज्यादा पुरानी है. मूल रूप से इस रास्ते को इडुक्की से तमिलनाडु के व्यापारिक केंद्रों तक मसालों को लाने ले जाने के लिए बनाया गया था. कभी बैलगाड़ियों के लिए बनाया गया ये रास्ता अब पक्की सड़क में तब्दील हो चुका है.. इससे दोनों राज्यों के बीच व्यापारिक रिश्ते भी मजबूत हुए हैं. इस दर्रे का पुनर्निर्माण 2023-24 में किया गया था.. आज ये 15 मीटर चौड़ी सड़क है.. जिसका मुसाफिर खूब इस्तेमाल करते हैं.
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